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वैलेंटाइन डे पर प्यार भरे कोट्स

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Valentines Day Quotes

प्यार और रोमांस का पर्व Valentine’s Day 14 फरवरी को पूरी दुनिया में धूमधाम से मनाया जाता है। वैलेंटाइन डे का हर प्रेमी-प्रेमिकाओं का खास इंतजार रहता है।

यह दिन अपने प्यार का इजहार करने का बेहद खास दिन होता है। इस खास दिन को प्रेमी जोड़े अपने-अपने तरीके से मनाते हैं। इस दिन कुछ नए जोड़े अपने प्यार का इजहार करते हैं तो कुछ प्रेमी-प्रेमिका इस दिन अपने प्यार को जिंदगी भर निभाने एवं हमेशा एक-दूसरे का साथ देने का वादा करते हैं।

वहीं आज के दौर में वैलेंटाइन डे को लेकर टीनेजर्स में खासा क्रेज देखा जाता हैं। वहीं इस मौके पर जो लोग अपनी दिल की भावनाओं को व्यक्त नहीं कर पाते हैं तो वे लोग इस तरह के रोमांटिक कोट्स, मैसेज और शायरी भेजकर अपने पार्टनर को स्पेशल फील करवा सकते हैं और इस दिन को बेहद खास बना सकते हैं।

वहीं वैलेंटाइन डे पर लिखे गए इन कोट्स – Valentines Day Quotes को आप अपनी सोशल मीडिया साइट्स फेसबुक, ट्वीटर, व्हाट्सऐप आदि पर भी भेज सकते हैं।

वैलेंटाइन डे पर प्यार भरे कोट्स – Valentine Day Quotes in Hindi

Valentine Day Images
Valentine Day Images

दिल की किताब में गुलाब उनका था, रात की नींद में ख्वाब उनका था, कितना प्यार करते हो जब हम ने पूछा, मर जायेंगे तुम्हारे बिना, यह जवाब उनका था… “Happy valentine Day”
Dil Ki Kitab Mein Gulab Unaka Tha, Rat Ki Nind Mein Khwab Unaka Tha, Kitana Pyar Karate Ho Jab Ham Ne Poochha, Mar Jayenge Tumhare Bina, Yah Javab Unaka Tha…

तलाश करो कोई तुम्हे मिल जायेगा, मगर हमारी तरह तुम्हे कौन चाहेगा, ज़रूर कोई चाहत की नज़र से तुम्हे देखेगा, मगर आँखें हमारी कहाँ से लायेगा..!! “Happy Valentine Day”.
Talash Karo Koi Tumhe Mil Jayega, Magar Hamari Tarah Tumhe Kaun Chahega, Zaroor Koi Chahat Ki Nazar Se Tumhe Dekhega, Magar Ankhen Hamari Kahan Se Layega..!!

लोग कहते फिरते है जिसे हम प्यार करते है वो एक चाँद का टुकड़ा है, पर उन्हें क्या पता जिसे मे प्यार करता हूँ, चाँद उसका एक टुकड़ा है. “Happy valentine Day”
Log Kahate Phirate Hai Jise Ham Pyar Karate Hai Vo Ek Chand Ka Tukada Hai, Par Unhen Kya Pata Jise Me Pyar Karata Hoon, Chand Usaka Ek Tukada Hai.

Valentine Day Shayari
Valentine Day Shayari

ज़रा ज़रा से बात पर तकरार कारने लगा है, लगता है वो शख्स मुझसे बेइंतहा प्यार करने लगा है… “Happy valentine Day”
Zara Zara Se Bat Par Takarar Karane Laga Hai, Lagata Hai Vo Shakhs Mujhase Beintaha Pyar Karane Laga Hai.

इश्क का कोई रंग नहीं फिर भी वो रंगिन है, प्यार का कोई चेहरा नहीं फिर भी वो हसींन है. “Happy valentine Day”
Ishk Ka Koi Rang Nahin Phir Bhi Vo Rangin Hai, Pyar Ka Koi Chehara Nahin Phir Bhi Vo Hasinn Hai.

यूँ हर पल सताया न कीजिये, यु हमारे दिल को तडपाया न कीजिये, क्या पता कल हम हों न हों इस जहाँ में, यूँ नजर हमसे आप चुराया न कीजिये. “Happy valentine Day”
Yoon Har Pal Sataya Na Kijiye, Yu Hamare Dil Ko Tadapaya Na Kijiye, Kya Pata Kal Ham Hon Na Hon Is Jahan Mein, Yoon Najar Hamase Ap Churaya Na Kijiye.

Valentine Day Quotes
Valentine Day Quotes

जीने के लिए जान जरुरी है! हमारे लिए तो आप जरुरी है!! मेरे चेहरे पे चाहे गम हो…! आपके चेहरे पे मुस्कान जरुरी है!! “Happy valentine Day”
Jine Ke Liye Jan Jaruri Hai! Hamare Liye To Ap Jaruri Hai!! Mere Chehare Pe Chahe Gam Ho…! Apake Chehare Pe Muskan Jaruri Hai!!

क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है! एक पल का इंतजार भी दुश्वार हो जाता है! लगने लगते है अपने भी पराये! और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है! “Happy valentine Day”
Kyon Kisi Se Itana Pyar Ho Jata Hai! Ek Pal Ka Intajar Bhi Dushvar Ho Jata Hai! Lagane Lagate Hai Apane Bhi Paraye! Aur Ek Ajanabi Par Aitabar Ho Jata Hai!

दिल की आवाज को इज़हार कहते हैं, झुकीं निगाह को इकरार कहते हैं, सिर्फ पाने का नाम इश्क नहीं, कुछ खोने को भी प्यार कहते है…
Dil Ki Avaj Ko Izahar Kahate Hain, Jhukin Nigah Ko Ikarar Kahate Hain, Sirph Pane Ka Nam Ishk Nahin, Kuchh Khone Ko Bhi Pyar Kahate Hai…

वैलेंटाइन डे स्टेटस – Valentine Day Status in Hindi

वैलेंटाइन डे के दिन पति-पत्नी एवं प्रेमी-प्रेमिका रोमांटिक अंदाज में एक-दूसरे से अपने दिल के जज्बातों को शेयर करते हैं। वहीं आजकल इस दिन रेस्टोरेंट, पार्क, बडे़-बड़े होटल पर कपल्स की खूब भीड़ दिखाई देती हैं। वहीं वैलेंटाइन डे की तैयारियां कई दिन पहले से ही शुरु हो जाती है।

इस दिन अपने पार्टनर को स्पेशल फील करवाने के लिए कुछ लोग सप्राइज गिफ्ट्स एवं स्पेशल गिफ्टस भी देते हैं।वहीं आप भी इन कोट्स के माध्यम से अपने पार्टनर को वैलेंटाइन विश कर सकते हैं और उन्हें सबसे अलग महसूस करवा सकते हैं।

Valentine Day Status
Valentine Day Status

जन्नत में रहने वाली परी हो तुम, मेरी जान मेरी जिन्दगी हो तुम, यारो में बैठ कर जो सुनते है, मेरी जान वो कहानी हो तुम… “Happy valentine Day”
Jannat Mein Rahane Vali Pari Ho Tum, Meri Jan Meri Jindagi Ho Tum, Yaro Mein Baith Kar Jo Sunate Hai, Meri Jan Vo Kahani Ho Tum…

उस को मेरे वादों पर ऐतबार था दिल में उस के भी बहुत प्यार था चोड दिया उस ने बिच सफ़र में मेरा हाथ शायद किनारे पे उसे किसी और का इंतज़ार था…
Us Ko Mere Vadon Par Aitabar Tha Dil Mein Us Ke Bhi Bahut Pyar Tha Chod Diya Us Ne Bich Safar Mein Mera Hath Shayad Kinare Pe Use Kisi Aur Ka Intazar Tha…

दिल में आने का रास्ता तो होता है लेकिन जाने का नहीं होता इसलिये आदमी दिल से जब भी जाता है तो दिल तोड़कर ही जाता है… “Happy Valentine Day”
Dil Mein Ane Ka Rasta To Hota Hai Lekin Jane Ka Nahin Hota Isaliye Adami Dil Se Jab Bhi Jata Hai To Dil Todakar Hi Jata Hai…

Valentine SMS for Girlfriend
Valentine SMS for Girlfriend

सब होंगे यहाँ मगर हम ना होंगे, हमारे न होने से लोग कम ना होंगे, ऐसे तो बहोत मिलेंगे प्यार करने वाले, हम जैसे भी मिलेंगे मगर वो हम ना होंगे… “Happy Valentine Day”
Sab Honge Yahan Magar Ham Na Honge, Hamare Na Hone Se Log Kam Na Honge, Aise To Bahot Milenge Pyar Karane Vale, Ham Jaise Bhi Milenge Magar Vo Ham Na Honge…

अगर आपके अंदर बस एक मुस्कान बची है तो use उन्हें दीजिये जिनसे आप प्रेम करते है… “Happy Valentine Day”
Agar Apake Andar Bas Ek Muskan Bachi Hai To Usai Unhen Dijiye Jinase Ap Prem Karate Hai…

किसी की चाहत में बर्बाद हो गए आपकी ही खुशियों के खिलाफ हो गए, चले थे हम सब को खुहियाँ देने आज खुद अपनी ख़ुशी के लिये मोहताज हो गए… “Happy Valentine Day”.
Kisi Ki Chahat Mein Barbad Ho Gae Apaki Hi Khushiyon Ke Khilaph Ho Gae, Chale The Ham Sab Ko Khuhiyan Dene Aaj Khud Apani Khushi Ke Liye Mohataj Ho Gae…

Valentines Day Messages
Valentines Day Messages

जाने अनजाने में क्या से क्या हो गया, I Am Sorry पर तुमसे प्यार हो गया!!
Jane Anajane Mein Kya Se Kya Ho Gaya, I Am Sorry Par Tumase Pyar Ho Gaya!!

तुम बिन सांसे चलती है लेकिन महसुस नहीं होती… “Happy valentine Day”
tum bin sanse chalati hai lekin mahasus nahin hoti

दिल की नाजुक धडकनों को, मेरे सनम तुमने धडकाना सिखा दिया, जब से मिला है तेरा प्यार दिल को, गम में भी मुस्कुराना सिखा दिया… “Happy valentine Day”
dil ki najuk dhadakanon ko, mere sanam tumane dhadakana sikha diya, jab se mila hai tera pyar dil ko, gam mein bhi muskurana sikha diya…

Valentine Day Wishes in Hindi

प्यार और रोमांस के इस पर्व वैंलेंटाइन की शुरुआत से कई कथाएं जुड़ी हुई हैं। इस दिन कहते हैं कि अगर कोई लड़का, किसी लड़की को सच्चे दिल से प्रपोज करता है तो इस दिन लड़की मना नहीं करती हैं।

यह दिन न सिर्फ गर्लफ्रैंड, ब्यॉयफ्रैंड एवं प्रेमी युवको का दिन होता है, बल्कि इस दिन को अपने मम्मी-पापा एवं भाई-बहन जिससे भी आप दिल से प्यार करते हैं उनके साथ सेलिब्रेट कर सकते हैं और अपनी दिल की भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं। वहीं प्रेमी-जोड़े को एक दूसरे का वैलेंटाइन कहा जाता है। इस तरह के कोट्स आपके वैलेंटाइन डे को भी स्पेशल बनाने में आपकी मद्द कर सकते हैं।

Valentine Day Wishes
Valentine Day Wishes

आंसू के बदले ख़ुशी क्या दोंगे, काँटों के बदले खुबसूरत फूल क्या दोंगे, हम तो आपसे जीवनभर का साथ चाहते है, हमारा इस सवाल का जवाब क्या दोंगे? “Happy valentine Day”
ansoo ke badale khushi kya donge, kanton ke badale khubasoorat phool kya donge, ham to apase jivanabhar ka sath chahate hai, hamara is saval ka javab kya donge?

कोई फर्क नहीं पड़ता की तुमने किसे चाहा और कितना चाहा… हमें तो ये पता है कि हमने तुम्हें चाहा और हद से ज्यादा चाहा… I Love You. “Happy valentine Day”
koi phark nahin padata ki tumane kise chaha aur kitana chaha… hamen to ye pata hai ki hamane tumhen chaha aur had se jyada chaha…

चेहरे पर बनावट का गुस्सा, आंखो से छलकता प्यार भी है, इस शौक-ए-अदा को क्या कहिये इंकार भी है इकरार भी है.. आज इकरार कर ही दो.. Dear.. “Happy valentine Day”
chehare par banavat ka gussa, ankho se chhalakata pyar bhi hai, is shauk-e-ada ko kya kahiye inkar bhi hai ikarar bhi hai.. aj ikarar kar hi do..

Valentine Day Wishes for Boyfriend
Valentine Day Wishes for Boyfriend

दुनिया की सबसे अच्छी महक उस इंसान की होती है जिससे आप प्यार करते हैं. “Happy valentine Day”.
duniya ki sabase achchhi mahak us insan ki hoti hai jisase ap pyar karate hain.

तेरा तो गुस्सा भी इतना प्यारा है के दिल करता है दिन भर तुझे तंग करता रहूँ. love You Meri Jan. “Happy valentine Day”
tera to gussa bhi itana pyara hai ke dil karata hai din bhar tujhe tang karata rahoon.

आपको पाकर अभी खोना नहीं चाहते, इतना खुश होकर अब रोना नहीं चाहते, यह आलम है हमारा आपकी जुदाई का, आँखों में नींद है मगर सोना नहीं चाहते. “Happy valentine Day”
apako pakar abhi khona nahin chahate, itana khush hokar ab rona nahin chahate, yah alam hai hamara apaki judai ka, ankhon mein nind hai magar sona nahin chahate.

Valentine Day Wishes for Wife
Valentine Day Wishes for Wife

वो जिन्दगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नहीं, वो मोहब्बत ही क्या जिसमे यांदे नहीं, वो यादें ही क्या जिसमे तुम नहीं… “Happy valentine Day”
vo jindagi hi kya jisame mohabbat nahin, vo mohabbat hi kya jisame yande nahin, vo yaden hi kya jisame tum nahin.

हर लड़की एक ऐसा लड़का चाहती है.. जो उसे एहसास दिला सके… के सब लड़के एक जैसे नहीं होते.
har ladaki ek aisa ladaka chahati hai.. jo use ehasas dila sake… ke sab ladake ek jaise nahin hote.

अपनी हर साँस में आबाद दिया है तुमको, ये मेरी जान बहुत याद दिया तुझको, मेरी जिन्दगी में तुम नहीं तो कुछ भी नहीं, अपनी जिन्दगी से बढ़कर प्यार किया है तुमको… “Happy valentine Day”
apani har sans mein abad diya hai tumako, ye meri jan bahut yad diya tujhako, meri jindagi mein tum nahin to kuchh bhi nahin, apani jindagi se badhakar pyar kiya hai tumako.

Valentine Day Wishes for Love

प्यार और रोमांस के इस प्यार भरे दिन वैलेंटाइन डे को मनाने के पीछे कई कथाएं एवं कहानियां जुड़ी हुई हैं। लेकिन इससे जुड़ी सबसे प्रसिद्ध कहानी संत वैलेंटाइन से जुड़ी हुई है। हालांकि इसके कोई पुख्ता सबूत नहीं है।

ऐसा माना जाता  है कि 12वीं सदी में रोम का शासक वहां के सैनिकों को प्रेम विवाह की इजाजत नहीं देता था, उसका मानना था कि प्रेम विवाह करने वाले सैनिकों का ध्यान अपने बीबी की तरफ ही लगा रहता है और वह काम पर ध्यान नहीं देते हैं। उसके राज में रोम में प्रेम विवाह करने पर रोक था। वहीं इसका संत वैलेंटाइन ने काफी विरोध किया था और कई प्रेमी जोड़ों का विवाह भी करवाया था। 

जिसके बाद संत वैलेंटाइन को सूली पर चढ़ा दिया गया था। वहीं फांसी पर चढ़ा देने से पहले जब संत से उसकी अंतिम इच्छा पूछी गई तो उसने एक पत्र जेलर की बेटी को देने के लिए कहा।

दरअसल, उस पत्र में संत ने अपनी आंखे जेलर की अंधी बेटी को देने के लिए कही थी और पत्र के आखिरी में लिखा था ”तुम्हारा वैलेंटाइन” और इसके बाद अपने प्यार के लिए कुर्बानी देकर संत वैलेंटाइन फांसी पर चढ़ गए। तब से ही इस दिन को उन्हीं के नाम पर वैलेंटाइन के रुप में मनाया जाने लगा।

Valentine Day Wishes for Love
Valentine Day Wishes for Love

अच्छा सुनों मुझे उस वक्त तुम पर बेहद प्यार आता है…!! जब मेरे कहने से पहले ही तुम मेरे दिल की बात समझ जाती हो “i love you. “Happy valentine Day”
achchha sunon mujhe us vakt tum par behad pyar ata hai…!! jab mere kahane se pahale hi tum mere dil ki bat samajh jati ho

“लोग समझते है हमने उन्हें भुला रखा है, वो क्या जाने की दिल में छुपा रखा है, देखे ना कोई उसे मेरी आँखों में, इसिलिये पलकों को हमने झुका रखा है” “Happy valentine Day”
“log samajhate hai hamane unhen bhula rakha hai, vo kya jane ki dil mein chhupa rakha hai, dekhe na koi use meri ankhon mein, isiliye palakon ko hamane jhuka rakha hai”

लाइफ में कभी किसी का हाथ मत छोड़ना, क्यूँ की कुछ पल लगते हैं रिश्ते बनाने में, एक पल लगता किसी को रुलाने में, और जिंदगी बीत जाती है किसी को भुलाने में… “Happy valentine Day”
laiph mein kabhi kisi ka hath mat chhodana, kyoon ki kuchh pal lagate hain rishte banane mein, ek pal lagata kisi ko rulane mein, aur jindagi bit jati hai kisi ko bhulane mein.

Valentine Messages for Girlfriend
Valentine Messages for Girlfriend

काश मेरी जिन्दगी में आये ऐसी बरसात, मेरे हाथ में हो तेरा हाथ, भीगते रहें हम सारी रात, होठं रहे खामोश बस आँखों से हो तेरी मेरी बात… “Happy Valentine Day”
Kash meri Zindagi Mein aye Aisi Barasat, mere hath Mein ho Tera hath, Bhigate Rahen ham sari rat, Hothan Rahe Khamosh Bas Ankhon Se ho Teri meri bat…

तुझे पाना ही मेरी मोहब्बत नहीं है.. तेरा एहसास भी मेरे जीने की वजह है…
Tujhe Pana hi meri Mohabbat Nahin hai… Tera Ehasas Bhi mere Jine ki Vajah hai…

प्यार वो नहीं जो तुम ढूंड रहे हो बल्की प्यार वोह जो तुम्हे ढूंड ले… “Happy Valentine Day”
Pyar vo Nahin jo tum Dhoond Rahe ho Balki Pyar Voh jo Tumhe Dhoond le…

Valentine Day Wishes for Girlfriend
Valentine Day Wishes for Girlfriend

प्यार एक ऐसी आग है जिसमे गिरने वाला आनंद लेता है और देखने वाला जलता रह जाता है. “Happy Valentine Day”
Pyar Ek Aisi ag hai jisame girane vala anand leta hai aur dekhane vala jalata rah jata hai.

आप हमसे हम आपसे प्यार पाते रहे मोहब्बत का एहसास युही जगाते रहे होके हमेशा के लिए एक दुसरे के Valentiens day हम साथ मनाते है. “Happy valentine Day”
ap hamase ham apase pyar pate rahe mohabbat ka ehasas yuhi jagate rahe hoke hamesha ke lie ek dusare ke valaintiains day ham sath manate hai.

हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की और कोई भी ख्वाहिश नहीं है इस दीवाने की शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है क्या जरुरत थी तुम्हे इतनी खुबसूरत बनाने की … “Happy valentine Day”
hasarat hai sirph tumhen pane ki aur koi bhi khvahish nahin hai is divane ki shikava mujhe tumase nahin khuda se hai kya jarurat thi tumhe itani khubasoorat banane ki …

Valentines Day Messages in Hindi

वैलेंटाइन डे की रौनक वैलेंटाइन वीक के शुरु होने से ही दिखने लगती है। इस दिन प्रेमी-प्रेमिका अपने लवर्स को तरह-तरह के ग्रीटिंग्स कार्ड, गिफ्ट आदि देते हैं एवं इस दिन रोमांटिक अंदाज में अपने वैलेंटाइन से प्यार का इजहार करते हैं। इस दिन को पूरी दुनिया में बेहद हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाता है।

हालांकि पहले वैलेंटाइन मनाने को लेकर भारत समेत कई देशों में इसका विरोध भी किया गया था। लेकिन इन सबके बाबजूद भी इस दिन प्यार करने वाले प्रेमी जोडे़ एक-दूसरे के साथ इस दिन को मनाते हैं।

वहीं वैलेंटाइन पर लिखे गए इस तरह के कोट्स इस दिन का मजा दो गुना करने में आपकी मद्द कर सकते हैं और इस दिन को स्पेशल एवं यादगार बनाने  में मद्दगार साबित हो सकते हैं।

Valentines Day Messages for Her
Valentines Day Messages for Her

इतना प्यार तो मैंने खुद से भी नहीं किया जितना तुमसे हो गया हैं. “Happy valentine Day”
itana pyar to mainne khud se bhi nahin kiya jitana tumase ho gaya hain.

हम वो नहीं जो तुम्हें गम में छोड़ देंगे हम वो नहीं जो तुझसे नाता तोड़ देंगे हम तो वो है अगर तेरी सांसे बंद हो जाए ओ अपनी साँसे जोड़ देंगे. “Happy valentine Day”
ham vo nahin jo tumhen gam mein chhod denge ham vo nahin jo tujhase nata tod denge ham to vo hai agar teri sanse band ho jae o apani sanse jod denge.

ख्वाबो में आते हो तुम, यादों में आते हो तुम, जहाँ में जाऊ, जहाँ में देखूं, मुझे नजर आते हो तुम… “Happy valentine Day”
khvabo mein ate ho tum, yadon mein ate ho tum, jahan mein jaoo, jahan mein dekhoon, mujhe najar ate ho tum…

happy valentine day
happy valentine day

मुस्कान हो तुम इस होंठो की, धड़कन हो तुम इस दिल की, हसी हो तुम इस चेहरे की, जान हो तुम इस रूह की! “Happy valentine Day”
muskan ho tum is hontho ki, dhadakan ho tum is dil ki, hasi ho tum is chehare ki, jan ho tum is rooh ki!

हमने उनसे कहा की वैलेंटाइन डे आने वाला है, क्या चाहिए? और उन्होंने हमारा हाथ थाम लिया. “Happy valentine Day”
hamane unase kaha ki vailentain de ane vala hai, kya chahie? aur unhonne hamara hath tham liya.

एक खुबसूरत दिल हज़ार खुबसूरत चेहरों से ज्यादा बेहतर होता है.
ek khubasoorat dil hazar khubasoorat cheharon se jyada behatar hota hai.

सुनों बहूत अच्छे लगते है मुझे ये दो काम. एक तुमसे बात करना और दूसरा तुम्हारी बाते करना…!!
sunon bahoot achchhe lagate hai mujhe ye do kam. ek tumase bat karana aur doosara tumhari bate karana…!!

मेरे दिल की ये दुआ है कभी दूर तू ना जाए तेरे बिना हो जीना वो दिन कभी ना आये..
mere dil ki ye dua hai kabhi door too na jae tere bina ho jina vo din kabhi na aye..

जो आसानी से मिले वो है धोका जो मुश्किल से मिले वो है इज्जत जो दिल से मिले वो है प्यार और जो नसीब से मिले वो है आप… “Happy valentine Day”
jo asani se mile vo hai dhoka jo mushkil se mile vo hai ijjat jo dil se mile vo hai pyar aur jo nasib se mile vo hai ap…

तू चाँद और में सितारा होता, आसमान में एक आशियाना हमारा होता, लोग तुम्हे दूर से देखते, नज्दीक से देखने का हक बस हमारा होता… “Happy valentine Day”
too chand aur mein sitara hota, asaman mein ek ashiyana hamara hota, log tumhe door se dekhate, najdik se dekhane ka hak bas hamara hota…

कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है, कोई कहता है प्यार सजा बन जाता है, पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से, तो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है! “Happy valentine Day”
koi kahata hai pyar nasha ban jata hai, koi kahata hai pyar saja ban jata hai, par pyar karo agar sachche dil se, to vo pyar hi jine ki vajah ban jata hai!

यादों की बरसात लिए; दुआयों की सौगात लिए; दिल की गहराई से, चाँद की रोशनी से; फूलों के कागज पर, आपके लिए सिर्फ ३ लफ्ज; “I Love You” कृपया मेरी वैलेंटाइन बन जाइए.
yadon ki barasat lie; duayon ki saugat lie; dil ki gaharai se, chand ki roshani se; phoolon ke kagaj par, apake lie sirph 3 laphj; “i love you” krpaya meri vailentain ban jaie.

प्यार तो बादल की तरह है, प्यार तो वो सपने की तरह है हर प्यार की एक सच्ची कहानी है तुम जो मुझे मिल गए यही तो मेरी जिंदगानी है. “Happy valentine Day”
pyar to badal ki tarah hai, pyar to vo sapane ki tarah hai har pyar ki ek sachchi kahani hai tum jo mujhe mil gae yahi to meri jindagani hai.

रातें गुमनाम होती है दिन किसी के नाम होता है अब हम जिन्दगी कुछ इस तरह से जीते है, की हर लम्हा आप के नाम होता है. “Happy valentine Day”
raten gumanam hoti hai din kisi ke nam hota hai ab ham jindagi kuchh is tarah se jite hai, ki har lamha ap ke nam hota hai.

आपके आने से जिन्दगी कितनी खुबसूरत है दिल में बसी है जो वो आपकी ही सूरत है दूर जाना नहीं कभी हमसे भूलकर भी हमें हर कदम पर आपकी जरूरत है. “Happy valentine Day”
apake ane se jindagi kitani khubasoorat hai dil mein basi hai jo vo apaki hi soorat hai door jana nahin kabhi hamase bhoolakar bhi hamen har kadam par apaki jaroorat hai.

कभी कभी हसाता है प्यार, कभी रुलाता है प्यार, हर पल को याद दिलाता है ये प्यार, चाहो या न चाहो, पर आपके होने का एहसास दिलाता है प्यार… “Happy valentine Day”
kabhi kabhi hasata hai pyar, kabhi rulata hai pyar, har pal ko yad dilata hai ye pyar, chaho ya na chaho, par apake hone ka ehasas dilata hai pyar…

तेरे दिल में रहेंगे मैसेज बनकर, धडकनों में बजेंगे रिंगटोन बनकर, कभी अपने दिल से जुदा मत समझना, हम तेरे साथ चलेंगे नेटवर्क बनकर.. “Happy valentine Day”
tere dil mein rahenge maisej banakar, dhadakanon mein bajenge ringaton banakar, kabhi apane dil se juda mat samajhana, ham tere sath chalenge netavark banakar..

दिल की आवाज को इजहार कहते हैं झुंकी निगाहों को इकरार कहते हैं सिर्फ पाने का नाम इश्क नहीं कुछ खोने को भी प्यार कहते हैं…
dil ki avaj ko ijahar kahate hain jhunki nigahon ko ikarar kahate hain sirph pane ka nam ishk nahin kuchh khone ko bhi pyar kahate hain…

dil ki avaj ko ijahar kahate hain jhunki nigahon ko ikarar kahate hain sirph pane ka nam ishk nahin kuchh khone ko bhi pyar kahate hain…

मेरे बारे में इतना मत सोचा कर Valentine’s Day पर आता हूँ Rakhi पर नहीं…
mere bare mein itana mat socha kar valaintinai’s day par ata hoon rakhi par nahin…

तुम बिन सांसे तो चलती है लेकिन महसूस नहीं होती.. “Happy valentine Day”
tum bin sanse to chalati hai lekin mahasoos nahin hoti..

हर बार दिल उनके लिए मचलता है, बार बार ठोकर खाता हैं और बादमें संभालता है, किसी ने इस कदर कर लिया दिल पर कब्ज़ा, दिल मेरा है पर उनके लिए धड़कता हैं।
har bar dil unake lie machalata hai, bar bar thokar khata hain aur badamen sambhalata hai, kisi ne is kadar kar liya dil par kabza, dil mera hai par unake lie dhadakata hain.

तेरी हर अदा मोहब्बत सी लगती है, एक पल की जुदाई सदियौं सी लगती है। पहले नहीं सोअचा था अब सोचने लगा हूं ज़िंदगी के हर लम्हे में तेरी जरुरत सी लगती हैं।
teri har ada mohabbat si lagati hai, ek pal ki judai sadiyaun si lagati hai. pahale nahin soacha tha ab sochane laga hoon zindagi ke har lamhe mein teri jarurat si lagati hain.

किसी का ये सोच कर साथ मत छोड़ना की उसके पास कुछ नहीं तुम्हेँ देने के लिए, बस ये सोच कर साथ निभाना की उसके पास कुछ नहीं तुम्हारे सिवा खोने के लिए।
kisi ka ye soch kar sath mat chhodana ki usake pas kuchh nahin tumhen dene ke lie, bas ye soch kar sath nibhana ki usake pas kuchh nahin tumhare siva khone ke lie.

आपके आने से जिन्दगी कितनी खुबसूरत है, दिल में बसाई आपकी सूरत है, कभी दूर मत जाना हमसे भूलकर भी हमें तो हर कदम पर आपकी जरुरत है।
apake ane se jindagi kitani khubasoorat hai, dil mein basai apaki soorat hai, kabhi door mat jana hamase bhoolakar bhi hamen to har kadam par apaki jarurat hai.

खुबसूरत सा अहसास हो तुम, या मन के रेशम में छिपा प्यारा सा कोई भाव हो तुम । तुम्हे मै अपना कौन कहू, इस जीवन का सर हो तुम।
khubasoorat sa ahasas ho tum, ya man ke resham mein chhipa pyara sa koi bhav ho tum . tumhe mai apana kaun kahoo, is jivan ka sar ho tum.

आखों से नहीं जाती अब तो सूरत तेरी, ना जाती है दिल से मोहब्बत तेरी, तेरे जाने के बाद होता हैं महसूस ये अब तो जरूरत हे पहले से ज्यादा तेरी।
akhon se nahin jati ab to soorat teri, na jati hai dil se mohabbat teri, tere jane ke bad hota hain mahasoos ye ab to jaroorat he pahale se jyada teri.

जब अकेले में आपकी याद आती है, होंठो पर एक ही फरियाद आती है, भगवान् आपको हर ख़ुशी दे, क्योकि आज भी हमारी हर ख़ुशी आपके बाद आती हैं।
jab akele mein apaki yad ati hai, hontho par ek hi phariyad ati hai, bhagavan apako har khushi de, kyoki aj bhi hamari har khushi apake bad ati hain.

प्यार वो नहीं जो तुम ढूंढ रहे हो, बल्कि प्यार वो है जो तुम्हें ढूंढ ले।
pyar vo nahin jo tum dhoondh rahe ho, balki pyar vo hai jo tumhen dhoondh le.

सच्चा प्यार भूत की तरह होता है, बाते तो सब करते है पर देखा किसी ने नहीं।
sachcha pyar bhoot ki tarah hota hai, bate to sab karate hai par dekha kisi ne nahin।

यदि तुम सौ साल तक जीती हो तो मैं सौ साल में एक दिन कम जीना चाहूंगा ताकि मुझे कभी तुम्हारे बिना ना जीना पड़े।
yadi tum sau sal tak jiti ho to main sau sal mein ek din kam jina chahoonga taki mujhe kabhi tumhare bina na jina pade.

हम ज़िन्दगी से प्यार करते हैं, इसलिए नहीं की हमें जीना है बल्कि इसलिए की कोई हमें प्यार करता है।
ham zindagi se pyar karate hain, isalie nahin ki hamen jina hai balki isalie ki koi hamen pyar karata hai.

प्यार से संसार का जन्म होता है, प्यार से ही उसकी व्यवस्था होती है और अंत में प्यार में ही वह विलीन हो जाती है।
pyar se sansar ka janm hota hai, pyar se hi usaki vyavastha hoti hai aur ant mein pyar mein hi vah vilin ho jati hai.

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जानिए आखिर क्यों मनाया जाता है, वैलेंटाइन डे और वैलेंटाइन डे पर खास कविताएं एवं गिफ्ट आइडियाज

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Story Behind Valentine Day

दोस्तों, हम सब को पता हैं की 14 फरवरी को पूरे विश्व में वैलेंटाइन डे के रुप में धूमधाम से मनाया जाता है। यह दिन प्यार करने वालों के लिए बेहद खास दिन है, जिसका इंतजार प्रेमी जोड़ों को पूरे साल भर रहता है।

इस दिन प्रेमी जोड़े अपने-अपने तरीके से रोमांटिक अंदाज में अपने वैलेंटाइन से अपनी सच्ची मोहब्बत का इजहार करते हैं और जिंदगी भर एक-दूसरे का साथ निभाने एवं उन्हें हर खुशी देने का वादा करते हैं।

लेकिन क्या आप इस वैलेंटाइन दिवस के इतिहास को जानते हैं? क्या आप यह जानते हैं की वैलेंटाइन दिवस 14 फ़रवरी को ही क्यों मनाया जाता हैं? नहीं ना। तो आईये आज हम आपको वैलेंटाइन दिवस – Valentines Day 14 फरवरी को ही क्यों मनाया जाता है? और इससे जुड़ी दिलचस्प कहानी।

जानिए आखिर क्यों मनाया जाता है, वैलेंटाइन डे और वैलेंटाइन डे पर खास कविताएं एवं गिफ्ट आइडियाज – Story Behind Valentine Day In Hindi

Valentines day
Valentines Day

वैलेंटाइन दिवस का इतिहास – History of Valentine’s Day

14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के रुप में पूरी दुनिया में सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन लवर्स एक-दूसरे से अपने प्यार का इजहार करते हैं। प्यार और मोहब्बत के इस पर्व को मनाने की कोई पुख्ता वजह नहीं है, लेकिन इसे मनाने के पीछे एक वैलेंटाइन नाम के पादरी की कहानी जुड़ी हुई है।

इस कहानी के मुताबिक 12वीं सदी में रोम में एक शासक था जिसने अपने राज में प्रेम विवाह करने पर रोक लगा रखी थी, लेकिन इन सबके बाबजूद वहां के संत वैलेंटाइन प्रेम विवाह को करवाते थे।

दअरसल, रोम के शासक क्लाउडियस का मानना था कि प्रेम विवाह करने से युवक-युवतियों का मन एक-दुसरे में ही लगा रहता है और इसी वजह से वे सैनिक में भर्ती नहीं होते हैं, इसलिए रोम के शासक ने अपने शासनकाल में लव मैरिज पर पूरी तरह रोक लगा दी थी।

हालांकि पादरी वैलेंटाइन ने रोम के शासक के इस आदेश का न सिर्फ कड़ा विरोध किया बल्कि कई अधिकारियों और सैनिकों का भी प्रेम विवाह करवाया।

जिसके बाद रोम के शासक ने पादरी वैलेंटाइन को उनके आदेश का उल्लंघन करने पर 14 फरवरी के दिन फांसी देने की घोषणा कर दी। जिसके बाद से इस दिन को प्यार के लिए समर्पित कर दिया गया और वैलेंटाइन के रुप में पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा।

वहीं कुछ किताबों एवं रिपोर्ट्स के मुताबिक संत वैलेंटाइन ने जेल में सजा काटने के दौरान जेलर की अंधी बेटी को एक खत लिखा था, जिसमें उन्होंने अपनी आंखे उसे देने की बात कही थी और इस लेटर के आखिरी में पादरी ने लिखा था, ”तुम्हारा वैलेंटाइन”।

इसलिए 14 फरवरी के दिन प्रेमी-प्रेमिका एक-दूसरे को अपना वैलेंटाइन बोलकर प्रपोज करते हैं एवं इस दिन को खास बनाने के लिए तरह-तरह के गिफ्ट देते हैं एवं अपने पार्टनर को खुश करने के लिए सप्राइज देते हैं।

हालांकि, अभी भी कई देशों में वैलेंटाइन डे को संस्कृति के खिलाफ मानकर इसके सेलिब्रेशन पर रोक लगा दी जाती है।

वैलेंटाइन वीक का महत्व एवं जश्न – Valentine Week

वैलेंटाइन डे की रौनक फरवरी महीने की शुरुआत से ही दिखाई देने लगती है। वहीं प्यार और मोहब्बत का यह खास पर्व करीब 7 दिन तक चलता है और इन 7 दिनों में पड़ने वाले हर एक दिन का प्रेमी जोड़े के लिए बेहद खास महत्व है। इसे वैलेंटाइन वीक के रुप में जाना जाता है।

  • 7 फरवरी- रोज डे – Rose Day

वैलेंटाइन वीक के पहले दिन 7 फरवरी को रोज डे के रुप में मनाया जाता है। इस दिन प्रेमी-प्रेमिका एक-दूसरे को गुलाब का फूल देकर अपने प्यार का इजहार करते हैं और अपने पार्टनर से अपने दिल की बात शेयर करते हैं।

इस दिन कुछ लोग अपने नए प्यार को पाने की कोशिश भी करते हैं तो कुछ प्रेमी-प्रेमिका एवं पति-पत्नी अपने दिल के जज्बातों को शेयर करते हैं। इस दिन अलग-अलग रंग के गुलाब के फूल देते हैं। हर अलग कलर के गुलाब के फूल का अपना अलग महत्व और मायने होता है।

  • 8 फरवरी प्रपोज डे – Propose Day

8 फरवरी को प्रपोज डे के रुप में मनाया जाता है। इस दिन प्रेमी-प्रेमिका सच्चे दिल से अपनी मोहब्बत का इजहार करते हैं एवं जिंदगी भर उन्हें अपने हमसफर बनाने के लिए प्रपोज करते हैं एवं कई नए जोड़े गर्लफ्रैंड और ब्यॉयफ्रैंड बनने के लिए भी प्रपोज करते हैं।

इस दिन सभी लोग अपने-अपने अंदाज में खास तरीके से प्रपोज करते हैं एवं इस दिन को यादगार बनाने की कोशिश करते हैं।

  • 9 फरवरी चॉकलेट डे – Chocolate Day

चॉकलेट डे वैलेंटाइन वीक के तीसरे दिन बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन लवर्स अपने रिश्तों में मिठास लाने के लिए एक-दूसरे को चॉकलेट गिफ्ट देते हैं।

चॉकलेट न सिर्फ व्यक्ति को स्वस्थ रखती है बल्कि उसके बिगड़े हुए मूड को भी सही करने का काम करती हैं। वहीं चॉकलेट प्यार का प्रतीक भी मानी जाती है।

  • 10 फरवरी टेडी बियर डे – Teddy Day

वैलेंटाइन डे के चौथे दिन टेडी बियर डे मनाया जाता है। इस दिन प्रेमी-प्रेमिका एक-दूसरे को टैडीबियर गिफ्ट करते हैं। वहीं टैडीबियर प्यार की निशानी भी माना जाता है। इससे भावनात्मक जुड़ाव भी होता है।

  • 11 फरवरी प्रॉमिस डे – Promise Day

वैलेंटाइन वीक के पांचवे दिन प्रॉमिस डे बनाया जाता है। इस दिन को लेकर प्रेमी जोड़ों में खासा उत्साह रहता है। इस दिन जो लोग सच्चे दिल से प्यार करते हैं उनका जिंदगी भर साथ निभाने एवं उन्हें खुश रखने का वादा करते हैं।

वहीं इस दौरान कुछ लोग अपने पार्टनर से अपनेी गलत आदतों को बदलने का भी वादा करते हैं। प्रॉमिस डे पर पति, पत्नी, मां, भाई, बहन, पति किसी से भी आप प्रॉमिस कर सकते हैं। वहीं प्रॉमिस डे को सभी लोग अपने-अपने तरीके से मनाते हैं।

  • 12 फरवरी हग डे – Hug Day

प्यार और रोमांस से भरे वैलेंटाइन वीक के 6वें दिन हग डे बनाया जाता  है। इस दिन प्रेमी-प्रेमिका एक-दूसरे से गले मिलकर अपने सभी  गिले-शिकवे दूर करते हैं और अपने रिश्तों को नयापन एवं मजबूती देते हैं।

हग डे न सिर्फ अपने पार्टनर के साथ अपने रिश्ते सुधारने का मौका देता है, बल्कि इस दिन आप गले मिलकर अपने दोस्त, मां, बाप, भाई-बहन, रिश्तेदार किसी के साथ ही अपने बिगड़े हुए रिश्ते को सुधार सकते हैं।

  • 13 फरवरी, किस डे – Kiss Day

वैलेंटाइन के 1 दिन पहले यानि कि 13 फरवरी को किस डे के रुप में मनाया जाता है। इस दिन पति-पत्नी और प्रेमी-प्रेमिका एक-दूसरे के साथ वक्त गुजारने की कोशिश करते हैं और इस दिन अपने पार्टनर के साथ बिताए गए हर एक लम्हे को खूबसूरत और यादगार बनाते हैं।

  • 14 फरवरी, वैलेंटाइन डे – Valentines Day

वैलेंटाइन वीक के आखिरी दिन 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे पूरी दुनिया भर में धूमधाम से मनाया जाता है।

इस दिन प्रेमी-प्रेमिका एक-दूसरे को जिंदगी भर के लिए वैलेंटाइन बनाने के लिए प्रपोज करते हैं, इसके साथ ही इस दिन एक-दूसरे के साथ रोमांटिक डेट प्लान करते हैं, डिनर पर जाते हैं एवं इस दिन को स्पेशल बनाने की कोशिश करते हैं।

वैलेंटाइन डे कैसे मनाये – Valentine Day Celebration

इस दिन को लोग अब बहुत अलग तरीके से मनाने लगे है। पैसा खर्च करना, बड़ी बड़ी पार्टियाँ आयोजित होने लगी है जबकि ऐसा सही नहीं है। अगर आपको अपनी मोहब्बत जाहिर करने के लिए इतने पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं तो आपकी मोहब्बत के कोई मायने नहीं है। इस दिन अपने ख़ास इंसान से एक वादा करें की आप हमेशा साथ रहेगे और इसके बाद आप वैलेंटाइन हैप्पी हो जाएगा।

वैलेंटाइन डे का दिन अब हमारे देश में बहुत अधिक मनाया जाने लगा है। ये दिन आप भी मनाये और अपनी मोहब्बत का जश्न मनाएं।

वैलेंटाइन डे पर गिफ्ट आइडियाज – Valentine’s Day Gift Ideas

प्यार और रोमांस के इस प्यारे पर्व को खास एवं यादगार बनाने के लिए प्रेमी-जोड़े अपने पार्टनर को स्पेशल गिफ्ट देते हैं। वैलेंटाइन डे पर गिफ्ट देने का काफी महत्व है।

प्रेमी जोड़े अपने-अपने तरीके से अपने पार्टनर को वैलेंटाइन डे पर खुश करने के लिए एवं अपने रिश्ते को मजबूत करने के लिए इस दिन को खास बनाते हैं।

सभी लोग अपने-अपने बजट और अपने पार्टनर की पसंद ना पसंद के हिसाब से गिफ्ट का चुनाव करते हैं, हालांकि अगर आप भी अपने पार्टनर को इस वैलेंटाइन डे पर कुछ गिफ्ट करने का प्लान कर रहे हैं तो यह गिफ्ट आइडियाज आपके लिए बड़े काम के साबित हो सकते हैं।

सप्राइजिंग ट्रिप करें प्लान- अपने वैलेंटाइन डे को अगर आप खास बनाना चाहते हैं, तो इस वैलेंटाइन डे पर अपने पार्टनर को खुश करने के लिए एक सप्राइजिंग ट्रिप प्लान करने का आइडिया आपके लिए बेहतर साबित होता है, क्योंकि सप्राइजेज न सिर्फ मुस्कान लाने का काम करते हैं, बल्कि इससे आपको अपने पार्टनर के साथ खूबसूरत वक्त बिताने का मौका भी मिलता है।

  • रोमांटिक डेट पर ले जाने का बनाएं प्लान:

वैलेंटाइन डे पर आप अपने पार्टनर के साथ एक रोमांटिक डेट और कैंडल नाइट डिनर भी प्लान कर सकते हैं। इससे आपको अपने पार्टनर के साथ वक्त गुजारने का मौका मिलेगा साथ ही जिंदगी भर के लिए खूबसूरत यादें भी बना सकेंगे।

  • चॉकलेट बुके:

आप वैलेंटाइन डे पर अपने पार्टनर को चॉकलेट बुक देकर भी उसे सप्राइज दे सकते हैं और अपने पार्टनर को खुश कर सकते हैं।

  • खूबसूरत फोटोफ्रेम:

वैलेंटाइन डे पर आप अपने लवर्स को अपने दोनों की खूबसूरत फोटो लगाकर एक सुंदर सा फोटाफ्रेम भी गिफ्ट कर सकते हैं।

  • रोमांटिक वीडियो बनाएं:

अगर वैलेंटाइन डे के मौके पर आप अपने पार्टनर से दूर हैं, तो आप किसी मोबाइल ऐप के जरिए एक रोमांटिक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर अपने पार्टनर से अपनी भावनाओं को शेयर कर सकते हैं और इस दिन को बेहद खूबसूरत बना सकते हैं।

  • खूबसूरत फूलों की बुके बुक करें:

वैलेंटाइन डे पर आप अपने पार्टनर के लिए 12 बजे ऑनलाइन बुके भी बुक कर सकते हैं ताकि सुंदर सी गुलाब की फूल की बुके पाकर आपका पार्टनर खुश हो सके।

  • कस्माइज्ड ज्वैलरी:

वैलेंटाइन डे पर आप अपनी गर्लफ्रैंड को कस्टमाइज्ड ज्वैलरी भी गिफ्ट कर सकते हैं। आजकल बदलते फैशल ट्रैंड्स में अपने नाम या फिर फोटो वाली ज्वैलरी आपकी प्रेमी-प्रेमिका को जरूर पसंद आएगी।

  • लेदर क्लच:

वैलेंटाइन डे के मौके पर अपने पार्टनर को लेदर क्लच गिफ्ट करने का आइडिया भी काफी अच्छा है। आजकल नाम वाले क्लच काफी ट्रैंड में हैं तो ऐसे में आप अपनी गर्लफ्रैंड की च्वॉइस के मुताबिक इसे ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं या फिर किसी शॉप से जाकर खरीद सकते हैं।

  • कार्ड होल्डर:

जाहिर है कि आजकल सभी के पास कई तरह के कार्ड होते हैं और जिन्हें रखने के लिए कार्ड होल्डर काफी काम आता है। इसलिए आप वैलेंटाइन पर रोमांटिक अंदाज में यानि कि कस्टमाइज्ड कार्ड होल्डर गिफ्ट कर सकते हैं जिसमें अपने प्रेमिका का नाम या फिर फोटो लगी रहती है। यह गिफ्ट ज्यादातर लोगों को पसंद आता है।

  • कस्टमाइज्ड मोबाइल कवर:

आज के दौर में कस्टमाइज्ड मोबाइल कवर का भी काफी क्रेज है। ऐसे में आप भी वैलेंटाइन डे के मौके पर अपने पार्टनर को कस्टमाइज्ड मोबाइल कवर गिफ्ट कर सकते हैं। यह पॉकेट फ्रैंडली होने के साथ एक अच्छा गिफ्ट आइडिया हो सकता है।

  • पैन होल्डर:

आप वैलेंटाइन डे के मौके पर अपने पार्टनर को पैन होल्डर भी गिफ्ट कर सकते हैं।

  • फोटो मैगनेट:

आजकल फोटो का काफी क्रेज है, इसलिए आप वैलेंटाइन डे के मौके पर कस्टमाइज्ड फोटो मैग्नेट भी गिफ्ट कर सकते हैं।

  • पॉवर बैंक:

आजकल भागदौड़ भऱी लाइफ में लोगों को ज्यादातर वक्त घर से बाहर ही बिताना पड़ता है, वहीं स्मार्टफोन की बैटरी भी आजकल बेहद जल्दी खत्म हो जाती हैं।

इस जरूरत को समझते हुए आप वैलेंटाइन डे के मौके पर अपने पार्टनर को पॉवर बैंक भी गिफ्ट कर सकते हैं, यह काफी इस्तेमाल होने वाला गिफ्ट साबित हो सकता है।

  • हैंड बैग:

आप अपनी पत्नी या फिर प्रेमिका को वैलेंटाइन डे पर हैंड बेग देकर भी उनके चेहरे पर मुस्कान ला सकते हैं।

  • कस्टमाइज्ड बैडशीट:

कस्टमाइज्ड बैडशीट, वैलेंटाइन डे पर एक अच्छा गिफ्ट आइडिया साबित हो सकता है। इस बैडशीट को लवर्स या फिर हसबैंड, वाइफ दोनों की फोटो लगवाकर बनवा सकते हैं। यह देखने में भी बेहद खूबसूरत लगती है।

  • ड्रेसेस गिफ्ट करने का आईडिया:

वैलेंटाइन डे पर आप अपने प्रेमी-प्रेमिका को उनकी च्वॉइस के मुताबिक अच्छी-अच्छी ड्रेसेस भी गिफ्ट कर सकते हैं।

  • एक्सेसरीज:

वैलेंटाइन डे के मौके पर आप अपने लवर्स को तरह-तरह की एक्सेसरीज देकर भी उन्हें खुश कर सकते हैं।

आगे हम वैलेंटाइन दिवस – Valentines Day पर कुछ कोट्स पढ़ते हैं।

वैलेंटाइन दिवस पर कोट्स – Valentine’s Day Quotes

  • अगर तुम सौ साल तक जीते हो तो मैं सौ साल में एक दिन कम जीना चाहूंगी ताकि मुझे कभी तुम्हारे बिना ना जीना पड़े।
  • प्यार ज़िंदगी बदल देती है, मिल जाए तो भी ना मिले तो भी…।
  • मोहब्बत उन जगहों से रास्ता निकाल लेता है जहाँ भेड़िये शिकार करने से डरते हैं।
  • सच्ची मोहब्बत कभी मरती या फीकी नहीं पड़ती, बल्कि वो तो वक़्त के साथ और मजबूत और गहरी होती जाती है।
  • हम तब सबसे ज्यादा जीवंत होते हैं जब हम प्रेम में होते हैं।
  • सच्चे प्यार में पार्टनर की ख़ुशी, खुद की ख़ुशी से ज्यादा जरुरी होती हैं |
  • प्यार जब शुरू होता है तो प्यारा होता है, लेकिन प्यार सबसे खूबसूरत तब होता है जब वो बना रहता है।
  • प्यार इस बात को जानना है कि आपके लिए हमेशा कोई मौजूद है।
  • सच्चा प्यार भूत की तरह होता है, बाते तो सब करते है पर देखा किसी ने नहीं।
  • प्यार की कोई सीमा नहीं होती।
  • प्यार कभी अमीरी-गरीबी जात-पात…ऊंच-नीच… नहीं देखता।
  • जब प्यार में पागलपन ना हो तवो प्यार नहीं है।

वैलेंटाइन डे पर दिल छू लेने वाली प्यारी कविताएं – Valentines Day Poem

वैलेंटाइन डे के मौके पर आज हम आपको यहां कुछ भावनात्मक कविताएं उपलब्ध करवा रहे हैं, जिसे आप अपने पार्टनर के साथ शेयर कर अपने  दिल की भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं।

वैलेंटाइन डे पर कविता – Valentine Day Kavita

हर शाम उस मुसाफ़िर के नाम,

जो लाया था प्यार का पैगाम.

करती हूँ उसे दिल से सलाम,

पिलाया था जिसने मोहोब्बत का जाम।

हर तरफ से निराश था यह मन,

खुशियों के लिए भटकता जीवन।

उसने सिखाया जीने का सलीका,

हर पल हँसते रहने का तरीका।

अब हर लम्हा,अपना सा लगता है,

इतनी खुशियाँ,मानो सपना सा लगता है।

दिल अब उसी के लिए धड़कता है,

जैसे पहली किरण के साथ, चिड़ीयों का झुण्ड चहकता है।

आया था ऐसे,जैसे कोई हवा का झौका,

दे गया मुझे,खुशियों का रंगीन तौहफा।

क्यूँ दिया उसने मुझे मौका,

क्यूँ और किस खातिर इतना सोचा।

अब हर प्रश्न पहेली बन गया,

ना जाने वो मुसाफ़िर कहाँ खो गया।

वैलेंटाइन डे पर कविता – Valentines Day Poems For Friends

मुझे हर उस लम्हे से प्यार है,

जो तुमने जिया है।

तुम अभी इस घड़ी, पल जहां हो,

उस वक्त, उस जगह से मुझे प्यार है।

प्यार है मुझे उस रास्ते, गलियारों से,

जहां से तुम गुजरे और निकलोगे,

जब वापस घर आओगे।

प्यार है मुझे उस ठौर से जहां तुम ठहरे,

उतना आसमां मुझे प्यारा है बेहद।

जिसके तले तुम हो अभी,

और वह धरा जहां तुम खड़े।

पर उससे ज्यादा उस नभ से,

जहां तुम नहीं,

क्योंकि वह और मैं दोनों तुम बिन है।

मुझे प्यार है उस उजाले से, जहां तुम,

वह घना अंधेरा भी मेरा, जो तुम्हारा है।

प्यार करती हूं हर उस रस्म से,

जो तुमने निभाई,

और उससे जो कभी निभाओ।

प्यार है मुझे हर उस ख्याल से,

जो अभी तुम्हारे जेहन में है।

और उस भाव से जो दिल में,

उस हर बात पर मेरे दिल में,

जो तुमने सोची पर न की।

पर तुम्हारे हर सपने से इतर,

हकीकत मुझे प्यारी।

हर उस एकांत से मुझे प्यार,

जो तुमने काटा,

उस जलसे से बेहद जहां तुम थे।

लेकिन तुम्हारी खुशी से ज्यादा दुख से,

हासिल से ज्यादा खोने से,

बातों से ज्यादा यादों से,

होने से ज्यादा न होने से,

हां, मुझे प्यार है।

क्योंकि मैं तुमको सिर्फ मुझमें नहीं,

उन सब में पाती हूं जिसमें तुम हो,

मैं हर पल, हर उस जगह होती हूं,

जहां जिसके दरमियान तुम होते हो,

और उन सबसे मुझको बेहद प्यार है।

और उन लम्हों से ज्यादा जो तुमने मुझमें,

और मैंने तुम में बिताया है,

कहीं ज्यादा उनसे जिसने तुम बिन,

मुझे कहीं ज्यादा अपनाया है ।।

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इतिहास की सबसे चर्चित सलीम-अनारकली की प्रेम कहानी

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Salim Anarkali Ki Prem Kahani

इतिहास में जोधाअकबर, हीररांझा की तरह सलीम और अनारकली की प्रेम कहानी की भी मिसाल दी जाती हैं। दोनों की प्रेम कहानी इतिहास की सबसे चर्चित प्रेम कहानी है, जिसकी चर्चा आज भी लोगों द्वारा की जाती है।

हालांकि, सलीमअनारकली की प्रेम कहानी को कई इतिहासकार सत्य मांगते हैं तो कई इसे महज लेखक की कल्पना बताते हैं। फिलहाल, सलीमअनारकली की लव स्टोरी पर कई फिल्में और टीवी सीरियल भी बन चुके हैं। तो आइए जानते हैं इस मशहूर अमर प्रेम कहानी के बारे में

इतिहास की सबसे चर्चित सलीमअनारकली की प्रेम कहानी – Salim Anarkali Story in Hindi

Salim Anarkali Story

सलीमअनारली की प्रेम कहानी को जानने से पहले सलीम और अनारकली दोनों के बारे में जानना जरूरी है, तो आइए जानते हैं दोनों के संक्षिप्त जीवन परिचय एक नजर में

सलीम का संक्षिप्त जीवन परिचय एक नजर में

नाम  सलीम

पूरा नाम    मिर्ज़ा नूरउददिन बैग मोहम्मद खान सलीम

मशहूर नाम        जहाँगीर

जन्म         31 अगस्त 1569, फतेहपुर सीकरी, मुगल सम्राज्य

माता/ पिता का नाम  हरका बाई या जोधा बाई (मरियमउज़जमानी)/अकबर

पेशा मुगल सम्राट

शासन काल 1605 से 1627

मृत्यु 28 अक्टूबर 1627, राजोरी, कश्मीर

धर्म  सुन्नी इस्लाम

सलीम, मुगल सम्राज्य में अकबर और मरियम उज्जमानी के संतान के रुप में पैदा हुए थे। सलीम शुरु से ही बेहद शौकीन और रंगीन मिजाज के थे। वे मुगल बादशाह अकबर के सबसे चहेते संतान थे, दरअसल काफी मिन्नतों और मुरादों के बाद उनका जन्म हुआ था।

बाद में सलीम को जहांगीर की उपाधि दी गई थी, जिसका अर्थ था, दुनिया को जीतने वाला। जहांगीर उर्फ सलीम, एक बेहद प्रसिद्ध एवं प्रभावशाली मुगल बादशाह थे, जिन्होंने अपनी विवेकशीलता और बुद्धिमानी से मुगल सम्राज्य का काफी विस्तार किया था।

इसके अलावा जहांगीर ने अपने शासनकाल में कला को भी काफी महत्व दिया था, इसी वजह से उनके शासनकाल को चित्रकला का स्वर्णकाल भी कहा गया है।

सलीम को हिन्दी, उर्दू, फारसी, अरबी, ब्रजभाषा समेत कई भाषाओं का बेहतरीन ज्ञान था। इसके अलावा मुगल दरबारन अनारकली के साथ उनका रिश्ता और उनके प्रेम भी इतिहास में काफी चर्चित है।

अकबर की इकलौती संतान होने की वजह से शहजादे सलीम लाड़प्यार में काफी जिद्दी स्वभाव के हो गए थे, जिसके चलते अकबर ने उन्हें अनुशासन और तहजीफ सिखाने के लिए फोज के साथ भी भेज दिया था।

आपको बता दें कि मुगल सम्राट अकबर और जहांगीर के रिश्ते शुरु से ही अच्छे नहीं थे। वहीं बाद में अकबर ही अपने बेटे सलीम और प्यार के बीच दीवार बन गए थे।

अनारकली का जीवन परिचय एक नजर में

नाम   अनारकली

पूरा नाम शरीफउननिस्सा एवं नादिरा बेगम

माता नूर खान अर्गन

पेशा मुगल दरबार में नृतिका

धर्म इस्लाम

मृत्यु 1599, लाहौर, पाकिस्तान

स्मारक अनारकली का मकबरा

अनारकली, नादिरा के रुप में ईरान से आईं थी। वे अपनी सादगी और खूबसूरती के लिए पहचानी जाती थी, उन्हें जो भी एक बार देखता था, उनकी खूबसूरती का कायल हो जाता था।

वहीं जब शहजादे सलीम ने भी पहली बार नादिरा बेगम को मुजरा करते देखा, तब वे भी उनकी सुंदरता के कायल हो गए थे और उन्हें अपना दिल दे बैठे थे।

वहीं बाद में उन्होंने ही अपने मुगल दरबार में नादिरा को अनारकली के नाम से नवाजा था, इसके बाद दोनों का प्रेम परवान चढ़ गया और नादिरा, अनारकली के रुप में इतिहास में प्रसिद्ध हो गईं।

सलीमअकबर की मशहूर प्रेमकहानी – Salim Anarkali Love Story

मुगल सम्राट अकबर की इकलौती संतान होने की वजह से सलीम वैभवविलास में पलेबढ़े थे, जो कि रंगीन मिजाज के थे। उन्होंने करीब 20 शादियां की थी।

हालांकि, कई शादियां उनकी राजनैतिक कारणों की वजह से भी हुईं थी। हालांकि जब सलीम की नजर अपने पिता मुगल बादशाह अकबर के दरबार में नृतिका अनारकली उर्फ नादिरा पर पड़ी थी तो पहली बार उन्हें देखते ही वे अनारकली की खूबसूरती के दीवाने हो गए थे और उन्हें अपना दिल दे बैठे।

दरअसल, अनारकली इतनी सुंदर थीं कि उनके सुंदरता के चर्चे पूरे लाहौर में थे। वहीं अनारकली जितनी ज्यादा खूबसूरत थी, उतनी ही अच्छी नृतिका भी थी, एक बार जो कोई भी उन्हें डांस करते देख लेता था, उनकी तारीफ किए बिना नहीं रह पाता था। 

इसके बाद सलीम ने खुश होकर अनारकली को अपने दरबार की नृतिका घोषित कर दिया था, जो कि शाही दरबार में शानदार नृत्य में मुगल बादशाहों का मनोरंजन करती थीं।

वहीं बाद में सलीम ही ने उनकी खूबसूरती और नाचने के गुण को देखते हुए उन्हेंअनारकलीनाम दिया था।

वहीं जब शहजादे सलीम ने अनारकली के हुस्न और सादगी से प्रभावित होकर उनके सामने अपने प्यार का इजहार किया था,तो शुरुआत में अनारकली ने यह सोचकर उनसे मना कर दिया कि वे एक नृतिका और शहजादे के बीच प्रेमसंबंध नहीं हो सकता, लेकिन बाद में वे ज्यादा समय तक खुद को सलीम के बेपनाह मोहब्बत से दूर नहीं रख सकीं और बाद में अनारकली भी सलीम को बेइंतहा प्यार करने लगीं।

इस तरह दोनों के प्यार का सिलसिला शुरु हुआ और धीमेधीमे उनका प्यार परवान चढ़ने लगा। वहीं दोनों के बीच सब कुछ सही चल रहा था, तभी सलीम की बेगम नूरजहां ने उन दोनों को देख लिया और वे नहीं चाहती थीं कि सलीम उर्फ जहांगीर उनके सिवाय किसी अन्य को मोहब्बत करे।

इसलिए नूरजहां ने इसके खिलाफ षणयंत्र रखा और दोनों की प्रेमप्रसंग की खबर मुगल सम्राट अकबर को दे दी।

वहीं जब मुगल बादशाह अकबर को उनके बेटे सलीम और हुस्न की मल्लिका अनारकली की लव स्टोरी के बारे में पता चला तो वे काफी क्रोधित हो गए, क्योंकि अकबर नहीं चाहते थे कि मुगल शहजादे सलीम का नाम एक नृतिका से जोड़ा जाए।

अकबर सलीम और अनारकली के रिश्ते के बिल्कुल खिलाफ थे। अकबर, मुगल सल्तनत की इज्जत को लेकर चिंतित थे और इसलिए उन्होंने सलीम और अनारकली को अलगअलग करने की ठान ली।

फिर क्या था, मुगल सम्राट अकबर ने अपने बेटे सलीम को अनारकली के साथ प्रेम संबंध तोड़ने और उससे कभी नहीं मिलने की हिदायत दी, लेकिन सलीम भी अनारकली से बेइंतहा मोहब्बत करते थे, इसलिए उन्होंने अपने पिता की एक बात नहीं सुनी और अनारकली के साथ अपने प्रेमसंबंध को बरकरार रखा।

जिसके चलते अकबर और सलीम के आपसी रिश्ते और अधिक बिगड़ गए और बाद में दोनों के  बीच  जंग की स्थिति तक बन गई।

वहीं सलीम, अनारकली के प्यार में इतना खो गए थे कि उन्होंने अपने पिता के खिलाफ बगावत करनी शुरु कर दी। तो वहीं दूसरी तरफ मुगल सम्राट अकबर ने भी अनारकली को मौत की सजा देने का ऐलान कर दिया।

इसके लिए अनारकली की चारों तरफ तलाश की जाने लगी, लेकिन सलीम के हितैषियों ने पहले ही अनारकली को लाहौर से कहीं दूर ले जाकर छिपा दिया था।

वहीं सलीम, अच्छी तरह समझ गए थे कि उनके पिता ही उनके और अनारकली के प्यार के असली दुश्मन हैं इसलिए उन्होंने अपने पिता अकबर के खिलाफ सेना तैयार की और जंग का आगाज कर दिया, हालांकि मुगल सम्राट अकबर की विशाल सेना के आगे सलीम उर्फ जहांगीर को हार का सामना करना पड़ा।

जिसके बाद अकबर ने अपने ही बेटे सलीम को बंदी बना लिया और उनके सामने रिहाई के दो शर्ते रखीं या तो वे अनारकली को उन्हें सौंप दे या फिर अपनी जान दे दें।

वहीं सलीम, अनारकली को इस हद तक प्यार करते थे, कि उन्हें अपनी मोहब्बत के आगे अपनी जान की परवाह नहीं थी, इसलिए वे मरने के लिए तैयार हो गए।

हालांकि, जब शहजादे सलीम की मरने की भनक अनारकली को लगी, तब उन्होंन खुद को मुगल सम्राट अकबर को सौंप दिया और सलीम की रिहाई के लिए अकबर से विनती की।

जिसके बाद मुगल सम्राट अकबर ने अनारकली को जिंदा दीवार में चुनाव देने की दर्दनाक सजा सुनाई और इस दर्दनाक सजा देने से पहले अनारकली की आखिरी ख्वाहिश पूछी।

जिसके बाद अनारकली ने अपनी जिंदगी की आखिरी रात मुगलआजम सलीम के साथ उनकी मल्लिकाहिन्दुस्तान बनकर गुजारने की इच्छा रखी।

क्योंकि मुगल शहंशाह सलीम ने अनारकली से वादा किया था कि वे मरने से पहले उन्हें अपनी मल्लिकाहिन्दुस्तान बनाएंगे। इसके बाद मुगल सम्राट अकबर, अनारकली की अंतिम इच्छा को पूरी करने की इजाजत दे दी, फिर मरने से पहले दोनों ने एक साथ अपनी रात गुजारी।

और इसके अगले ही दिन अनारकली को सजा के मुताबिक जिंदा दीवार में चुनवा दिया गया। इस तरह इस रात के बाद से सलीम और अनारकली दोनों हमेशाहमेशा के लिए एकदूसरे से जुदा हो गए, लेकिन उन दोनों की प्रेम कहानी हमेशाहमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में अमर हो गई।

हालांकि कुछ इतिहासकार इसे लेकर यह भी बताते हैं कि, अनारकली की मां नूर खान अर्गन जो कि मुगल दरबार में एक बेहद अच्छी नृतिका थी, और उनके नृत्य से प्रभावित होकर एक बार मुगल बादशाह अकबर ने उनसे कुछ भी मांगने का वचन दिया था, जब नूर खान ने कुछ नहीं मांगा था, लेकिन जब उन्हें अकबर द्धारा अपनी बेटी को इतनी दर्दनाक सजा देते देखा तब उन्होंने अकबर को उनका वचन याद करवाते हुए अपनी बेटी  अनारकली की जिंदगी मांगी, जिसके बाद ऐसा माना जाता है कि अकबर ने अपने वचन को पूरा करते हुए एक सुरंग के माध्यम से अनारकली को लाहौर के बाहर भेज दिया और अनारकली से वचन लेता है कि वो कभी भी मुगल शहंशाह सलीम से नहीं मिलेगी।

इस तरह सलीम और अनारकली दोनों एकदूसरे से अलग हो गए, लेकिन दोनों की बेमिसाल मोहब्बत की दांस्ता हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में अमर हो गई। 

अनारकली की कब्र और मकबरा

शहजादे सलीम ने अपने पिता अकबर की मौत के बाद पाकिस्तान के लाहौर में उसी जगह पर अनारकली का मकबरा बनवा दिया था, जहां पर अनारकली को दीवार पर जिंदा चुनवाया गया था।

वहीं इस मकबरे पर अनारकली की मौत की तारीख 1599 और इस मकबरे का निर्माण पूरा होने की तारीख 1615 लिखी हुई है।

वहीं जहां पर अनारकली का यह भव्य मकबरा बना हुआ है, वहां पर आज भी बाजार लगता है, और यह मार्केट लेडीज सामान खरीदने के लिए काफी मशहूर है।

यह बाजार पुराना अनारकली मार्केट और नया अनारकली मार्केट दो हिस्सों में बंटा हुआ है।

सलीम और अनारकली पर बनी मशहूर फिल्में

सलीम और अनारकली के बेमिसाल प्रेम कहानी पर कई फिल्में भी बनाई जा चुकी हैं, जो कि इस प्रकार है

फिल्ममुगलआजम

सलीम और अनारकली की अमर प्रेम कहानी पर बॉलीवुड की मशहूर एवं सुपरहिट फिल्म मुगलआजम बनाई जा चुकी है। यह फिल्म साल 1960 में रिलीज की गई थी,यह उस दौर की सबसे अधिक महंगी एवं क्लासिक फिल्म थी, जिसे बनाने में करीब 1 करोड़ रुपए की लागत खर्च हुई थी।

वहीं इस फिल्म ने कई दशकों तक भारतीय सिनेमा पर राज किया था। वहीं इस फिल्म में कलाकारों ने भी बेहतरीन अभिनय किया था। वहीं इस अमर प्रेम की कहानी पर बनी फिल्म ने बड़ी संख्या में लोगों को अपनी तरफ आर्कषित किया था, वहीं आज भी दर्शकों के दिल में इस फिल्म के लिए अपार प्यार और सम्मान है।

आपको बता दें कि इस सुपरहिट फिल्म में अनारकली का किरदार बॉलीवुड की मशहूर एवं सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस मधुबाला ने निभाया था, जबकि सलीम का किरदार बॉलीवुड के ट्रेजिडी मैन दिलीप कुमार साहब ने बेहद शानदार ढंग से अदा किया था।

वहीं इस फिल्म में मुगल सम्राट अकबर का रोल फेमस एक्टर पृथ्वी राजकपूर ने निभाया था, इन किरादारों ने अपने अभिनय से लोगों के दिल में अपने लिए एक अलग जगह बना ली थी।

वहीं इस फिल्म का गानाप्यार किया तो डरना क्याकाफी मशहूर हुआ था, यह गाना आज भी लोगों द्धारा खूब पसंद किया जाता है।

फिल्मअनारकली”’

साल 1953 में फिल्मअनारकलीरिलीज हुई थी, इस फिल्म को नंदलाल और जसवंतलाल ने बनाया था। जिसमें प्रदीप कुमार ने सलीम का किरदार निभाया था, जबकि बीना रॉय ने अनारकली का रोल अदा किया था।

फिल्मलव्स ऑफ मुगल प्रिंस

साल 1927 में सलीम और अनारकली की प्रेम कहानी पर आधारित फिल्मलव्स ऑफ मुगल प्रिंसबनी थी, इस फिल्म को प्रफुल्ल रॉय द्धारा बनाया था।

इस फिल्म में सलीम का किरदार सावन सिंह जबकि अनारकली का रोल सीता देवी ने निभाया था।

सलीमअनारकली की प्रेम कथा पर आधारित टीवी धारावाहिक

सलीमअनारकली की बेमिसाल प्रेम कहानी को न सिर्फ बड़े पर्दे पर दिखाया गया है, बल्कि इनके प्रेम कहानी पर बेस्ड कई टीवी धारावाहिक भी बनाए गए हैं।

कलर्स टीवी पर इनकी प्रेम कहानी पर आधारिक एक टीवी सीरियलदास्तांमोहब्बत सलीमअनारकलीभी टेलीकास्ट किया जा चुका है।

निखिल सिन्हा ने इस टीवी शो को टेलीकास्ट किया था, जबकि इस सीरियल में छोटे पर्दे की एक्ट्रेस सोनारिका भदोरिया ने अनारकली और शाहिर शेख ने सलीम का किरदार निभाया था।

इसके अलावा कई किताबों में भी सलीम और अनारकली की प्रेम कहानी का जिक्र देखने को मिलता है।

इस तरह से इन दोनों की प्रेम कहानी को कई लेखकों ने अपनीअपनी काल्पनिक सोच का चौला पहनाया है, लेकिन इनकी प्रेम कहानी कल्पना और वास्तविकता के बीच के अंतर को खत्म करती है।

हालांकि, लाहौर में बना अनारकली का मकबरा भी इस कहानी के ईर्दगिर्द घूमता है। वहीं सलीमअनारकली की प्रेम कहानी से हर सच्चे आशिक को अपने प्यार के लिए कुर्बानी एवं त्याग की भावना रखने की सीख लेनी चाहिए।

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भारत में समुद्री मार्गों की खोज करने वाले महान खोजकर्ता वास्को डी गामा का जीवन परिचय

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Vasco Da Gama in Hindi

वास्को डी गामा दुनिया के सबसे प्रसिद्ध एवं प्रमुख सामुद्रिक खोजकर्ताओं में से एक थे, जिन्होंने भारत में समुद्री मार्गों की खोज की।

वास्को डी गामा की महान खोज ने पूरी दुनिया में व्यापारिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की आधारशिला रखी। यही नहीं वे यूरोप से समुद्र के माध्यम से भारत पहुंचने वाले भी पहले शख्स थे, जिन्होंने गोवा में पुर्तगाली उपनिवेश भी स्थापित किया था। तो आइए जानते हैं महान खोजकर्ता वास्को डी गामा के बारे में-

भारत में समुद्री मार्गों की खोज करने वाले महान खोजकर्ता वास्को डी गामा का जीवन परिचय – Vasco Da Gama History in Hindi

Vasco Da Gama

वास्को डी गामा के बारे में एक नजर में – Vasco Da Gama Information in Hindi

पूरा नाम (Name) डॉम वास्को डी गामा (Vasco Da Gama)
जन्म (Birthday) करीब 1460 से 1469 के बीच में अलेजेंटो के  साईनेस में
माता का नाम (Mother Name) इसाबेल सोर्ड़े
पिता का नाम (Father Name) एस्तेवाओ द गामा
पत्नी का नाम (Wife Name) कैटरीना द अतायदे
मृत्यु (Death) 24 मई 1524

वास्को डी गामा का जन्म एवं प्रारंभिक जीवन – Vasco Da Gama Biography in Hindi

महान खोजकर्ता वास्को डी गामा के शुरुआती जीवन और जन्म के बारे में इतिहासकारों के अलग-अलग मत हैं। हालांकि कुछ इतिहासकार उनका जन्म 1460 में मानते हैं, जबकि कुछ इतिहासकार उनका जन्म 1469 में पुर्तगाल के अलेंटेजो प्रांत के समुद्री तट पर स्थित साइनेस के किले में बताते हैं।

वास्को डी गामा के पिता एस्तेवाओ द गामा भी एक महान खोजी  नाविक थे, उनके पिता को नाइट की उपाधि भी मिली थी। वहीं बाद में वास्को डी गामा ने अपने पिता के व्यापार में रुचि ली और वे भी समुद्री यात्रा लिए जा रहे जहाजों की कमान संभालने लगे। आपको बता दें कि उन्हें वास्को दा गामा और वास्को डी गामा दोनों नाम से ही जाना जाता है।

वास्को डा गामा की पहली समुद्री जहाज यात्रा – Vasco Da Gama First Voyage

भारत में व्यापारिक मार्गों की खोज के लिए पहली बार8 जुलाई1497 को वास्को डी गामा अपने 4 जहाजों के एक बेड़े के साथ  साउथ अफ्रीका के लिस्बन पहुंचे। इस दौरान उनके पास दो मीडियम साइज के तीन मस्तूलों वाले जहाज थे। इसमें हर जहाज का वजन लगभग 120 टन था, एवं उनका नाम सॉओ रैफल और सॉओ ग्रैब्रिअल था।

करीब 10 हजार किलोमीटर का लंबा सफर तय करने में उन्हें लगभग 3 महीने का लंबा वक्त लगा था। 4 जहाज के अलावा उनके बेडे़ के साथ इस यात्रा के दौरान3 दुभाषिए भी थे। आपको बता दें कि यह बेड़े अपनी खोज और जीते गए जमीनों को चिन्हित करने के लिए अपने साथ पेड्राओ यानि कि पाषाण स्तंभ भी भी ले गए थे।

अपनी पहली समुद्री यात्रा की खोज के दौरान 15 जुलाई को वे केनेरी द्धीप पहुंचे और 26 जुलाई को उनका बेड़ा केप वर्डे द्धीप के सॉओ टियागो पर पहुंचा। यहां करीब 8 दिन रुकने के बाद वास्को डी गामा ने गुयाना की खाड़ी की तेज जलधाराओं से बचने के लिए केप ऑप गुड होप के दक्षिणी अटलांटिक से होते हुए एक घुमावदार रास्ता अपनाया और इस तरह वे अपने विशाल बेड़े के साथ 7 नवंबर को सांता हैलेना खाड़ी जो कि वर्तमान में दक्षिण अफ्रीका में आता है, वहां पर पहुंचे।

इसके बाद 16 नवंबर को वे अपनी पूरी टीम के लिए वहां से निकले लेकिन मौसम में खराबी और तूफान के चलते उनकी केफ ऑफ गुड होप से मुडने का यात्रा को नवंबर तक रोक दिया  गया। इसके बाद वास्को डी गामा ने मोस्सेल की खाड़ी की तरफ अपना रुख किया। यहां उन्होंने एक द्धीप पर सामान रखने वाले जहाज एवं पेड्राओ गाड़ा को अलग-अलग होने के लिए कहा।

इसके बाद वे 25 दिसंबर को नटाल के तट पर पहुंचे। फिर अपने  इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए वे 11 जनवरी, 1498 को नटाल के तट पर पहुंचे। इसके बाद वास्को डी गामा अपने इस बेड़े के साथ नटाल और मोजांबिक के बीच एक छोटी सी नदी के पास पहु्चे, जिसे उन्होंने ”रियो द कोबर नाम दिया”।

फिर अपने इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए वे आधुनिक मोजांबिक में क्लीमेन नदी पर पहुंचे, जिसे उन्होंने ”रियो डोस बोन्स सिनाइस” नाम दिया। वहीं इस अभियान के दौरान जहाज दल के कई मेंबर विटामिन सी की कमी से होने वाले रोग स्कर्वी रोग से पीड़ित हो गए, जिसके चलते करीब 1 महीने तक यह अभियान रोक दिया गया। फिर इसके बाद 2 मार्च को बेड़ा मोजांबिक द्धीप पहुंचा।

इस द्धीप में वास्को डी गामा को अरब के व्यापारियों के साथ उनके व्यापार के बारे में जानकारी  हासिल हुई। वहां पर सोने, चांदी और मसालों से भरे चार अरबी जहाज भी खड़े हुए थे। इसके अलावा उन्हें मोजांबिक के शासक प्रेस्टर जॉन के कई तटीय शहरों पर कब्जा होने का भी पता चला।

हालांकि, प्रेस्टर जॉन ने वास्को डी गामा को दो पोत चालक उपलब्ध करवाए, जिसमें एक उस दौरान भाग गया जब उसे पुर्तगालियों के ईसाई होने के बारे में पता चला। इस तरह अभियान दल 14 अप्रैल को मालिंदी में पहुंचा, जहां पर भारत के दक्षिण-पश्चिम किनारे पर स्थित कालीकट का रास्ता जानने वाले एक चालक को अपने साथ ले लिया।

वहीं हिन्द महासागर में कई दिनों की यात्रा के बाद उनका बेड़ा 20 मई, 1498 को भारत के दक्षिण-पश्चिम के तट पर स्थित कालीकट पहुंचा जहां पर वास्को डी गामा ने अपने भारत पहुंचने के प्रमाण के रुप में स्थापित किया। आपको बता दें कि उस दौरान कालीकट भारत के सबसे अधिक प्रसिद्ध एवं महत्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्रों में से एक था, हालांकि इस दौरान वास्को डी गामा ने कालीकट के शासक से कारोबार के लिए हामी भरवा ली।

इसके बाद करीब 3 महीने तक यहां रहने के बाद कालीकट के शासक के साथ कुछ मतभेदों के चलते वास्को डी गामा को अगस्त में कालीकट को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। वहीं इस दौरान वास्को डी गामा द्वारा भारत की खोज की खबर फैलने लगी। दरअसल वास्को डी गामा ने यूरोप के व्यापारियों, सुल्तानों और लुटेरों के लिए एक समुद्री रास्ते की खोज की।

जिसके बाद भारत पर कब्जा जमाने की मंशा से यूरोप के कई राजा और व्यापारी आए और अपना अधिकार जमाने की कोशिश की। यही नहीं पुर्तगालियों की वजह से ही ब्रिटिश लोग भी भारत आने लगे। हालांकि, इसके बाद वास्को डी गामा मालिंदी के लिए निकले, इस यात्रा के दौरान 8 जनवरी, 1499 को वे अजिंदीव द्धीप पहुंचे।

इस दौरान प्रतिकूल हवाओं और समुद्री तूफान के कारण अरब सागर को क्रॉस करने में उन्हें लगभग 3 महीने का लंबा वक्त लग गया। इसके साथ ही इस दौरान उनके अभियान दल के कई सदस्य गंभीर बीमारी की चपेट में आ गए और उनकी मृत्यु हो गई।

मालिंदी पहुंचने पर इस तरह उनकी अभियान दल की संख्या बेहद कम रह गई थी, जिसकी वजह से सॉओ रैफल जहाज को जला देने के आदेश दे दिए गए थे। इस तरह वास्को डी गामा ने वहां पर भी अपने एक पेड्राओ को गाड़ा। आपको बता दें कि वे 1 फरवरी को मोजांबिक पहुंचे जहां पर उन्होंने अपना आखिरी पेड्राओ स्थापित किया।

फिर इसके बाद समुद्री तूफान की वजह से सॉओ ग्रैब्रिएल और बेरिओ दोनों अलग-अलग हो गए। बेरिओ करीब 10 जुलाई को पुर्तगाल की ट्रैगॉस नदी पर पहुंचा जबिक सॉओ ग्रेबिएल ने एजोर्स के दर्सीरा द्धीप के लिए अपनी यात्रा जारी  रखी और 9 सितंबर को लिस्बन पहुंचा।

वास्को डी गामा की दूसरी समुद्री यात्रा – Vasco Da Gama Second Voyage

1502 में वास्को डी गामा ने एडमिरल के रुप में करीब 10 जहाजों का नेतृत्व का दिया। जिसमें ने हर जहाज की मद्द के लिए करीब 9 बेड़े थे। अपनी दूसरी समुद्री यात्रा को आगे बढ़ाते हुए 14 जून, 1502 को वास्को डी गामा का यह बेड़ा पूर्वी अफ्रीका के सोफला पोर्ट पर पहुंचा। फिर इसके बाद वे दक्षिणी अरब तट का चक्कर लगाने लाए गोवा पहुंचे।

वहीं दक्षिण-पश्चिम भारत के कालीकट के उत्तर में स्थित कन्त्रागोर पोर्ट में वे अरबी जहाजों को लूटने के इंतजार में रुके। इस दौरान उन्होंने माल से लदे अरबी जहाज का माल जब्त करने के बाद उसमें आग लगा दी। आपको बता दें कि इस अरबी जहाज पर माल के साथ-साथ महिलाएं, बच्चे समेत तमाम यात्री मौजूद थे, जो कि  इस जहाज के साथ जलकर मर गए थे।

यह वास्को डी गामा के व्यवसायिक जीवन का सबसे भयावह और दिल दहलाने वाला कुकृत्य था। कालीकट के हिन्दू शासक जमोरी के दुश्मन कन्त्रानोर के शासक के साथ एक संधि के बाद वास्को डी गामा का अभियान कालीकट के लिए रवाना हो गया।

वहीं इसको देखते हुए जमोरीं ने वास्को डी गामा ने दोस्ती के हाथ आगे बढ़ाए, लेकिन वास्को डी गामा ने उनके इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया और फिर वास्को डी गामा ने पहली पोर्ट से सभी मुस्लिमों को निकालने की धमकी दी और फिर पोर्ट पर जमकर बमबारी भी दी। यही नहीं वास्को डी गामा ने जहाज पर अपना सामान बेचने आए करीब 38 हिन्दू मछुआरों की भी जान ले ली।

इसके बाद पुर्तगाली अपने अभियान को आगे बढ़ाते हुए कोचीन के पोर्ट पहुंचे और यहां के शासक जो कि जामोरीं के दुश्मन थे उनसे संधि कर ली। इसके बाद पुर्तगालियों का कालीकट के पास एक युद्द हुआ, जिसके बाद उन्हें यहां से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा और वे 1503 में पुर्तगाल वापस लौट गए और फिर वहां करीब 20 साल रहने के बाद फिर से भारत आए।

इसके बाद किंग जॉन तृतीय ने 1524 में उन्हें भारत का पुर्तगाली वाइसरॉय नियुक्त किया फिर सितंबर में गोवा पहुंचने के बाद वास्को डी गामा ने यहां  कई प्रशासनिक कुप्रथाओं को सुधारा।

वास्को डी गामा की मौत – Vasco Da Gama Death

वास्को डी गामा अपनी तीसरी भारत यात्रा के दौरान मलेरिया रोग से ग्रसित हो गए, जिसके चलते 24 मई 1524 उनकी मौत हो गई। इसके बाद वास्को डी गामा जी के शव को पुर्तगाल लाया गया। लिस्बन जहां से उन्होंने अपने भारत यात्रा की शुरुआत की थी, वहां पर उनका स्मारक भी बनाया गया है।

इस तरह वास्को डी गामा की भारत में समुद्री मार्गों की खोज ने दुनिया में व्यापार के लिए कई नए अवसर खोले और आज उनकी खोज की वजह से ही सामुद्रिक मार्गों से व्यापार इतना आसान है। वास्को डी गामा की उनकी महान खोज के लिए हमेशा याद किया जाएगा।

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जानिए इतिहास के सबसे महान एवं प्रभावी शासक कृष्णदेव राय जी के जीवन के बारे में

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Krishnadevaraya

श्री कृष्णदेव राय एक महान एवं कुशल प्रशासक के साथ होनें-साथ एक महान योद्धा भी थे। जिन्होंने अपने शासनकाल में विजयनगर सम्राज्य का काफी विस्तार किया था और उनका सम्राज्य एक आदर्श सम्राज्य बन गया था।

कृष्ण देव राय जी एक प्रभावी शासक ही नहीं, बल्कि एक जाने-माने कवि, प्रसिद्ध संगीतकार भी थे। जो कि अपने दयालुता के लिए भी काफी प्रसिद्ध थे। वे अपनी प्रजा का बहुत ध्यान रखते थे।

वे एक ऐसे शासक थे, जिन्होंने अपनी बुद्धिमत्ता और तार्किक शक्ति के कारण अपने शासनकाल के दौरान सभी युद्धों में सफलता हासिल की थी। उन्होंने अपने शासनकाल के दौरान अपने सम्राज्य को पूर्व भारत कटक से पश्चमी गोवा तक और दक्षिणी महासागर से उत्तरी रायचूरी डोब तक फैला लिया था।

इसके अलावा उन्होंने अपने शासनकाल में प्रसिद्ध विट्ठलस्वामी एवं हजारा मंदिर का निर्माण करवाया। इसके साथ ही कई अन्य वास्तुकला और विजयनगर शैली के शानदार नमूने पेश किए। तो आइए जानते हैं कृष्णदेव राय जी के जीवन से जुड़ी कुछ खास एवं अनसुनी बातों के बारे में-

जानिए इतिहास के सबसे महान एवं प्रभावी शासक कृष्णदेव राय  जी के जीवन के बारे में – Krishnadevaraya In Hindi

Krishnadevaraya

श्री कृष्णदेव राय के जीवन के बारे में एक नजर में – Krishnadevaraya Information in Hindi

नाम (Name) श्री कृष्णदेव राय
जन्म (Birthday) 16 फरवरी, 1471, हम्पी, कर्नाटक
माता का नाम (Mother Name) नागला देवी
पिता (Father Name) तुलुव नरसा नायक (बंटों के सरदार)
पत्नी (Wife Name) अन्नपूर्णा देवी, चिन्ना देवी, तिरुमला देवी,
बेटा (Son Name) तिरुमला राय
शासन-काल  1509-1529 तक
मृत्यु (Death)     1529, हम्पी,कर्नाटक

कृष्णदेव राय जी का जन्म एवं शुरुआती जीवन – Sri Krishnadevaraya Biography

कृष्णदेव राय जी कर्नाटक के हंपी में 16 फरवरी, 1471 में तुलुव नरसा नायक के बेटे के रुप में जन्में थे, उनके पिता बंटों के सरदार थे।

जिन्हें बाद में सालुव वंश के दूसरे और आखिरी शासक इम्माडि नरसिंह का संरक्षक बनाया गया था, वहीं बाद में उनके पिता ने इम्माडि नरसिंह को कैद कर सपूंर्ण उत्तर भारत में अपना अधिकार कर लिया था और 1492 ईसवी में उनके पिता ने विजयनगर की बागडोर अपने हाथ में ले ली थी।

इसके बाद 1503 ईसवी में उनके पिता की मृत्यु हो गई थी। आपको बता दें कि कृष्णदेव राय जी बचपन से काफी कुशाग्र बुद्धि के बालक थे। वहीं वीर नरसिंह जी उनके बड़े भाई थे।

कृष्णदेव राय जी का राज्याभिषेक एवं शासनकाल (1509 से 1529) – Krishnadevaraya Reign

कृष्णदेव राय जी 8 अगस्त, 1509 को विजयनगर सम्राज्य के सिंहासन पर बैठे थे। उनसे पहले उनके बड़े भाई वीर नरसिंह जी वहां के राजगद्दी संभाले हुए थे।

अपने बड़े भाई की मौत के बाद कृष्णदेव राय ने विजयनगर का सम्राज्य की कमान कुशलतापूर्वक संभाली। कृष्णदेव राय जी के शासनकाल के समय उनकी राजधानी हंपी और डंपी थी।

हंपी और डंपी उस दौरान के सबसे विकसित शहर थे, जहां पर भव्य एवं खूबसूरत महल बने हुए थे।

कृष्णदेव राय जी के शासनकाल में विजय नगर सम्राज्य एक आदर्श एवं प्रतिष्ठित सम्राज्य के रुप में उभरकर आया था।

कृष्णदेव राय जी के सैन्य एवं विजय अभियान:

कृष्णदेव राय जी ने अपने सैन्य अभियानों के तहत 1509-1510 ईसवी में बीदर के सुल्तान महमुद शाह को ”अदोनी” के पास हराया। इसके बाद उन्होंने 1510 ईसवी में उम्मूतूर के विद्रोही सामंत को हार की धूल चटाई और गोवा में भारत के पुर्तगाली प्रभुत्व को स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

फिर 1512 ईसवी में कृष्णदेवराय जी ने अपने सैन्य अभियान के तहत बीजापुर के शासक यूसुफ आदिल खां को हराकर रायचूर पर अपना अधिकार कर लिया। इसके बाद उन्होंने गुलबर्गा के किले पर अपना कब्जा जमा लिया।

अपने सैन्य अभियान को आगे बढ़ाते हुए 1513 से 1518 के बीच कृष्णदेव राय जी ने उड़ीसा के शक्तिशाली सुल्तान गजपति प्रतापरुद्र देव से करीब 4 बार युद्ध किया और हर युद्ध में उन्होंने प्रतापरुद्र देव जी को पराजित कर अपने अदम्य साहस का परिचय दिया।

वहीं इसके बाद उड़ीसा के शासक ने कृष्णदेव राय जी से संधि करने के लिए हाथ आगे बढ़ाए और फिर उनके साथ अपनी बेटी की शादी कर दी। इसके बाद अपने विजय अभियान और सम्राज्य विस्तार की रणनीति के तहत कृष्णदेव राय जी ने गोलकुण्डा के सुल्तान कुली कुतुबशाह को सालुम तिम्म के द्वारा परास्त करवा दिया।

आपको बता दें कि कृष्णदेव राय जी ने अपना आखिरी सैन्य अभियान  बीजापुर  के शासक इस्माइल आदिलशाह के दौरान चलाया। इस दौरान उन्होंने आदिल को बुरी तरह हराकर गुलबर्गा के मशहूर किले को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।

शक्तिशाली शासक कृष्णदेव राय जी ने 1520 ईसवी तक अपने सभी दुश्मनों को हराकर अपनी अदम्य साहस और वीरता  का परचम लहराया एवं खुद को इतिहास के सबसे शक्तिशाली शासक के रुप में स्थापित किया।

कृष्णदेव राय जी के पुर्तगालियों के साथ संबंध –

इतिहास के महान शासकों में एक कृष्णदेव राय जी ने एक समझौते के तहत पुर्तगालियों के साथ दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाया था। दरअसल, उस दौरान अरब एवं फारस के होने वाले घोड़े के व्यापार पर पुर्तगालियों का पूरा अधिकार था।

इसलिए कृष्णदेव राय जी ने अपनी समझदारी के साथ पुर्तगाली शासक अल्बुकर्क के साथ संधि कर ली, ताकि वे बिना किसी रुकावट के व्यापार कर सकें।

पुर्तगालियों के साथ श्री कृष्णदेवराय जी की संधि के मुताबिक पुर्तगाली अपने घोड़ों को सिर्फ विजयनगर में भी बेचने के लिए तैयार था। वरहीं कृ्ष्णदेव राय जी ने पुर्तगालियों को भटकल में किला बनाने के लिए इस शर्त पर किला बनाने के लिए  अनमति दी थी कि वे मुस्लिमों से गोवा छीन लेंगे।

कृष्णदेव राय जी द्वारा एक समृद्ध, संपन्न एवं शक्तिशाली राज्य की स्थापना:

कृष्णदेव राय जी एक बेहद बुद्धिमान एवं प्रभावशाली राजा थे, जिनके शासनकाल में विजयनगर सम्राज्य एक समृद्ध, संपन्न एवं शक्तिशाली राज्य बन गया था। उस समय यह हर दूसरे सम्राज्य के लिए एक आदर्श सम्राज्य था।

कृष्णदेव राय जी के शासनकाल के समय उनके सम्राज्य के सभी लोगों को समान अधिकार प्राप्त थे। इसके साथ ही उस दौरान नागरिक की शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य सेवाओं का भी काफी ध्यान रखा जाता था।

इसके अलावा उनके शासनकाल में कला और साहित्य को भी काफी बढ़ावा दिया गया, इसलिए उनके काल को स्वर्ण युग के रुप में देखा गया। दरअसल कृष्णदेवराय जी के शासन के समय कई भाषाओं में साहित्य भी काफी फला-फूला था।

यही नहीं उनके राज्य में तेलुगू, कन्नड़, संस्कृत, तमिल समेत कई कवियों में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया था। आपको बता दें कि अष्टदिग्गज-आठ महान कवि उनके मुख्य दरबारी थे।

काव्य, कविता और साहित्य के साथ-साथ कृष्णदेव राय जी संगीत के भी महान संरक्षक थे। आपको बता दें कि उनके दरबार में तेनाली राम जैसे महान संगीतकार मौजूद थे। यही नहीं उनका राज्य कला और वास्तुकला से समृद्ध राज्य भी था।

कृष्णदेव राय जी के शासनकाल के समय ही हंपी में प्रसिद्ध विट्ठलस्वामी और हजारा मंदिर का निर्माण करवाया था। कई मंदिरों के अलावा यहां पर कई अन्य वास्तुकला और विजयनगर शैली के शानदार नमूने भी स्थापित किए गए थे।

इसके अलावा कृष्णदेव राय जी ने अपने शासनकाल में कई युद्ध में जीत हासिल कर अपने युद्ध और रण कौशल का परिचय दिया था।

आपको बता दें कि उन्होंने पहले डेक्कन में सफलता हासिल की और फिर उड़ीसा के गजपति जागीरदार राजाओं पर जीत हासिल कर कावेरी नदी के गंगा राजा को हराया एवं अजेय जल दुर्ग पर अपना आधिपत्य स्थापित करने में कामयाबी हासिल की।

कृष्णदेव राय जी ने अपने शासनकाल के दौरान अपने बड़े भाई वीर नरसिंह जी से किए गए वचन के अनुसार कोण्डविड, उड़ीसा और रायचूर राज्य को अपनी शक्ति से अपने अधीन कर लिया।

यही नहीं कृष्ण देव राय जी ने उस दौरान के शक्तिशाली शासक गजपति प्रताप रुद्र को हराकर उनके उदयगिरी किले पर भी अपना अधिकार स्थापित कर लिया था।

यही नहीं बाद में कृष्णदेव राय जी के प्रभाव को देखते हुए गजपति प्रताप रुद्र को उनसे संधि करने के लिए मजबूर होना पड़ा और बाद में उन्होंने अपनी बेटी जगन्मोहिनी की शादी कृष्णदेव राय जी से कर दी थी।

वहीं आप कृष्णदेव राय जी की शक्ति और प्रभुत्व का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि उस दौरान मदुरै से कटक तक के लगभग सभी किले हिन्दू सम्राज्य में आ गए थे। यही नहीं कालीकट से गुजरात के लगभग सभी शासक सम्राट कृष्णदेव राय जी को कर देते थे।

महान साहित्यकार एवं कवि के रुप में कृष्णदेव राय जी – Krishnadevaraya Sanskrit Poet

कृष्णदेव राय जी एक महान शासक, अजेय सेनापति और कुशल प्रशासक होने के साथ-साथ तेलुगु भाषा के महान साहित्यकार भी थे उन्होंने तेलुगू का प्रसिद्ध ग्रंथ ”अमुक्त माल्यद” की रचना की थी।

आपको बता दें कि उनकी इस रचना को तेलुगु के पांच महाकाव्यों में स्थान दिया गया है। आपको बता दें कि कृष्णदेव राय जी के शासनकाल को ”तेलुगु साहित्य का स्वर्ग काल और क्लासिकी युग” कहा गया है।

इसके अलावा कृष्ण देवराय जी ने संस्कृत भाषा में भी एक नाटक ”जाम्बवती कल्याण” की रचना की थी। इसके साथ ही उन्होंने परिणय, मदारसाचरित्र, सकलकथासार-संग्रहम, सत्यवधु-परिणय आदि ग्रंथों की भी संस्कृत में रचना की थी।

कृष्णदेव राय जी के महान कार्य – Krishnadevaraya Work

कृष्णदेव राय जी इतिहास के एक महान शासक थे, जिनकी तुलना महान सम्राट अशोक, विक्रमादित्य आदि से की जाती है।

उन्होंने अपने काल में न सिर्फ कला, साहित्य आदि को बढ़ावा दिया, बल्कि स्थापत्य कला एवं वास्तुकला के भी शानदार नमूने पेश किए। उन्होंने कई खंडहरो में तब्दील मंदिरों का फिर से जीर्णोद्धार करवाया और विजयनगर वास्तुकला का एक शानदार नमूना पेश किया। उन्हो्ंने राजमहेन्द्रपुरम, अन्नतपुर, राजगोपुरम, रामेश्वरम समेत कई मंदिरों का निर्माण करवाया।

इसके अलावा उन्होंने कई जर्जर और बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाया। कृष्णदेवराय जी ने अपने शासनकाल में कई नहरों का निर्माण भी करवाया एवं पुर्तगालियों के साथ अच्छे व्यापारिक संबंध स्थापित किए। इसके साथ ही उन्होंने अपने शासनकाल में ”विवाह कर” जैसे कई गैरजरूरी करों को खत्म किया।

कृष्णदेव राय जी के दरबार के अष्टदिग्गज कवि – Ashtadiggajas Poets Names

महान एवं कुशल प्रशासक श्री कृष्णदेवराय जी के दरबार में तेलुगु साहित्य के 8 महान कवि भी रहते थे, जिन्हें ”अष्टदिग्गज” के रुप में जाना जाता है।

अष्टदिग्गज कवियों में प्रमुख अल्लसानि पेद्दन को तुलुगु कविता के पितामह की उपाधि दी गई थी। अष्टदिग्गजों में दूसरे महान कवि नन्दी तिम्मन थे, जिन्होंने पारिजातहरण की रचना की थी। अष्टदिग्गजों में तीसरे कवि भट्टूमूर्ति, चौथे कवि धुर्जटि, पांचवे कवि माद्य्यगरी मल्लन, छठवें कवि अच्चलराजु रामचन्द्र, सातवें कवि पिंगलीसूरत्र और आठवें कवि मुक्कू तिरुलराय थे।

कृष्णदेव राय जी की मृत्यु – Krishnadevaraya Death

इतिहास के सबसे अधिक शक्तिशाली राजा कृ्ष्णदेव राय जी 1529 ईसवी में इस दुनिया को अलविदा कहकर हमेशा के लिए यह दुनिया छोड़कर चले गए थे।

कुछ इतिहासकार उनकी मौत की वजह किसी अज्ञात बीमारी को मानते हैं। जबकि कुछ इतिहासकार कृष्णदेव राय जी की मौत का कारण पुत्र विलाप भी मानते हैं।

दरअसल, राजा के इकलौते पुत्र तिरुमल राय की भी एक राजनैतिक षडयंत्र के तहत हत्या कर दी गई थी। हालांकि उनकी मौत के बाद 1530 में विजयनगर सम्राज्य की राजगद्दी पर अच्युत राय बैठा फिर 1542 में उनके राज की कमान सदाशिवराय ने संभाली।

निस्कर्ष

श्री कृष्णदेव राय जी इतिहास के सबसे शक्तिशाली और कुशल प्रशासकों में से एक थे, जिन्होंने अपने शासनकाल मे कई महान काम किए एवं अपने विजय नगर सम्राज्य के विस्तार के साथ प्रजा के हित में काम किए।

उन्हें हमेशा एक शक्तिशाली शासक, लोकनायक, महान रणनीतिकार, भवन निर्माता, साहित्यकार, अजेय सेनापति, कुशल संगठक एवं प्रजारंजक प्रशासक के रुप में याद किया जाएगा।

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अमेरिकी द्धीपों की खोज करने वाले क्रिस्टोफर कोलंबस की जीवनी

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Christopher Columbus

क्रिस्टोफर कोलंबस एक महान समुद्री खोजकर्ता थे। उन्होंने अमेरिकी द्धीपों की खोज की और यूरोपियन लोगों के लिए व्यापार के रास्ते खोले। हालांकि, अमेरिका की जगह वे भारत की खोज करना चाहता थे, और गलती से उन्होंने अमेरिकी द्धीप खोज गए थे। वहीं भारत की खोज के लिए कोलंबस ने अपनी यात्रा की शुरुआत 3 अगस्त 1492 में कर दी थी। 60 दिन से भी ज्यादा की यात्रा के बाद जब कोलंबस का जहाज एक किनारे पर रुका, तब उसे लगा कि वह भारत पहुंच चुका है, जबकि वो अमेरिकी द्धीप में पहुंचा था, तो आइए जानते हैं महान खोजकर्ता कोलबंस के जीवन से जुड़े कुछ दिलचस्प एवं अनसुने तथ्यों के बारे में

अमेरिकी द्धीपों की खोज करने वाले क्रिस्टोफर कोलंबस की जीवनी – Christopher Columbus in Hindi

christopher columbus
पूरा नाम (Name) क्रिस्टोफर कोलम्बस
जन्म (Birthday) 1451, गेनोआ, इटली
पिता (Father Name) डोमेनिको कोलंबो
माता (Mother Name) Susanna Fontanarossa
पेशा खोजकर्ता
मशहूर  अमेरिकी द्धीपों की खोज

क्रिस्टोफर कोलंबर का जन्म और शुरुआती जीवन – Christopher Columbus Information

दुनिया के महान खोजकर्ता क्रिस्टोफर कोलंबस इटली के जिनोओ में एक जुलाहे के परिवार में जन्में थे। उनके पिता का नाम डोमेनिको कोलंबो था, जो कि एक जुलाहे थे, जबकि उनकी माता का नाम सुसाना फोंटानारोसा था। अपने बचपन के शुरुआती दिनों से ही कोलंबस अपने पिता के साथ उनके व्यापार में हाथ बंटाते थे। वहीं बाद में उनकी दिलचस्पी समुद्री यात्राओं की तरफ बढ़ने लगी और उन्होंने काफी मेहनत और लगन से नौकायन का बेहतर ज्ञान हासिल कर लिया। वहीं नौकायन का बेहतर ज्ञान होने के चलते उन्हें उत्तर की तरफ जाने वाली नावों के साथ व्यापार करने का अवसर प्राप्त हुआ इस तरह उन्होंने समुद्रीय यात्राओं को अपना पेशा बना लिया और बाद में अमेरिकी द्धीपों की खोज कर खुद को विश्व के सबसे महान समुद्री खोजकर्ता के रुप में साबित किया। कोलंबस के समय बंद हो गया था यूरोप से भारत आने वाला रास्ता: कोलंबस के वक्त यूरोप के व्यापारी जमीन के रास्तों के माध्यम से भारत समेत अन्य एशियाई देशों में अपना माल बेचते थे और वापस जाते समय वहां के मसालों आदि पदार्थ यूरोप में लाकर बेचकर मुनाफा कमाते थे। यह जमीनी रास्ता तुर्कस्तान, इरान और अफगानिस्तान से होते हुए भारत की तरफ जाता था। हालांकि 1453 में इन सभी इलाकों में मुस्लिम तुर्कानी सम्राज्य ने अपना अधिकार जमा लिया और यह सभी जमीनी रास्ते यूरोपियन व्यापारियों के लिए बंद कर दिए गए, जिसके चलते भारत और एशियाई देशों के साथ यूरोप से व्यापार पूरी तरह ठप हो गया और वहां की अर्थव्यवस्था काफी कमजोर पड़ गई।

व्यापार के लिए काफी जरूरी हो गया था भारत के नए रास्ते की खोज – Christopher Columbus Accomplishments

जमीनी रास्ते बंद होने की वजह से जब यूरोप के साथ भारत और अन्य एशियाई देशों का व्यापार पूरी तरह बंद हो गया, उस दौरान यूरोपीय देशों की अर्थव्यव्यवस्था को मजबूत करने के लिए भारत और ऐशियाई देशों के लिए नए रास्ते की खोज करना बेहद जरूरी हो गया था। वहीं जब कोलंबस इसके बारे में सोच रहे थे, तभी उनके मन में विचार आया कि अगर जमीनी रास्ते से भारत नहीं पहुंचा जा सकता तो इसके लिए समुद्री रास्ता खोजा जा सकता है। कोलंबस ने बचपन में किताबों में पढ़ा था कि पृथ्वी गोल है, और फिर क्या था, उन्होंने सोचा कि अगर समुद्र के रास्ते पश्चिम की तरफ खोज की जाए तो भारत तक पहुंचा जा सकता है, और वह अपनी इस सोच के साथ भारत की खोज के लिए निकल पडे़, हालांकि उनकी यह यकीन तब गलत साबित हुआ जब उन्होंने अमेरिकी द्धीपों को ही भारत समझ लिया। फिलहाल उन्होंने अपनी समुद्री यात्रा की शुरुआत इस तरह की।

3 अगस्त 1492 से कोलंबस ने की अपने समुद्री सफर की शुरुआत – Christopher Columbus First Voyage

क्रिस्टोफर कोलंबस जब भारत की खोज के लिए अपनी समुद्री यात्रा की शुरुआत करने जा रहे थे, तब उन्होंने अपने इस समुद्री यात्रा का खर्च उठाने के लिए पुर्तगाल के राजा के सामने प्रस्ताव रखा, लेकिन वहां के राजा को कोलंबस की इस सोच पर यकीन नहीं हुआ कि समुद्र के रास्ते पश्चिम की तरफ खोज की जाए तो भारत के लिए नया रास्ता मिल जाएगा, इसलिए उन्होंने इस सफर का खर्चा उठाने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। फिर क्या था अपने यकीन को हकीकत में बदलने के लिए कोलंबस ने स्पेन के शासकों से मद्द मांगी, जिसके बाद स्पेन के शासक उनकी समुद्री यात्रा का पूरा खर्च उठाने के लिए तैयार हो गए। हालांकि, उन्हें अपनी इस यात्रा की शुरुआत करने के लिए सिर्फ खर्च का इंतजाम करना ही नाकाफी नहीं था, बल्कि उन्हें कई ऐसे नाविकों की तलाश भी थी, जो कि उनकी सोच पर विश्वार करे और उनके साथ इस खोज में मद्द करे। दरअसल उस वक्त लोगों की यह सोच थी कि धरती टेबल की तरफ चपटी है, और अगर वे विशाल समुद्र के लंबे सफर पर निकलेंगे तो एक दिन समुद्र के खत्म होते ही वे कहीं नीचे गिर जाएंगे। ऐसे में इस खोज के लिए अपने साथ कुछ नाविकों को तैयार करना क्रिस्टोफर कोलंबस के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं था, लेकिन कोलंबस ने किसी तरह करीब 90 नाविकों को समझा-बुझाकर अपने इस समुद्री यात्रा में चलने के लिए तैयार किया। और इस तरह वे 3 अगस्त, 1492 को उन्होंने स्पेन से भारत के लिए नए समुद्री रास्तों की खोज के लिए निकल पड़े। उनके इस समुद्री यात्रा के दौरान उनके साथ पिंटा, सांता और नीना नाम के तीन जहाज भी थे। वहीं उनके सफर के शुरु होने के कई दिनों बाद भी जमीन का कोई नामोनिशान नहीं दिख रहा था, जिसके चलते उनके साथ इस यात्रा के लिए बेमुश्किल तैयार हुए नाविक काफी घबराने लगे और निराश हो गए, तो कई नाविकों ने तो कोलंबस से वापस यूरोप का रुख करने तक के लिए गुहार लगाई। यही नहीं इस समुद्री यात्रा के दौरान अचानक आए भयंकर तूफान से उनके साथ जहाज में बैठे नाविकों का धैर्य टूटने लगा और उन्होंने इसके चलते कोलबंस को जान से मारने तक की धमकी दे डाली। लेकिन इन सबके बाबजूद भी कोलंबस अपने मार्ग से नहीं भटके और किसी तरह नाविकों को सांत्वना दी और उनके साथ आगे यात्रा करने के लिए प्रार्थना की। इस तरह काफी कठिनाइयों के बाद भी अपने यकीन के साथ कोलंबस शांति के साथ आगे बढ़ता चला गया।

करीब 2 महीने से भी ज्यादा के सफर के बाद कोलंबस को दिखी धरती – Christopher Columbus Second Voyage

क्रिस्टोफर कोलंबस को अपनी समुद्री यात्रा को शुरु किए हुए दो महीने से भी ज्यादा का वक्त बीत चुका था, इसके बाद करीब 9 अक्टूबर, 1492 को क्रिस्टोफर कोलंबस को आकाश में कुछ सुंदर पक्षी दिखाई दिए, जिन्हें देखकर कोलंबस को आगे जमीन होने की उम्मीद जगी और फिर इसी के चलते क्रिस्टोफर कोलंबस ने अपने जहाजों को पक्षियों की दिशा में जहाज मोड़ने का आदेश दिया, और इसके करीब 3 दिन बाद 12 अक्टूबर, 1492 को कोलंबस के जहाज धरती के किनारे आ गए। और कोलंबस ने जमीर पर पैर रखे। हालांकि, कोलंबस उस वक्त यह सोच रहे थे कि उनके जहाज भारत पहुंच चुके हैं, लेकिन वास्तव में वे एक अमेरिकी कैरेबी द्धीप पर पहुंचे थे, जो कि बहामास का आइलैंड सैन सल्वाडोर था। इसके बाद कोलंबस ने अपना खोजी अभियान आगे जारी रखते हुए इसके कुछ हफ्तों के बाद कई अन्य कैरिबियाई द्धीपों की खोज की। इसमें हिस्पानिओला (सैंट डोमिनगो), जुआना (क्यूबा) आदि शामिल थे। इन सभी खोजे हुए द्धीपों को मिलाकर कोलंबस ने उन्हें ”इंडीज” नाम दिया। वहीं इंडीज के प्रदेश में उस वक्त आदिवासी रहते थे, जिन पर आसानी से अपनी हुकूमत की जा सकती थी।इसलिए कोलंबस ने यहां की दौलत को अपने कब्जे में करने के मकसद से और यहां के लोगों को गुलाम बनाने के लिए अपनी चतुराई दिखाई और अपने 90 साथियों में से करीब 40 नाविक साथियों को यहां पर छोड़ दिया और फिर वापस स्पेन चला गया। कोलंबस को ढूंढे हुए प्रदेशों का बनाया गया गर्वनर: महान खोजकर्ता कोलंबस 15 मार्च, 1493 को स्पेन पहुंचा, जहां पर स्पेन के शासक ने उसका जोरदार स्वागत किया और उन्हें खोजे हुए सभी प्रदेशों का गर्वनर नियुक्त किया। वहीं इसके बाद 1506 से अपनी मौत से पहले कोलंबस ने तीन बार अपने साथियों के साथ अमेरिकी द्धीपों की समुद्री यात्रा की और हर बार वह अमेरिकी द्धीपों से काफी धन-दौलत लूट कर ले आता था। वहीं कई दस्तावेजों में कोलबंस को एक अत्याचारी और क्रूर तानाशाह बताया गया है, साथ ही उस पर स्पेन के लिए लाए जाने वाले धन में घोटाला करने समेत कई जघन्य आरोप लगाए गए थे। वहीं उसकी काली करतूतों का पता लगने पर स्पेन के शासन ने उसे गर्वनर के पद से भी हटा दिया था। आपको बता दें कि 13 दिसंबर 1493 में जब वो 42 साल का था तब उसने दूसरी बार अमेरिकी द्धीपों की यात्रा की थी। फिर इसके 5 साल बाद 30 मई 1498 में वह तीसरी बार अमेरिकी द्धीपों की यात्रा पर निकला था। जबकि चौथी बार 11 मई, 1502 ईसवी में उन्होंने अमेरिकी द्धीप की यात्रा की। वहीं कोलंबस के लिए उसकी यह आखिरी समुद्री यात्रा साबित हुई, क्योंकि इसके बाद फिर वो कभी अमेरिकी द्धीपों की तरफ रुख नहीं कर पाय। इस तरह महान खोजकर्ता कोलंबस ने अपने जीवन में करीब 4 बार समुद्री यात्राएं की थी, और अपनी इस समुद्री यात्राओं के दौरान उन्होंने मध्य दक्षिण अमेरिका के कई हिस्सों की खोज की।

कोलंबस की मृत्यु – Christopher Columbus Death

इसके साथ ही आपको यह भी बता दें कि अपनी जिंदगी के आखिरी वक्त में कोलंबस एक भयंकर बीमारी से ग्रसित हो गए थे, जिसके चलते 20 मई, 1506 में उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। वहीं महान खोजकर्ता कोलंबस के बारे में यह काफी हैरान कर देने वाला तथ्य यह है कि उसे अपनी आखिरी वक्त तक यह नहीं पता था कि जिन इलाकों की उसके द्घारा खोज की गई है वो भारत नहीं बल्कि अमेरिकी द्धीप हैं। फिलहाल, कोलंबस की जीवन की सच्चाई जो भी हो, लेकिन उनके उनके संकल्प और दृढ़निश्चय से हर किसी को सीख लेने की जरूरत है। यकीनन वे भारत की खोज नहीं कर सके, लेकिन अपने संकल्प पथ पर आगे बढ़ते हुए उन्होंने कई अमेरिकी द्धीपों की खोज की और यूरोप के लिए व्यापार के नए रास्ते खोले। और अधिक लेख : I hope these “Life History Of Christopher Columbus in Hindi Language” will like you. If you like these “Christopher Columbus in Hindi Language” then please like our facebook page & share on whatsapp.

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शेयर बाजार का जादूगर वॉरेन बफे के जीवन प्रेरणादायक कहानी

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Warren Buffett In Hindi

“आप अगर उन चीजों को खरीदते हैं, जिनकी आपको बिलकुल जरूरत नहीं है, तो शीघ्र ही आपको उन चीजों को बेचना पड़ेगा जिनकी आपको सबसे जादा जरूरत है.” – Warren Buffett

जब भी दुनिया के सबसे अमीर आदमियों की बात होती है, वॉरेन बफेट का नाम जरूर लिया जाता है। वॉरेन बफेट निवेश की दुनिया के महान बादशाह एवं दुनिया के सबसे सफलतम बिजनेसमैन है। साधारण से परिवार में जन्मे वॉरेन बफेट आज बर्कशायर हैथवे के मालिक और विश्व के सबसे सफलतम शख्सियत में से एक है, जिन्हें इंवेस्टमेंट गुरु के रुप में भी जाना जाता हैं, उन्होंने अपनी मेहनत और लगन के बल पर आज सफलता के इस आयाम को छुआ है।

उनका संपूर्ण जीवन प्रेरणात्मक है। वॉरेन बफेट जी का काम के प्रति ईमानदारी और कार्य करने की क्षमता की आज मिसालें पेश की जाती हैं। वॉरेन बफेट दुनिया के सबसे सफलतम व्यापारिक निवेशक होने के साथ-साथ एक बेहद दयालु व्यक्ति भी हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति का करीब 85 फीसदी हिस्सा बिल गेट्स की बिल एंड मंलिडा गेट्स फाउंडेशन को दान कर दिया था और इसके साथ ही वे विश्व के सबसे बड़े दानी व्यक्ति बन गए था।

उनका मानना है कि, लाखों जिंदगी बचाने के लिए जो उन्होंने पैसा दान करना। उनके द्वारा उनकी  जिंदगी में किया गया सबसे समझदारी भरा निवेश है। तो आइए जानते हैं अमेरिका में जन्में दुनिया के सबसे महान निवेशक और अमीर शख्त वॉरेन बफेट के जीवन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में-

शेयर बाजार का जादूगर वॉरेन बफे के जीवन प्रेरणादायक कहानी – Warren Buffett Biography in Hindi

Warren Buffett

वॉरेन बफेट की जीवनी एक नजर में – Warren Buffett Information in Hindi

पूरा नाम (Name) वॉरेन बफेट (Warren Buffett)
जन्म (Birthday) 30 अगस्त 1930, नेब्रास्‍का, ओमाहा, संयुक्त राज्य अमेरिका
पिता का नाम (Father Name) हावर्ड बफेट
माता (Mother Name)  लीला स्‍टॉल
पत्नी का नाम (Wife Name) सुसान थॉम्‍पसन, एस्ट्रिड मेंक्‍स
बच्चे (Childrens)  एलिस हावर्ड तथा पीटर

Warren Buffett Childhood

वॉरेन वफेट का जन्म, शिक्षा एवं शुरुआती जीवन – Warren Buffett History

दुनिया के सबसे महान और बेहतरीन निवेशक वॉरेन बफेट 30 अगस्त, 1930 को संयुक्त राज्य अमेरिका के ओमाहा के नेब्रास्का टाउन में जन्में थे। उनके पिता हावर्ड बफेट भी शेयर बाजार में एक निवेशक और सलाहकार के तौर पर काम करते थे। वहीं वॉरेन बफेट ने भी आगे चलकर अपना करियर शेयर बाजार में भी बनाने का फैसला लिया।

वहीं निवेश करने की कला वॉरेन बफेट को अपने पिता से विरासत में मिली थी। आपको बता दें कि वॉरेन वफेट को बचपन से बिजनेस और निवेश में काफी दिलचस्पी थी। महज 11 साल की उम्र में वे लोगों के घर-घर जाकर मैग्जीन बांटते थे, एवं कोका कोला आदि की बोटल बेचकर किसी तरह अपने जेब खर्च के लिए पैसा कमाते थे। यही नहीं उन्होंने पैसा कमाने के लिए अपने शुरुआती जीवन में अखबार और स्टाम्प आदि बेचने का भी काम किया है।

वॉरेन बफेट ने अपनी शुरुआती शिक्षा वॉशिंगटन डीसी के वुड्रो विल्सन हाई स्कूल से पूरी की। फिर इसके बाद उन्होंने पेन्सिल्वेनिया यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया और वहां सिर्फ उन्होंने दो साल तक पढ़ाई की। वॉरेन बफेट ने अपने ग्रेजुएशन की पढ़ाई ग्रेजुएशन नेब्रास्का लिंकन यूनिवर्सिटी से पूरी की और फिर बाद में वॉरेन बफेट ने हॉवर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ने के लिए एप्लाई किया जहां पर उनकी कम आयु होने की वजह से उनकी एडमिशन एप्लीकेशन को रद्द कर दिया गया।

वहीं शुरुआत से ही वॉरेन बफेट की रुचि शेयर और स्टॉक मार्केट में होने की वजह से उन्होंने कोलंबिया बिजनेस स्कूल से इकॉनोमिक्स में M.S की डिग्री हासिल की, जिससे उन्हें स्टॉक मार्केट की बारीकियां सीखने में मद्द मिली। वॉरेन बफेट की बेंजामिन ग्राहम से मुलाकात और शेयर बाजार की दुनिया में कदम रखना महान शेयर बाजार निवेशक एवं सलाहकार बेंजामिन ग्राहम से मुलाकात के बाद वॉरेन बफेट की जिंदगी पूरी तरह बदल गई।

वॉरेन बफेट ने उनसे ही शेयर बाजार के मूल गुणों को सीखा और फिर निवेश की दुनिया में अपना कदम रखा था। आपको बता दें कि जब 1943 ईसवी में वॉरेन बफेट महज 13 साल के थे, तभी से उन्होंने अपने बिजनेस की शुरुआत कर दी थी और तभी उन्होंने अपना पहला इनकम टैक्स रिटर्न भरा था।

कुछ उतार-चढ़ाव के बाद 1945 में वॉरेन बफेट ने एक पिन बॉल खरीदा था और एक सलून में इसे हिस्सेदारी के साथ रख दिया था। इसके कुछ दिनों बाद ही वे एक से बढ़कर एक पिन बॉल के मालिक बन गए।

कई असफलाओं के बाद मिली सफलता:

ऐसा नहीं ही वॉरेन बफेट बिना संघर्ष के ही आज दुनिया के सबसे अमीर शख्सियत बन चुके हैं, बल्कि उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने के लिए अपनी जिंदगी में तमाम असफलताओं का भी सामना करना पड़ा। आपको बता दें कि जब वॉरेन बफेट ने अपने शुरुआती निवेश में एक गैस स्टेशन खरीदा थे, जिसमें उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा था। Warren Buffett young

वॉरेन बफेट का व्यापारिक सफर – Warren Buffett Career

वॉरेन बफेट ने महान निवेशक बेंजामिन ग्राहम से निवेश के गुण और कला को सीखा था। वहीं उनसे मुलाकात के बाद बेंजामिन ग्राहम ने उन्हें अपनी फर्म में नौकरी के लिए रखा था। उस दौरान उन्हें 12 हजार डॉलर की पगार मिलती थी। इस नौकरी के दौरान ही वॉरेन बफेट ने शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव को समझने के साथ इसमें इस्तेमाल किए जाने वाले तरीकों को विकिसत करने का मौका मिला।

वहीं वॉरेन बफेट के कंपनी ज्वॉइन करने के करीब 2 साल बाद बेंजामिन ग्राहम रिटायर हो गए। जिसके बाद वॉरेन बफेट ने बफेट पार्टनरशिप लिमिटेड के नाम से निवेश फर्म बनाई। वहीं इस फर्म से वॉरेन ने जो भी कमाया उससे अपना पहला घर खरीदा। जहां वह वर्तमान में रहते हैं।

इस घर को उस समय उन्होंने करीब 31 हजार, 500 डॉलर में खरीदा था। वहीं इसके बाद वॉरेन बफेट लगातार सफलता के नई ऊंचाइयों को छुते रहे और उन्होंने फिर कभी अपने करियर में पीछे मुड़कर नहीं देखा। 1962 में उनकी कंपनी के शेयर्स की नेटवर्थ 7 करोड़. 17 लाख डॉलर थी, जिसमें से 10 लाख, 25 हजार से ज्यादा की रकम सिर्फ वॉरेन बफेट की ही थी। इसके करीब तीन साल बाद 1965 में उन्होंने शेयर कंपनी बर्कशायर हैथवे की कमान अपने हाथों में ले ली थी। उनके नेतृत्व में इस कंपनी ने काफी कामयाबी हासिल की।

हालांकि इससे पहले यह कंपनी काफी बुरे वक्त से गुजर रही थी और लगभग डूबने के कगार पर थी। वॉरेन बफेट ने अपनी समझदारी और कार्य करने के उचित कौशल से इस कंपनी को फिर से संभाला और कामयाबी के एक नए मुकाम पर लाकर खड़ा किया।

इसके बाद साल 1970 में वॉरेन बफेट के नेतृत्व में यह कंपनी काफी प्रॉफिट देने लगी। इसके बाद 1979 में, जब वे 49 साल के थे, तब उनका पहली बार नाम फॉर्ब्स की लिस्ट में विश्व के सबसे अमीर लोगों में आया था। फिर साल 2008 में वॉरेन बफेट को दुनिया के सबसे अमीर आदमी होने का गर्व हासिल हुआ। वहीं इसके बाद 75 साल की उम्र में वॉरेन बफेट ने रिटायरमेंट की घोषणा की और विश्व के सबसे बड़े दानी व्यक्ति के रुप में खुद को स्थापित किया। Donation to bill gates दऱअसल, इस दौरान उन्होंने अपनी निजी संपत्ति का काफी बड़ा हिस्सा बिल गेट्स के मिलिंडा फाउंडेशन के नाम कर दिया था।

बॉरेन वफेट का विवाह एवं निजी जीवन – Warren Buffett Married

साल 1952 में जब वॉरेन वफेट 22 साल के थे, उस दौरान उन्हें सुसान थॉम्पसन नाम की महिला से प्यार हो गया था, जिनसे उन्होंने शादी कर ली थी। शादी के बाद दोनों को तीन बच्चे पैदा हुए जिनके नाम सुसन एलिस, पीटर और हावर्ड है। साल 1977 से  वॉरेन बफेट और उनकी पत्नी सुसान अलग हो गए थे। वहीं साल 2006 में वॉरेन बफेट ने अपने 76वें जन्मदिन पर अपनी दोस्त ऐस्ट्रिड मेंक्स के साथ शादी कर ली थी।

आपको बता दें कि वे अपने पत्नी सुसान के छोड़कर जाने के बाद से ऐस्ट्रिड के साथ ही रह रहे थे। वहीं दिलचस्प बात यह है कि इन दोनों की दोस्ती उनकी पहली पत्नी सुसान ने ही करवाई थी। इसके अलावा वॉरेन बफेट को ब्रिज खेलने का भी काफी शौक है। यह एक ताश का प्रसिद्ध गेम है। वे कई घंटे इस गेम को खेलने में व्यतीत करते हैं। वे बिल गेट्स और पॉल एलन के साथ इस खेल को खेलते थे।

यही नहीं वॉरेन बफेट अपनी सादगी और उच्च विचारों के लिए भी काफी मशहूर हैं। वहीं आप दुनिया के अमीर शख्सयित की सादगी का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि वे आज भी अपने बर्थप्लेस ओमाहा में अपने एक छोटे से घर में रहते हैं।

दुनिया के सबसे महान निवेशक वॉरेन बफेट का सादगीपूर्ण जीवन हर किसी के लिए प्रेरणादायक है, इस तरह से उन्होंने खुद को स्टॉक मार्केट से दुनिया के सबसे अमीर शख्स के रुप में स्थापित किया, वो वाकई काबिले-ए-तारीफ हैं।

वहीं उनकी दयालुता और महानता से हर किसी को सीख लेने की जरूरत है। इसके साथ ही वॉरेन बफेट के द्धारा कहे गए महान विचारों को भी अपनी जिंदगी में अमल करने की जरूरत है।

वॉरेन बफेट के महान विचार – Warren Buffett Quotes

  • हमेशा ही लंबी अवधि के लिए निवेश करें।।
  • खर्च करने के बाद जो भी बचा है, उसे जरूर बचाएं, लेकिन बचत के बाद जो बचा है उसे खर्च करें।
  • एक ही आय पर कभी निर्भर न करें, हमेशा दूसरा स्त्रोत बनाने के लिए निवेश करें।।
  • कीमत वह होती है, जो कि आप भुगतान करते हैं, जबकि मूल्य वह है, जो कि आप पाते हैं।
  • वास्तव में जोखिम तब होता है, जब आपको पता नहीं हो कि आप क्या कर रहे हैं।।
  • समय हमेशा ही अच्छी कंपनियों का दोस्त होता है, जबकि मीडियम एवं औसत दर्ज की कंपनी का दुश्मन।।

वॉरेन बफेट के कुछ बेहतरीन टिप्स – Excellent Tips by Warren Buffett in Hindi

  • “कमाई : कभी भी अकेली आय पर निर्भर न रहे। आय का दूसरा साधन बनाने के लिये निवेश करे।”
  • “सफलता : जब मौके आते है तभी आप कोई काम करते हो। मेरे जीवन में एक ऐसा पल भी आया था जब मेरे पास उपायों का गठरा पड़ा था। लेकिन यदि मुझे अगले हफ्ते कोई उपाय आता है तो ही मै कुछ कर पाउँगा अन्यथा मै कुछ नही कर पाउँगा।”
  • “खर्च : यदि आपको जिसकी जरुरत नही है वो चीज़े आप खरीद रहे हो तो एक दिन आपको जिन चीजो की जरुरत है उस चीजो को बेचना पड़ेगा।”
  • “सेविंग : खर्च करने के बाद जो बचे उसे सेव न करे लेकिन सेव करने के बाद जो बचा उसे खर्च अवश्य करे.”
  • “जोखिम: कभी भी नदी की गहराई को दो पैरो से नही नापना चाहिये।”
  • “निवेश: कभी भी अपने सारे अन्डो को एक ही बास्केट में न डाले।”
  • “उम्मीद: इमानदारी सबसे महंगा तोहफा है. छोटे लोगो से इसकी उम्मीद ना करे।”
  • “इंसानियत: यदि आप इंसानियत के 1% लकी लोगो में भी शामिल हो, तो आप 99% लोगो को इंसानियत सिखा सकते हो।”

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जानिए बायो टेक्नोलॉजी की नींव रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉ. हरगोविंद खुराना जी की जीवनी

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Dr Hargobind Khorana Ki Jivani

डॉ. हरगोविंद खुराना जी एक महान भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक थे, जिन्होंने Dna को डिकोड किया था और जीन इंजीनियरिंग की नींव रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। उन्हें प्रोटीन संश्लेषण में न्यूक्लिटाइड की भूमिका का बेहतर प्रदर्शन करने के लिए चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार भी प्रदान किया गया था, तो आइए जानते हैं महान वैज्ञानिक डॉ. हरगोविंद खुराना जी के जीवन और उनके द्वारा की गईं महत्वपूर्ण रिसर्च के बारे में-

जानिए बायो टेक्नोलॉजी की नींव रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डॉ. हरगोविंद खुराना जी की जीवनी – Dr Hargobind Khorana In Hindi

Dr Har Gobind Khorana

डॉ. हरगोविंद खुराना जी के जीवन के बारे में एक नजर में – Dr Hargobind Khorana Information In Hindi

पूरा नाम (Name) डॉ. हरगोविंद खुराना
जन्म (Birthday) 9 जनवरी 1922, रायपुर, मुल्तान (वर्तमान पाकिस्तान में)
शिक्षा (Education)
  • डी.ए.वी. हाईस्कूल, पंजाब यूनिवर्सिटी से Bsc (ऑनर्स) और
  • Msc (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की
पेशा महान वैज्ञानिक
कार्यक्षेत्र मॉलीक्यूलर बॉयोलॉजी
पुरस्कार (Awards)
  • नोबेल पुरस्कार (1968),
  • पद्म विभूषण,
  • लुईसा फाउंडेशन इंटरनेशनल अवार्ड,
  • गैर्डनर फाउंडेशन इंटरनेशनल अवार्ड,
  • बेसिक मेडिकल रिसर्च के लिए एल्बर्ट लॉस्कर पुरस्कार।
मृत्यु (Death) 9 नवंबर, 2011, कॉनकॉर्ड, मैसाचूसिट्स, अमरीका

डॉ. हरगोविंद खुराना जी का शुरुआती जीवन एवं शिक्षा – Dr Hargobind Khorana Biography in Hindi

हरगोविंद खुराना जी 9 जनवरी, साल 1922 में एक पटवारी के घर में अविभाजित भारत के रायपुर, जन्में थे, जो कि वर्तमान में पाकिस्तान के मुल्तान जिले का हिस्सा है।

वे अपने माता-पिता की सबसे छोटी संतान के रुप में एक बेहद गरीब और निर्धन परिवार में जन्में थे, हालांकि उनकी परिवार की मालीय हालत का असर उनके पिता ने कभी अपने बच्चों की पढ़ाई पर नहीं पड़ने दिया, जिसकी वजह से शुरु से ही हरगोविंद जी को पढ़ाई का माहौल मिल सका।

वहीं उस दौरान 1 हजार लोगों की जनसंख्या वाले गांव में हरगोविंद जी का परिवार ही एकमात्र पढ़ा-लिखा एवं शिक्षित परिवार था।

साल 1934 में जब हरगोविंद जी 12 साल के थे, तब उनके सिर से उनके पिता का साया उठ गया, जिसके बाद उनके बड़े भाई ने उनकी पढ़ाई-लिखाई की जिम्मेदारी उठाई।

डॉ. हरगोविंद खुराना की पढ़ाई – Har Gobind Khorana Education

हरगोविंद खुराना जी बचपन से ही विलक्षण प्रतिभा वाले एवं कुशाग्र बुद्धि के बालक थे, जिन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई स्थानीय स्कूल में रहकर ही की, फिर इसके बाद उन्होंने मुल्तान के डी.ए.वी. हाईस्कूल में दाखिला लिया।

साल 1943 में हरगोविंद जी ने पंजाब यूनिवर्सिटी से Bsc (ऑनर्स) और साल 1945 में इसी यूनिवर्सिटी से Msc (ऑनर्स) की पढ़ाई पूरी की।

वहीं इसके बाद उन्हें भारत सरकार की तरफ से आगे की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप प्राप्त हुई, जिसे लेकर वे इंग्लैंड चले गए और फिर इंग्लैंड में उन्होंने लिवरपूल यूनिवर्सिटी से डॉक्टरैट की उपाधि हासिल की।

फिर कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में लार्ड टाड के साथ काम किया। साल 1950 से 1952 करीब 2 साल हरगोविंद ने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में ही गुजारे।

इसके बाद उन्होंने वहां के प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी में न सिर्फ रिसर्च वर्क किया बल्कि प्रोफेसर के तौर पर पढ़ाने का काम भी किया, वहीं हरगोविंद जी के बारे में सबसे हैरानी की बात यह थी कि उच्च शिक्षा हासिल करने के बाबजूद भी उस समय उन्हें भारत में कोई काम नहीं मिल सका, जिसके चलते उन्हें इंग्लैंड का रुख करना पड़ा था।

फिलहाल साल 1952 में हरगोविंद जी को कैनाडा की कोलंबिया यूनिवर्सिटी से ऑफर आया, जिसके बाद उन्होंने इस यूनिवर्सिटी को ज्वॉइन कर लिया, यहां उन्हें जैव रसायन विभाग का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया। वहीं इसी यूनिवर्सिटी में रहकर हरगोविंद जी ने आनुवांशिकी के क्षेत्र में अपनी रिसर्च शुरु की।

वहीं धीमे-धीमे हरगोविंद जी के इंटरनेशनल मैग्जीन, शोध जर्नलों में प्रकाशित होने लगे थे। वहीं इस दौरान उन्हें काफी प्रसिद्धि मिली और उनके शोधपत्रों की चर्चा होने लगी।

इसके बाद 1960 में डॉ. हरगोविंद जी को कनाडा में प्रोफेसर इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक सर्विस में गोल्ड मेडल दिया गया एवं मर्क अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया।

इसी साल डॉ. हरगोविंद खुराना अमेरिका के विस्कान्सिन यूनिवर्सिटी (University Of Wisconsin)के इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस रिसर्च में प्रोफेसर बनाए गए।

साल1960 में ही महान वैज्ञानक डॉ. खुराना ने नीरबर्ग की इस रिसर्च को स्पष्ट करते हुए यह बताया था कि  डी.एन.ए. अणु के घुमावदार‘सोपान’पर चार अलग-अलग तरह के न्यूक्लिओटाइड्स के विन्यास का तरीका नई कोशिका की रासायनिक संरचना और कार्य को उचित तरीके से निर्धारित करता है।

इसके अलावा महान वैज्ञानिक डॉ. हरगोविंद खुराना जी ने जीन इंजानियरिंग यानि की बायोटेक्नोलॉजी की नींव रखने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

आपको बता दें कि उन्हें जेनेटिक कोड की भाषा को सही तरीके से समझने एवं प्रोटीन संश्लेषण में न्यक्लिटाइड की  भूमिका का प्रर्दशन करने के लिए साल 1968 में नोबल पुरस्कार से भी नवाजा गया था।

हालांकि यह पुरस्कार सांझा तौर पर दो और अमेरिकी वैज्ञानिक डॉ. रॉबर्ट होले और डॉ.मार्शल निरेनबर्ग  के साथ दिया गया था। आपको बता दें कि इस दौरान इन तीनों ने Dna अणु की संरचना को भी स्पष्ट करने के साथ यह भी बताया था कि D.N.A प्रोटीन्स का संश्लेषण किस तरह करता है।

वहीं उनकी इस रिचर्स के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि जीन्स  का निर्माण Rna और Dna के संयोग से बनता है, वहीं यह जीवन की मूल इकाई भी माना जाता हैं, वहीं इन अम्लों में ही आनुवंशिकता का मूल रहस्य छिपा हुआ है।

साल 1966 में उन्होंने अमेरिका की नागरिकता स्वीकार कर ली थी। इसके बाद वे साल 1970 में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में (Mit) में जीव विज्ञान के अल्फ्रेड स्लोअन प्रोफेसर के तौर पर नियुक्त किेए गए।

इसके बाद  वे करीब 37 साल इसी इंस्टीट्यूट से जुड़े रहे और इस दौरान उन्हें काफी प्रसिद्धि हासिल की।

डॉ. हरगोविंद जी का विवाह, बच्चे एवं निजी जीवन – Har Gobind Khorana Ki Jankari

दुनिया के महान वैज्ञानिक डॉ. हरगोविंद खुराना जी ने 30 साल की उम्र में साल 1952 में स्विजरलैंड के संसद सदस्य की बेटी एस्थर एलिजाबेथ सिब्लर से शादी कर ली थी।

शादी के बाद दोनों को डेव रॉय, जूलिया एलिजाबेथ, एमिली एत्र नाम की तीन संतान पैदा हुईं। आपको बता दें कि हरगोविंद जी की तरह उनकी पत्नी एलिजाबेथ भी वैज्ञानिक थी, दोनों की काफी अच्छी बॉन्डिंग थी, एलिजाबेथ, रिसर्च और स्टडी में उनका काफी सहयोग करती थी और अपने पति की भावनाओं का सम्मान करती थी एवं उन्हें बेहद अच्छी तरह से समझती थीं।

डॉ. हरगोविंद खुराना जी को मिले पुरस्कार/ सम्मान – Har Gobind Khorana Awards

मॉलीक्यूलर बॉयोलॉजी में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले विश्व के महान वैज्ञानिक डॉ हरगोविंद खुराना को उनके द्वारा की गई महान रिसर्च के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार समेत तमाम सम्मानों से नवाजा गया, उन्हें मिले पुरस्कारों की सूची इस प्रकार है-

डॉ. हरगोविंद खुराना जी को साल 1968 में प्रोटीन संश्लेषण में न्यूक्लिटाइड की भूमिका का बेहतर प्रदर्शन करने के लिए चिकित्सा विज्ञान का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया है।

इस सम्मान से सम्मानित होने वाले वे भारतीय मूल के पहले वैज्ञानिक थे।

साल 1968 में ही डॉ. खुराना को लूसिया ग्रास हारी विट्ज पुरस्कार और लॉस्कर फेडरेशन पुरस्कार से भी नवाजा गया।

साल 1969 में डॉ. हरगोविन्द खुराना जी को भारत सरकार की तरफ से पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

साल 1967 में डॉ. हरगोविंद खुराना जी को डैनी हैनमैन अवॉर्ड दिया गया था।

डॉ. हरगोविंद खुराना जी को साल 1958 में उन्हें कनाडा का मर्क मैडल पुरस्कार से सम्मानित किया।

डॉ. हरगोविंद जी का निधन – Hargobind Khorana Death

जीन इंजीनियरिंग या बायोटेक्नोलॉजी की नींव रखने वाले विश्व के महान वैज्ञानिक डॉ. हरगोविंद जी 9 नवंबर साल 2011 में इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए। वे आज भले ही हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनके द्वारा की गई महान खोज के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।

और अधिक लेख:

  1. Meghnad Saha biography 
  2. Amartya Sen biography
  3. Srinivasa Ramanujan biography

Note: आपके पास About Dr Har Gobind Khorana in Hindi मैं और Information हैं। या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिखे हम इस अपडेट करते रहेंगे।
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Save Trees slogans in Hindi |पेड़ लगाओ –पेड़ बचाओ

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Save Trees slogans in Hindi – पेड़ लगाओ -पेड़ बचाओ

आजकल लोग अपने स्वार्थ और लालच के लिए पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर, पर्यावरण के साथ जमकर खिलवाड़ कर रहे हैं। पेड़ काटने की वजह से न सिर्फ ग्लोबल वार्मिंग की समस्या अब विकराल रुप धारण करती जा रही है। अगर पेड़ों को नहीं बचाया गया तो हर तरफ हाहाकार मच जाएगा और मनुष्य और जीव-जंतु सभी का आस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा, इसलिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाना चाहिए।

वहीं आप पेड़ों को बचाने के लिए लिखे गए नारों (Save Trees Par Nare) के माध्यम से लोगों को पेड़ लगाने के प्रति प्रेरित कर सकते हैं, साथ ही इन Save Trees Slogans को सोशल मीडिया साइट्स पर शेयर कर लोगों को पेड़ लगाने के प्रति जागरूकता ला सकते हैं।

Save Trees slogans in Hindi | पेड़ लगाओ – पेड़ बचाओ

Poster on Save trees with Quotes
Poster on Save trees with Quotes

Save Trees Slogans in Hindi

वृक्ष लगाओ, हरियाली लाओ।
Vruksh Lagao, Hariyali Lao.

पेड़ हम सभी के जीवन के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। पेड़ों के बिना हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। यह न सिर्फ हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं बल्कि खाने के लिए भोजन भी उपलब्ध करवाते हैं।

पेड़, पर्यावरण को सुरक्षित रखने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, इसलिए हम सभी का दायित्व है कि हम लोग पेड़ों के महत्व को समझें और इसे बचाने के लिए पर्यत्न करनें क्योंकि जब हम सभी लोग मिलकर ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएंगे, तभी हम अपने पर्यावरण को बचा सकेंगे, इसलिए आज हम अपने इस आर्टिकल में पेड़ बचाने के लिए प्रेरित करने वाले कुछ स्लोगन उपलब्ध करवा रहे हैं, जिन्हें पढ़कर आपको पेड़ों के महत्व को समझने में मद्द मिलेगी और इसके संरक्षण की दिशा में आप सकारात्मक कदम उठा सकेंगे।

Save Trees Quotes
Save Trees Quotes

जब होगी पेड़-पौधों की बढ़त, तभी होगी जीवन की बढ़त।
Jab Hogi Ped-Paudhon Ki Badhat, Tabhi Hogi Jivan Ki Badhat.

Save Trees Quotes
Save Trees Quotes

हम सभी ने मिलकर यह ठाना है कि, घर-घर में पेड़ लगाना है।
Ham Sabhi Ne Milakar Yah Thana Hai Ki, Ghar-Ghar Mein Ped Lagana Hai.

Quotes on Save Trees in Hindi
Quotes on Save Trees in Hindi

अगर हम वृक्ष लगायेंगे, वे हमारे काम आयेंगे।
Agar Ham Vruksh Lagayenge, Ve Hamare Kam Ayenge.

Save Trees Quotes
Save Trees Quotes

आओ मिलकर एक नया निर्माण करें, अधिक पेड़ लगाकर धरती का श्रंगार करें।
Ao Milakar Ek Naya Nirman Karen, Adhik Ped Lagakar Dharati Ka Shrangar Karen.

Save Trees Quotes
Save Trees Quotes

वृक्ष और वर्षा का अनूठा बंधन, इसे तोड़ोगे तो नहीं बचेगा जीवन।।
Vrksh Aur Varsha Ka Anootha Bandhan, Ise Todoge To Nahin Bachega Jivan..

Slogan on Save Trees in Hindi Language

पेड़ हम सभी के जीवन का मूल आधार हैं, लेकिन यह जानते हुए भी मनुष्य आजकल लालच में आकर पेड़ों की अंधाधुध कटाई कर रहा है साथ ही पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करने से नहीं चूक रहा है, जिसकी वजह से काफी समस्याएं पैदा हो रही हैं।

जलवायु में परिवर्तन होना आज आम हो गया है, कभी बहुत ज्यादा गर्मी और सूखे जैसे हालत बन जाती है तो कभी बाढ़ जैसी विकराल समस्या पैदा हो रही है।

इसके साथ ही आज तेजी से उभरती ग्लोबल वार्मिंग की समस्या भी पेड़ काटने की वजह से उत्पन्न हो रही है। ऐसे में हम सभी को पेड़ों को बचाने के प्रति सजग होना चाहिए और पेड़ लगाना अपना मूल दायित्व समझना चाहिए।

Slogan on Save Trees with Picture

एक घर, एक पेड़ संतुलन का यही हैं खेल।
Ek Ghar, Ek Ped Santulan Ka Yahi Hain Khel.

हम सब मिलकर अपना सच्चा धर्म निभाए, पेड़ बचाकर अपना कर्तव्य निभाए।
Ham Sab Milakar Apana Sachcha Dharm Nibhae, Ped Bachakar Apana Kartavy Nibhaye.

Save Trees Quotes
Save Trees Quotes

ये कुदरत करे बस यही गुहार, पेड़ो का मत काटो बार-बार।
Ye Kudarat Kare Bas Yahi Guhar, Pedo Ka Mat Kato Bar-Bar.

Save Trees Slogans

आओ बच्चो तुम्हे बताऊँ, बात मै एक ज्ञान की, पेड़ – पौधे ही करते हैं,रक्षा अपनी प्राण की।
Ao Bachcho Tumhe Bataoon, Bat Mai Ek Gyan Ki, Ped – Paudhe Hi Karate Hain,Raksha Apani Pran Ki.

हमारे पेड़ों का संरक्षण, हमारे भविष्य का संरक्षण।
Hamare Pedon Ka Sanrakshan, Hamare Bhavishy Ka Sanrakshan.

Save Trees Quotes
Save Trees Quotes

धरती माता की बस यही पुकार, बच्चे कम हो और पेड़ हजार।
Dharati Mata Ki Bas Yahi Pukar, Bachche Kam Ho Aur Ped Hajar.

Save Tree Slogan Images
Save Tree Slogan Images

पेड़ लगाओ देश बचाओ, पेड़ लगाओ जीवन बचाओ, जीवन खुश हाल बनाओ।
Ped Lagao Desh Bachao, Ped Lagao Jivan Bachao, Jivan Khush Hal Banao.

Ped Bachao par Slogan

पेड़-पौधे पर मनुष्य, पशु, पक्षी एवं पर्यावरण पूरी तरह निर्भर है। वहीं पेड़ न सिर्फ हमारे शरीर के लिए जरूरी है, बल्कि यह हमें आर्थिक रुप से भी मजबूत बनाने का काम करते हैं। खाने-पीने समेत तमाम उद्योग पेडो़ं पर पूरी तरह निर्भर हैं।

इसलिए अगर समय रहते पेड़-पौधे को बचाने की दिशा में सही कदम नहीं उठाए गए तो एक समय ऐसा आएगा जब मानव-जीवन के लिए काफी भयानक संकट पैदा हो जाएगा और लोगों का इस धरती पर रहना असंभव हो जाएगा, इसलिए हम सबको इन स्लोगन से सीख लेकर अपने-अपने घरों में और आस-पास पेड़ लगाना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह का खतरा पैदा न हो सके

Save Trees Quotes
Save Trees Quotes

आओ मिलजुल कर सभी वृक्ष लगाएं, अपना वातावरण स्वच्छ बनाएं।
Ao Milajul Kar Sabhi Vrksh Lagaen, Apana Vatavaran Svachchh Banaen.

Save Trees Quotes
Save Trees Quotes

सभी पशु-पक्षी हैं हमारी धरती की शान, और पेड़-पौधे हैं हमारी धरती की जान।
Sabhi Pashu-Pakshi Hain Hamari Dharati Ki Shan, Aur Ped-Paudhe Hain Hamari Dharati Ki Jan.

Slogan on Save trees in hindi
Slogan on Save Trees in Hindi

बच्चा बच्चा उठेंगा, पेड़ लगाकर धरती को सजायेगा।
Bachcha Bachcha Uthenga, Ped Lagakar Dharati Ko Sajayega.

Save Trees Quotes
Save Trees Quotes

जब करोगे वृक्षों की रक्षा, तभी बनेगा जीवन अच्छा।
Jab Karoge Vrkshon Ki Raksha, Tabhi Banega Jivan Achchha.

Save Trees Quotes
Save Trees Quotes

जैसे बुझती है पानी से सबकी प्यास, वैसे ही जागती है पेड़-पौधो से सभी के जीने की आस।
Jaise Bujhati Hai Pani Se Sabaki Pyas, Vaise Hi Jagati Hai Ped-Paudho Se Sabhi Ke Jine Ki As.

Ped Lagao Jeevan Bachao in Hindi

पेड़ पौधे हमारी तमाम जरूरतों को पूरा करने के साथ हमारे लिए उचित वातारवरण भी मुहैया करवाते है एवं जलवायु को सामान्य रखते का काम करते हैं।

वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण से मानव शरीर पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को काफी हद तक कम करते हैं। इसके साथ ही धरती का तापमान बढ़ने से भी रोकते हैं, यानि की पेड़-पौधे कई रुपों में हमारी मद्द करते हैं, लेकिन फिर भी आजकल पेड़ों की अंधाधुध तरीके से कटाई की जा रही है।

चंद पैसा कमाने की होड़ में आज का मनुष्य पेड़-पौधों का काटकर पर्यावरण और प्रकृति के साथ जमकर खिलवाड़ कर रहा है। इसलिए आजकल पेड़ों के संरक्षण की दिशा में उचित कदम उठाना बेहद जरूरी हो गया है।

वहीं इस तरह के स्लोगन लोगों को पेड़ों को बचाने के लिए तो प्रोत्साहित करेंगे ही। इसके साथ ही उन्हें अपने-अपने घरों में पेड़ लगाने के लिए भी प्रेरित करेंगे।

Poster on Save Trees with Slogan
Poster on Save Trees with Slogan

पेड़ वर्षा लाते है, गरमी से यह बचाते है।
Ped Varsha Late Hai, Garami Se Yah Bachate Hai.

Save Trees Quotes
Save Trees Quotes

अगर पेड़ों कर कुल्हाड़ी चलाओगे तो, सांसो पर तलवार चलेगी।
Agar Pedon Kar Kulhadi Chalaoge To, Sanso Par Talavar Chalegi.

पेड़ों से ही हमारे जीवन में हरियाली , इनको काटोगो तो होगी बदहाली।
Pedon Se Hi Hamare Jivan Mein Hariyali, Inako Katogo To Hogi Badahali.

Slogan on Save Trees with Picture
Slogan on Save Trees with Picture

पेड़ – पौधे मत करो नष्ट, साँस लेने में होगा कष्ट।
Ped – Paudhe Mat Karo Nasht, Sans Lene Mein Hoga Kasht.

पेड़ हैं जीवन का आधार, इसको मत काटो यार।
Ped Hain Jivan Ka Adhar, Isako Mat Kato Yar.

Save Trees Images with Slogans

जहा हरियाली वहा खुशहाली।
Jaha Hariyali Vaha Khushahali.

Save Trees Quotes
Save Trees Quotes

पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ।
Ped Lagao, Jivan Bachao.

और पढ़िए – पेड़ बचाओ पर नारे: Quotes on trees in Hindi

More Save Trees Slogans…

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कुछ ऐसी कविताएं जिन्हें पढ़कर मिलेगी आगे बढ़ने की प्रेरणा

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Motivational Poems

जीवन में हर किसी को असफ़लता का सामना करना पड़ता हैं, लेकिन असफ़ल होने के बाद भी जो अपना प्रयास जारी रखता हैं वही असली सफल इन्सान बनता हैं, परन्तु असफ़लता से हारे हुए इन्सान को कुछ प्रेरणादायक शब्द मील जाते हैं तो उसे निराशा से निकलने की शक्ति मिलती हैं।

आज के दौर में बहुत कम ही लोग ऐसे होते हैं, जो कि दूसरे की सफलता और आगे बढ़ने के बारे में सोचते हैं और दूसरों को खुश देखकर अच्छा महसूस करते है, नहीं तो ज्यादातर लोग सामने वाले को नीचा दिखाने और खुद को सर्वश्रेष्ठ दिखाने की कोशिश में ही लगे रहते हैं।

ऐसे में व्यक्ति के अंदर नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और प्रेरणा का अभाव हो जाते है, क्योंकि किसी भी व्यक्ति को सफल बनाने के लिए मोटिवेशन और उत्साह बढ़ाने की जरूरत होती है।

ऐसे में इस तरह की कविताएं व्यक्ति के अंदर आगे बढ़ने का जज्बा पैदा कर सकती हैं और उसे सफल एवं खुशहाल बनाने में उसकी मद्द कर सकती हैं। ऐसेही कुछ महान कवियों ने कविताओं के जरिये हमारे लिए कुछ प्रेरणादायक शब्द लिखे हैं वही प्रेरणादायक कविताओं संग्रह – Motivational Poems आज हम आपके साथ शेअर करेंगे –

Motivational Poems
कुछ प्रेरणादायक कविताओं का संग्रह – Motivational Poems in Hindi

Agneepath Motivational Poem

अग्निपथ
वृक्ष हों भले खड़े,
हों बड़े, हों घने,
एक पत्र छाँह भी
मांग मत! मांग मत! मांग मत!
अग्निपथ! अग्निपथ! अग्निपथ!
तू न थकेगा कभी,
तू न थमेगा कभी,
तू न मुड़ेगा कभी,
कर शपथ! कर शपथ! कर शपथ!
अग्निपथ! अग्निपथ! अग्निपथ!
यह महान दृश्य है,
देख रहा मनुष्य है,
अश्रु, स्वेद, रक्त से
लथ-पथ, लथ-पथ, लथ-पथ,
अग्निपथ! अग्निपथ! अग्निपथ!

हरिवंशराय बच्चन – Harivansh Rai Bachchan

Girna Bhi Acha Hai Motivational Poem

गिरना भी अच्छा है
“गिरना भी अच्छा है,
औकात का पता चलता है…
बढ़ते हैं जब हाथ उठाने को…
अपनों का पता चलता है!

जिन्हे गुस्सा आता है,
वो लोग सच्चे होते हैं,
मैंने झूठों को अक्सर
मुस्कुराते हुए देखा है…

सीख रहा हूँ मैं भी,
मनुष्यों को पढ़ने का हुनर,
सुना है चेहरे पे…
किताबो से ज्यादा लिखा होता है…!”

अमिताभ बच्चन – Amitabh Bachchan

Koshish Karne Walon Ki Motivational Poem

दुनिया में कुछ ऐसे लोग होते हैं जो कि अपनी जिंदगी में सफलता तो हासिल करना चाहते हैं, लेकिन इसके लिए कोशिश नहीं करते हैं और न ही मेहनत करते हैं। ऐसे लोगों को सफलता कभी हाथ नहीं लगती है।

क्योंकि किसी बुद्धिमान व्यक्ति ने अपनी कविता के माध्यम से समझाया है कि अगर सच्चे मन से अपने लक्ष्य को पाने की कोशिश की जाए तो व्यक्ति कठिन से कठिन रास्ते को भी आसानी से पार कर सकता है और अपनी जिंदगी में सफलता हासिल कर सकता है, क्योंकि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है।

वहीं कवि ने अपनी कविता के माध्यम से व्यक्ति को एक नन्हीं सी चीटी का उदाहरण देकर समझाने की कोशिश की है कि जिस तरह चीटी अपना दाना लेकर दीवारों पर चढ़ती है और बार-बार फिसलने के बाबाजूद भी विश्वास के साथ आगे बढ़ती है, अपनी मंजिल को पाती है, उसी तरह अपने लक्ष्य को पाने के लिए सही तरीके से कोशिश की  जाए तो हर कोई अपने सपनों को पूरा कर सकता है।

कोशिश करने वालों की
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।

नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर, बार बार फिसलती है।
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है।
आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।

डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है,
जा जा कर खाली हाथ लौटकर आता है।
मिलते नहीं सहज ही मोती गहरे पानी में,
बढ़ता दुगना उत्साह इसी हैरानी में।
मुट्ठी उसकी खाली हर एक बार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।

असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो।
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम,
संघर्ष का मैदान छोड़ कर मत भागो तुम।
कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।

–हरिवंशराय बच्चन – Harivansh Rai Bachchan

Chal Tu Akela Motivational Poem

चल तू अकेला!
तेरा आह्वान सुन कोई ना आए, तो तू चल अकेला,
चल अकेला, चल अकेला, चल तू अकेला!
तेरा आह्वान सुन कोई ना आए, तो चल तू अकेला,
जब सबके मुंह पे पाश..
ओरे ओरे ओ अभागी! सबके मुंह पे पाश,
हर कोई मुंह मोड़के बैठे, हर कोई डर जाय!
तब भी तू दिल खोलके, अरे! जोश में आकर,
मनका गाना गूंज तू अकेला!
जब हर कोई वापस जाय..
ओरे ओरे ओ अभागी! हर कोई बापस जाय..
कानन-कूचकी बेला पर सब कोने में छिप जाय…

रवीन्द्रनाथ ठाकुर – Rabindranath Tagore

Neer Bhari Dukh ki Badli Motivational Poems

कहते हैं कि ना बुरे वक्त में ही अपनों और परायों का पता चलता है। वहीं इस आर्टिकल में दी गई कविता ”गिरना भी अच्छा है” में कवि ने यही समझाने की कोशिश की है कि इंसान का गिरना और असफल होना भी जरूरी है, अन्यथा उसे कभी यह नहीं पता चल सकेगा कि कौन लोग उसके अपने हैं और कौन लोग पराए।

इसी तरह महान कवि हरिवंशराय बच्चन जी की कविता ”अग्निपथ” भी व्यक्ति को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने अपनी इस कविता के माध्यम से पाठकों को यह समझाने की कोशिश की है कि व्यक्ति को हर परिस्थति का डटकर सामना करना चाहिए एवं एक दृढनिश्चयी होकर अपने कर्तव्यपथ पर आगे बढ़ना चाहिए।

इसी तरह महान लेखक रवीन्द्र कुमार ठाकुर जी द्धारा लिखी गई कविता” चल तू अकेला” में भी कवि ने यह बताने की कोशिश की है कि व्यक्ति को  किसी पर आश्रित नहीं होना चाहिए, बल्कि खुद से ही अपना रास्ता बनाना चाहिए और उस पर निडर होकर आगे बढ़ना चाहिए।

नीर भरी दुख की बदली
मैं नीर भरी दु:ख की बदली!
स्पंदन में चिर निस्पंद बसा,
क्रन्दन में आहत विश्व हंसा,
नयनों में दीपक से जलते,
पलकों में निर्झरिणी मचली!
मेरा पग-पग संगीत भरा,
श्वासों में स्वप्न पराग झरा,
नभ के नव रंग बुनते दुकूल,
छाया में मलय बयार पली,
मैं क्षितिज भॄकुटि पर घिर धूमिल,
चिंता का भार बनी अविरल,
रज-कण पर जल-कण हो बरसी,
नव जीवन अंकुर बन निकली!
पथ को न मलिन करता आना,
पद चिन्ह न दे जाता जाना,
सुधि मेरे आगम की जग में,
सुख की सिहरन बन अंत खिली!
विस्तृत नभ का कोई कोना,
मेरा न कभी अपना होना,
परिचय इतना इतिहास यही
उमड़ी कल थी मिट आज चली!

महादेवी वर्मा – Mahadevi Verma

Sindhu Me Jwar Motivational Poem

सिन्धु में ज्वार
आज सिन्धु में ज्वार उठा है , नगपति फिर ललकार उठा है,
कुरुक्षेत्र के कण-कण से फिर, पांञ्चजन्य हुँकार उठा है।
शत – शत आघातों को सहकर जीवित हिन्दुस्थान हमारा,
जग के मस्तक पर रोली-सा, शोभित हिन्दुस्थान हमारा।

दुनिया का इतिहास पूछता, रोम कहाँ, यूनान कहाँ है?
घर-घर में शुभ अग्नि जलाता , वह उन्नत ईरान कहाँ है?
दीप बुझे पश्चिमी गगन के , व्याप्त हुआ बर्बर अँधियारा ,
किन्तु चीरकर तम की छाती , चमका हिन्दुस्थान हमारा।

हमने उर का स्नेह लुटाकर, पीड़ित ईरानी पाले हैं,
निज जीवन की ज्योत जला , मानवता के दीपक वाले हैं।

जग को अमृत घट देकर, हमने विष का पान किया था,
मानवता के लिए हर्ष से, अस्थि-वज्र का दान दिया था।

जब पश्चिम ने वन-फल खाकर, छाल पहनकर लाज बचाई ,
तब भारत से साम-गान का स्वर्गिक स्वर था दिया सुनाई।

अज्ञानी मानव को हमने, दिव्य ज्ञान का दान दिया था,
अम्बर के ललाट को चूमा, अतल सिन्धु को छान लिया था।

साक्षी है इतिहास प्रकृति का,तब से अनुपम अभिनय होता है,
पूरब में उगता है सूरज, पश्चिम के तम में लय होता हैं।

विश्व गगन पर अगणित गौरव के, दीपक अब भी जलते हैं,
कोटि-कोटि नयनों में स्वर्णिम, युग के शत सपने पलते हैं।

किन्तु आज पुत्रों के शोणित से, रंजित वसुधा की छाती,
टुकड़े-टुकड़े हुई विभाजित, बलिदानी पुरखों की थाती।

कण-कण पर शोणित बिखरा है, पग-पग पर माथे की रोली,
इधर मनी सुख की दीवाली, और उधर जन-जन की होली।

मांगों का सिंदूर, चिता की भस्म बना, हां-हां खाता है,
अगणित जीवन-दीप बुझाता, पापों का झोंका आता है।

तट से अपना सर टकराकर, झेलम की लहरें पुकारती,
यूनानी का रक्त दिखाकर, चन्द्रगुप्त को है गुहारती।

रो-रोकर पंजाब पूछता, किसने है दोआब बनाया,
किसने मंदिर-गुरुद्वारों को, अधर्म का अंगार दिखाया?
खड़े देहली पर हो, किसने पौरुष को ललकारा,
किसने पापी हाथ बढ़ाकर माँ का मुकुट उतारा।

काश्मीर के नंदन वन को, किसने है सुलगाया,
किसने छाती पर, अन्यायों का अम्बार लगाया?
आंख खोलकर देखो! घर में भीषण आग लगी है,
धर्म, सभ्यता, संस्कृति खाने, दानव क्षुधा जगी है।

हिन्दू कहने में शर्माते, दूध लजाते, लाज न आती,
घोर पतन है, अपनी माँ को, माँ कहने में फटती छाती।
जिसने रक्त पीला कर पाला , क्षण-भर उसकी ओर निहारो,
सुनी सुनी मांग निहारो, बिखरे-बिखरे केश निहारो।
जब तक दु:शासन है, वेणी कैसे बंध पायेगी,
कोटि-कोटि संतति है, माँ की लाज न लुट पायेगी।

– अटल बिहारी वाजपेयी – Atal Bihari Vajpayee

Pushp ki Abhilasha Motivational Poems

प्रेरणात्मक कविताओं के संग्रह में हम आपको अपने इस लेख में हिन्दी की महान कवियित्री द्धारा लिखी ”नींद भरी दुख की बदली” कविता भी उपलब्ध करवा रहे हैं, जिसके माध्यम से उन्होंने पाठकों को उनके जीवन में आगे बढऩे की प्ररेणा दी है।

इसके अलावा भारतीय राजनीति पर अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले स्वर्गीय राजनेता श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्धारा लिखित ”सिंधु में ज्वार” कविता भी उपलब्ध करवा रहे हैं, जो कि हिन्दुस्तान की शान का खूबसूरती से बखान कर रहे हैं।

इसके अलावा कवि माखनलाल चर्तुवेदी की कविता ”पुष्प की अभिलाषा” भी उपलब्ध करवा रहे हैं, जो कि मातृभूमि के प्रति सम्मान और कुछ कर दिखाने का भाव प्रकट कर रही है।

पुष्प की अभिलाषा
चाह नहीं मैं सुरबाला के,
गहनों में गूँथा जाऊँ,
चाह नहीं प्रेमी-माला में,
बिंध प्यारी को ललचाऊँ,
चाह नहीं, सम्राटों के शव,
पर, हे हरि, डाला जाऊँ
चाह नहीं, देवों के शिर पर,
चढ़ूँ भाग्य पर इठलाऊँ!
मुझे तोड़ लेना वनमाली!
उस पथ पर देना तुम फेंक,
मातृभूमि पर शीश चढ़ाने
जिस पथ जाएँ वीर अनेक।

– माखनलाल चतुर्वेदी – Makhanlal Chaturvedi

दोस्तों, मैं आशा करता हु की आपको यह मेरा प्रयास पसंद आया होंगा, और सभी कविताएँ आपको प्रेरणादायक लगी होगी और इन कविताओं से आप प्रेरित भी हुए होंगे। मैं आपके लिए आगे कुछ और चुनिन्दा Motivational Poem लेकर आऊंगा Comment के माध्यम से सुझाव जरुर दे।

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I hope these “Motivational Poems in Hindi” will like you. If you like these “Motivational Poems in Hindi” then please like our Facebook page & share on Whatsapp.

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OMG! क्या आपको भी लगता है कि आप सोते हुए ऊंचाई से गी रहे हैं, तो ये है वजह…

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Hypnic Jerk in Hindi

सोते हुए सपने आना आम बात है जो हर किसी के साथ होता है। लेकिन कुछ लोगों के साथ सपने देखने के अलावा कुछ और भी चीजें होती हैं जैसे कि सोते हुए खुद को ऊंचाई से गिरते हुए देखना। ये बहुत भयानक स्थिति होती है जिस दौरान शख्स अचानक से नींद से जाग जाता है। तो आइए हम आपको बता देते हैं इसकी वजह-

OMG! क्या आपको भी लगता है कि आप सोते हुए ऊंचाई से गी रहे हैं, तो ये है वजह – Hypnic Jerk

Hypnic Jerk

इसे कहते हैं “Hypnic Jerk” – What is A Hypnic Jerk?

आम बोलचाल की भाषा में इसे “Hypnic Jerk” कहा जाता है। इस दौरान इंसान अचानक नींद से उठ जाता है और उसकी साँसे तेज चल रही होती हैं। खुद को उंचाई से गिरते हुए देखना, अचानक झटके से उठ जाना या फिर लगातार हिचकियाँ आना ये सभी इस श्रेणी में आते हैं।

ऐसा क्यों होता है इसकी कुछ वजहें भी हैं – Causes of Hypnic Jerk

  • भावुकता:

हिंदी में जिसे आप भावुकता कहते है अंग्रेजी में उसे “इमोशंस” कहा जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार बहुत अधिक भावुक इन्सान या फिर किसी व्यक्ति विशेष या स्थिति के बारे में बहुत अधिक डीप में जाकर सोचने वाले इन्सान के साथ ऐसा होता है। यानी की बहुत अधिक भावुक होना इसकी सबसे पहली वजह हैं।

  • अनिंद्रा:

नींद ना आने की बीमारी की अनिंद्रा कहते हैं। और इस बीमारी की वजह से आपको Hypnic Jerk हो सकता है। जब आप कई दिनों से सोए ना हो, या फिर लगातार आप काम की वजह से नींद को टुकड़ों में ले रहे हों और वो पूरी ना हो तो ऐसे में आपको Hypnic Jerk होता है। फिर आपको सोते हुए लगता है कि आप बहुत उंचाई से गिर रहे हैं और ऐसा देखते ही आप झटके से उठ जाते हैं। समझे, चलो ठीक है समझ गए तो।

  • अधिक एक्टिविटी

वैसे कहा जाता है कि अधिक से अधिक फिजिकल एक्टिविटी आपके शरीर को मजबूत बनाती है लेकिन मामला यहाँ पर उल्टा है। विज्ञान या फिर उस क्षेत्र में काम करने वाले यानी की वैज्ञानिक कहते हैं की अधिक एक्टिविटी की वजह से भी आपक Hypnic Jerk हो सकता है।

इसे रोकने के कुछ एक तरीके हैं – Hypnic Jerk Medication

  • टुकड़ों में ना सोए:

सबसे पहली बात कि आ नींद को तोड़कर नहीं सोएं। अगर आपको इस बीमारी का एहसास हो रहा है तो कम से कम लगातार नौ घंटे की नींद लें। इससे आपका दिमाग शांत होगा।

  • डाइट का ध्यान:

बॉडी अगर बहुत अधिक फिजिकल एक्टिविटी कर रही है तो आप अपनी डाइट का ध्यान रखे। जिससे सभी पोषक तत्व शरीर को मिलते रहे। इससे आप काफी हद तक इसे रोक सकते हैं।

इसके अलावा कॉमेडी फिल्म देखना, मनपसंद किताबें पढ़ना भी आपकी मदद कर सकते हैं।

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Suvichar in Hindi |सर्वाधिक पढ़े गए 10+ सुविचार

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Suvichar in Hindi collection

Suvichar – सुविचार इस शब्द में ही विचार आता है और जहा विचारों की बाते होती है, क्यूना महान लोगे के सुविचार पढ़े… क्योकि जिन लोगों ने कुछ कर दिखाया उनके सुविचार जरुर हमारे लिए प्रेरणादायक होंगे.. सुविचार – Suvichar पढ़ने के बाद हमारे मन को एक नयी उर्जा मिलती है, जो हमें हमारे सभी काम सकारात्मक उर्जा के साथ करने के लिए प्रेरित करते है…

कुछ प्रेरणात्मक सुविचार ऐसे होते हैं, जो कि हमारे अंदर न सिर्फ सकारात्मक भाव पैदा करते हैं, बल्कि हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।

इसके साथ ही हमें कठिन दौर से उभारने की भी शक्ति प्रदान करते हैं। कुछ महान व्यक्तियों ने अपने अनुभव और मनन द्वारा सर्वश्रेष्ठ विचार कहे गए हैं, जिनके बारे में आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताएंगे।

वहीं आप इस तरह के प्रेरणात्मक सुविचारों को सोशल मीडिया साइटस व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम, फेसबुक आदि पर पर भी अपने मित्रों, करीबियों और रिश्तेदारों के साथ शेयर कर सकते हैं या फिर इस व्हाट्सऐप और फेसबुक स्टेटस बनाकर भी इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।

Suvichar in Hindi – सर्वाधिक पढ़े गए 10+ सुविचार

Suvichar

“यदि आप कोशिश करते हो और कुछ भी हासिल नहीं होता तो उसमे आपकी कोई गलती नही है. लेकिन यदि आप जरा भी कोशिश नही करते और हार जाते है तो उसमे पूरी आप ही की गलती है।

“प्रशंसा वह हथियार है, जिससे शत्रु भी मित्र बनाया जा सकता है।” – दयानन्द सरस्वती

“बुरी पुस्तकों का पढ़ना जहर पीने के समान है।” – टालस्टाय

suvichar in hindi wallpaper
A Person Who Never Made A Mistake Never Tried Anything New

“जिस व्यक्ति ने कभी गलती नहीं कि उसने कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं।

“मैंने अपने जीवन में उस इंसान से कभी कुछ नहीं सिखा जो मुझसे सहमत था” – Dudley Field Malone

“एक तो आप दिन रहते दौडिए, नहीं तो दिन आपको दौड़ायेगा” – Jim Rohn suvichar

suvichar hindi me
Knowledge Is Power

“ज्ञान शक्ति है।

“मानव के अंदर जो कुछ सर्वोत्तम है, उसका विकास प्रशंसा तथा प्रोत्साहन के व्दारा किया जा सकता है।” – चार्ल्स श्वेव

“यदि तुम चाहते हो कि दुसरे तुम्हारी प्रशंसा करें, तो पहले तुम दूसरों की प्रशंसा करना सीखो।” – एमर्सन

“कड़ी महेनत करे और सब्र करे, आपको आपका फल जरूर मिलेगा।”

New Suvichar

हर शख्स को अपनी जिंदगी में प्रेरणा लेने की जरूरत होती है। वहीं कई बार व्यक्ति अपने काफी बुरी परिस्थितियों से गुजर रहा होता है।

ऐसे में उसे चारों तरफ नकरात्मकता ही दिखाई देने लगती है और वह आगे बढ़ने की भी उम्मीद छोड़ देता है साथ ही सफल होने के लिए प्रयास भी नहीं करता है।
ऐसे में इस तरह के सुविचार व्यक्ति के जीवन में एक नई आशा जगाने का काम करते हैं और उसके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।

वहीं महान व्यक्ति द्वारा कहे गए इस तरह के प्रेरणात्मक और सर्वश्रेष्ठ सुविचारों से व्यक्ति को अपने जीवन में मुश्किल वक्त से सामना करने में मद्द मिलती है और आगे बढ़ने का हौसला बढ़ता है।

इसलिए आप भी इस तरह के सुविचारों को जरूर पढ़े और उनका अपने जीवन में अनुसरण करने की कोशिश करें साथ ही अपने दोस्तों या फिर करीबी मित्रों से भी ज्यादा से ज्यादा इन विचारों को शेयर करें ताकि आपके दोस्त भी इन विचारों से प्रेरणा ले सकें।

suvichar & hindi quotes
The word impossible is not in my dictionary.

“मेरे शब्दकोष में असंभव शब्द नहीं है।

“यदि आप कोशिश करते हो और कुछ भी हासिल नहीं होता तो उसमे आपकी कोई गलती नही है. लेकिन यदि आप जरा भी कोशिश नही करते और हार जाते है तो उसमे पूरी आप ही की गलती है।” –Orson Scott Card

“कोई भी मुझे मेरी आज्ञा के बिना दुखी नही कर सकता।” – Mahatma Gandhi Suvichar

Suvichar in hindi with photo
Give a man a fish and you feed him for a day. Teach a man to fish and you feed him for a lifetime.

“किसी आदमी को एक मछली दीजिये और आप एक दिन के लिए उसका पेट भरेंगे. किसी आदमी को मछली पकड़ना सीखा दीजिये और आप जीवन भर के लिए उसका पेट भर देंगे।

“साधारण और असाधारण में अंतर सिर्फ थोड़े सी ज्यादा मेहनत का है।” – Jimmy Johnson

“व्यायामशाला में आपके द्वारा किये गये अंतिम 3-4 प्रयासों पर ही आपके मासपेशीयो की ताकत निर्भर करती है. उस समय होने वाली तकलीफ ही आपको भविष्य में विजेता बना सकती है। लेकिन बहोत से लोगो को दर्द सहने की आदत नही होती और इसी वजह से वे पीछे रह जाते है।” – Arnold Schwarzenegger

hindi suvichar in hindi language
Three things cannot be long hidden: the sun, the moon, and the truth.

“तीन चीजें ज्यादा समय तक नहीं छुप सकती – सूरज, चंद्रमा और सत्य।

“एक बार यदि आपने कोई दावा कर दिया तो आपको उसे निभाने के लिए कड़ी मेहनत और अनुशासन की जरुरत होती है।” Haile Gebrselassie

“चरित्र को कभी आसानी से और शांति से विकसित नही किया जा सकता। बल्कि मुश्किलों का अनुभव और मुसीबतों को सहकर, साफ़ दृष्टी रखकर, उच्च विचार रखकर और सफलता प्राप्त करके ही इसे हासिल किया जा सकता है।” – Helen Keller

“जब तक आपका सामना आपकी सबसे बड़ी कमजोरी से नही हो जाता तब तक आपको अपनी सबसे बड़ी ताकत के बारे में पता नही चलता।” – Susan Gale

Top 10 Suvichar in Hindi

हर कोई अपनी जिंदगी में खुश रहना और सफलता हासिल करना चाहता है, लेकिन सफलता उन्हीं को मिलती है, जो अपने लक्ष्य को पाने के लिए कठोर दृढ़संकल्प के साथ परिश्रम करते हैं और सच्चाई और ईमानदारी के मार्ग पर चलते हैं।

हालांकि, दुनिया में कुछ व्यक्ति ऐसे भी हैं जो सफलता को पाना चाहते हैं, लेकिन इसके लिए मेहनत नहीं करना चाहते या फिर रिस्क लेने से घबराते हैं।

ऐसे लोगों को महान व्यक्तियो्ं द्वारा कहे गए इस तरह के सुविचारों से सीख लेनी चाहिए और अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने का प्रयत्न करना चाहिए।

suvichar in hindi language
If You Tell The Truth, You Don’t Have To Remember Anything.

“यदि आप सच बोलते हैं तो आपको कुछ याद रखने की ज़रुरत नहीं रहती।

“प्रतिभा अपनी राह स्वयं निर्धारित कर लेती है और अपना दीप स्वयं ले चलती है।”

“प्रतिभावान व्यक्ति यदि नष्ट होता है, तो बहुधा अपने ही व्दारा नष्ट होता है।” – जानसन

“अगर हम नही, तो कौन? अगर अभी नहीं, तो कब?” – John F. Kennedy

Suvichar And Hindi Thought
Winners don’t do different things, they do things differently.

“जीतने वाले अलग चीजें नहीं करते, वो चीजों को अलग तरह से करते हैं।

“कुसमय में साहस भी साथ छोड़ देता है।”

“कुछ पुस्तकें चलने मात्र की होती हैं, दूसरी निगाह डालने योग्य और कुछ ऐसी होती हैं, जिन्हें चबाया और पचाया जा सके।” – बेकन

“जब मै किसी को ये कहते हुए सुनता हु की, ‘जीवन बहोत कठिन है’, मै हमेशा ये पूछने के उत्सुक रहता हु की, ‘जीवन की तुलना किससे की?” – Sydney Harris

More Suvichar: Latest Suvichar in Hindi collection

Hindi Suvichar

विश्व में कई अलग-अलग तरह के लोग हैं। कुछ लोग ऐसे हैं जो कि अपने धन का घमंड करते हैं और इतने अहंकारी बन जाते हैं कि अपने सामने सभी को तुच्छ समझने लगते हैं एवं किसी को भी सम्मान नहीं देते हैं।

तो वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं जो कि हमेशा दूसरो के अंदर की बुराईयां खोजने में लगे रहते हैं और खुद की भीतर की बुराई जानने की कोशिश भी नहीं करते हैं।

वहीं दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले एवं अत्याचारी प्रवृत्ति के लोगों को महान व्यक्ति द्वारा कहे गए इस तरह के सुविचारों से सीख लेनी चाहिए।

इसके साथ ही उन्हें अपने जीवन में जरूर अनुसरण करना चाहिए और अपने मित्रों और करीबियों को भी इस तरह के प्रेरणात्मक सुविचारों के बारे में बताना चाहिए।

thoughts in hindi
If we are not a part of the solution, then we are the problem.

“अगर हम हल का हिस्सा नहीं हैं, तो हम समस्या हैं।

“सिर्फ और सिर्फ आपकी कड़ी मेहनत ही आपको अच्छी किस्मत दे सकती है।” – Harry Golden

“जब मै सफल लोगो से मिला तो उन्हें प्रश्न किये की वे अपनी सफलता में किसे शामिल करना चाहते है? जवाब था – कठिन महेनत और अच्छे लोग।” – Kiana Tom

thoughts and Suvichar
Things do not happen. Things are made to happen.

“चीजें खुद नहीं होती उन्हें करना पड़ता है

“केवल थोड़े से कुकर्म, बहुत से गुणों को दूषित करने में समर्थ होते हैं।” -प्लूटार्क

“जो मनुष्य अपने क्रोध को अपने ही ऊपर झेल लेता है, वह दूसरों के क्रोध से बच जाता है।” – सुकरात / Socrates Quotes

More Suvichar:

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दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक सुनील गावस्कर का जीवन परिचय

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Sunil Gavaskar in Hindi

सुनील गावस्कर दुनिया के सबसे दिग्गज बल्लेबाज हैं, जिन्होंने अपनी अनूठी क्रिकेट खेल प्रतिभा से न सिर्फ अपने नाम कई रिकॉर्ड दर्ज किए हैं, बल्कि दुनिया को अपनी अद्भुत खेल शैली से आश्चर्यचकित भी किया है।

आपको बता दें कि सुनील गावस्कार जब स्कूल में थे, तभी उन्होंने दो लगातार डबल सेंचुरी लगाकर अपने क्रिकेट के हुनर को साबित कर दिया था, हालांकि उसके बाद से उन्होंने क्रिकेट जगत में कई कीर्तिमान स्थापित किए और उपलब्धियां हासिल की हैं।

हालांकि अब वे क्रिकेट से रिटायर होने के बाबजूद भी इंडियन क्रिकेट टीम के मुख्य सलाहकार एवं प्रबंधन के मामलों में एक शानदार समीक्षक, विश्लेषक और ICC अधिकारी के रुप में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।

तो आइए जानते हैं सुनील गावस्कार के जीवन एवं उनके करियर से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में

दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक सुनील गावस्कर का जीवन परिचय – Sunil Gavaskar Biography in Hindi

Sunil Gavaskar

सुनील गावस्कार की जीवनी एक नजर में – Sunil Gavaskar Information in Hindi

पूरा नाम (Name) सुनील मनोहर सनीगावस्कर
जन्म (Birthday)  10 जुलाई 1949, बॉम्बे, महाराष्ट्र
पिता (Father Name) मनोहर गावस्कर
माता (Mother Name) मीनल गावस्कर
पत्नी (Wife Name)  मार्शनील गावस्कर
बच्चे (Childrens)  रोहन गावस्कार
कॉलेज  सेंट जेवियर्स कॉलेज, बॉम्बे, महाराष्ट्र

सुनील गावस्कर का जन्म एवं परिवार – Sunil Gavaskar History

सुनील गावस्कर, 10 जुलाई, 1949 को मुंबई में मनोहर गावस्कर और मीनल गावस्कर की संतान के रुप में पैदा हुए थे। वहीं सुनील गावस्कर को लिटिल मास्टर और सनी के रुप में भी जाना जाता है।

उन्होंने मार्शनील गावस्कर से विवाह किया था, शादी के बाद दोनों को एक बेटा हुआ, जिसका नाम उन्होंन रोहन रखा, वो भी वर्तमान में घरेलू स्तर पर क्रिकेट खेलता है, इसके अलावा उसने भारत के लिए कुछ वन डे मैच भी खेले हैं।

सुनील गावस्कर की शिक्षा एवं क्रिकेट करियर की शुरुआत – Sunil Gavaskar Career

उनके परिवार में क्रिकेट का काफी प्रभाव होने की वजह से उनकी बचपन से ही क्रिकेट खेलने में काफी दिलचस्पी थी,यही वजह है कि पढ़ाई के दिनों में ही उन्होंने अपने क्रिकेट खेलने के हुनर को साबित कर दिया था और तभी से वे एक क्रिकेटर के रुप में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे थे।

यही नहीं साल 1966 में सुनील गावस्कर को उनके एक बेहतरीन प्रदर्शन के लिए” भारत के सर्वश्रेष्ठ स्कूल ब्यॉय” अवॉर्ड से नवाजा गया था। इसके अलावा स्कूल की पढ़ाई के दौरान उन्होंने लगातार डबल सेंचुरी लगाकर काफी सुर्खियां बटोरी थीं।

आपको बता दें कि साल 1966 में ही सुनील गावस्कर ने रणजी मैच में अपना शानदार डेब्यू किया था। अपनी डेब्यू पारी में ही उन्होंने डबल सेंचुरी लगाकर क्रिकेट के बड़े-बड़े दिग्गजों में क्रिकेट के प्रशंसकों का ध्यान अपनी तरफ खींचा था।

सुनील गावस्कार ने वजीर सुल्तान कोल्ट्स इलेवन के लिए अपने पहले श्रेणी के करियर की शुरुआत की थी, फिर इसके बाद वे बॉम्बे स्क्वॉड के साथ खेलते रहे। इसके बाद सुनील गावस्कर की खेल प्रतिभा से प्रभावित होकर उन्हें साल 1971 में वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम के सेलेक्ट किया गया था।

सुनील गावस्कार का टेस्ट क्रिकेट करियर (इंटरनेशनल):

अपने शानदार खेल प्रतिभा के लिए पहचाने जाने वाले महान क्रिकेटर सुनील गावस्कार ने मार्च 1971 में पोर्टऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पहले टेस्ट क्रिकेट मैच की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने अपने बेहतरीन खेल प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट टीम को पहली जीत दिलवाने में सहायता की।

सुनील गावस्कर ने अपने टेस्ट क्रिकेट करियर में करीब 125 टेस्ट मैच खेलें हैं, जिसमें से उन्होंने 10 हजार 122 रन बनाकर अपने नाम रिकॉर्ड दर्ज किया है। सुनील गावस्कार 10 हजार टेस्ट रनों को बनाने वाले एवं 34 सेंचुरी का रिकॉर्ड बनाने वाले पहले बल्लेबाज हैं।

उनके इस रिकॉर्ड को सचिन तेंदुलकर ने 2005 में तोड़ा था। टेस्ट क्रिकेट में सुनील गावस्कार ने मद्रास में वेस्टइंडीज के खिलाफ बिना आउट हुए अपना पहला टेस्ट स्कोर 236 रन का बनाया था।

सुनील गावस्कार का वन डे इंटरनेशनल मैच में करियर:

महान बल्लेबाज सुनील गावस्कार ने जुलाई 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले स्टेडियम से अपने वन डे इंटरनेशनल क्रिकेट मैच की शुरुआत की। वन डे क्रिकेट मैच में गावस्कर ने 35 के औसत से करीब 3092 रन बनाए।

गावस्कर ने वन डे इंटरनेशनल क्रिकेट मैच करियर में अपनी सबसे शानदार पारी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेसेस एंड हेज सीरीज में खेली।

गावस्कर और वर्ल्ड कप – Sunil Gavaskar 1983 World Cup

विश्व के महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर साल 1975,1979,1983 और 1987 में वर्ल्डकप क्रिकेट में अपनी खेल की अनूठी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके हैं। गावस्कर ने 1983 के वर्ल्डकप भारत के नाम करने में अपनी शानदार भूमिका निभाई थी।

सुनील गावस्कर ने साल 1987 में वर्ल्डकप के दौरान न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी शानदार पारी खेली। इस मैच में उन्होंने 88 बॉल्स में सेंचुरी मारी और भारत को जीत हासिल करवाने में सहायता की। उन्हें अपनी इस दमदार पारी के लिए ”मैन ऑफ द मैच” से भी नवाजा गया था।

कैप्टन के रुप में गावस्कर – Sunil Gavaskar As Captain

सुनील गावस्कर ने अपने कप्तानी के दौरान कुछ ज्यादा तो हासिल नहीं किया। लेकिन वे अपनी कैप्टनशिप में टीम को अनुशासित रखने में एवं सही दिशा देने में कामयाब रहे।

इसके साथ ही उन्होंने अपनी कप्तानी के दौरान खतरनाक खेल के लिए पहचानी जानी वाली वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम को लेकर अपनी टीम के खौफ को निकालने में सफलता हासिल की।

सुनील गावस्कर की खेलने की अद्भुत शैली:

विश्व के महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर के क्रिकेट खेलने की शैली काफी अद्भुत और स्टाइलिश थी। उनके अंदर क्रिकेट खेलने की ऐसा कला विद्यमान थी कि छोटे कद के होने के बाबजूद भी शानदार तरीके से बल्लेबाजी करते थे।

वे अपने शानदार बल्लेबाजी से किसी भी तरह के गेंदबाज को परेशान कर देते थे। वें दाएं हाथ के बल्लेबाज थे, जिनमें एक शानदार स्लिप फील्डर बनने की भी काबिलियत थी। सुनील गावस्कर के दौरान ही वास्तव में इंडियन क्रिकेट टीम ने इंटरनेशनल क्रिकेट मैचों में अपने अच्छे प्रदर्शन की शुरुआत की थी।

वहीं सुनील गावस्कर के बाद की जनरेशन में सिर्फ क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ही उनके जैसा खेल पाए।

सुनील गावस्कार की उपलब्धियां/रिकॉर्ड्स – Sunil Gavaskar Record

  • गावस्कर 10000 से ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले पहले टेस्ट क्रिकेटर हैं।
  • सुनील गावस्कर ने अपनी डेब्यू पारी में सबसे ज्यादा 774 रन बनाने का भी कीर्तिमान स्थापित किया है।
  • सुनील गावस्कर विश्व भर में इकलौते एक बैट्समैन हैं, जिन्होंने पोर्ट ऑफ़ स्पेन और वानखेड़े में लगातार दो बार चार सेंचुरी मारकर अपने नाम अनोखा रिकॉर्ड दर्ज किया है।
  • गावस्कर ने किक्रेट के भगवान सचिन तेंदुलकर से पहले टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 34 शतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया था।
  • सुनील गावस्कर ने साल 1975 में इंग्लैंड के खिलाफ वर्ल्डकप मैच में धीमी स्पीड से रन बनाने का रिकॉर्ड भी बनाया था। इस मैच में उन्होंने 174 गेंदों में सिर्फ 36 रन ही बनाए थे।
  • सुनील गावस्कार ने अपनी अनूठी क्रिकेट खेल प्रतिभा से कई रिकॉर्ड बनाए हैं, जिनमें से उनके नाम 100 कैच लेने वाले पहले इंडियन क्रिकेटर का रिकॉर्ड भी दर्ज है।
  • महान क्रिकेटर गावस्कर के नाम 18 अलग-अलग खिलाड़ियों के साथ 58 शतकीय सांझेदारी होने का भी रिकॉर्ड दर्ज है।

सुनील गावस्कार से जुड़े विवाद  – Sunil Gavaskar Controversy

एक महान क्रिकेटर होने के बाबजूद भी सुनील गावस्कर कई विवादों को लेकर न सिर्फ अपने क्रिकेट करियर के दौरान सुर्खियों में रहे बल्कि रिटायरमेंट के बाद भी काफी चर्चाओं में रहे, उनसे जुड़े विवाद इस प्रकार हैं साल 1981 में सुनील गावस्कर को उस समय मीडिया की तीखी टिप्पणियां और लोगों की अपमानजनक बातें सुननी पड़ीं थीं, जब मेलबोर्न में उन्हें आउट दिए जाने पर उन्होंने अपने साथी खिलाड़ी को मैदान से खींचकर बाहर कर दिया था।

इसके अलावा गावस्कर उस समय काफी विवादों में रहे, जब साल 2008 में उन्होंने सिडनी टेस्ट मैच के दौरान मैच रेफरी माइक प्रॉक्टर के खिलाफ काफी अलोकप्रिय एवं तीखी टिप्पणी की थी।

सुनील गावस्कार को मिले पुरस्कार/सम्मान – Sunil Gavaskar Awards

  • साल 1980 में विश्व के सबसे दिग्गज बल्लेबाजों में से एक सुनील गावस्कर को उनकी अद्भभुत खेल प्रतिभा को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान में से एक ”पद्म भूषण” पुरस्कार से सम्मानित किया।
  • साल 1980 में ही महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर को ICC द्वारा ”विस्डेन क्रिकेटर ऑफ द ईयर” अवॉर्ड से नवाजा गया था।
  • साल 1975 में सुनील गावस्कर की उत्कृष्ट खेल प्रतिभा को देखते हुए भारत सरकार सरकार की तरफ से खेल के क्षेत्र में दिए जाने वाला सर्वोच्च सम्मान अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा गया था।
  • यही नहीं सुनील गावस्कर और एलेन बर्डर की बेहतरीन क्रिकेट खेल प्रतिभा को सम्मानित करने के लिए बॉर्डरगावस्कर ट्रॉफी भी शुरु की गई है। 

सुनील गावस्कर के जीवन पर लिखीं गईं मशहूर किताबें – Sunil Gavaskar Book

  • रन्स एंड रुइन्स
  • वन डे वेन्डर
  • सनिडेज
  • आइडल्स

Read More: 

  1. कपिल देव की जीवनी
  2. Virat Kohli biography
  3. MS Dhoni biography
  4. पी. टी. उषा जीवन परिचय
  5. Suresh Raina biography

Note :- आपके पास About Sunil Gavaskar in Hindi मैं और Information हैं, या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो तुरंत हमें कमेंट मै लिखे हम इस अपडेट करते रहेंगे।

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101+ सर्वश्रेष्ठ प्रेरणादायक अनमोल वचन

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Anmol Vachan

कुछ ऐसे प्रेरणादायक अनमोल वचन – Anmol Vachan होते हैं, जिनका अगर आप अपने जीवन में अनुसरण करें तो, आप अपनी पूरी जिंदगी बदल सकते हैं।

कई बार व्यक्ति के जीवन में ऐसे मोड़ आते हैं, जब उनकी अपनी जिंदगी के प्रति नकरात्मक सोच बन जाती है, उस दौरान इस तरह के अनमोल वचन व्यक्ति को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए काफी मद्दगार साबित होते हैं।

महान व्यक्तियों द्वारा कहे गए कुछ विचार ऐसे होते हैं जो कि न सिर्फ हमारी सोच को बदलने का काम करते हैं बल्कि हमें एक अच्छा आचरण वाला सभ्य व्यक्ति बनाने में भी हमारी मद्द करते हैं।

इसके साथ ही हमें अपने जीवन में पॉजीटिव रहने के लिए प्रेरित करते हैं और दूसरों का सम्मान करने का भाव पैदा करते हैं। इसलिए आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको कुछ विद्धानों और महानपुरुषों द्वारा कहे गए सर्वश्रेष्ठ प्रेरणादायक अनमोल वचन – Anmol Vachan उपलब्ध करवा रहे हैं, जिन्हें आप अपने दोस्तों अथवा परिवार वालों के साथ व्हाट्सऐप या फिर अन्य सोशल मीडिया साइट्स पर शेयर सकते हैं, इससे उनके अंदर जीवन के प्रति सकरात्मकता की भावना का विकास होगा, और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन भी मिलेगा। तो आइए जानते हैं महान व्यक्तियों द्वारा कहे गए कुछ अनमोल और प्रेरणात्मक विचारों के बारे में-

Anmol Vachan

प्रेरणादायक अनमोल वचन – Anmol Vachan in Hindi

“दान देना ही आमदमी का एकमात्र व्दार है। – स्वामी रामतीर्थ

 यदि किसी युवती के दोष जानना हों, तो उसकी सखियों में उसकी प्रशंसा करो। – बेंजामिन फ्रैंकलिन

Anmol Vachan with Image

अनमोल वचन पढ़ने से हमारे दिन की शुरवात अच्छी होती है। अनमोल वचन – हमारे मन को शुद्ध करते है। और सकारात्मक सोचने की शक्ति को बढ़ते है। यहाँ पर कुछ चुनिन्दा Anmol Vachan दिये है जो जरुर आपके जीवन में बदलाव लायेंगे। जरुर पढ़े और अच्छे लगे तो अपने दोस्तों के साथ जरुर Share करे।

Anmol vachan Mitrata

“सच्चे मित्र को दोनों हाथों से पकड़कर रखो। – नाइजिरियन कहावत

उस काम को, जिसे तुम दुसरे व्यक्ति में बुरा समझते हो, स्वयं त्याग दो परंतु दूसरों पर दोष मत लगाओ। – स्वामी रामतीर्थ

Anmol Vachan in Hindi free

कई बार व्यक्ति अपने अंदर की बुराईयों को स्वीकार नहीं करता है, और गलत पथ पर आगे बढ़ता रहता है, और अपने अहंकार में आकर मानवता ही भूल जाता है, तो ऐसे व्यक्तियों की सोच को बदलने के लिए और उन्हें सही मार्ग पर प्रशस्त करने के लिए कुछ महान व्यक्तियों के प्रेरणादायक अनमोल वचन – Anmol Vachan काफी मद्दगार साबित हो सकते हैं।

Anmol Vachan

“जिसे धीरज है और जो मेहनत से नहीं घबराता, कामयाबी उसकी दासी है। – स्वामी दयानन्द सरस्वती

अपने जीवन का ध्येय बनाओ और इसके बाद अपनी सारी शारीरिक और मानसिक शक्ति, जो भगवान ने तुम्हें दी है, उसमें लगा दो। – कार्लाइल

Anmol Vachan in Hindi Language: Aaj ka vichar

Hindi Anmol Vachan wallpapers

कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो सफलता की ऊंचाईयों को तो छूना चाहते हैं लेकिन वे न तो किसी लक्ष्य का निर्धारण करते हैं और न ही असल में इसके लिए कोई प्रयत्न ही करते हैं, तो ऐसे लोगों के लिए कुछ महान व्यक्तियों के द्धारा कहे गए अनमोल वचन – Anmol Vachan उन्हें अपने लक्ष्यों को निर्धारित करने और सफलता का मुकाम हासिल करने के लिए प्रेरणा देने का काम करते हैं।

Anmol Vachan in Hindi Wallpapers

“महान ध्येय महान मस्तिष्क की जननी है। – इमन्स

चाहे धैर्य थकी घोड़ी हो, परंतु फिर भी वह धीरे-धीरे चलेगी अवश्य। – विलियम शेक्सपीयर

Beautiful Anmol Vachan

“अभिमान की अपेक्षा नम्रता से अधिक लाभ होता है। – भगवान् गौतम बुद्ध

निराशा आशा के पीछे-पीछे चलती है। – एल. ई लैमडन

More 10 Anmol Vachan in Hindi: 10 Suvichar

अनमोल वचन

जब इंसान का बुरा वक्त आता है तो, उस वक्त इंसान अंदर से पूरी तरह टूट जाता है, और पूरी तरह नकारात्मक बन जाता है।

इसके साथ ही बुरे वक्त में उसका साथ देने वाला भी कोई व्यक्ति नहीं होता, तो ऐसे समय में कुछ प्रेरणादायक अनमोल वचन – Anmol Vachan इंसान को बुरे दौर से उबारने में उसकी मद्द करते हैं, साथ ही यह भी सिखाते हैं कि अपने बुरे दौर में इंसान को किस तरह से हिम्मत और धैर्य के साथ कठिन परिस्थितियों का सामना करना चाहिए।

Anmol Vachan Hindi me image

“पाप एक प्रकार का अँधेरा है, जो ज्ञान का प्रकाश होते ही मिट जाता है। – कालिदास

ईश्वर की कोई बौद्धिक परिभाषा नहीं दी जा सकती। हाँ, उसका आत्मा के सहारे अनुभव किया जा सकता है। – डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन

Anmol Vachan Images
Anmol Vachan Images

“महान आत्माओं को हमेशा ही साधारण मन से हिंसक विरोध का सामना करना ही पड़ता है- अल्बर्ट आइंस्टीन

पैसा आपका सेवक है। यदि आप उनका उपयोग जानते हैं; वह आपका स्वामी है। यदि आप उसका उपयोग नहीं जानते। – होरेस

“दुसरे के दोष पर ध्यान देते समय हम स्वयं बहुत भले बन जाते हैं। परंतु जब हम अपने दोषों पर ध्यान देंगे। तो अपने आपको कुटिल और कामी पाएँगे। – महात्मा गांधी

Anmol Vachan Hindi Mein

जिंदगी में हर किसी को किसी न किसी मोड़ पर मोटिवेशन की जरूरत होती है, क्योंकि कई बार जिंदगी में ऐसा समय आता है जब व्यक्ति द्वारा कई प्रयत्न करने के बाद भी उसे असफलता ही हाथ लगती है, ऐसे में कई बार व्यक्ति निराश हो जाता है और आगे बढ़ने की आश छोड़ देता है।

वहीं ऐसे दौर में अगर महान व्यक्ति द्वारा कहे गए इस तरह के सुविचारों का मनन किया जाए और उन्हें अपनी ईमानदारीपूर्व अपने जीवन में उतारा जाए तो निश्चय ही उसे अपने बुरे दौर से उभरने में तो मद्द मिलेगी और उसकी मायूसी भी दूर होगी एवं नए सिर से जिंदगी जीने में मद्द मिलेगी।

वहीं आप भी इन विचारों को शेयर कर अपने करीबी लोगों को कठिन वक्त से उभारने में मद्द कर सकते हैं और उनकी हिम्मत बांध सकते हैं।

Anmol Vachan in Hindi for Students
Anmol Vachan in Hindi for Students

“सर्वश्रेष्ठ होना कोई काम नहीं है, बल्कि ये हमारी आदत है, जिन्हें हम बार-बार करते हैं।

जब तक तुममें दूसरों के दोष देखने की आदत मौजूद है। तब तक तुम्हारे लिए ईश्वर का साक्षात्कार करना अत्यन्त कठिन है। – रामतीर्थ

“जब जेब में पैसे होते हैं, तो तुम बुद्धिमान और सुंदर लगते हो तथा उस समय तुम अच्छा गाते भी हो। – स्वीडिश कहावत

Anmol Vachan in Hindi
Anmol Vachan in Hindi msg

“क्या आपको यह लगता है कि आप सोच सकते हैं कि कोई भी काम आप नहीं कर सकते, और अगर लगता है कि आप नहीं कर सकते हैं तो क्या आप सही हैं – हेनरी फोर्ड

जिस तरह पानी को कोई जल, कोई आब, कोई वाटर कहते हैं, उसी तरह एक ही सच्चिदानंद परमेश्वर को कोई अल्लाह, कोई हरि, कोई गॉड कहकर पुकारते हैं। – रामकृष्ण परमहंस

“उस अल्लाह की स्तुति करनी चाहिए, जो समस्त संसार का चालक, दयालु, उदार पर अंतिम निर्णय के समय न्यायाधीश भी है। – कुरान

Anmol Vachan Shayari

दुनिया में कई लोग ऐसे होते हैं जिनके अंदर आत्मविश्वास की कमी होती है, जिसके चलते उन्हें कई बार अफलता का सामना करना पड़ता है। वहीं किसी महान व्यक्ति ने कहा है कि जो लोग खुद पर विश्वास नहीं करते, ऐसे लोग परमात्मा पर भी भरोसा नहीं कर सकते हैं।

इसलिए, अगर जिंदगी में कुछ हासिल करना है तो खुद पर भरोसा रखना बेहद जरूरी है, अन्यथा जिंदगी में सफलता नहीं मिल सकती है। वहीं अगर आप भी महान व्यक्ति द्वारा कहे गए इस तरह के प्रेरणात्मक अनमोल वचनों को अपने जीवन में उतारेंगे तो आपको एक खूबसूरत और खुशहाल जिंदगी जीने में मद्द मिलेगी।

Anmol Vachan Wallpaper
Anmol Vachan Wallpaper

“अपने लक्ष्य को हासिल करने से जो कुछ भी आपको मिलता है, वह इतना महत्वपूर्ण नहीं है, जितना कि, आप अपने लक्ष्यों को हासिल करने के द्धारा बनते हैं – गेटे

ज्ञानवान मित्र ही जीवन का सबसे बड़ा वरदान है। – युरिपिडिज

“मुँह के सामने मीठी बातें करने और पीठ पीछे छुरी चलानेवाले मित्र को दुधमुँहे विषभरे घड़े की तरह छोड़ दो। – हितोपदेश

Anmol Vachan with Image
Anmol Vachan with Image

“जो कुछ भी आप अपने जीवन में करते हैं, एकदिन वह जरूर खत्म हो जाएगा, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आप कुछ करते तो हैं – महात्मा गांधी

धर्म तो मानव-समाज के लिए अफीम है। – कार्ल मार्स्क

“जो चीज विकार को मिटा सके। राग-व्देष को कम कर सके। जिस चीज के उपयोग से मन सूली पर चढ़ते समय भी सत्य पर डटा रहे वही धर्म की शिक्षा है। – महात्मा गांधी

Beautiful Anmol Vachan

कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनमें दूसरों की बुराई करने की आदत इस कदर शुमार होती है कि जब तक वे किसी के सामने होते हैं तब तक तो उनके मुंह पर उनकी प्रशंसा करते हैं और पीठ पीछे उनके बारे में बुरा-भला बोलते हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए, क्योंकि इस तरह के लोग काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं।

वहीं अगर विद्धानों की माने तो व्यक्ति को अपने दोस्तों का चुनाव करने में भी बेहद सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि संगत का असर व्यक्ति का व्यवहार पर पड़ता है।

वहीं इस तरह से महान व्यक्तियों द्वारा कहे गए विचार जिंदगी जीने का सही तरीका सिखाने में मद्दगार साबित होते हैं, इसलिए इस तरह के प्रेरणात्मक अनमोल विचारों का हम सभी को अपने जीवन में गंभीरता से अनुसरण करना चाहिए।

अनमोल वचन
अनमोल वचन

“जिस वक्त जिस कार्य के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी वक्त उसे करो, अन्यथा लोगों का भरोसा आप के ऊपर से उठ जाएगा – स्वामी विवेकानंद।

संकट के समय धैर्य धारण करना मानो आधी लड़ाई जीत लेना है। – प्लाट्स

“मनुष्य के लिए निराशा के समान दूसरा पाप नहीं है। इसलिए मनुष्य को इस पापरुपिनी निराशा को समूल हटाकर आशावादी बनना चाहिए। – हितोपदेश

Beautiful Anmol Vachan
Beautiful Anmol Vachan

“अज्ञानता, आकांक्षा और असमानता – यह सब बंधन की त्रिमूर्तियां हैं – स्वामी विवेकानंद

जो अपने लक्ष्य के प्रति पागल हो गया है, उसे ही प्रकाश का दर्शन होता है। जो थोड़ा इधर, थोड़ा उधर हाथ मारते हैं, वे कोई लक्ष्य पूर्ण नहीं कर पाते। वे कुछ क्षणों के लिए बड़ा जोश दिखाते है; किन्तु वह शीघ्र ठंडा हो जाता है। – स्वामी विवेकानंद

“हमारा ध्येय सत्य होना चाहिए, न कि सुख। – सुकरात

सर्वश्रेष्ठ प्रेरणादायक अनमोल वचन संग्रह अगले पेज पर –

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जानिए महान पार्श्वगायक एवं अद्भुत कलाकार किशोर दा की जीवनी

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किशोर किमोर की जीवनी एक नजर में – Kishore Kumar Information in Hindi

मशहूर नाम (Name) किशोर कुमार
बचपन का नाम (Real Name) आभास कुमार गांगुली
जन्म (Birthday) 4 अगस्त 1929, खंडवा, मध्यप्रेदश, ब्रिटिश भारत
पिता (Father Name) कुंजलाल गांगुली (गंगोपाध्याय) वकील
माता (Mother Name) गौरी देवी
शैक्षणिक योग्यता (Education) ग्रेजुएशन
मृत्यु (Death)  13 अक्टूबर, 1987, बॉम्बे, महाराष्ट्र

किशोर दा का जन्म, परिवार, शिक्षा एवं शुरुआती जीवन – Kishore Kumar History in Hindi

बॉलीवुड जगत में अपनी गायकी और एक्टिंग का लोहा मनवाने वाले महान अभिनेता किशोर कुमार 4 अगस्त, 1929 को मध्यप्रदेश के एक छोटे से कस्बे खंडवा में एक बंगाली परिवार में आभास कुमार गांगुली के रुप में जन्में थे। इनके पिता कुंजीलाल गंगोपध्याय एक वकील थे।

वहीं इनकी मां गौरा देवी एक घरेलू महिला थीं। किशोर कुमार के अलावा उनके दो बड़े भाई अनूप कुमार एवं अशोक कुमार थे व एक बहन सती देवी भी थी।

किशोर कुमार को फिल्मों में दिलचस्पी अपने भाईयों की वजह से आई, दरअसल जब वे काफी छोटे थे, तभी उनके बड़े भाई अशोक कुमार बॉलीवुड फिल्म जगत में एक स्थापित एक्टर के रुप में अपनी धाक जमा चुके थे, और फिर बाद में उनके भाई अनूप कुमार भी में अभिनय करने लगे थे।

शायद इसलिए किशोर दा को कम उम्र में ही फिल्मों में भी काम करने का मौका प्राप्त हो सका था। वहीं किशोर दा मशहूर सिंगर के.एल सहगल की गायकी के अंदाज के काफी कायल थे और उन्हें अपना गुरु मानते थे।

किशोर दा की शुरु से ही रुचि पढ़ाई से ज्यादा फिल्में देखने, एक्टिंग और संगीत में लगती थी, इसलिए उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा तो अपने कस्बे के ही प्राथमिक स्कूल से ही की। फिर इसके बाद उन्होंने मध्यप्रदेश के ईसाई कॉलेज इंदौर से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है। 

किशोर दा का विवाह एवं निजी जीवन – Kishore Kumar Marriage And Life Story

किशोर दा ने अपने जीवन में चार शादियां की, उन्होंने पहली पहली शादी 1951 में एक बंगाली एक्ट्रेस और सिंगर रुमा घोष से की थी। इस शादी के बाद उन्हें एक बेटा भी हुआ, वह भी बॉलीवुड एक्टर, डायरेक्टर, सिंगर और म्यूजिक डायरेक्टर हैं।

हालांकि उनकी पहली शादी ज्यादा दिनों तक नहीं चल सकी महज 7 साल बाद 1958 में ही दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद किशोर दा ने बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत एवं मशहूर अभिनेत्री मधुबाला से 1960 में शादी कर ली। लेकिन शादी के कुछ सालों बाद ही मधुबाला की दिल की बीमारी की वजह से मौत हो गई।

जिसके बाद दिलीप कुमार काफी दुखी रहने लगे थे। वहीं तीसरी बार फिर से किशोर दा ने शादी करने का निर्णय लिया और 1976 में वे योगिता बालि के साथ शादी के बंधन में बंध गए। आपको बता दें कि योगिता बाली भी फिल्म जगत से तालोक्कात रखतीं थी, हालांकि यह शादी महज 2 साल ही चल सकी।

इसके बाद साल 1980 में जब किशोर दा की उम्र 51 साल थी, तब उन्होंने एक बार फिर से यानि की चौथी बार लीना चंदावरकर से विवाह कर लिया। और इस शादी से उन्हें सुमित कुमार नाम का बेटा प्राप्त हुआ। इस तरह किशोर दा का निजी जीवन भी किसी फिल्म की दिलचस्प कहानी से कम नहीं रहा है।

किशोर दा का फिल्मी और सिंगिग करियर – Kishore Kumar Career

किशोर दा ने ”बॉम्बे टॉकीज” में को-एक्टर के रुप में अपनी एक्टिंग की करियर की शुरुआत की थी, यहां पहले उनके बड़े भाई अशोक कुमार भी काम करते थे। आपको बता दें कि मुंबई यात्रा के बाद ही उन्होंने अपना नाम बदलकर आभास कुमार से ”किशोर कुमार” रख लिया था। 

किशोर दा का अभिनेता और गायक के रुप में डेब्यू:

किशोर दा ने साल 1946 में महज 17 साल की उम्र में फिल्म शिकारी में पहली बार एक फिल्म अभिनेता के तौर पर अपना डेब्यू किया था, जबकि साल 1948 में किशोर दा ने एक सिंगर के तौर पर पहली बार फिल्म जिद्दी के लिए ”मरने की दुआएं क्यों मांगू” गाना गाया था।

इसके कुछ दिनों बाद भी किशोर दा ने अपने अभिनय के अंदाज से बॉलीवुड की दुनिया में अपनी एक अलग धाक बना ली थी। इसके बाद उन्होंने फिल्म मुसाफिर, नौकरी, आंदोलन जैसी फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई। इस दौरान उन्हें अपनी एक्टिंग के लिए दर्शकों से काफी प्यार और प्रशंसा भी मिली थी।

प्लेबैक सिंगिंग का उनका हुनर फिल्म मशाल के दौरान सबसे सामने आया और फिर इसके बाद फिल्म नौ दो ग्यारह, मुनिजी समेत कईी फिल्मों के लिए प्लेबैक सिंगिंग के लिए एक के बाद एक ऑफर मिलने लगे।

किशोर किमार की मशहूर कॉमेडी फिल्में – Kishore Kumar Movies

किशोर दा की छवि लोगों के बीच एक अच्छे प्लैबेक सिंगर के रुप में ही नहीं थी, बल्कि उन्होंने अपनी शानदार अदाकारी से भी लाखों प्रशंसकों के दिल में अपने  लिए जगह बनाई थी।

किशोर कुमार के द्वारा किए गए कॉमेडी रोल को दर्शकों द्वारा खूब पसंद किया जाता था। फिल्म पड़ोसन, हाफ टिकट, नई दिल्ली, आशा, चलती का नाम गाड़ी में वे कॉमेडी भूमिकाओं में नजर आए, जिसे लोगों द्वारा खूब सराहा गया।

फिल्म डायरेक्टर के रुप में किशोर दा:

1960 के दशक में किशोर दा ने फिल्म डायरेक्टर के तौर पर फिल्म जगत में अपनी किस्मत आजमाई और वे इसमें काफी हद तक सफल भी हुए।

आपको बता दें कि उन्होंने साल 1961 में रिलीज हुई फिल्म झुमरू के लिए फिल्म अभिनेता, सिंगर, प्रोड्यूसर, म्यूशियन, और डायरेक्टर के तौर पर काम किया। इसके अलावा किशोर दा ने फिल्म ”दूर वादियों में कहीं”, और दूर का राही फिल्मों में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।

किशोर दा के सदाबहार सुपरहिट गाने – Kishore Kumar Song

वैसे तो किशोर दा के द्वारा गाए सुपरहिट गानों की लंबी फेहरिस्त है जिनमें से हम आपको कुछ उपलब्ध  करवा रहे हैं।

साल फ़िल्म गाना
1986 सागर सागर किनारे
1985 शराबी मंजिलें अपनी जगह हैं
1984 अगर तुम न होते अगर तुम न होते
1983 नमक हलाल पग घुंघरू बाँध
1981 थोड़ी सी बेवफाई हज़ार राहे मुड़के देखीं
1979 डॉन खइके पान बनारस वाला
1976 अमानुष दिल ऐसा किसी ने मेरा तोड़ा
1970 आराधना रूप तेरा मस्ताना
1958 चलती का नाम गाड़ी एक लड़की भीगी भागी सी

इसके अलावा 1960 के दशक में किशोर कुमार का फिल्म ज्वेल थीफ का गाना “ये दिल ना होता बेचारा”, फिल्म गाइड का गाना “गाता रहे मेरा दिल” को काफी प्रसिद्धि मिली थी।

राजनीति में किशोर दा:

किशोर दा एक बहुमुखी प्रतिभा वाले शख्सियत थे, जो कि न सिर्फ एक अभिनेता, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और सिंगर के तौर पर फेमस थे, बल्कि किशोर दा ने भारत के आपातकाल के दौरान 1975 से 1977 के बीच में उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा जी के मुख्य आलोचक के रुप में भी काफी सुर्खियां बटोरीं थी।

किशोर दा का आखिरी गीत:

किशोर दा की दिलकश आवाज में आखिरी बार साल 1988 में उनकी मृत्यु के बाद फिल्म वक्त की आवाज के लिए गाने रिकॉर्ड किए गए।

किशोर कुमार से जुडे़ विवाद – Kishore Kumar Controversy

साल 1980 के दशक के दौरान दिलीप कुमार, बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता अभिनेता बच्चन के साथ अपने संबंधो को लेकर काफी चर्चा में रहे। दऱअसल, उस दौरान अमिताभ बच्चन ने दिलीप कुमार के प्रोडक्शन में बनने वाली फिल्म ”ममता की छाओं में” एक गेस्ट अप्पेरेंस का रोल निभाने से मना कर दिया था।

वहीं इसके बाद किशोर दा ने भी अमिताभ की फिल्मों के लिए प्लेबैक सिंगिंग करनी बंद कर दी थी। दोनों के बीच यह विवाद करीब 5 साल तक रहा।

हालांकि बाद में दोनों के बीच समझौता हुआ और फिर किशोर दा ने अमिताभ बच्चन की फिल्म तूफान में अपनी सुरीली आवाज दी थी, यह फिल्म किशोर दा की मृत्यु के बाद साल 1989 में रिलीज हुई थी। साल 1960 में किशोर कुमार को भारत सरकार की इनकम टैक्स चोरी का आरोप लगा था।

जिसके चलते किशोर कुमार को लोगों द्वारा काफी अपमानित होना पड़ा था एवं लोगों की तीखी टिप्पणी सुननी पड़ी थी। इस दौरान किशोर दा की प्रतिष्ठा पर भी काफी प्रभाव पड़ा था।

साल 1975 से 1977 में भारत में आपातकाल के दौरान जब संजय गांधी जी ने मुंबईं में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की एक रैली में गाना गाने के लिए किशोर कुमार से कहा, तब किशोर जी ने गाना गाने से मन कर दिया था, जिसकी वजह से किशोर कुमार के गाने पर 4 मई, 1976 तक दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो द्वारा प्रसारित करने पर बैन लगा दिया गया था।

इसके अलावा किशोर कुमार जी उस समय भी काफी सुर्खियों में रहे, जब उनकी तीसरी पत्नी योगिता बाली ने उनसे तलाक ले लिया था और बॉलीवुड के एक्टर मिथुन चक्रवर्ती के साथ शादी कर ली थी।

जिसको लेकर किशोर दा ने मिथुन चक्रवर्ती के फिल्म के लिए काफी समय के लिए गाना गाने बंद कर दिए थे, लेकिन बाद में किशोर दा मिथुन जी की फिल्म डिस्को डांसर एवं प्यार का मंदिर जैसी फिल्म में अपनी आवाज का जादू बिखेरा था

जब दुनिया छोड़कर चल बसे किशोर दा – Kishore Kumar Death

किशोर दा की मौत 58 साल की उम्र में हार्ट अटैक पड़ने से हुई थी। 13 अक्टूबर, 1987 में किशोर कुमार ने अपनी अंतिम सांस मुंबई में ली थी, जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके जन्मस्थान खंडवा ले जाया गया था, वहीं पर उनका अंतिम संस्कार किया गया था।

वहीं उनकी अंतिम यात्रा में हजारों की तादाद में भीड़ उनकी दिवंगत आत्मा को शांति देने के लिए एकत्र हुई थी। आज किशोर दा तो हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनके द्वारा गाए हुए गाने और उनकी फिल्में आज भी लोगों द्वारा काफी पसंद की जाती हैं।

वे आज भी बॉलीवुड के कई सिंगर और अभिनेताओं के आदर्श बने हुए है। वहीं जब भी फिल्म जगत में अच्छी कलाकारी और हुनर की बात होती है तो उनका नाम सबसे पहले लिया जाता है।

किशोर दा को मिले पुरुस्कार और सम्मान – Kishore Kumar Award

बॉलीवुड के महान अभिनेता एवं प्लेबैक सिंगर किशोर कुमार को कई गानों में उनकी सुरीली आवाज के लिए 8 फिल्म फेयर अवॉर्ड द्वारा भी नवाजा गया है।

जिनमें से कुछ मशहूर गानों के लिए मिले पुरस्कार इस प्रकार हैं- साल 1986 में किशोर दा को फिल्म सागर के लिए गाए गाना ”सागर किनारे” के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड से नवाजा गया था।

साल 1985 में किशोर दा को फिल्म शराबी के लिए गाए गाना ”मंजिलें अपनी जगह है” के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। किशोर दा को फिल्म ”अगर तुम ना होते” का टाइटल सॉन्ग गाने के लिए भी साल 1984 में फिल्म फेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।

किशोर दा को फिल्म डॉन में उनके द्वारा गाए गए गाना “खइके पान बनारस वाला” के लिए भी फिल्म फेयर अवॉर्ड दिया गया था। उनका यह गाना आज भी लोगों के जुबां पर चढ़ा रहता है।

महान पार्श्वगायक किशोर कुमार को साल 1976 में फिल्म अमानुष के गाना ”दिल ऐसा किसी ने मेरा” के लिए भी फिल्म फेयर अवॉर्ड से नवाजा गया था, आपको बता दें उनका यह गाना आज भी लोगों द्वारा खूब पसंद किया जाता है।

साल 1970 में भी महान सिंगर किशोर दा को उनके द्वारा फिल्म आराधना के लिए गाए गाना “रूप तेरा मस्ताना” के लिए भी फिल्म फेयर अवॉर्ड दिया गया था। वहीं किशोर दा का यह गाना आज भी पार्टीज में सुनने को जरूर मिल जाता है।

इसके अलावा, किशोर कुमार को कोरा कागज, हरे राम हरे कृष्णा, आराधना, और अंदाज के लिए बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का अवॉर्ड मिल चुका है। यही नहीं उन्होंने कई बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन अवॉर्ड भी अपने नाम किए हैं।

आपको बता दें कि किशोर दा की गायकी को प्रोत्साहित करने और उनके सम्मान में 1985-1986 में मध्य प्रदेश सरकार ने ‘उनके नाम पर ‘किशोर कुमार पुरस्कार” की भी शुरुआत की थी। किशोर दा ने संगीत की कभी कोई ट्रेनिंग नहीं ली थी, इसके बाबजूद भी उनके अंदर गायकी की अद्भुत प्रतिभा विद्यमान थी, जिसके सभी कायल थे।

वे फिल्म जगत के बहुमुखी गायक के रुप में भी जाते हैं, उनके अंदर एक्टर के मुताबिक अपनी आवाज बलदने की भी बेहतरीन कला थी, वहीं उनके द्वारा गाए गए सभी गीत सदाबहार माने जाते हैं, उनके गीत आज भी दुनिया भर के लोग सुनते और गुनगुनाते हैं। किशोर कुमार को आज के सिंगर और एक्टर अपना आदर्श मानते हैं।

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  1. ए.आर रहमान की जीवनी
  2. “सुरों का बादशाह” सोनू निगम
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Note: आपके पास About Kishore Kumar in Hindi मैं और Information हैं। या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिखे हम इस अपडेट करते रहेंगे।

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Kishore Kumar Ka Jivan Parichay

किशोर कुमार फिल्म जगत की एक ऐसी शख्सियत थे, जिन्होंने कई सालों तक बॉलीवुड में अपनी गायकी और अदाकारी के माध्यम से राज किया। वे एक महान पार्श्वगायक (प्लेबैक सिंगर) होने के साथ-साथ बेहतरीन अभिनेता, फिल्म डायरेक्टर, कलाकार, म्यूजिशयन, कॉमेडियन भी थे।

किशोर कुमार संगीत क्षेत्र की वो हस्ती है जिनका नाम कभी भुलाया नहीं जा सकता। लोग आज भी किशोर कुमार जी के गानों को उतनी ही प्यार देते है, उनकी आवाज में एक जादू था। उनके द्वारा गाए गए गीत आज भी लोगों के जुंबा पर चढ़ रहते हैं।

आपको बता दें कि उन्होंने बेस्ट प्लेबैक सिंगर के तौर पर 8 फिल्म फेयर अवॉर्ड जीतकर एक रिकॉर्ड बनाया था, वहीं उनके रिकॉर्ड को आज तक कोई नहीं तोड़ सका है, तो आइए जानते हैं किशोर दा की जीवनी-

जानिए महान पार्श्वगायक एवं अद्भुत कलाकार किशोर दा की जीवनी – Kishore Kumar Biography in Hindi

Kishore Kumar

किशोर किमोर की जीवनी एक नजर में – Kishore Kumar Information in Hindi

मशहूर नाम (Name) किशोर कुमार
बचपन का नाम (Real Name) आभास कुमार गांगुली
जन्म (Birthday) 4 अगस्त 1929, खंडवा, मध्यप्रेदश, ब्रिटिश भारत
पिता (Father Name) कुंजलाल गांगुली (गंगोपाध्याय) वकील
माता (Mother Name) गौरी देवी
शैक्षणिक योग्यता (Education) ग्रेजुएशन
मृत्यु (Death)  13 अक्टूबर, 1987, बॉम्बे, महाराष्ट्र

किशोर दा का जन्म, परिवार, शिक्षा एवं शुरुआती जीवन – Kishore Kumar History in Hindi

बॉलीवुड जगत में अपनी गायकी और एक्टिंग का लोहा मनवाने वाले महान अभिनेता किशोर कुमार 4 अगस्त, 1929 को मध्यप्रदेश के एक छोटे से कस्बे खंडवा में एक बंगाली परिवार में आभास कुमार गांगुली के रुप में जन्में थे। इनके पिता कुंजीलाल गंगोपध्याय एक वकील थे।

वहीं इनकी मां गौरा देवी एक घरेलू महिला थीं। किशोर कुमार के अलावा उनके दो बड़े भाई अनूप कुमार एवं अशोक कुमार थे व एक बहन सती देवी भी थी।

किशोर कुमार को फिल्मों में दिलचस्पी अपने भाईयों की वजह से आई, दरअसल जब वे काफी छोटे थे, तभी उनके बड़े भाई अशोक कुमार बॉलीवुड फिल्म जगत में एक स्थापित एक्टर के रुप में अपनी धाक जमा चुके थे, और फिर बाद में उनके भाई अनूप कुमार भी में अभिनय करने लगे थे।

शायद इसलिए किशोर दा को कम उम्र में ही फिल्मों में भी काम करने का मौका प्राप्त हो सका था। वहीं किशोर दा मशहूर सिंगर के.एल सहगल की गायकी के अंदाज के काफी कायल थे और उन्हें अपना गुरु मानते थे।

किशोर दा की शुरु से ही रुचि पढ़ाई से ज्यादा फिल्में देखने, एक्टिंग और संगीत में लगती थी, इसलिए उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा तो अपने कस्बे के ही प्राथमिक स्कूल से ही की। फिर इसके बाद उन्होंने मध्यप्रदेश के ईसाई कॉलेज इंदौर से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की है। 

किशोर दा का विवाह एवं निजी जीवन – Kishore Kumar Marriage And Life Story

किशोर दा ने अपने जीवन में चार शादियां की, उन्होंने पहली पहली शादी 1951 में एक बंगाली एक्ट्रेस और सिंगर रुमा घोष से की थी। इस शादी के बाद उन्हें एक बेटा भी हुआ, वह भी बॉलीवुड एक्टर, डायरेक्टर, सिंगर और म्यूजिक डायरेक्टर हैं।

हालांकि उनकी पहली शादी ज्यादा दिनों तक नहीं चल सकी महज 7 साल बाद 1958 में ही दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद किशोर दा ने बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत एवं मशहूर अभिनेत्री मधुबाला से 1960 में शादी कर ली। लेकिन शादी के कुछ सालों बाद ही मधुबाला की दिल की बीमारी की वजह से मौत हो गई।

जिसके बाद दिलीप कुमार काफी दुखी रहने लगे थे। वहीं तीसरी बार फिर से किशोर दा ने शादी करने का निर्णय लिया और 1976 में वे योगिता बालि के साथ शादी के बंधन में बंध गए। आपको बता दें कि योगिता बाली भी फिल्म जगत से तालोक्कात रखतीं थी, हालांकि यह शादी महज 2 साल ही चल सकी।

इसके बाद साल 1980 में जब किशोर दा की उम्र 51 साल थी, तब उन्होंने एक बार फिर से यानि की चौथी बार लीना चंदावरकर से विवाह कर लिया। और इस शादी से उन्हें सुमित कुमार नाम का बेटा प्राप्त हुआ। इस तरह किशोर दा का निजी जीवन भी किसी फिल्म की दिलचस्प कहानी से कम नहीं रहा है।

किशोर दा का फिल्मी और सिंगिग करियर – Kishore Kumar Career

किशोर दा ने ”बॉम्बे टॉकीज” में को-एक्टर के रुप में अपनी एक्टिंग की करियर की शुरुआत की थी, यहां पहले उनके बड़े भाई अशोक कुमार भी काम करते थे। आपको बता दें कि मुंबई यात्रा के बाद ही उन्होंने अपना नाम बदलकर आभास कुमार से ”किशोर कुमार” रख लिया था। 

किशोर दा का अभिनेता और गायक के रुप में डेब्यू:

किशोर दा ने साल 1946 में महज 17 साल की उम्र में फिल्म शिकारी में पहली बार एक फिल्म अभिनेता के तौर पर अपना डेब्यू किया था, जबकि साल 1948 में किशोर दा ने एक सिंगर के तौर पर पहली बार फिल्म जिद्दी के लिए ”मरने की दुआएं क्यों मांगू” गाना गाया था।

इसके कुछ दिनों बाद भी किशोर दा ने अपने अभिनय के अंदाज से बॉलीवुड की दुनिया में अपनी एक अलग धाक बना ली थी। इसके बाद उन्होंने फिल्म मुसाफिर, नौकरी, आंदोलन जैसी फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई। इस दौरान उन्हें अपनी एक्टिंग के लिए दर्शकों से काफी प्यार और प्रशंसा भी मिली थी।

प्लेबैक सिंगिंग का उनका हुनर फिल्म मशाल के दौरान सबसे सामने आया और फिर इसके बाद फिल्म नौ दो ग्यारह, मुनिजी समेत कईी फिल्मों के लिए प्लेबैक सिंगिंग के लिए एक के बाद एक ऑफर मिलने लगे।

किशोर किमार की मशहूर कॉमेडी फिल्में – Kishore Kumar Movies

किशोर दा की छवि लोगों के बीच एक अच्छे प्लैबेक सिंगर के रुप में ही नहीं थी, बल्कि उन्होंने अपनी शानदार अदाकारी से भी लाखों प्रशंसकों के दिल में अपने  लिए जगह बनाई थी।

किशोर कुमार के द्वारा किए गए कॉमेडी रोल को दर्शकों द्वारा खूब पसंद किया जाता था। फिल्म पड़ोसन, हाफ टिकट, नई दिल्ली, आशा, चलती का नाम गाड़ी में वे कॉमेडी भूमिकाओं में नजर आए, जिसे लोगों द्वारा खूब सराहा गया।

फिल्म डायरेक्टर के रुप में किशोर दा:

1960 के दशक में किशोर दा ने फिल्म डायरेक्टर के तौर पर फिल्म जगत में अपनी किस्मत आजमाई और वे इसमें काफी हद तक सफल भी हुए।

आपको बता दें कि उन्होंने साल 1961 में रिलीज हुई फिल्म झुमरू के लिए फिल्म अभिनेता, सिंगर, प्रोड्यूसर, म्यूशियन, और डायरेक्टर के तौर पर काम किया। इसके अलावा किशोर दा ने फिल्म ”दूर वादियों में कहीं”, और दूर का राही फिल्मों में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।

किशोर दा के सदाबहार सुपरहिट गाने – Kishore Kumar Song

वैसे तो किशोर दा के द्वारा गाए सुपरहिट गानों की लंबी फेहरिस्त है जिनमें से हम आपको कुछ उपलब्ध  करवा रहे हैं।

साल फ़िल्म गाना
1986 सागर सागर किनारे
1985 शराबी मंजिलें अपनी जगह हैं
1984 अगर तुम न होते अगर तुम न होते
1983 नमक हलाल पग घुंघरू बाँध
1981 थोड़ी सी बेवफाई हज़ार राहे मुड़के देखीं
1979 डॉन खइके पान बनारस वाला
1976 अमानुष दिल ऐसा किसी ने मेरा तोड़ा
1970 आराधना रूप तेरा मस्ताना
1958 चलती का नाम गाड़ी एक लड़की भीगी भागी सी

इसके अलावा 1960 के दशक में किशोर कुमार का फिल्म ज्वेल थीफ का गाना “ये दिल ना होता बेचारा”, फिल्म गाइड का गाना “गाता रहे मेरा दिल” को काफी प्रसिद्धि मिली थी।

राजनीति में किशोर दा:

किशोर दा एक बहुमुखी प्रतिभा वाले शख्सियत थे, जो कि न सिर्फ एक अभिनेता, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और सिंगर के तौर पर फेमस थे, बल्कि किशोर दा ने भारत के आपातकाल के दौरान 1975 से 1977 के बीच में उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा जी के मुख्य आलोचक के रुप में भी काफी सुर्खियां बटोरीं थी।

किशोर दा का आखिरी गीत:

किशोर दा की दिलकश आवाज में आखिरी बार साल 1988 में उनकी मृत्यु के बाद फिल्म वक्त की आवाज के लिए गाने रिकॉर्ड किए गए।

किशोर कुमार से जुडे़ विवाद – Kishore Kumar Controversy

साल 1980 के दशक के दौरान दिलीप कुमार, बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता अभिनेता बच्चन के साथ अपने संबंधो को लेकर काफी चर्चा में रहे। दऱअसल, उस दौरान अमिताभ बच्चन ने दिलीप कुमार के प्रोडक्शन में बनने वाली फिल्म ”ममता की छाओं में” एक गेस्ट अप्पेरेंस का रोल निभाने से मना कर दिया था।

वहीं इसके बाद किशोर दा ने भी अमिताभ की फिल्मों के लिए प्लेबैक सिंगिंग करनी बंद कर दी थी। दोनों के बीच यह विवाद करीब 5 साल तक रहा।

हालांकि बाद में दोनों के बीच समझौता हुआ और फिर किशोर दा ने अमिताभ बच्चन की फिल्म तूफान में अपनी सुरीली आवाज दी थी, यह फिल्म किशोर दा की मृत्यु के बाद साल 1989 में रिलीज हुई थी। साल 1960 में किशोर कुमार को भारत सरकार की इनकम टैक्स चोरी का आरोप लगा था।

जिसके चलते किशोर कुमार को लोगों द्वारा काफी अपमानित होना पड़ा था एवं लोगों की तीखी टिप्पणी सुननी पड़ी थी। इस दौरान किशोर दा की प्रतिष्ठा पर भी काफी प्रभाव पड़ा था।

साल 1975 से 1977 में भारत में आपातकाल के दौरान जब संजय गांधी जी ने मुंबईं में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की एक रैली में गाना गाने के लिए किशोर कुमार से कहा, तब किशोर जी ने गाना गाने से मन कर दिया था, जिसकी वजह से किशोर कुमार के गाने पर 4 मई, 1976 तक दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो द्वारा प्रसारित करने पर बैन लगा दिया गया था।

इसके अलावा किशोर कुमार जी उस समय भी काफी सुर्खियों में रहे, जब उनकी तीसरी पत्नी योगिता बाली ने उनसे तलाक ले लिया था और बॉलीवुड के एक्टर मिथुन चक्रवर्ती के साथ शादी कर ली थी।

जिसको लेकर किशोर दा ने मिथुन चक्रवर्ती के फिल्म के लिए काफी समय के लिए गाना गाने बंद कर दिए थे, लेकिन बाद में किशोर दा मिथुन जी की फिल्म डिस्को डांसर एवं प्यार का मंदिर जैसी फिल्म में अपनी आवाज का जादू बिखेरा था

जब दुनिया छोड़कर चल बसे किशोर दा – Kishore Kumar Death

किशोर दा की मौत 58 साल की उम्र में हार्ट अटैक पड़ने से हुई थी। 13 अक्टूबर, 1987 में किशोर कुमार ने अपनी अंतिम सांस मुंबई में ली थी, जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके जन्मस्थान खंडवा ले जाया गया था, वहीं पर उनका अंतिम संस्कार किया गया था।

वहीं उनकी अंतिम यात्रा में हजारों की तादाद में भीड़ उनकी दिवंगत आत्मा को शांति देने के लिए एकत्र हुई थी। आज किशोर दा तो हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनके द्वारा गाए हुए गाने और उनकी फिल्में आज भी लोगों द्वारा काफी पसंद की जाती हैं।

वे आज भी बॉलीवुड के कई सिंगर और अभिनेताओं के आदर्श बने हुए है। वहीं जब भी फिल्म जगत में अच्छी कलाकारी और हुनर की बात होती है तो उनका नाम सबसे पहले लिया जाता है।

किशोर दा को मिले पुरुस्कार और सम्मान – Kishore Kumar Award

बॉलीवुड के महान अभिनेता एवं प्लेबैक सिंगर किशोर कुमार को कई गानों में उनकी सुरीली आवाज के लिए 8 फिल्म फेयर अवॉर्ड द्वारा भी नवाजा गया है।

जिनमें से कुछ मशहूर गानों के लिए मिले पुरस्कार इस प्रकार हैं- साल 1986 में किशोर दा को फिल्म सागर के लिए गाए गाना ”सागर किनारे” के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड से नवाजा गया था।

साल 1985 में किशोर दा को फिल्म शराबी के लिए गाए गाना ”मंजिलें अपनी जगह है” के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। किशोर दा को फिल्म ”अगर तुम ना होते” का टाइटल सॉन्ग गाने के लिए भी साल 1984 में फिल्म फेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।

किशोर दा को फिल्म डॉन में उनके द्वारा गाए गए गाना “खइके पान बनारस वाला” के लिए भी फिल्म फेयर अवॉर्ड दिया गया था। उनका यह गाना आज भी लोगों के जुबां पर चढ़ा रहता है।

महान पार्श्वगायक किशोर कुमार को साल 1976 में फिल्म अमानुष के गाना ”दिल ऐसा किसी ने मेरा” के लिए भी फिल्म फेयर अवॉर्ड से नवाजा गया था, आपको बता दें उनका यह गाना आज भी लोगों द्वारा खूब पसंद किया जाता है।

साल 1970 में भी महान सिंगर किशोर दा को उनके द्वारा फिल्म आराधना के लिए गाए गाना “रूप तेरा मस्ताना” के लिए भी फिल्म फेयर अवॉर्ड दिया गया था। वहीं किशोर दा का यह गाना आज भी पार्टीज में सुनने को जरूर मिल जाता है।

इसके अलावा, किशोर कुमार को कोरा कागज, हरे राम हरे कृष्णा, आराधना, और अंदाज के लिए बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का अवॉर्ड मिल चुका है। यही नहीं उन्होंने कई बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन अवॉर्ड भी अपने नाम किए हैं।

आपको बता दें कि किशोर दा की गायकी को प्रोत्साहित करने और उनके सम्मान में 1985-1986 में मध्य प्रदेश सरकार ने ‘उनके नाम पर ‘किशोर कुमार पुरस्कार” की भी शुरुआत की थी। किशोर दा ने संगीत की कभी कोई ट्रेनिंग नहीं ली थी, इसके बाबजूद भी उनके अंदर गायकी की अद्भुत प्रतिभा विद्यमान थी, जिसके सभी कायल थे।

वे फिल्म जगत के बहुमुखी गायक के रुप में भी जाते हैं, उनके अंदर एक्टर के मुताबिक अपनी आवाज बलदने की भी बेहतरीन कला थी, वहीं उनके द्वारा गाए गए सभी गीत सदाबहार माने जाते हैं, उनके गीत आज भी दुनिया भर के लोग सुनते और गुनगुनाते हैं। किशोर कुमार को आज के सिंगर और एक्टर अपना आदर्श मानते हैं।

Read More:

  1. ए.आर रहमान की जीवनी
  2. “सुरों का बादशाह” सोनू निगम
  3. Yo Yo Honey Singh

Note: आपके पास About Kishore Kumar in Hindi मैं और Information हैं। या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो तुरंत हमें कमेंट और ईमेल मैं लिखे हम इस अपडेट करते रहेंगे।

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बेस्ट हिंदी थॉट्स ऑफ़ द डे

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Thought of the day in Hindi

दिन का एक ऐसा विचार जिसे पढ़कर आपके अंदर अपने काम के प्रति नई ऊर्जा भर जाती है, और अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए सकारात्मक भावना विकसित होती है। साथ ही इस तरह के प्रेरणात्मक और अनमोल विचार – Thought Of The Day अपने  काम को बेहद ईमानदारी और कर्मठता के साथ करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में कुछ इस तरह के प्रेरणात्मक अनमोल विचार उपलब्ध करवाएंगे, जिन्हें आप व्हाट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया साइट्स पर शेयर कर सकते हैं और इन विचारों से प्रेरणा ले सकते हैं।

बेस्ट हिंदी थॉट्स ऑफ़ ऑफ़ द डे – Thought of The Day in Hindi

Thought of the Day in Hindi with Meaning

आशा ही उत्साह की जननी है, आशा में तेज है, बल है, जीवन है, आशा ही समस्त संसार की संपूर्ण संचालक शक्ति है – प्रेमचंद
Asha Hi Utsah Ki Janani Hai, Asha Mein Tej Hai, Bal Hai, Jivan Hai, Asha Hi Samast Sansar Ki Sampoorn Sanchalak Shakti Hai.

Thought of the Day for Kids

सपने वो नहीं हैं जो आप नींद में देखते हैं , बल्कि सपने वो हैं जो आपको नींद ही नहीं आने दे – अब्दुल कलाम
Sapane Vo Nahin Hain Jo Ap Nind Mein Dekhate Hain , Balki Sapane Vo Hain Jo Apako Nind Hi Nahin Ane De.

Thought Of The Day With Meaning

चाणक्य, स्वामी विवेकानंद, शेक्सपियर, अब्दुल कलाम जी समेत तमाम ऐसे महान व्यक्तियों द्धारा कहे गए इस तरह के विचार वाकई में जिंदगी में आगे बढ़ने का तो जज्बा पैदा करते ही हैं, इसके साथ ही अपने काम के प्रति ईमानदार, कर्मठ रहने का भी गुण सिखाते हैं।

इस तरह के विचार अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करते हैं, दूसरों के लिए मद्द और सम्मान की भावना पैदा करते हैं, हमारे अंदर से नकारात्मकता के भाव को दूर करते हैं और हमें एक सभ्य एवं अच्छा इंसान बनाने में मद्द करते हैं।

इसलिए हम सभी को अपने दिन की शुरुआत महान व्यक्तियों द्धारा कहे इन महान विचारों से करनी चाहिए। इसके साथ ही इन विचारों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की भी कोशिश करनी चाहिए।
Thought of the Day Motivational

बुद्धि ईश्वर का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ वरदान है, इसका इस्तेमाल पूरी ईमानदारी और सच्ची लगन के साथ करना चाहिए – चाणक्य
Buddhi Ishvar Ka Diya Hua Sarvashreshth Varadan Hai, Isaka Istemal Poori Imanadari Aur Sachchi Lagan Ke Sath Karana Chahiye.

Thought of the Day on Life

ये कभी मत सोचो कि एक महीने में या फिर एक साल में क्या हो सकता है , बल्कि यह सोचो कि सिर्फ 24 घंटे में क्या-क्या हो सकता है।
Ye Kabhi Mat Socho Ki Ek Mahine Mein Ya Phir Ek Sal Mein Kya Ho Sakata Hai, Balki Yah Socho Ki Sirph 24 Ghante Mein Kya-Kya Ho Sakata Hai.

भय ही पतन और पाप का निश्चित कारण है। – स्वामी विवेकानन्द
Bhay Hee Patan Aur Paap Ka Nishchit Kaaran Hai.

Positive Thought of the Day

कई बार ऐसा वक्त आता है जब व्यक्ति अपने डेली रुटीन के काम से ऊब जाता है या थकान महसूस करने लगता है तो, कुछ महान विद्धानों के द्धारा कहे गए इस तरह के डेली कोट्स से व्यक्ति को फिर से ऊर्जावान बनने और अपने काम के प्रति फोकस करने में सहायता मिलती है।

इसके अलावा थॉट्स ऑफ द डे, जीवन के कठिन दौर में आत्मसम्मान के साथ धैर्य और हिम्मत के साथ काम करना भी सिखाते हैं।

Thought For The Day

आत्मविश्वास सरीखा दूसरा मित्र नहीं, अर्थात आत्मविश्वास ही भावी उन्नति का मूल आधार है – स्वामी विवेकानंद
Atmavishvas Sarikha Doosara Mitr Nahin, Arthat Atmavishvas Hi Bhavi Unnati Ka Mool Adhar Hai.

जिसने जान लिया की मैं बुद्धिमान नहीं हूँ, उसके बुद्धिमान बनने की आशा की जा सकती है। – साइरस
Jisane Jaan Liya Kee Main Buddhimaan Nahin Hoon, Usake Buddhimaan Banane Kee Aasha Kee Ja Sakatee Hai.

Positive Thought of the Day

हमें हार कभी नहीं माननी चाहिए बल्कि हमें परेशानियों को खुद को हराने नहीं देना चाहिए – अब्दुल कलाम
Hamen Har Kabhi Nahin Manani Chahie Balki Hamen Pareshaniyon Ko Khud Ko Harane Nahin Dena Chahiye.

किसी के मरने के बाद मिलने वाला कोई भी धन ईमानदारी से ज्यादा मूल्यवान नहीं है – शेक्सपियर
Kisi Ke Marane Ke Bad Milane Vala Koi Bhi Dhan Imanadari Se Jyada Moolyavan Nahin Hai.

Thought of The Day Motivational

कई लोग ऐसे होते हैं कि किसी अच्छे फिर नए काम की शुरुआत करने को समय न होने का बहाना लेकर टालते रहते हैं और फिर एक वक्त ऐसा आता है कि वो चाहकर भी उस काम की शुरुआत नहीं कर पाते क्योंकि तब तक काफी देर हो चुकी होती है।

ऐसे लोगों को महान व्यक्तियों द्धारा कहे गए इस तरह के महान विचारों से सीख लेने की जरूरत है, ताकि वे समय से अपना काम शुरु कर सकें और अपनी जिंदगी में सफलता हासिल कर सकें।

Small Thought of The Day in Hindi

जो काम जितनी ही महेनत, लगन और श्रद्धा से किया जाएगा, उतना ही श्रेष्ठ होगा – महात्मा बुद्ध
Jo Kam Jitani Hi Mahenat, Lagan Aur Shraddha Se Kiya Jaega, Utana Hi Shreshth Hoga.

भय से ही दुःख आते हैं, भय से ही मृत्यु होती है और भय से ही बुराइयाँ उत्पन्न होती हैं। – विवेकानन्द
Bhay Se Hee Duhkh Aate Hain, Bhay Se Hee Mrtyu hoti Hai Aur Bhay Se Hee Buraiyaan Utpann Hoti Hain.

Thought of the Day for Students

कुछ महान लोगों के विचार इतने अधिक शक्तिशाली होते हैं कि मनुष्य के दिमाग में तुंरत अपना प्रभाव छोड़ते हैं, और उन्हें अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देते हैं।

इसके साथ ही  मनुष्य के अंदर कठिन दौर से उबारने की क्षमता का विकास करते हैं और उन्हें अपनी जिंदगी के प्रति सकरात्मक बनाते हैं। इसके अलावा इस तरह के अनमोल विचार, मनुष्य के व्यवहार में परिवर्तन लाने और सच्चाई के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए भी प्रेरित करते हैं।

Thought of the Day for Students

जिंदगी किसी भूल को सुधारने का अथवा आगे बढ़ना का बार-बार मौका देती है, बस इसे पहचानने की जरूरत होती है।
Jindagi Kisi Bhool Ko Sudharane Ka Athava Age Badhana Ka Bar-Bar Mauka Deti Hai, Bas Ise Pahachanane Ki Jaroorat Hoti Hai.

थोड़ा पढ़ना, अधिक सोचना; कम बोलना, अधिक सुनना-यह बुद्धिमान बनने के उपाय हैं। – रवीन्द्रनाथ ठाकुर
Thoda Padhana, Adhik Sochana; Kam Bolana, Adhik Sunana-Yah Buddhimaan Banane Ke Upaay Hain.

Thought For The Day Hindi

कुछ लोग सिर्फ असाधारण मौकों की बाट जोहा करते हैं, लेकिन वास्तव में कोई भी मौका छोटा या फिर बड़ा नहीं होता, अर्थात छोटे से छोटे मौका का बुद्धिपूर्वक  इस्तेमाल करने से ही,छोटे अवसरों का बड़ा बनाया जा सकता है – विनोबा भावे
Kuchh Log Sirph Asadharan Maukon Ki Bat Joha Karate Hain, Lekin Vastav Mein Koi Bhi Mauka Chhota Ya Phir Bada Nahin Hota, Arthat Chhote Se Chhote Mauka Ka Buddhipoorvak Istemal Karane Se Hi,Chhote Avasaron Ka Bada Banaya Ja Sakata Hai.

जिसमें बुध्दि नहीं है उसको शास्त्र से क्या लाभ? जैसे नेत्रहीन मनुष्य के लिए दर्पण बेकार है। – चाणक्य
Jisamen Budhdi Nahin Hai Usako Shaastr Se Kya Laabh ? Jaise Netraheen Manushy Ke Liye Darpan Bekaar Hai.

Golden Thoughts of Life in Hindi

जो छोटी सोच वाले मनुष्य होते हैं, वो बुराई करते हैं, जबकि प्रभावशाली और बड़ी सोच वाले व्यक्ति की प्रवृत्ति तो माफ करने की होती है।
Jo Chhoti Soch Vale Manushy Hote Hain, Vo Burai Karate Hain, Jabaki Prabhavashali Aur Badi Soch Vale Vyakti Ki Pravrtti To Maph Karane Ki Hoti Hai.

जिसमें बुध्दि नहीं हाई, उसको बिना सींग का पशु समझना चाहिए। – प्रेमचन्द
Jisamen Budhdi Nahin Haee, Usako Bina Seeng Ka Pashu Samajhana Chaahiye.

Thought of the Day Motivational

जिंदगी के कठिन वक्त में जब व्यक्ति का भरोसा खुद पर से ही उठने लगता है और वह अपने लक्ष्य को पाने के लिए प्रयास करना छोड़ देता है, मायूस हो जाता है, और जिंदगी से किसी भी तरह की उम्मीद करना छोड़ देता है, तो ऐसे में इस तरह के अनमोल विचार व्यक्ति के अंदर आत्मविश्वास जगाने का काम करते हैं।

इसलिए इस तरह के प्रेरणात्मक कोट्स (Thought of the Day) अपने दोस्तों, परिवार के सदस्य और करीबियों के साथ सोशल मीडिया साइट्स पर जरुर शेयर करने चाहिए, जिससे कोई भी शख्स अपनी जिंदगी से मायूस न रहे और निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता रहे।

Thought for the Day for School Assembly

अगर आप वाकई में अपने जिंदगी में सफलता हासिल करना चाहते हैं, तो हर दिन खुद को बीते हुए दिन से बेहतर बनाइए।
Agar Ap Vaki Mein Apane Jindagi Mein Saphalata Hasil Karana Chahate Hain, To Har Din Khud Ko Bite Hue Din Se Behatar Banaiye.

प्रेम ही सबसे बड़ा शिक्षक है, प्रेम ही सर्वोत्कृष्ट शांतिदायक है। – स्वेट मार्डेन
Prem Hee Sabase Bada Shikshak Hai, Prem Hee Sarvotkrsht Shantidayak Hai.

Thought of the Day in Hindi with Images

लक्ष्य के तय होते ही आपके कर्म, एक यात्रा का रुप ले लेते हैं, और फिर आज नहीं तो कल आप अपने लक्ष्य को हासिल कर ही लेते हैं- वेदांत तीर्थ
Lakshy Ke Tay Hote Hi Apake Karm, Ek Yatra Ka Rup Le Lete Hain, Aur Phir Aj Nahin To Kal Ap Apane Lakshy Ko Hasil Kar Hi Lete Hain.

प्रेम की कोई जाति नहीं, कोई धर्म नहीं, विचार-विवेक और भलाई-बुराई का उसे कुछ ज्ञान नहीं।
Prem Kee Koee Jati Nahin, Koee Dharm Nahin, Vichar-Vivek Aur Bhalaee-Buraee Ka Use Kuchh Gyan Nahin.

Thought Of The Day For Kids

हर किसी का बुरा और अच्छा वक्त आता है। कुछ लोग तो अपने बुरे वक्त का अच्छी तरह से सामना कर लेते हैं, जबिक कुछ लोग ऐसे होते हैं कि बुरे वक्त में पूरी तरह टूट जाते हैं और निराश हो जाते हैं और आगे बढ़ने की कोशिश भी नहीं करते हैं, ऐसे लोगों को उनकी जिंदगी में दुख के सिवाय कुछ और नसीब नहीं होता है।

वहीं ऐसे समय में महान व्यक्तियों द्धारा कहे गए विचार न सिर्फ बुरे वक्त से उभारने में मद्दगार साबित हो सकते हैं बल्कि जिंदगी में फिर से आगे बढ़ने का जज्बा भी पैदा कर सकते हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो कि हमेशा आसाधरण और बड़े मौकों की इंतजार में ही अपनी जिंदगी का ज्यादातर वक्त जाया करते हैं।

ऐसे लोगों को किसी महान पुरुष ने अपने महान विचार से यह समझाने की कोशिश की है कि कोई भी मौका छोटा या बड़ा नहीं होता है, बल्कि, अगर बुद्धिपूर्वक छोटे अवसरों का भी इस्तेमाल किया जाए तो इसे बड़ा बनाया जा सकता है।

इस तरह के थॉट ऑफ द डे वास्तव में व्यक्ति के जिंदगी को और अधिक खुशहाल और सफल बनाने में उनकी मद्द कर सकते हैं।

Thought of The Day in Hindi

कर्म के द्धारा शांत रहते हुए चींटी से बेहतर उपदेश को दूसरा नहीं देता – डॉ.राधाकृष्णन
Karm Ke Dwara Shant Rahate Hue Chinti Se Behatar Upadesh Ko Doosara Nahin Deta.

प्रार्थना ऐसे करो, मानो सब कुछ ईश्वर पर निर्भर है। काम ऐसे करो, मानो सब कुछ मनुष्य पर निर्भर है। – फ्रांसिस कार्डिनल स्पेलमैंन
Prarthana Aise Karo, Mano Sab Kuchh Eeshvar Par Nirbhar Hai. Kam Aise Karo, Mano Sab Kuchh Manushy Par Nirbhar Hai.

Thought for the Day Quotes

शिखर तक पहुंचने के लिए ताकत की जरुरत होती है, फिर चाहे वो माउंट एवरेस्ट का शिखर हो अथवा आपके पेशे का शिखर हो।
Shikhar Tak Pahunchane Ke Lie Takat Ki Jarurat Hoti Hai, Phir Chahe Vo Mount Everest Ka Shikhar Ho Athava Apake Peshe Ka Shikhar Ho.

जितना विश्व समझता है, प्रार्थना से उससे कहीं अधिक कार्य होता है। – टेनीसन
Jitana Vishv Samajhata Hai, Prarthana Se Usase Kaheen Adhik Kary Hota Hai.

अगले पेज पर और भी बढ़िया Thought of the Day…

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अरविंद केजरीवाल के जीवन से जुड़ी ऐसी बातें जिनके बारे में नहीं जानते होंगे आप

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Arvind Kejriwal Jeevan Parichay

अरविंद केजरीवाल भारतीय राजनीति का वो चेहरा हैं, जिन्होंने बेहद कम समय में ही राजनीति में अपनी एक अलग पहचान बना ली है। राजनीति में आने से पहले वे एक आईआरएस अधिकारी थे, जिन्होंने सामाजिक सेवा के उद्देश्य से राजस्व सेवा से इस्तीफा दे दिया था।

वहीं अन्ना हजारे के जनलोकबिल बिल आंदोलन के बाद उन्होंने भारतीय राजनीति में सक्रिय रुप से अपना कदम रखा था और फिर आम आदमी पार्टी की स्थापना की। केजरीवाल साल 2013 से साल 2020 तक तीन बार दिल्ली के सीएम बन चुके हैं, तो आइए जानते हैं अरविंद केजरीवाल जी के जीवन और उनसे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में-

अरविंद केजरीवाल के जीवन से जुड़ी ऐसी बातें जिनके बारे में नहीं जानते होंगे आप – Arvind Kejriwal Biography in Hindi

Arvind Kejriwal

अरविंद केजरीवाल की जीवनी एक नजर में – Arvind Kejriwal Information

नाम (Name) अरविंद  केजरीवाल
जन्मदिन (Birthday) 16 अगस्त 1968, सिवानी, हरियाणा
पिता का नाम (Father Name) गोबिंद राम केजरीवाल
माता का नाम (Mother Name) गीता देवी
पत्नी (Wife Name) सुनीता केजरीवाल (आईआरएस अधिकारी)
बच्चे (Childrens) हर्षिता, पुलकित
शैक्षणिक योग्यता (Education) आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन
पार्टी (Political Party)  आम आदमी पार्टी

अरविंद केजरीवाल का जन्म, बचपन, परिवार एवं शिक्षा – Arvind Kejriwal History

भारतीय राजनीति का एक प्रमुख चेहरा माने जाने वाले अरविंद केजरीवाल 16 अगस्त 1968 में हरियाणा के सिवानी गांव में एक साधारण परिवार में पैदा हुए थे। अरविंद केजरीवाल के पिता गोविंद राम केजरीवाल जी एक इलैक्ट्रिकल इंजीनियर हैं। इनकी माता गीता देवी एक घरेलू महिला हैं।

केजरीवाल अपने भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। इनके भाई मनोज पुणे की आईबीएम में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, जबकि उनकी छोटी बहन हरिद्धार में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड बीएचईएल में डॉक्टर हैं। केजरीवाल ने अपनी शुरुआती पढ़ाई हिसार के कैंपस स्कूल से की।

फिर इसके बाद उन्होंने सोनीपत में स्थित क्रिश्चयन मिशनरी स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी। इसके बाद आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में केजरीवाल ने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। साल 1989 में उन्होंने जमशेदपुर में टाटा स्टील कंपनी में अपनी पहली जॉब ज्वाइन की। यहां तीन साल काम करने के बाद उन्होंने साल 1992 में यह कंपनी छोड़ दी और फिर सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरु कर दी, जिसमें उन्होंने अपनी विवेकशीलता और बुद्दिमत्ता से पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली, जिससे वे IRS अफसर के रुप में नियुक्त हुए और भारत सरकार के अधीन काम करने लगे।

मदर टेरेसा से मुलाकात के बदली केजरीवाल की जिंदगी:

इसी दौरान अरविंद केजरीवाल मदर टेरेसा की दयालुता और करुणा से इतना अधिक प्रभावित हुए कि उनके साथ समाज सेवा करने की इच्छा लेकर कोलकाता चले गए। इसके बाद मदर टेरेसा ने केजरीवल को कोलकाता में स्थित कालीघाट आश्रम में जरुरतमंद, गरीब और असहाय लोगों की मद्द के लिए भेज दिया।

यहां उन्होंने करीब 2 महीने तक काम किया और यहां रहकर कुछ सीखा एवं इससे उनकी सोच और व्यक्तित्व पर भी काफी असर पड़ा। वहीं अरविंद केजरीवाल मदर टेरेसा के साथ उनकी मुलाकात को उनकी जिंदगी का टर्निंग प्वाइंट बताते हैं। वहीं इसके बाद केजरीवाल ने ”क्रिश्चयन ब्रदर्स एसोसिएशन” के साथ काम किया।

इसके साथ केजरीवाल ने अपने कई गांवों के लिए ”राम कृष्ण मिशन” के साथ जुड़कर भी काम किए हैं। इसके अलावा केजरीवाल ने इनकम टैक्स डिपार्टममेंट में काम करते हुए ”परिवर्तन” जन आंदोलन कर दिल्ली में होने राशनकार्ड को लेकर हुए घोटाले का भी खुलासा किया था।

अरविंद केजरीवाल का विवाह एवं बच्चे – Arvind Kejriwal Life Story

अरविंद केजरीवाल ने 25 साल की उम्र में साल 1995 में राष्ट्रीय जिलाकर संस्था नागपुर और राष्ट्रीय प्रशासन संस्था मसूरी में उनकी सहकर्मी रह चुकी IRS ऑफिसर सुनीता केजरीवाल से शादी कर ली। शादी के बाद दोनों को पुलकित और हर्षिता नाम के दो बच्चे पैदा हुए। वे अपनी निजी जिंदगी में काफी अधिक खुश हैं।

अरविंद केजरीवाल का राजनीति में कदम रखना – Arvind Kejriwal Political Career

अरविंद केजरीवाल एक ऐसे राजनेता हैं, जिनका किसी भी तरह का पॉलिटिकल बैकग्राउंड नहीं रहा है, हालांकि उन्होंने हमेशा समाज कल्याण के काम एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ होने वाले आंदोलनों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वहीं राजनीति में आने से पहले उन्होंने अन्ना हजारे द्धारा चलाए गए जनलोक पाल बिल आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और उसी दौरान लोगों के बीच अपनी छवि बनाने में एक यूथ आइकॉन के रुप में उभरे थे।

वहीं इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने जन लोकपाल बिल को मुख्य मुद्दा बनाते हुए राजनीति में कदम रखा। केजरीवाल ने अपने एक इंटरव्यू के दौरान यह भी कहा था कि, जब वे आईआरएस अधिकारी के रुप में काम करते थे, उस दौरान भी उन्हें भ्रष्टाचार, घोटाले जैसी तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ता था, जिसकी वजह से उन्होंने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था और इसके बाद वे लगातार समाजिक मुद्दे से जुड़कर इस दिशा में काम करते रहे।

अरविंद केजरीवाल “आम आदमी पार्टी” की स्थापना – Arvind Kejriwal Aam Aadmi Party

अरविंद केजरीवाल ने नवंबर 2012 में औपचारिक रूप से भारतीय राजनैतिक पार्टी आम आदमी पार्टी (आप) की स्थापना की थी। आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल साल 2011 के दौरान समाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ जन लोकपाल बिल विधेयक को पारित करवाने की मांग को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में आंदोलन किया था।

वहीं इस दौरान भारत में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे आंदोलन के राजनीतिकरण को लेकर अन्ना हजारे और केजरीवाल के बीच कुछ मतभेद हो गए, दअरसल केजरीवाल का मानना था कि प्रत्यक्ष राजनैतिक भागीदारी के अभाव की वजह से उन्हें इस आंदोलन में सफलता नहीं मिली थी, जबकि अन्ना हजारे का कहना था कि आंदोलन को राजनैतिक रुप से निरंकुश बना रहना चाहिए।

इस तरह से इस आंदोलन की विफलता के बाद केजरीवाल ने कुछ आईएसी (इंडयिन अगेंस्ट करेप्शन) के सदस्यों के साथ मिलकर आम आदमी पार्टी का गठन करने का फैसला लिया था। हालांकि अन्ना हजारे, किरण बेदी समेत कई आईएसी टीम के सदस्यों ने उनके इस फैसले का विरोध भी किया था।

राजधानी दिल्ली के सीएम के रुप में अरविंद केजरीवाल – Arvind Kejriwal as CM

अरविंद केजरीवाल, साल 2013 में हुए दिल्ली के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के सीएम उम्मीदवार के रुप में खडे़ हुए और तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी कांग्रेस की शीला दीक्षित को करीब 25 हजार 864 वोटों से हराकर विजय हासिल की।

इस चुनाव में 70 में से 28 सीटें अपने नाम कर केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी, हालांकि पूर्ण बहुमत प्राप्त नहीं होने की वजह से इस बार ”आप” ने कांग्रेस के समर्थन के साथ अल्पसंख्यक सरकार बनाई। इस तरह उन्होंने 28 दिसंबर, 2013 को दिल्ली के सीएम के रुप में शपथ ली। हालांकि, 49 दिनों के के बाद फरवरी, 2014 में केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया।

उनके इस्तीफे के बाद करीब 1 साल तक दिल्ली में दिल्ली में एलजी (लेफ्टीनेंट गर्वनर) का शासन रहा था। इसके बाद साल 2014 में अरविंद केजरीवाल ने 16वें लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के खिलाफ वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा, हालांकि उन्हें इस चुनाव में काफी बडे़ मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था।

साल 2015 में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की। इस चुनाव में केजरीवा ने 70 में से 67 सीटों पर जीत दर्ज करवाई थी और 14 फरवरी, 2015 को दिल्ली के सीएम के रुप में शपथ थी। साल 2020 में हुए दिल्ली के विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर से जनता का प्यार और पूर्ण समर्थन मिला और उन्होंने भारी बहुमत से विजय हासिल की। और फिर से दिल्ली के सीएम के रुप में राजधानी दिल्ली की बागडोर संभालने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ।

अरविंद केजरीवाल से जुड़े चर्चित विवाद – Arvind Kejriwal Controversy

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बहुत जल्दी राजनीति में अपनी एक अलग पहचान बना ली है, लेकिन इन्हें अपने अब तक के राजनैतिक सफर में काफी विवादों का भी सामना करना पड़ा है, जिनमें से कुछ चर्चित विवाद इस प्रकार हैं-

टीवी विज्ञापन को लेकर रहे सुर्खियों में:

अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी के प्रचार के लिए एक टीवी विज्ञापन निकल वाया था, जिसकी पंच लाइन थी कि ”वो परेशान करते रहे, हम काम करते रहे” इसको लेकर वे काफी सुर्खियों में रहे।

योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण के साथ बिगड़े संबंध:

अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की स्थापना में प्रशांत भूषण और योगेन्द्र यादव में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, लेकिन इसके बाद केजरीवाल के इन दोनों के साथ मतभेद हो गए और एक वीडियो में केजरीवाल, इन दोनों को अभद्र भाषा एवं गाली का इस्तेमाल करते नजर आए थे, जिसको लेकर भी केजरीवाल काफी सुर्खियों में रहे थे।

दिल्ली के पूर्व गवर्नर नजीब जंग के साथ विवाद:

साल 2015 में अरविंद केजरीवाल उस समय काफी सुर्खियों में रहे जब उन्होंने दिल्ली के पूर्व गर्वनर नजीब जंग पर यह आरोप लगाया था कि वो केन्द्र सरकार के कहने के मुताबिक काम कर रहे हैं।

केजरीवाल पर फर्जी डिग्रियों वालों को दी पार्टी में जगह देने का आरोप:

सीएम अरविंद केजरीवाल उस समय काफी विवादों में घिरे गए जब कई विपक्षी राजनेता समेत कई लोगों ने उन पर अपनी पार्टी में फर्जी डिग्री रखने वालों को टिकट देने का आरोप लगाए थे।

सीएम आवास का बिजली बिल ज्यादा आने पर रहे सुर्खियों में:

सीएम केजरीवाल के मुख्यमंत्री रहते हुए मुख्यमंत्री निवास में लाइट का बिल करीब 1 लाख रुपए आया था, जिसके चलते विपक्ष ने इन पर अनावश्यक तरीके से लोगों के पैसों का इस्तेमाल कर सुख भोगने का आरोप लगाया था, वहीं इसी दौरान उनके निवास पर 35 एसी, कई कूलर होने की बात सामने आई थी।

दिल्ली पुलिस और केजरीवाल के बीच तनाव:

अरविंद केजरीवाल उस समय काफी विवादों में रहे थे, जब उन्होंने अपने एक इंटरव्यू के दौरान दिल्ली की पुलिस को ठुल्ला कहा था। दअरसल, दिल्ली पुलिस केन्द्र सरकार के अधीन काम करती है, जिसके चलते केजरीवाल और दिल्ली पुलिस के बीच आपसी मतभेद बने रहते हैं।

अरविंद केजरीवाल से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण एवं रोचक बातें – Interesting Facts About Arvind Kejriwal

अरविंद केजरीवाल को अपने कॉलेज के दिनों में राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं थी, बल्कि उन्हें शुरु से ही थिएटर में रुचि थी। अरविंद केजरीवाल बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता आमिर खान के काफी बड़े फैन हैं, वे आमिर के अभिनय वाली एक भी फिल्म नहीं छोड़ते साथ ही उन्हें हिन्दी फिल्में देखने का भी बेहद शौक है।

सिविल परीक्षा और आईआईटी की परीक्षा एक बार में ही निकालने वाले अरविंद केजरीवाल ने आईआरएफ अधिकारी का पद संभालते हुए चपरासी लेने से मना कर दिया था। वे खुद ही रोजाना अपनी डेस्क साफ करते थे। अरविंद केजरीवाल ने RTI दिल्ली अधिनियम (दिल्ली सूचना का अधिकार अधिनियम) लाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उन्हें आरटीआई कानून के लिए साल 2006 में रमन मैगसेसे पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। हालांकि केजरीवाल जी ने बाद में एक NGO को जरुरतमंदों और पीड़ितों की मद्द के लिए राशि देने के लिए “मेग्सेसे पुरस्कार” को दान कर दिया था।

अरविंद केजरीवाल को मिले सम्मान – Arvind Kejriwal Awards

राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को साल 2005 में IIT खड़गपुर ने सरकारी तंत्र में पारदर्शिता लाने के लिए सत्येन्द्र के. दुबे अवॉर्ड से नवाजा था। साल 2006 में अरविंद केजरीवाल को प्रतिष्ठित रमन मैग्सेसे सम्मान से पुरस्कृत किया गया था।

Note: अगर आपके पास Arvind Kejriwal Biography in Hindi मैं और Information हैं, या दी गयी जानकारी मैं कुछ गलत लगे तो तुरंत हमें कमेंट मैं लिखे हम इस अपडेट करते रहेंगे। अगर आपको हमारी Information About Arvind Kejriwal History in Hindi अच्छी लगे तो जरुर हमें Facebook पे Like और Share कीजिये।

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50 + सुंदर विचार और अच्छे विचार जो बदल देंगे आपकी जिंदगी

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Achhe Vichar

हर व्यक्ति का व्यक्तित्व उसके विचारों पर निर्भर करता है, वहीं अच्छे विचार व्यक्ति को विकास के पथ पर अग्रसर करते हैं।

कुछ विचार ऐसे होते हैं, जिन्हें पढ़कर न सिर्फ व्यक्ति को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है, बल्कि अपने नकारात्मक व्यक्तित्व को भी सकारात्मक बनाने में मद्द मिलती है। वहीं महान पुरुषों द्वारा कहे गए इस तरह के सुंदर एवं अच्छे विचारों को जो भी व्यक्ति अपनी जिंदगी में सच्चाई के साथ अनुसरण करता है।

वह अपनी जिंदगी में सफलता जरुर हासिल करता है और हमेशा खुश रहता है। वहीं इस तरह के विचार जिंदगी जीने का तरीका सिखाने के साथ-साथ तमाम तरह की कठिनाइयों से उभारने का भी काम करते हैं।

इसलिए कुछ महान व्यक्ति के अच्छे विचार आज हम आपको अपने इस पोस्ट में बताएंगे, जिससे आपको अपने व्यक्तित्व को निखारने में मदत मिलेगी और आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा, साथ ही आपको अपनी जिंदगी में सफलता हासिल करने में मद्द मिलेगी।

वहीं आप इन सुविचार आप व्हाट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्वीटर और अन्य सोशल मीडिया साइट्स पर अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबियों के साथ भी शेयर कर सकते हैं, तो आइए जानते हैं सफलता का मार्ग प्रशस्त करने वाले अच्छे विचारों के बारे में-

50 + सुंदर विचार और अच्छे विचार जो बदल देंगे आपकी जिंदगी – Latest Achhe Vichar in HindiAchhe Vichar in Hindi

“अगर आप भी सफलता का आनंद लेना चाहते हैं, तो अपने जीवन में कठिनाइयों का भी आगमन करवाइए।

छोटी चीजों में बारे हमेशा वफादार रहिये क्योंकि इन्ही में आपकी शक्ति निहित होती है। – मदर टेरेसा / Mother Teresa quotes

“बेहतर यही होगा कि आप कोशिश करें शायद इसमे आप नाकामयाब हो जाएं और उससे कुछ सीखें बजाये इसके की आप कुछ करें ही नहीं। – Mark Zuckerberg

असफलता नहीं, अपितु निकृष्ट ध्येय ही अपराध है। – जे. आर. लावेल

“महान ध्येय का मौन में ही सृजन होता है। – साने गुरूजी / Sane Guruji

Uttam Vichar

“अगर आपको यह लगता है कि आप बिल्कुल अकेले हैं, तो सबसे पहले आकाश की तरफ देखें, पूरा ब्राहाण्ड आपका साथ देने के लिए तैयार है, मगर इसके लिए आपको जरूरत है तो सिर्फ मेहनत करने की – एपीजे अब्दुल कलाम

विद्या के अलावा और कोई ज्ञान नहीं है। – थामस फुलर / Thomas Fuller

“युद्ध के लिए तैयार रहना शांति स्थापित रखने के लिए एक बहुत प्रभावशाली साधन है। – वाशिंग्टन

नम्रता पत्थर को भी माँ कर देती है। – प्रेमचन्द / Premchand

“नम्रता सारे सद्गुणों का दृढ़ स्तम्भ है।- कन्फ्युशन / Confucius

Achhe Vichar Status

जब व्यक्ति अपनी जिंदगी में कठिन दौर से गुजर रहा होता है तो, वह काफी मायूस हो जाता है और कई बार प्रयास करना छोड़ देता है और हार मान लेता है, वहीं ऐसे दौर में कुछ महान व्यक्तियों द्धारा कहे गए प्रेरक और अच्छे विचारों को पढ़ा जाए तो मुश्किल दौर का सामना करने की शक्ति मिलती है और सफलता पाना आसान हो जाता है।

Achhe Vichar

“पहली बार की सफलता हमारी किस्मत पर निर्भर हो सकती है, लेकिन बार-बार की सफलता तो सिर्फ हमारी कड़ी मेहनत और लगन का ही परिणाम होता है – एपीजे अब्दुल कलाम

“सज्जन पुरुष की वास्तविक परिभाषा यही है कि वह कभी किसी पुरुष को पीड़ीक नहीं करता। – सी. न्यूमैन

“बड़ा सोचो, जल्दी सोचो, सबसे आगे सोचो, विचारों पर किसी का भी एकाधिकार नहीं है। – धीरूभाई अंबानी / Dhirubhai Ambani

Achhe Vichar in Hindi Images

“दर्द और खुशी दोनों ही अच्छे शिक्षक हैं, क्योंकि दोनो ही हमें अपने स्थितियों में कुछ न कुछ सिखाते जरूर हैं – स्वामी विवेकानंद

कृत्रिम सुख की बजाये, हमेशा ठोस उपलब्धियों के पीछे समर्पित रहिये। – Abdul Kalam / अब्दुल कलाम

“आप अभी वो हैं जो आप रह चुके हैं। आप बाद वो होंगे जो आप अभी करेंगे। – भागवान बुद्ध / Lord Buddha

Subh Vichar

जाहिर है कि सफलता सिर्फ ऐसे लोगों को ही मिलती है जो कि अपने काम के प्रति ईमानदार रहते हैं और पूरी सच्चाई एवं लगन के साथ मेहनत करते हैं। साथ ही दूसरों को सम्मान देते हैं।

वहीं दूसरी तरफ कई लोग ऐसे होते हैं जो कि सिर्फ खुद को और परिस्थितियों को दोष देते रहते हैं और यह सोचते हैं कि उनके पास पढ़ने या फिर कुछ बनने के लिए पर्याप्त पैसा और सुविधा नहीं है एवं इसके लिए बिल्कुल भी मेहनत नहीं करते।

ऐसे लोगों को महान पुरुषों द्वारा कहे गए इस तरह के सुविचारों से सीख लेने की जरूरत है। आपको बता दें कि किसी महान पुरुष ने कहा है कि मेहनत और ईमानदारी की बदौलत गरीब से गरीब इंसान भी दुनिया का सबसे महान व्यक्ति बन सकते हैं।

वहीं इस तरह के विचार वाकई में न सिर्फ सफलता दिलवाने में मद्द करते हैं बल्कि अपने जीवन के लक्ष्यों को पाने के लिए भी प्रेरित करते हैं।

अच्छे विचार

“गरीब से गरीब इंसान भी अपनी मेहनत और ईमानदारी की बदौलत दुनिया का सबसे महान व्यक्ति बन सकता है।

हम यहाँ किसी विशेष कारण से हैं। इसीलिए अपने भूत का कैदी बनना छोड़िये। अपने भविष्य के निर्माता बनिए। – रोबिन शर्मा / Robin Sharma

“जो लोंग मन को नियंत्रित नहीं करते। उनके लिए मन शत्रु के समान कार्य करता है। – श्रीमद्भगवद्गीता / Srimadbhagwadgita

गुरु का भी दोष कह देना चाहिए। – स्वामी रामतीर्थ / Swami Ramtirth

“धीरज सारे आनंदों और शक्तियों का मूल है। – फ्रैंकलिन / Franklin

Achhe Vichar in Hindi Images Love
Achhe Vichar in Hindi Images Love

“हम किसी को आसानी से हरा तो सकते हैं, लेकिन किसी को जिताना उतना ही मुश्किल होता है।

जैसे सूर्य सबको एक-सा प्रकाश देता है। बरसात सबके लिए बरसती है। उसी तरह विद्यावृष्टि सब पर बराबर होनी चाहिए। – महात्मा गांधी / Mahatma Gandhi

“एक अनपढ़ व्यक्ति का जीवन उसी तरह बेकार है जैसे कुत्ते की पूँछ होती है। जो ना उसके पीछे का भाग ढकती है। ना ही उसे कीड़े-मकौडों के डंक से बचाती हे। – चाणक्य सुविचार / Chanakya quotes

सेवा से शत्रु भी मित्र हो जाता है। – वाल्मीकि / Valmiki

“गरीबों की सेवा ही ईश्वर की सेवा है। – सरदार वल्लभभाई पटेल / Sardar Vallabhbhai Patel

Uttam Vichar

हर कोई अपनी जिंदगी में खुश रहना चाहता है, लेकिन बहुत कम लोग ही दुनिया में ऐसे होते हैं जो अपनी जिंदगी से पूरी तरह से संतुष्ट और खुश होते हैं। वहीं कुछ लोग न सिर्फ अपने कर्मों की वजह से दुखी रहते हैं, बल्कि उनकी नकारात्मक सोच और कुछ गलत आदतें भी उनके दुख का कारण बनती है। वहीं अगर आप भी अपने जीवन में तकलीफों से दूर रहना चाहते हैं और सफल जीवन व्यतीत करना चाहते हैं, तो आपको भी इस तरह के सुविचारों से प्रेरणा लेने की जरूरत है।

Ache Vichar for Whatsapp

“हर इंसान को परछाई और आईने की तरह ही दोस्त बनाने चाहिए, क्योंकि परछाई कभी साथ नहीं छोड़ती और आईना कभी भी झूठ नहीं बोलता।

आप अगर ऐसा सोचते हो, की सब कुछ अच्छा होगा, तो जरुर वाही होगा।

“वह जो अपने प्रियजनों से अत्यधिक जुड़ा हुआ है। उसे चिंता और भय का सामना करना पड़ता है। क्योंकि सभी दुखों कि जड़ लगाव है। इसलिए खुश रहने कि लिए लगाव छोड़ दीजिये। – चाणक्य

विश्व में कोई वस्तु इतनी मनोहर नहीं। जितनी कि सुशील और सुंदर नारी। – Hant

“दानी कभी दुःख नहीं पाता, उसे कभी पाप नहीं घेरता। – ॠग्वेद / Rigved

Good Thoughts in Hindi

“इंसान की इच्छाएं समुद्र की तरह ही असीमित और अनंत हैं, अगर एक इच्छा पूरी होती है तो, यह समुद्र में कोलाहल की तरह ही अनंत इच्छाएं जागृत करती है।

मौन वार्तालाप की एक महान कला है। – हैजलट

“अपने रहस्य को किसी को मत बताओ, ये आदत आपको ख़त्म कर देंगी। – चाणक्य सुविचार

शिक्षा का महानउद्देश्य ज्ञान नहीं, कर्म है।

“धैर्य कडुवा होता है, पर उसका फल मीठा होता है।

Achhe Vichar in Hindi with Photo

“इंसान के मन में अगर किसी चीज को पाने की चाह हो, तो राह घोर अंधेरें में भी दिख जाती है।

मृत्यु वह सोने की चाभी है, जो अमरत्व के भवन को खोल देती है। – मिल्टन / Militant

“मेरी खुद की अनुमति के बिना कोई भी मुझे ठेस नहीं पहुंचा सकता। – महात्मा गांधी / Mahatma Gandhi

मन का धर्म है मनन करना, मनन में ही उसे आनंद है, मनन में बाधा प्राप्त होने से उसे पीड़ा होती है। – रवीन्द्रनाथ ठाकुर /Rabindranath Thakur

“नारी शांति की प्रतिमा है, उसे उच्च पद से नीचे गिराना केवल जंगलीपन है। – रफोडियस

Achhe Vichar in Hindi Images

जाहिर है कि हर कोई अपनी जिंदगी में सफलता का स्वाद चखना चाहता है, लेकिन बहुत कम लोग ही इस दुनिया में ऐसे होते हैं जो कि इसके रास्ते में आने वाली सभी कठिनाइयों का बेहद खूबसूरती से सामना करते हैं और सफलता को हासिल करते हैं।

दरअसल, कुछ लोग अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए उसके बीच में आने वाली कठिनाइयों के बारे में सोचकर पहले से ही घबरा जाते हैं और अपने लक्ष्य को बीच में ही छोडकर भाग जाते हैं तो कुछ लोग एक बार असफलता हाथ लगने पर इसे सबक लेने की बजाय अपने लक्ष्य को फिर से पाने का प्रयास ही नहीं करते हैं।

ऐसे लोगों को महान व्यक्तियों द्वारा कहे गए इस तरह के महान विचारों से सीख लेने की जरूरत है, तभी वे अपनी जिंदगी में सफलता हासिल कर सकेंगे और खुशहाल जिंदगी जी सकेंगे।

Achhe Vichar for Students

“अगर हम अपनी ताकत का किसी की भलाई करने में इस्तेमाल नहीं कर सकते, तो वो ताकत एक दिन हमारे लिए मुसीबतों का पहाड़ भी खड़ा कर सकती है।

तुम ये कभी मत सोचो कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है। ऐसा सोचना तो सबसे बड़ा अधर्म है। अगर कोई पाप है, तो वो यही है; की, ये कहना तुम निर्बल हो या अन्य लोग निर्बल हैं। – स्वामी विवेकानंद / Swami Vivekananda

“निरंतर विकास जीवन का एक नियम है। और जो भी व्यक्ति खुद को सही दिखाने के लिए अपनी रूढ़िवादिता को बरकरार रखने की कोशिश करता है वो खुद को एक गलत स्थिति में पंहुचा देता है।

कोई इन्सान दो आदमियों की एकनाथ खिदमत नहीं कार सकता; चाहे प्रभु की उपासना कर लो, चाहे कुबेर की। – बाइबिल / Baibal

“दोष निकलना सुगम है, उसे अच्छा करना कठिन। – प्लूटार्क / Plutarch

Ache Vichar in Hindi Facebook

“अपना लक्ष्य हासिल करते वक्त सिर्फ यही 2 सोच रखनी चाहिए, अगर रास्ता मिल गया तो ठीक, और अगर नहीं मिला तो रास्ता मै खुद बना लूंगा।

जब तक हम खुद पे विश्वास नहीं करते तब तक हम भागवान पे विश्वास नहीं कर सकते। – स्वामी विवेकानंद / Swami Vivekananda

“जो पुत्र पैदा ही न हुआ हो अथवा पैदा होकर मृत हो अथवा मुर्ख हो। इन तीनों में पहले दो ही बेहतर हैं। न की तीसरा, कारण यह है की प्रथम दोनों तो एक बार ही दुःख देते हैं। जबकि तीसरा पद-पद दुःखदायी होता है।

न्याययुक्त व्यवहार करना, सौंदर्य से प्रेम करना तथा सत्य की भावना को ह्रदय में धारण करके विनयशील बने रहना ही सबसे बड़ा धर्म है। – डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन / Dr. Sarvepalli Radhakrishnan

Ache Vichar in Hindi Wallpaper

“किसी भी इंसान का व्यक्तित्व तभी उभर कर सामने आता है, जब वह अपनों से ठोकर खाता है।

मानव का दानव होना उसकी हार है। मानव का महामानव होना उसका चमत्कार है और मनुष्य का मानव होना उसकी जीत है। – डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन / Dr. Sarvepalli Radhakrishnan

“माँ के ममत्व की एक बूंद अमृत के समुद्र से ज्यादा मीठी है। – जयशंकर प्रसाद

यदि कोई दुर्बल मानव तुम्हारा अपमान करे तो उसे क्षमा कर दो, क्योंकि क्षमा करना ही वीरों का काम है। परंतु यदि अपमान करने वाला बलवान हो तो उसको अवश्य दण्ड दो। – गुरु गोविन्दसिंह / Guru Gobind Singh

“क्षमा से क्रोध को जीतो, भलाई से बुराई को जीतो, दरिद्रता को दान से जीतो और सत्य से असत्यवादी को जीतो।

Achhe Vichar Hindi Me

हर किसी की जिंदगी में उताव-चढ़ाव आते हैं। हमेशा हर किसी का वक्त एक जैसा नहीं होता, वहीं कई बार जिंदगी में ऐसा वक्त भी आता है, जब व्यक्ति खुद को असहाय, कमजोर एवं अकेला समझने लगता है और नकारात्मकता से पूरी तरह घिर जाता है, वहीं ऐसे समय में अगर आप महान व्यक्ति द्वारा कहे गए इस तरह के सुविचारों का मनन करेंगे तो निश्चय ही आपको अपने कठिन दौर से निकलने में मद्द मिलेगी।

इसके साथ ही आगे बढ़ने का जज्बा भी पैदा होगा। वहीं अगर आपका कोई मित्र फिर जानने वाले अपने कठिन दौर से गुजर रहा है तो ऐसे समय में आपको इस तरह के विचारों को माध्यम से उसे मोटिवेट करने की जरूरत है, ताकि उसे बुरे वक्त का सामना करने की हिम्मत मिल सके।

Acche Vichar Hindi

“जो लोग अपनी सोच बदल लेते हैं, वो लोग ही दुनिया बदलने की ताकत रखते हैं।

मन ही मनुष्य को स्वर्ग या नरक में बिठा देता है। स्वर्ग या नरक में जाने की कुंजी भगवान ने हमारे हाथ में दे रखी है। – स्वामी शिवानन्द / Swami Shivanand

“भगवान ने मनुष्य को अपने ही समान बनाया, पर दुर्भाग्य से इन्सान ने भगवान को अपने जैसा बना डाला। – महात्मा गांधी / Mahatma Gandhi

सज्जनों का यह लक्षण है कि वे सदैव दया करनेवाले और करुणाशील होते हैं। – महाभारत / Mahabharat

“अपना बोझ दुसरे पर न लादना और बिना संकोच दान करना बड़े साहस का काम है। – जुन्नेद / Junaid

Achhe Vichar Status

“अगर हम अपना भविष्य न बदल पाए तो ये बिल्कुल अलग बात है, लेकिन अपने वर्तमान को अच्छा बनाना तो हमारे हाथ में हैं – एपीजे अब्दुल कलाम

अपनी नम्रता का गर्व करने से अधिक निंदनीय और कुछ नहीं है। – मारकस औरेलियस

“मनुष्य तो दुर्बलताओं की प्रतिमा है जिसमें देवत्व और दानवत्व दोनों का ही समावेश है।

सुंदर विचार जिनके साथ हैं। वे कभी एकांत में नहीं हैं। – सर पी. सिडनी / Sir P.Sidney

Note: अगर आपके पास अच्छे नए विचार हैं तो जरुर कमेन्ट के मध्यम से भजे अच्छे लगने पर हम उस 50 सुविचार – अच्छे विचार / Achhe Vichar इस लेख में शामिल करेगे।

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बॉलीवुड के सबसे अनुशासित और योग्य अभिनेता अक्षय कुमार के बारे में यह बातें नहीं जानते होंगे आप…

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Akshay Kumar Jivani

अक्षय कुमार बॉलीवुड के एक मशहूर अभिनेता होने के साथ-साथ फिल्म प्रोड्यूसर और टेलीविजन प्रेंजेटर भी हैं। वे अपने अद्भुत अभिनय और हैरान कर देने वाले स्टंट व एक्शन के लिए जाने जाते हैं। अक्षय कुमार ने अंदर बेहतरीन मार्शल आर्टस की कला भी विद्यमान है।

उन्होंने अपने अब तक के फिल्मी सफर में एक्शन, नेगेटिव, कॉमेडी, रोमांटिक, सभी तरह के किरदारों अपनी शानदार भूमिका निभाई है और अपनी अदाकारी से लाखों प्रशंसकों के दिल में अपने लिए एक अलग जगह बनाई है। वे एक बॉलीवुड के सबसे अनुशासित एवं योग्य अभिनेता के रुप में भी जाने जाते हैं, तो आइए जानते हैं अक्षय कुमार के जीवन और उनके फिल्मी करियर से जुड़ी कुछ खास एवं महत्वपूर्ण बातों के बारे में-

बॉलीवुड के सबसे अनुशासित और योग्य अभिनेता अक्षय कुमार के बारे में यह बातें नहीं जानते होंगे आप – Akshay Kumar Biography in Hindi Akshay Kumar

अक्षय कुमार के जीवन के बारे में एक नजर में – Akshay Kumar Information in Hindi

वास्तविक नाम (Real Name) राजीव हरी ओम भाटिया
जन्मदिन (Birthday) 9 सितम्बर 1967, अमृतसर, पंजाब
पिता (Father Name) स्वर्गीय हरि ओम भाटिया
माता (Mother Name) अरुणा भाटिया
बहन (Sister Name) अलका भाटिया
पत्नी (Wife Name) ट्विंकल खन्ना, अभिनेत्री(विवाह तिथि 17 जनवरी 2001)
बच्चे (Childrens Name) आरव भाटिया, नितारा भाटिया

अक्षय कुमार का जन्म, बचपन, परिवार, शिक्षा एवं प्रारंभिक जीवन – Akshay Kumar History

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता अक्षय कुमार 9 सितम्बर 1967 में पंजाब के अमृतसर में राजीव हरि ओम भाटिया के तौर पर जन्में थे। अक्षय के पिता स्वर्गीय हरि ओम भाटिया इंडियन आर्मी में सैनिक के रुप में अपनी सेवाएं देते थे, हालांकि बाद में वे आर्मी छोड़कर यूनिसेफ में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत हो गए थे।

जब अक्षय काफी छोटे थे, तभी वे अपने परिवार के साथ मुंबई आ गए थे। इनकी मां अरुणा भाटिया एक घरेलू महिला हैं। अक्षय को अपनी मां से काफी लगाव है, यही नहीं वे अपना हर बर्थडे अपनी मां के साथ सेलिब्रेट करते हैं। अक्षय के अलावा उनकी एक बहन अलका भाटिया भी हैं।

अक्षय कुमार की शिक्षा – Akshay Kumar Education

अक्षय कुमार ने अपनी शुरुआती शिक्षा दार्जलिंग के डॉन बॉस्को हाई स्कूल से की थी। इसके बाद उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई के लिए गुरु नानक खालसा कॉलेज में एडमिशन लिया। वहीं शुरु से ही मार्शल आर्ट्स अथवा ताइकक्वांडो की तरफ दिलचस्पी होने की वजह से वे स्कूल के दिनों से ही इस तरह की प्रतियोगिता में भी शामिल होते रहते थे।

इसके बाद अक्षय कुमार ने थाईलैंड के बैंकॉक में रहकर मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग भी ली थी और वहां पर उन्होंने एक शेफ (बवर्ची) के रुप में भी काम किया था। वहीं मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद उन्होंने अपना फोटोशूट करवाया था।

अक्षय कुमार का फिल्मी करियर – Akshay Kumar Career

कुछ मॉडलिंग असाइमेंट पूरे करने के बाद एक एक्टर के तौर पर अक्षय कुमार ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1991 में फिल्म सौगंध से की थी, हालांकि उनकी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकामयाब रही थी।

उन्हें अपनी फिल्मी करियर के शुरुआती दौर में कुछ ज्यादा कुछ हासिल नहीं हुआ, लेकिन इसके बाद जब उन्होंने एक्शन, थ्रिलर फिल्म ”खिलाड़ी” की सीरीज में काम किया, तब उन्होंने वे खुद बॉलीवुड के सफल हीरो के रुप में खुद को स्थापित करने में सफल हो सके और वे बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार के रुप में जाने गए।

आपको बता दें कि अक्षय कुमार, खिलाड़ी नाम के टाइटल की करीब 8 फिल्मों में अभी तक अभिनय कर चुके हैं जिनमें से खिलाड़ी, सबसे बड़ा खिलाड़ी, सबसे बड़ा खिलाड़ी, मै खिलाड़ी तू अनाड़ी, इंटरनेशनल खिलाड़ी, खिलाड़ियों का खिलाड़ी, खिलाड़ी 786, खिलाड़ी 420, मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी आदि शामिल हैं।

इसके अलावा अक्षय कुमार ने रोमांटिक फिल्में जैसे धड़कन, अंदाज, ये दिल्लगी, और अंदाज में काफी शानदार अभिनय किया है। यही नहीं अक्षय कुमार ने फिल्म हेराफेरी, हाउसफुल, वेलकम, गरम मसाला, मुझसे शादी करोगी समेत कई कॉमेडियन फिल्मों मे काम कर खुद को एक बेहतर हास्य कलाकार के रुप में भी साबित किया है। हालांकि अक्षय कुमार को अपने फिल्मी करियर में कई उतार-चढ़ाव का भी सामना करना पड़ा था।

उनके करियर में एक दौर ऐसा भी आया था जब उनकी लगातार कई फिल्में फ्लॉप हुईं थी, हालांकि उन्होंने कभी हार नहीं मानी और वे ईमानादरी और मेहनत के साथ अपने करियर में आगे बढ़ते रहे। वहीं यहां हम आपको अक्षय कुमार की कुछ सुपरहिट फिल्मों के बारे में बता रहे हैं जो कि इस प्रकार हैं-

अक्षय कुमार की सुपरहिट फिल्में – Akshay Kumar Movies

  • खिलाडी – 5 जून 1992
  • मोहरा – 1 जुलाई 1994
  • संघर्ष – 3 सितम्बर 1999
  • हेरा फेरी – 31 मार्च 2000
  • अजनबी – 2001
  • हां मैने भी प्यार किया – 2002
  • अंदाज – 2003
  • खाकी – 2004 (अमिताभ बच्चन और ऐश्वर्या बच्चन के साथ)
  • मुझसे शादी करोगी – 30 जुलाई 2004 (प्रियंका चोपड़ा और सलमान खान के साथ)
  • फिर हेरा-फेरी – 9 जून 2006
  • गरम मसाला – 2005
  • नमस्ते लन्दन – 23 मार्च 2007
  • भूल-भुल्लैया – 12अक्टूबर 2007 (विद्या बालन के साथ)
  • वेलकम – 21 दिसम्बर 2007
  • हे बेबी – 2007
  • सिंह इज किंग  –  8 अगस्त 2008
  • हाउसफुल
  • राऊडी राठौड – 1 जून 2012 (सोनाक्षी सिन्हा के साथ)
  • ओह माई गॉड – 28 सितम्बर 2012
  • देसी बॉयज – 25 नवंबर, 2011
  • स्पेशल 26 – 5 फरवरी 2013
  • हॉलीडे – 6 जून 2014
  • बेबी – 23 जनवरी 2015
  • गब्बर इस बेक – 1 मई 2015
  • एयरलिफ्ट – 22 जनवरी 2016
  • जॉली एलएलबी – 10 फरवरी 2017
  • रुस्तम – 12 अगस्त, 2016
  • टॉयलेट एक प्रेम कथा – 11 अगस्त 2017
  • पेडमैन – 9 फरवरी 2018
  • मिशन मंगल – 2019
  • गुड न्यूज – दिसंबर, 2019

अक्षय कुमार की अपकमिंग मूवी – Akshay Kumar Upcoming Movies

फिल्म – सूर्यवंशी       

  • रिलीज डेट  27 मार्च 2020
  • निर्देशक – रोहित शेट्टी
  • निर्माता- करण जौहर

फिल्म – लक्ष्मी  बम

  • रिलीज डेट – 5 जून 2020
  • निर्देशक – राघव लॉरेंस
  • निर्माता- अक्षय कुमार

फिल्म – पृथ्वीराज

  • रिलीज़ की तारीख – दिवाली 2020
  • निर्देशक – चंद्रप्रकाश द्विवेदी

फिल्म – बच्चन पांडे

  • रिलीज की तारीख – क्रिसमस 2020
  • निर्देशक – फरहाद सामजी
  • निर्माता – साजिद नाडियाडवाला

अक्षय कुमार की शादी एवं बच्चे – Akshay Kumar Marriage

अक्षय कुमार 17 जनवरी, साल 2001 में बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता राजेश खन्ना और डिंपल कपाड़िया की बेटी एवं बॉलीवुड अभिनेत्री ट्विंकल खन्ना के साथ शादी के बंधन में बंध गए थे। शादी के बाद दोनों को दो बच्चे हुए जिनके नाम आरव और नितारा हैं। वे अपनी निजी जिंदगी में काफी खुश हैं।

अक्षय से जुड़े चर्चित विवाद:

अक्षय कुमार ने अपने फिल्मी करियर में सफलता के नए आयामों को हासिल किया है, इसके साथ ही वे अपने सोशल वर्क को लेकर भी काफी चर्चा में रहते हैं, हालांकि इन सबसे बाबजूद भी उन्हें कई विवादों का सामना करना पड़ चुका है। उनसे जुड़े कुछ चर्चित विवाद इस प्रकार हैं- अक्षय कुमार को हाल में ही अपनी कनाडियन नागरिकता को लेकर ट्रोल्स के गुस्से का सामना करना पड़ा था, दरअसल अक्षय कुमार पर उनके द्धारा देशभक्ति पर की गई फिल्मों और विज्ञापन के लिए भी देशभक्ति का दिखावा करने का आरोप लगा था।

इसके अलावा चुनाव में वोट नहीं देने के बारे में पूछे जाने के सवाल को वे अक्सर टालते रहते थे, जिसके चलते उन्हें लोगों की अपमानजनक टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था। इस विवाद के बाद अक्षय ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि उन्होंने कनाडियन नागरिकता छोड़ दी है और इंडियन पासपोर्ट के लिए एप्लाई कर दिया है।

अक्षय कुमार, साल 2018 में रिलीज हुई अपनी फिल्म पेडमैन को लेकर भी काफी विवादों में रहे थे। इस फिल्म को लेकर उन पर और फिल्म के डायरेक्टर आर बाल्की पर राइटर रिपु दमन ने फिल्म की स्क्रिप्ट चोरी करने का आरोप लगाया था। खिलाड़ी कुमार उस दौरान भी काफी सुर्खियों में रहे जब उन्होंने एक कॉमेडी टीवी शो के दौरान मल्लिका दुआ का मजाक बनाया था, जिसके बाद ट्वीटर पर जंग छिड़ गई थी।

ट्वीटर पर मलिल्का दुआ के पिता ने उनकी जमकर लताड़ लगाई थी। हालांकि इस दौरान अक्षय की पत्नी ट्वींकल खन्ना ने भी अपने पति के सपोर्ट में आईं थी और बैक टू बैक कई ट्वीट किए थे। साल 2009 में मुंबई में आयोजित हुए लैक्मे फैशन वीक में जीन्स के प्रमोशन के दौरान अक्षय और ट्वींकल खन्ना को लोगों की तीखी टिप्पणियों और आलोचना का सामना करना पड़ा था, उनकी जोड़ी पर इसके प्रमोशन के दौरान पब्लिक में अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाया गया था।

वहीं इसके लिए उनकी पत्नी ट्विंकल खन्ना को जेल भी जाना पड़ा था। उन पर यह केस काफी दिनों तक चला था। इसके अलावा अक्षय कुमार को उस समय काफी  आलोचना का सामना करना पड़ा जब उन्होंने फिल्म रुस्तम में पहने गए कपड़ो को नीलामी के लिए रखा था। इस पर नौ सेना के कुछ पूर्व कर्मचारियों ने सैनिकों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने के आरोप में उन्हें लीगल नोटिस भी दिया था।

अक्षय कुमार को मिले कुछ पुरस्कार और अवॉर्ड्स – Akshay Kumar Awards

  • साल 2013 में अक्षय को फिल्म राउडी राठौर के लिए बेस्ट एक्टर के तौर पर दादा साहेब फालके अकादमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
  • साल 2009 में अक्षय कुमार को भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • साल 2018 में फिल्म जॉली एलएल बी 2 के लिए अक्षय को बेस्ट एक्टर के तौर पर जी सिने अवॉर्ड से नवाजा गया।
  • साल 2017 में फिल्म रुस्तम के लिए अक्षय को बेस्टर एक्टर के लिए नेशनल फिल्म अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
  • साल 2009 में भारतीय सिनेमा में अक्षय को उनके विशिष्ट योगदान के लिए ”दशक के सर्वश्रेष्ठ मनोरंजनकारी का पुरस्कार” दिया गया।
  • साल 2009 फिल्म सिंग इज किंग के लिए अक्षय को बेस्ट एक्टर के तौर पर एशियाई फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया।
  • साल 2004 में बॉलीवुड में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए अक्षय को राजीव गांधी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • साल 2008 में फिल्म सिंग इज़ किंग के लिए अक्षय को बेस्ट एक्टर के तौर पर स्टार स्क्रीन अवॉर्ड से नवाजा गया।
  • साल 2006 में फिल्म गरम मसाला के लिए अक्षय को  बेस्ट कॉमेडी एक्टर के लिए स्टार स्क्रीन अवॉर्ड से नवाजा गया।

अक्षय कुमार को मिले स्टारडास्ट अवॉर्ड:

  • साल 2013 में फिल्म ”हाउसफुल 2”, ओ माय गॉड एवं राउडी राठौड़ के लिए स्टार ऑफ द ईयर के तौर पर अक्षय को  स्टार डस्ट अवॉर्ड दिया गया।
  • साल 2013 में फिल्म खिलाड़ी 786 और राउडी राठौड़ के लिए अक्षय को बेस्ट एक्शन, थ्रिलर एक्टर अवॉर्ड दिया गया।
  • साल 2013 में ही फिल्म हाउसफुल2, ओह!माय गॉड एवं राउडी राठौर के लिए अक्षय को रीडर्स च्वॉइस केलिए स्टार डस्ट अवॉर्ड दिया गया।
  • साल 2012 में फिल्म देसी बॉयज के लिए अक्षय को स्टारडस्ट बेस्ट रोमांस, कॉमेडी एक्टर अवॉर्ड दिया गया ।
  • साल 2011 में फिल्म तीसमार खां, हाउसफुल के लिए अक्षय को  स्टारडास्ट बेस्ट कॉमेडी, रोमांटिक एक्टर का अवॉर्ड के साथ इन दोनों फिल्मों के लिए बेस्ट स्टार ऑफ द ईयर एक्टर का अवॉर्ड भी दिया गया।
  • साल 2010 में फिल्म ब्लू के लिए अक्षय को बेस्ट मेल एक्टर अवॉर्ड दिया गया।
  • साल 2008 में फिल्म नमस्ते लंदन और हे बेबी के लिए अक्षय को बेस्ट एक्टर ऑफ द ईयर पुरस्कार दिया गया।
  • साल 2006 में फिल्म गरम मसाला के लिए बेस्ट एक्टर ऑफ द ईयर  पुरस्कार से नवाजा गया।

अक्षय कुमार को मिले फिल्मफेयर अवॉर्ड:

  • साल 2013 में फिल्म ओ माय गॉड के लिए अक्षय को फिल्मफेयर बेस्ट को-एक्टर अवॉर्ड दिया गया।
  • साल 2009 एवं साल 2008 में फिल्म सिंह इज किंग एवं नमस्ते लंदन के लिए अक्षय को फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर अवॉर्ड दिया गया।
  • साल 2005 में फिल्म मुझसे शादी करोगी के लिए अक्षय को फिल्मफेयर बेस्ट को-एक्टर अवॉर्ड और इसी फिल्म के लिए फिल्मफेयर बेस्ट कॉमेडियन एक्टर अवॉर्ड दिया गया।
  • साल 2005 में फिल्म खाकी के लिए अक्षय को फिल्मफेयर बेस्टर को-एक्टर अवॉर्ड से नवाजा गया।
  • साल 1998 में फिल्म दिल तो पागल है कि लिए अक्षय को फिल्मफेयर बेस्ट को-एक्टर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।

Read Also:

  1. अमिताभ बच्चन की जीवनी 
  2. Shilpa Shetty biography
  3. Akshay Kumar Quotes

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होली पर उत्साह भर देने वाले सर्वेश्रेष्ठ स्लोगन

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Holi Slogan in Hindi

होली का पर्व हिन्दुओं का प्रमुख पर्व है, जिसे पूरे भारत में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस पर्व को फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।

इससे कई धार्मिक और पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई हैं। इस पर्व का बच्चों को बेसब्री से इंतजार रहता है, क्योंकि होली का पर्व बच्चों को ढेर सारी मौज-मस्ती करने का मौका देता हैं।

इसके साथ ही यह पर्व एक-दूसरे के प्रति प्रेम और स्नेह की भावना पैदा करता हैं एवं रिश्तों में मिठास लाने का काम करता हैं। होली के दिन लोग अपने सारे गिले-शिकवे मिटाकर प्रेम और स्नेह के साथ एक-दूसरे से गले मिलते हैं और इस पर्व की बधाई देते हैं।

होली के पर्व पर आज हम आपको कुछ स्लोगन उपलब्ध करवा रहे हैं, जो कि इस पर्व के महत्व को समझाने में मद्दगार साबित होंगे।

होली पर नारे (सुविचार) – Holi Slogan in Hindi

Holi Slogans gif for whatsapp

आज ना छोड़ेंगे खेलेंगे हम Holi, eco friendly Holi.

Slogan on Holi in Hindi

हर्षोल्लास का इस पावन पर्व पर लोग एक दूसरे को रंग लगाकर एवं मिठाई खिलाकर इस पर्व की बधाई देते हैं। इस त्योहार पर लोग जमकर मौज-मस्ती करते हैं।

वहीं इस पर्व के दौरान किसानों की फसलें भी पककर तैयार हो जाती हैं, इसलिए इस पर्व को बसंत महोत्सव के रुप में भी मनाया जाता है।

इसके साथ ही होली के पर्व के दौरान वातावरण भी बेहद रंगीन और खुशनुमा होती है, चारों तरफ हरियाली और सुंदर वादियां नजर आती हैं।

फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाए जाने वाला यह पर्व दो दिनों तक चलता है, इसे लोग अपने-अपने तरीके से मनाते है। होली के पहले दिन शाम के समय होलिका दहन होता है, जबिक दूसरे दिन रंग की होली होती है।

इस दौरान लोग खुलकर मौज-मस्ती करते हैं एवं बच्चे रंग, पिचकारी एवं गुब्बारे के साथ आनंद लेते हैं। वहीं होली पर लिखे गए इस तरह के स्लोगन न सिर्फ इस पर्व के महत्व को बताते हैं बल्कि आपस में मिलजुल कर रहने एवं इको-फ्रैंडली तरीके से होली मनाने का संदेश भी देते हैं।

Happy Holi slogans

पानी को बचायेंगे, सुखी होली मनायेंगे।

होली पर नारे

गुलाबी + लाल + पिला – गिला, पानी के बिना भी बने त्योहार रंगीला।

Holi Slogans in Hindi

खुशियों और उमंग के इस पर्व से कई धार्मिक एवं पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई हैं। इस पर्व का हिन्दु धर्म के लोगों के लिए बेहद खास महत्व है।

इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व में प्रेम के प्रतीक के रुप में भी मनाया जाता है। होली से भक्त प्रहलाद और होलिका से जुड़ी कथा काफी प्रचलित है।

इसके साथ ही इस पर्व को राधारानी एवं भगवान श्री कृष्ण के अद्भुत प्रेम से भी जोड़ा जाता है। यह पर्व बेहद ही सुंदर पर्व है, जो कि लोगों के अंदर प्रेम और स्नेह की भावना का पैदा करता है।

वहीं होली के पर्व पर लिखे गए इस तरह के स्लोगन सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं एवं इस पर्व के महत्वता को समझाने में भी मद्द करते हैं।

Holi Par Nare

आज रंग बरसे कल पानी को तरसे।

Holi slogan in Hindi

होली में गुलाल हो, रंगों की बहार हो, गुझिया की मिठास हो, बिना पानी का त्योहार हो, सबके दिल में एक बात हो, प्यार से ये त्योहार हो।

Holi par Nare

होली का त्योहार को लोग अपने-अपने तरीके से मनाए जाते हैं। इस पर्व को लेकर बच्चे, बड़े, युवा, बुजुर्ग एवं महिलाओं में काफी उत्साह रहता हैं।

वहीं यह पर्व न सिर्फ हमें अपनी खुशी प्रकट करने एवं ढेर सारी मौज-मस्ती करने का मौका देता है, बल्कि आपस मे प्रेम, स्नेह बढ़ाता हैं एवं रिश्तों में मिठास घोलने का काम करता है।

होली के दिन हर तरफ खुशनुमा एवं रंगीन माहौल होता है जो कि हमारे अंदर सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार करता है।

Holi Slogans

Play dry, save water. Happy Holi.

Holi Par Nare

  • Gulabi + Lal + Pila – Gila, Pani Ke Bina Bhi Bane Tyohar Rangila.
  • Aaj Rang Barase Kal Pani Ko Tarase.
  • Save Water, Play Dry. Happy Holi.
  • Holi me gugla ho, rango ki bahar ho, gujhiya ki mithas ho, bina pani ka tyohar ho, sabake dil me ek baat ho, pyar se ye tyohar ho.
  • Aaj Na Chhodenge Khelenge ham Holi, Eco-Friendly Holi.
  • Pani Ko Bachayenge, Sukhi Holi Manayenge.

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