Quantcast
Channel: India's beloved learning platform
Viewing all 4363 articles
Browse latest View live

20 जुलाई का इतिहास | 20 July Today Historical Events

$
0
0

20 July Today Historical Events

भारत के इतिहास में हर दिन की बहुत महत्वपूर्ण है। अगर इतिहास में पीछे पलटकर देखते हैं तो हर दिन कुछ विशेष घटना घटी है जिसने अपना दर्जा इतिहास में अंकित कर दिया है। जैसे महान विजेता सिकंदर का जन्म इस जैसी और कौन कौनसी महत्वपूर्ण घटनाएँ 20 जुलाई यानि आज के दिन भी इतिहास में घटी उन सभी के बारेमें जानते हैं विस्तार से।

20 जुलाई का इतिहास – 20 July Today Historical Events

20 July History

20 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ – Important events of July 20

  • रॉबर्ट द्वितीय के उत्तराधिकारी हेनरी प्रथम ने 1031 में स्पेन के राजा के रूप में पदभार संभाला।
  • अलाउद्दीन खिलजी ने 1296में स्वयं को दिल्ली का सुल्तान घोषित किया।
  • एंग्लो-पुर्तगाल संधि के तहत 1654 में पुर्तगाल इंग्लैंड के अधीन हुआ।
  • माधव राव 1761 में प्रथम पेशवा बने।
  • कोलंबिया ने 1810 में स्पेन से आजाद होने की घोषणा की।
  • जर्मनी के खगोलशास्त्री थियोडोर ने 1847 में धूमकेतु ब्रोरसेन-मेटकॉफ का पता लगाया।
  • फोर्ड मोटर कंपनी ने 1903 में अपनी पहली कार बाजार में उतारी।
  • बंगाल के पहले विभाजन को 1905 में भारतीय सचिव ने मंजूरी दी।
  • पन्चो विला की 1923 में हत्या कर दी गई।
  • सोवियत खेल समाचार पत्र सोवत्सकी स्पोर्ट् की स्थापना 1924 में हुई।
  • लंदन में 1933 को यहूदी विरोधी भावना के खिलाफ पांच लाख लोगों ने रैली निकाली।
  • जापान के नाम वापिस लेने के बाद 1938 में फिनलैंड को 1940 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी सौंपी गई।
  • अमेरिका ने 1944 में जापान के कब्जे वाले गुआम पर हमला किया।
  • जार्डन के शाह किंग अब्दुल्ला प्रथम पर यरुशलम में 1951 को किये गये हमले में मारे गये।
  • फ्रांस ने 1956 में ट्यूनिशिया को स्वतंत्र देश घोषित किया।
  • सिलॉन की राष्ट्रपति श्रिमावो भंडार नायके 1960 में विश्व की प्रथम महिला राष्ट्रपति निर्वाचित हुई।
  • 17 अफ्रीकी देशों और मदगास्कर ने 1963 में यूरोपियन परिषद् के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए।
  • मानव ने 1969 में चंद्रमा की सतह पर पहला कदम रखा था. एस्‍ट्रोनॉट नील आर्मस्ट्रांग ने इस इतिहास को रचा था.
  • तुर्की के हजारों सैनिकों ने 1974 में ग्रीस की राजधानी एथेंस में चल रही बातचीत के विफल रहने पर उत्तरी साइप्रस पर हमला कर दिया था।
  • सूचना की स्वतंत्रता अधिनियम के अंतर्गत अमेरिकी जाँच संस्था सीआईए द्वारा 1977 में जारी किए गए दस्तावेज में स्वीकार किया गया की वह मस्तिष्क नियंत्रण प्रयोगों में शामिल रहे हैं।
  • वर्मा की सेना समर्थित सरकार ने 1989 में विपक्षी नेता आंग सांग सूकी को उनके घर में कैद कर दिया। वे पिछले 20 वर्षों में लगभग 14 वर्ष गृह कैद रही हैं।
  • तिस्ता नदी के जल बंटवारे पर 1997 में भारत-बांग्लादेश में समझौता।
  • तालिबानी फरमान के बाद केयर इंटरनेशनल और मेडिसिन्स सेंस फ्रंटियर्स के 250 सहायताकर्मियों ने 1998 को अफगानिस्तान छोड़ा।
  • यू.आर. राव (भारत) ‘यूनिस्पेस-3’ (अंतरिक्ष सम्मेलन) के अध्यक्ष निर्वाचित, स्पेन में प्रथम बौद्ध स्तूप का उद्घाटन 1999 में हुआ।
  • जिम्बाब्वे की पार्लियामेंट ने 2000 में अपना नया सत्र शुरू किया जिसमें एक दशक में पहली बार विपक्ष को बैठने की अनुमति मिली।
  • उत्तर व दक्षिण कोरिया ने 2002 को आपस में वायुयान सेवा की शुरुआत की।
  • कनाडा में समलैंगिक विवाह को 2005 में कानूनी स्वीकृति दी गयी और वह ऐसा करने वाला चौथा देश बना।
  • पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने 2007 में मुशर्रफ़ सरकार द्वारा बर्खास्त किये गए मुख्य न्यायाधीश इफ़्तिख़ार चौधरी को पद पर पुन: बहाली का निर्णय दिया।
  • अमेरिकी विदेशमंत्री कोंडलिजा राइस ने 2008 में भारतीय अमेरिकी डॉक्टर जयन्त पाटिल के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी।
  • मेक्सिको के नयारित में 2012 को एक बस हादसे में 21 लोग मारे गये जबकि 29 घायल हो गये।
  • राम नाथ कोविन्द 2017 में भारत के 14वें राष्ट्रपति निर्वाचित हुए।

20 जुलाई को जन्मे व्यक्ति – Famous Birthdays on 20 July

  • महान विजेता सिकंदर का जन्म 356: ईसा पूर्व हुआ था।
  • माउंट एवरेस्‍ट को सबसे पहले जीतने वाले सर एडमंड हिलेरी का जन्‍म 1919 में हुआ था।
  • हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता राजेंद्र कुमार का जन्म 20 जुलाई 1929 हुआ था।
  • अरुणाचल प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल का जन्म 20 जुलाई 1969 हुआ था।
  • भारतीय सिनेमा के प्रसिद्ध तथा प्रतिभाशाली अभिनेता नसीरुद्दीन शाह का जन्म 20 जुलाई 1950 हुआ था।
  • सार्वजनिक कार्यकर्ता गणेश वासुदेव जोशी का जन्म 1820 में हुआ।
  • प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय संगीतकार तथा तबला वादक सामता प्रसाद का जन्म 1921 में हुआ।
20 जुलाई को हुए निधन – Famous Deaths of 20 July
  • जर्मनी के गणितज्ञ बरनार्ड रीमैन का टीबी के रोग में निधन 1866 को हुआ।
  • आधुनिक हिन्दी साहित्य के शीर्ष निर्माताओं में से एक बालकृष्ण भट्ट का निधन 20 जुलाई 1914 हुआ था।
  • असम राज्य के प्रथम असहयोगी और असम में कांग्रेस के संस्थापकों में से एक चन्द्रनाथ शर्मा का निधन 20 जुलाई 1922 हुआ था।
  • गोलैलिमों मारकोनी नामक अविष्कारक का 63 वर्ष की आयु में निधन 1937 को हुआ और उन्होंने रेडियो का अविष्कार किया।
  • भारत के प्रसिद्ध क्रांतिकारी बटुकेश्वर दत्त का निधन 20 जुलाई 1965 हुआ था।
  • प्रसिद्ध पा‌र्श्वगायिका गीता दत्त का निधन 20 जुलाई 1972 हुआ था।
  • जीट क्वींडो मार्शल आर्ट आंदोलन संस्थापक, अभिनेता, निर्देशक ब्रूस ली का निधन 20 जुलाई 1973 हुआ था।
  • अयोध्या-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद के मुख्य पैरोकार हाशिम अंसारी का निधन 2016 में हुआ।
  • भारत की पहली महिला न्यायाधीश अन्ना चांडी का निधन 1966 में हुआ।
  • एक ब्रिटिश सैन्‍य अधिकारी की पुत्री मीरा बेन का निधन 1982 में हुआ और जिन्होंने ‘भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ में महात्मा गाँधी के सिद्धांतों से प्रभावित होकर खादी का प्रचार किया।

Read More:

We Hope you find this post about “20 July History” useful। if you like this article please share on Whatsapp & Facebook. and for latest update Download: Gyani Pandit free Android app.

Note: We try hard for correctness and accuracy. please tell us If you see something that doesn’t look correct in this article About 20 July Today Historical Events … And if you have more information History of 20 July then help for the improvements this article.

The post 20 जुलाई का इतिहास | 20 July Today Historical Events appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.


ऑनलाइन पैसा कमाने के तरीके | How to make Money Online

$
0
0

लगातार बढ़ रही जरूरतों को पूरा करने के लिए हर किसी को पैसे जरूरत है इसलिए लोग पैसा कमाने के नए तरीके खोज रहे हैं वहीं अगर आप घर बैठे ही ऑनलाइन पैसा कमा ले तो भला इससे अच्छी बात क्या हो सकती है आज हम आपको बता रहे हैं ऑनलाइन पैसा कमाने के तरीकों – How to make Money Online के बारे में जो आपकी ऑनलाइन पैसा कमाने में सहायता करेंगे।

How to make Money Online

ऑनलाइन पैसा कमाने के तरीके – How to make Money Online

  • Affiliate Marketing

अगर आपके पास अपनी वेबसाइट या ब्लॉग है तो आप Affiliate Marketing के जरिए भी ऑनलाइन मोटी रकम कमा सकते हैं।

Affiliate Marketing के ज़रिये हर कंपनी अपनी सहयोगी कंपनियों को पैसा देती है जो ग्राहकों को अपना सामान ऑनलाइन बेचती है। ई-कॉमर्स वेबसाइट जैसे फ्लिपकार्ट, अमेजॉन, स्नैपडील, मेक माई ट्रिप, समेत तमाम ऑनलाइन कंपनी है जिनके जरिए आप एफिलिएट मार्केटिंग से पैसा कमा सकते हैं।

इसके लिए पहले आपको ई-कॉमर्स कंपनी की वेबसाइट में जाकर आपना Affiliate account खोलना होगा और वहां से प्रोडक्ट के एडवरटाइजमेंट कोड को अपने ब्लॉग में लगाना होंगा जैसे ही आप प्रोडक्ट का कोड लगाएंगे आप के ब्लॉग में उन प्रोडक्टस का एड्स आने शुरू हो जाएंगे।

फिर जैसे ही कोई विजिटर उस एड्स पर क्लिक करेगा तो वह सीधे Company की वेबसाइट में चला जाएगा वहां जाकर अगर उसे कोई भी प्रोडक्ट पसंद आता है और वह उसे खरीद लेता है तो आपको वह Company उस product की टोटल कीमत का 5 से 50 या उस से भी ज्यादा प्रतिशत आप को देता है जो आप के अकाउंट में उसी टाइम क्रेडिट हो जाते हैं।

  • GOOGLE ADSENSE

अक्सर आपने देखा होगा जब भी आप किसी वेबसाइट या पेज पर जाते हैं तो गूगल एड्स दिखते हैं जिनसे काफी लाभ हो सकता है जी हां ये एड्स न केवल बहुत आसानी से किसी भी वेबसाइइट पर सेट हो जाते हैं बल्कि गूगल एडसेन्स के काफी फायदेमंद भी साबित होते हैं और वेबसाइट में अच्छा ट्रैफिक लाने में सहायता करते हैं।

अगर आपके पास अपना ब्लॉग या वेबसाइट है तो आप गूगल एडसेंस अकाउंट के लिए फ्री में साइन अप कर सकते हैं जहां पर आपको एक यूनीक कोड मिलेगा, उस कोड को आपको अपने वेबसाइट पर पेस्ट करना होगा जहां से गूगल वेबसाइट के पेज पर आ रहे ट्रैफिक पर नजर रखेगा और वेबसाइट पर ट्रैफिक के हिसाब से फिर आप पैसा कमा सकेंगे। इसके साथ ही यहां से कमाएं हुए पैसे हर महीने वेबसाइट एडमिन के बैंक अकाउंट में क्रेडिट होंगे।

  • Blogging

अगर आप ब्लॉगिंग के माध्यम से घर बैठे पैसा कमाने की सोच रहे हैं तो आपको इससे लिए सबसे पहले टॉपिक का चयन करना होगा इसके बाद आपको अपने ब्लॉग के लिए सही प्लेटफॉर्म का चयन करना होगा जैसे की ब्लॉग के लिए दो फेमस प्लेटफॉर्म हैं पहला है WordPress और दूसरा है blogger(bloggspot।com)।

फिर इसके बाद आपको अपने ब्लॉग के लिए domain name लेना होता है। आपको बता दें कि domain name, आपके ब्लॉग का पता होता है जिसके द्धारा लोग आपके ब्लॉग तक पहुंच सकते हैं।

इसके बाद आपको अपना ब्लॉग पेज का ले आउट अथवा डिजाइन का चयन करना होगा और इस प्रोसेस के बाद आप अपने ब्लॉग के लिए आर्टिकल लिखने शुरु कर सकते हैं और आर्टिकल लिखते वक्त इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि आपके ब्लॉग में जितना ज्यादा क्वालिटी कंटेंट होगा उतना ज्यादा ट्रैफिक आएगा।

ब्लॉगिंग के जरिए पैसा कमाने के लिए जरूरी है कि आप अपने ब्लॉग की ज्यादा से ज्यादा मार्केटिंग करे जिसे आप सोशल मीडिया के द्धारा आसानी से कर सकते हैं। आपके आर्टिकल की टॉप रेंकिंग कैसे होगी इसके लिए आपको SEO के बारे में जानकारी लेना बेहद जरूरी है।

इसके बाद आपको अपने ब्लॉग को मोनेटाइज करना होगा मतलब है पैसा कमाने के लिए अपने ब्लॉग में एडवरटाइजिंग लाने होंगे जिसके लिए आप गूगल ऐडसेंस की भी सहायता ले सकते हैं। आपके ब्लॉग में जितना ट्रैफिक बढ़ेगा मतलब की जितने लोग उसे देखेंगे आपको उतना ही फायदा होगा।

  • Freelance Writing

ऑनलाइन पैसा कमाने का सबसे बढ़िया तरीका है फ्रीलांस राइटिंग। फ्रीलांस राइटिंग की दुनिया में बहुत पैसा है ।अगर आप में योग्यता है कि आप वेबसाइट के लिए कंटेन्ट लिख सकें तो आाप इसके लिए इंटरनेट में जाकर फ्रीलांस कंटेट राइटिंग की वेबसाइट पर अपना अकाउंट बना सकते हैं जो कि आपकी ऑनलाइन क्लाइंट ढूंढने में आपकी मद्द करती है या फिर आप सीधे तौर पर किसी वेबसाइट के मालिक जो कि ऑनलाइन कंटेंट लिखवाने के लिए आपको पैसे दे सके , आप उससे संपर्क कर सकते हैं।

  • Consulting/ coaching

इन्टरनेट से पैसे कमाने का दूसरा आसान तरीका कंसल्टिंग और कोचिंग। अगर आप किसी भी फील्ड में एक्सपर्ट हैं तो आप अपनी योग्यता का उपयोग ऑनलाइन कोचिंग देकर और उस फील्ड के बारे में उपयोगी टिप्स दे सकते हैं।

इसके लिए आपको ग्रुप बनाना होगा और इन्टरनेट के द्धारा ऐसे ग्राहक बनाने होंगे जो आपसे ऑनलाइन कोचिंग लेकर आपको इसका भुगतान कर सकें। आप इन ग्राहकों को हर घंटे के हिसाब से भी चार्ज कर सकते हो।

  • You-Tube

ऑनलाइन पैसा कमाना का दूसरा सबसे आसान तरीका है। यू-ट्यूब। वैसे तो यू-ट्यूब वीडियो शेयरिंग का सबसे अच्छा प्लेटफॉर्म माना जाता है। वहीं अगर आप भी यू-ट्यूब के जरिए पैसा कमाने की सोच रहे हैं तो आपको इसके लिए अच्छी क्वालिटी के वीडियो बनाने होंगे।

ये वीडियो आपकी रूचि के विषय से संबंधित हो सकते हैं, बस वीडियो बनाते समय आपको लोगों की पसंद का ख्याल रखना होगा। इसके बाद आपको अपना वीडियो को various advertising networks में monetize करना होगा, इसके बाद जब आप के यू-ट्यूब वीडियो चैनल में ट्रैफिक आना शुरू होगा, मतलब जब लोग आपके द्धारा बनाया गया वीडियो देखने लगेंगे तो आप यू-ट्यूब के जरिए पैसा कमा सकेंगे। आप सोशल मीडिया या फिर SEO के माध्यम से अपने यू-ट्यूब चैनल पर ट्रैफिक ला सकते है।

ऑनलाइन पैसे कमाने के और भी बहुत सारे तरीकें है जिनके माध्यम से आप घर बैठे पैसा कमा सकते हैं वहीं अगर आप ऊपर बताए गए गूगल एडसंस, ब्लॉगिंग के माध्यम से पैसा कमाने की सोच रहे हैं तो ये आर्टिकल आपकी मद्द कर सकता है।

Read More:

Note : अगर आपको How to make Money Online in Hindi अच्छी लगे तो जरुर Share कीजिये.

Note: E-MAIL Subscription करे और पायें How to make Money Online in Hindi articles आपके ईमेल पर.

The post ऑनलाइन पैसा कमाने के तरीके | How to make Money Online appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

21 जुलाई का इतिहास | 21 July Today Historical Events

$
0
0

21 July Today Historical Events

आज के दिन यानि 21 जुलाई के दिन बहुत कुछ घटनाएँ घटी, बहुत से महान लोगों के जन्म हुए और साथ ही बहुत से महान लोग इस दुनिया से चल बसे, और ऐसी बहुत सी बातें हैं जिसने इतिहास में अपनी जगह बनाई। आइए जानते हैं भारतीय एवं विश्व इतिहास में 21 जुलाई को घटित हुई प्रमुख घटनाओं के बारे में।

21 जुलाई का इतिहास – 21 July Today Historical Events

21 July History

21 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ – Important events of July 21

  • युवा हेरो स्ट्रैटस ने 356 ईपू में अपनी प्रसिद्धि के लिए प्राचीन विश्व के सात आश्चर्यों में शामिल आर्टिमिस के मंदिर में आग लगा दी।
  • औरंगजेब ने 1658 में अपने अनौपचारिक राज्याभिषेक का जश्न मनाया।।
  • बेल्जियम ने 1831 में नीदरलैंड से स्वतंत्रता हासिल की, लियोपोल्ड प्रथम राजा बने।
  • कोलकाता में भारत के पहले सार्वजनिक थियेटर हाॉल स्टार थियेटर की शुरुआत 1883 में हुई।
  • लॉर्ड के मैदान पर 1884 को पहला क्रिकेट टेस्ट मैच खेला गया।
  • ब्रिटेन के आविष्कारक डनलप ने 1888 में टायर और टयूब तैयार किया जिससे परिवहन साधनों की गति बढ़ी।
  • 13 साल तक चले निर्माण कार्य के बाद रूस ने 1904 में 4607 किलोमीटर लम्बी ट्रांस साइबेरियन रेल लाइन का काम पूरा हुआ
  • सोवियत संघ ने 1940 में एस्टोनिया लातविया और लिथुआनिया पर कब्जा किया।
  • संविधान ने 1947 में राष्ट्रीय ध्वज को अंगीकृत किया।
  • इंडोनेशिया में पहला राजनीतिक चुनाव 1947 को शुरू हुआ।
  • श्रीलंका (तब सीलोन) में 1960 को सीरीमावो भंडारनायके विश्व की पहली महिला प्रधानमंत्री बनी।
  • भारत चीन के बीच सीमा पर 1962 में युद्ध हुआ ।
  • काशी विद्यापीठ को 1963 में विश्वविद्यालय का दर्जा मिला।
  • नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर 1969 को कदम रखा।
  • इन्सैट-1 सी को 1988 में इन्सैट प्रणाली को पूर्ण रूप से सक्षम बनाने के लिए 93.5° पूर्व स्थिति के लिए कोरू से 21 जुलाई, 1988 को प्रमोचित किया गया था।
  • संयुक्त राष्ट्र आम सभा ने 2004 में भारी बहुमत से पश्चिमी किनारे के फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों से इस्रायल को बाढ़ हटाने का प्रस्ताव पारित किया।
  • वांशिगटन में 2007 को चार दिनों तक चले विचार-विमर्श के बाद भारत-अमेरिका परमाणु समझौते का प्रारूप तैयार किया गया।
  • हैरी पॉटर सीरिज की आखिरी किताब 2007 में ‘हैरी पॉटर एंड द डेवली हैलोज’ जारी की गई।
  • प्रतिभा पाटिल 2007 में भारत की पहली महिला राष्ट्रपति बनीं।
  • नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भारतीय मूल के रामबरन यादव को 2008 में नेपाल का पहला राष्ट्रपति चुना गया।
  • बेल्जियम के महाराज अल्बर्ट द्वितीय ने 2013 में बेटे फिलिप की ताजपोशी के लिए राजगद्दी छोड़ी।

21 जुलाई को जन्मे व्यक्ति – Born on 21 July

  • अंगरेजी समाचार एजेंसी राइटर के संस्थापक जूलियस राइटर का जन्म 1816 को हुआ था।
  • ज्ञानपीठ पुरस्कार सम्मानित और प्रसिद्ध गुजराती साहित्यकार उमाशंकर जोशी का जन्म 1911 को हुआ था।
  • ब्रिटिश अभिनेत्री मॉली सगडेन का जन्म 1922 को हुआ था।
  • मशहूर फ़िल्मी गीतकार आनंद बख्शी का जन्म 1930 को हुआ था।
  • भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी चेतन चौहान का जन्म 1947 को हुआ था।
  • अमेरिकी हास्य अभिनेता रॉबिन विलियम्स का जन्म 1951 को हुआ था।
  • भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी चंदू बोर्डे का जन्म 1951 को हुआ था।
  • भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी चेतन चौहान का जन्म 1951 को हुआ था।
  • दक्षिण अफ्रिकी क्रिकेट खिलाड़ी बैरी रिचर्ड्स का जन्म 21 जुलाई 1951 को हुआ था।
  • कैट स्टीवेंस के नाम से प्रसिद्ध युसुफ इस्लाम, गीतकार, गायक का जन्म 21 जुलाई 1951 को हुआ था।
21 जुलाई को हुए निधन – Died on 21 July
  • फ़्रांस के विख्यात रसायनशास्त्री केन्ट क्लोड लुईस गर्टले का निधन 1822 ईसवी को हुआ।
  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष व्योमेश चन्‍द्र बनर्जी का निधन 21 जुलाई 1906 को हुआ था।
  • श्री रामकृष्ण परमहंस की धर्मपत्नी शारदा मां का निधन 21 जुलाई 1920 को हुआ था।
  • भूटान के तीसरे राजा जिग्मे दोरजी वांग्चुक का निधन 21 जुलाई 1972 को हुआ था।
  • प्रसिद्ध तमिल अभिनेता शिवाजी गणेशन का निधन 21 जुलाई 2001 को हुआ था।
  • ‘भारतीय शास्त्रीय संगीत’ की प्रसिद्ध गायिका गंगूबाई हंगल का निधन 2009 में हुआ।

Read More:

Hope you have been satisfied with the information given above, if not, then please tell us through please Comment and if you have more information about the history of today, 21 July, then by telling us the comment we will update in this article.

The post 21 जुलाई का इतिहास | 21 July Today Historical Events appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

वर्गाल सरस्वती मंदिर | Wargal Saraswati Temple

$
0
0

हमारे आसपास हमें बहुत से देवी देवताओं मंदिर देखने को मिलते हैं लेकिन देवी सरस्वती के मंदिर हमें अधिक संख्या में देखने को नहीं मिलते। इसके पीछे की असली वजह यह है की देवी सरस्वती के बहुत ही कम मंदिर बनाये जाते है। इसीलिए हमे देवी सरस्वती के दर्शन करने के लिए बहुत दूर जाना पड़ता है। एक ऐसा ही मंदिर जो देवी सरस्वती को समर्पित है उसकी जानकारी हम आपको बताने जा रहे है। तो चलिए जानते है तेलंगाना जैसे छोटे से राज्य में बसे वर्गाल सरस्वती मंदिर – Wargal Saraswati Temple की जानकारी।

Wargal Saraswati Temple

वर्गाल सरस्वती मंदिर – Wargal Saraswati Temple

वर्गाल सरस्वती मंदिर तेलंगाना के मेदक जिले में स्थित है। इस मंदिर को कुछ लोग श्री विद्या सरस्वती मंदिर भी कहते है। हिन्दू धर्म में देवी सरस्वती को विद्या की देवता माना जाता है। इस मंदिर की सारी देखभाल करने का काम कांची शंकर मठ का है। इस मंदिर परिसर के निर्माण का सारा श्रेय यायावाराम चंद्रशेखर को दिया जाता है। वह देवी सरस्वती के बड़े भक्त थे।

सन 1989 में वसंत पंचमी के दिन श्री विद्या देवी सरस्वती मंदिर में भूमि पूजा की गयी।

सन 1992 मे इस मंदिर में त्रयोदशी के दिन माघ शुद्ध महीने में इस मंदिर में देवी श्री सरस्वती देवी और शनिदेव की मूर्ति की स्थापना की गयी थी। पुष्पगिरी पीठाधिपति श्री श्री श्री विद्या न्रुसिम्हा भारती स्वामी के द्वारा इन मूर्तियों की स्थापन की गयी थी।

1998 में सत्य पतम समिति ने इस पहाड़ी पर मंदिर की नयी ईमारत बनाने की शुरुवात की, क्यों की इस पहाड़ी पर पहले भी 400 साल पहले मंदिर हुआ करते थे। कांची पीतम के श्री शंकर विजयेन्द्र सरस्वती ने इस मंदिर में 1999 में वेदों की पाठशाला की भी शुरुवात की।

जहापर बच्चो को वेदों का अमूल्य ज्ञान दिया जाता है। यहापर करीब 300 छात्रों के लिए रहने सुविधा की गयी है। सरस्वती देवी कला, संगीत, ज्ञान, और बुद्धिमत्ता की देवता है। हिन्दू धर्म के अनुसार देवी सरस्वती सृष्टि के रचयिता ब्रहमदेव की पत्नी है। देवी सरस्वती सभी तरह के चिंता, निराशा और भ्रम से हमें मुक्ति दिलाती है।

देवी सरस्वती का यह मंदिर अक्षराभ्यासम के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है। बहुत से लोग अपने बच्चो को इस मन्दिर में ‘अक्षराभ्यासम’ की पूजा के लिए साथ में लाते है । इस मंदिर में जितने भी भक्त आते है उनके लिए यहापर मुफ्त में खाने की सुविधा की गयी है जिसे ‘नित्य आनंदम’ भी कहा जाता है।

इस मंदिर में वसंत पंचमी, नवरात्रि महोत्सव और शनि त्रयोदशी बड़ी धूमधाम के साथ मनाई जाती है।

वर्गाल गाव की इस पहाड़ी पर शनि देवी मंदिर, लक्ष्मी गणपति मंदिर, भगवान शिव मंदिर और भगवान विष्णु के भी कुछ मंदिरे है। लेकिन अब इन मंदिरों का हालत काफी ख़राब हो चुकी है और इनमे देवताओ की मुर्तिया भी ठीक से दिख नहीं पाती। इन सभी मंदिरों का निर्माण काकतीया शासको से भी पहले किया गया था।

देवी सरस्वती का यह मंदिर एक छोटेसे गाव में स्थित है। मगर यह मंदिर इस गाव में स्थित नहीं है। क्यों की यह मंदिर गाव के परिसर की पहाड़ी में बसा है। मगर इस पहाड़ी पर केवल देवी सरस्वती का ही मंदिर नहीं बल्की इस पहाड़ी पर अन्य देवता के भी मंदिर है। इस मंदिर में लोग विशेष रूप से अपने बच्चो को साथ में लाते है ताकी उनके बच्चे अच्छे से पढाई कर सके। यहापर उसके लिए विशेष पूजा का भी प्रावधान किया जाता है।

More on Temples Information:

Hope you find this post about ”Wargal Saraswati Temple” useful. if you like this article please share on Facebook & Whatsapp. and for latest update Download: Gyani Pandit free Android app.

The post वर्गाल सरस्वती मंदिर | Wargal Saraswati Temple appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

22 जुलाई का इतिहास | Today in History July 22

$
0
0

Today in History July 22

देश और दुनिया के इतिहास में आज के दिन कई घटनाएं हुईं, जानते हैं आज के दिन यानि 22 जुलाई के इतिहास के बारेमें –

22 जुलाई का इतिहास – Today in History July 22

22 July History

22 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ – Important events of July 22

  • स्पेन ने 1731 को वियना संधि पर हस्ताक्षर किए।
  • जॉर्ज वॉशिंगटन ने 1775 में अमेरिकी सेना की कमान संभाली।जार्ज वाशिंगटन अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे।
  • भारत के पहले पायलट इंद्रलाल राय 1918 में लंदन के आसपास जर्मनी के विमानों के साथ संघर्ष में मारे गए थे।
  • भारत का राष्‍ट्रीय ध्‍वज 22 जुलाई, 1947 को भारत के संविधान द्वारा अपनाया गया था
  • भारत के पहले भूस्थिर उपग्रह एप्पल ने 1981 में कार्य करना प्रारंभ किया।
  • अमेरिका के 500 वैज्ञानिकों ने 1988 में रक्षा मंत्रालय पेंटागन में जैविक हथियार बनाने के लिए शोध का बहिष्कार करने की प्रतिज्ञा ली।
  • अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा समान कार्य के लिए समान पारिश्रमिक की कार्य योजना 1999 को लागू हुई।
  • शेर बहादुर देउबा 2001 में नेपाल के नये प्रधानमंत्री बने, समूह-आठ देशों का जिनेवा में सम्मेलन सम्पन्न हुआ ।
  • इराक में हवाई हमले में 2003 को तानाशाह सद्दाम हुसैन के दो बेटे मारे गए थे।
  • शांति के लिए 1976 में नोबेल पुरस्कार जीतने वाली बैटी बिलियम्स मैक्सिको 2004 में गिरफ़्तार।
  • आतंकवादी होने के सन्देह में लंदन पुलिस ने 2005 को निर्दोष ब्राजीली नागरिक जीन चार्ल्स डे-मेंसेज को मार गिराया।
  • पाकिस्तान के परमाणु वैज्ञानिक अब्दुल कादिर ख़ान ने 2008 में एक अदालत में अपने ख़िलाफ़ लगे प्रतिबन्धों हेतु पुनर्विचार याचिका दायर की।
  • 29वीं सदी का सबसे लंबा पूर्ण सूर्यग्रहण 22 जुलाई 2009 का सूर्यग्रहण था।
  • विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मायकोलॉजी के फफूंदी अनुसंधान दल ने 2011 में 100-115 डिग्री सेल्सियस तापमान सह सकने वाले तापरोधी फफूंदी के बीजाणुओं की खोज की।
  • प्रणव मुखर्जी 2012 में भारत के 13वें राष्ट्रपति निर्वाचित।
  • चीन ने 2012 को बीजिंग में भारी बारिश के कारण 77 लोग मरे गए।
  • एक रिपोर्ट में 9/11 हमले को सरकारी संस्थाओं की नाकामी करार 2014 को दिया गया।

22 जुलाई को जन्मे व्यक्ति – Famous Birthdays on 22 July

  • पहली लोकसभा के सदस्य सरदार तेजा सिंह अकरपुरी का जन्म 22 जुलाई 1894 को हुआ था।
  • प्रसिद्ध पार्श्व गायक मुकेश का जन्म 1923 को हुआ था।
  • संगीतकार डॉनल्ड ह्यू डॉन हेनली का जन्म 1947 में हुआ।
  • भारतीय जनता पार्टी से संबंधित, प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ एवं वर्तमान कैबिनेट मंत्री (रसायन और उर्वरक) अनंत कुमार का जन्म 1959 में हुआ था
  • रेमन मैगसेसे पुरस्कार’ से सम्मानित प्रसिद्ध भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पांडेय का जन्म 1965 को हुआ था।
  • महाराष्ट्र के 18वें मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस का जन्म 1970 को हुआ था।
  • प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीत गायक विनायकराव पटवर्धन का जन्म 22 जुलाई 1898 को हुआ था।
  • ब्रिटेन के राजकुमार विलियम और केट मिडिलटन के पहले पुत्र प्रिंस जॉर्ज का जन्म 2013 को हुआ था।
22 जुलाई को हुए निधन – Famous Deaths on 22 July
  • भारतीय स्वाधीनता संग्राम के प्रमुख नायकों में से एक यतीन्द्र मोहन सेन गुप्त का निधन 22 जुलाई 1933 को हुआ था।
  • भारत की प्रसिद्ध महिला चिकित्सक, सामाजिक कार्यकर्ता और पद्म भूषण प्राप्तकर्ता मुत्तू लक्ष्मी रेड्डी का निधन 1968 में हुआ।
22 जुलाई के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव – Important Days on 22 July
  • राष्ट्रीय झण्डा अंगीकरण दिवस

Read More:

We know you find this article about “22 July History”. if you like this article please share on Facebook & Whatsapp. We try hard for correctness and accuracy. please tell us If you see something that doesn’t look correct in this article About 22 July Today Historical Events … And if you have more information about History of 22 July then help for the improvements this article. and for latest update Download: Gyani Pandit free Android app.

The post 22 जुलाई का इतिहास | Today in History July 22 appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

कैसे सीखें अंग्रेजी बोलना 15 ideas | How to Improve English

$
0
0

How to Improve English

अंग्रेजी भाषा एक ऐसी भाषा है जिसका इस्तेमाल हर क्षेत्र में किया जाता है। अगर आपको किसी राज्य अथवा देश की भाषा का ज्ञान नहीं है तो आप अंग्रेजी भाषा की मदत से बड़ी आसानी से अपनी बात समझा सकते हैं। आजकल मानो इंग्लिश के बिना काम नहीं चलने वाला है इसलिए इंग्लिश भाषा का ज्ञान होना बेहद जरूरी है।

वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जिन्हें इंग्लिश का ज्ञान तो है लेकिन वे बोलने और लिखने से घबराते हैं क्योंकि उन्हें इस भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर खुद पर विश्वास नहीं होता है। इसकी वजह से उन्हें कई बार शर्मिंदगी भी सहनी पड़ती है लेकिन अगर आप इंग्लिश सीखना और उसमें सुधार करना चाहते हैं तो इस टिप्स की मदत ले सकते हैं। जो कि इस प्रकार हैं।

How to improve English

कैसे सीखें अंग्रेजी बोलना 15 ideas – How to Improve English

किसी भी भाषा को सीखने के लिए पढ़ना, सुनना और बोलना ये 3 चीजें बेहद जरूरी है।

अच्छे श्रोता बनें:

कोई भी भाषा सीखने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप अच्छे श्रोता बनें क्योंकि अगर आप ध्यानपूर्वक सुनेंगे तो आपको इंग्लिश बोलने में ज्यादा दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।

VOCABULARY ( शब्दावली):

इंग्लिश को सीखने के लिए वोकेबलरी यानि कि शब्द ज्ञान का होना बेहद आवश्यक है आपके पास जितने ज्यादा शब्द हों गे आपको वाक्य बनाने में आसानी रहेगी और इससे आपको लाभ भी मिलेगा।

रीडिंग पर दें ध्यान:

इंग्लिश सीखने के लिए जितना ज्यादा जरूरी है ध्यानपूर्वक सुनना उतना ही जरूरी है पढ़ना । जितना ज्यादा आप इंग्लिश में पढ़ेगें उतने ही जल्द ही आपकी इंग्लिश में भी सुधार होगा।

इंग्लिश पेपर पढ़े:

अगर आप रोजाना इंग्लिश पेपर पढ़ते हैं तो इससे न सिर्फ आपका ज्ञान बढ़ेगा बल्कि आपको कई ऐसे इंग्लिश शब्द भी मिलेंगे जिनका इस्तेमाल आप बोलचाल के समय कर सकते हैं, इसलिए इंग्लिश पेपर भी आपकी इंग्लिश को और अच्छी करने में आपकी मद्द कर सकता है।

इंग्लिश मूवी देंखे:

इंग्लिश भाषा सीखने लिए जरूरी है कि आप हिंदी मूवी देखने की बजाय इंग्लिश मूवी देखें इससे आपका मनोरंजन तो होगा ही साथ ही आपकी इंग्लिश में सुधार होगा।

इंग्लिश गाने सुने:

अगर आपको गाने सुनने का शौक है तो आप फ्री टाइम में इंग्लिश गाने सुन सकते हैं, इसके लिए आपको गाने की लीरिक्स समझऩा बेहद जरूरी है। शुरुआती दौरा में ये थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन धीमे- धीमे ये समझ में आने लगता है। जिससे आपको आप इंग्लिश भाषा में सुधारने में मदत मिलती है।

इंग्लिश न्यूज सुनें:

आप हिन्दी चैनल की बजाय अगर इंग्लिश चैनल देखेंगे तो इससे आपकी इंग्लिश में सुधार होगा और साथ ही देश-दुनिया के अपडेट भी मिलेंगे।

बोलने से पहले सोचें:

अगर आप चाहते हैं कि आप भी बाकी लोगों की तरह इंग्लिश मे परफेक्ट बन जाएं तो इसके लिए जरूरी है आप बोलने से पहले एक बार जरूर सोचें इससे गलतियाँ कम होगी और सबसे सामने आपको नर्वस भी नहीं होना पड़ेगा।

इंग्लिश में सोचे:

आमतौर पर सभी सोचते हैं, लेकिन अगर आप अपनी लोकल भाषा की बजाय इंग्लिश में सोचते है तो आपको अपने इंग्लिश और ज्यादा बेहतर हो सकती है।

खुद से इंग्लिश में बात करें:

इंग्लिश सुधारने के लिए अगर आपको कोई दोस्त या ऐसा ग्रुप नहीं मिल रहा है कि आप उनसे इंग्लिश में बात कर सकें तो अच्छा है कि आप खुद से ही बात करें अगर आप खुद से किसी टॉपिक पर रोजाना इंग्लिश में बात करेंगे तो आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और आपकी इंग्लिश में भी सुधार होगा।

इंग्लिश में ऑनलाइन कमेंट या चैट करें:

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सभी एक्टिव रहते हैं और अपने दोस्तों से या फिर फैमिली मेम्बर से चैट करते हैं लेकिन अगर आप उनके चैट लोकल भाषा में नहीं बल्कि इंग्लिश में ही चैट करें तो ये आपके लिए फायदेमेंद साबित होगा।

इंग्लिश की ज्यादा से ज्यादा प्रक्टिस करें:

वो कहते हैं कि,

“Practice makes a man Perfact”

इसलिए आप जितनी ज्यादा से ज्यादा प्रक्टिस करेंगे आपकी इंग्लिश में उतनी तेजी से सुधार होगा।

फ्रेंड्स या ग्रुप बनाएं जो इंग्लिश में बात करें:

कोशिश करें कि ऐसे दोस्त या ग्रुप बनाएं जिससे इंग्लिश में बात कर सकें।इससे आपकी हिचकेंगे भी नहीं साथ ही सुधार आपको खुद व खुद दिखेगा।

ग्रामर पर भी दें ध्यान:

बोलचाल की भाषा में तो इंग्लिश ग्रामर का इतना महत्व नहीं है लेकिन अगर आप इंग्लिश लिखते हैं तो जरूरी है की आप इंग्लिश ग्रामर पर भी ध्यान दें। जिसके लिए ग्रामर का अच्छे से अध्ययन करने की जरूरत है।

गलती करने से घबराएं नहीं बल्कि उसमें सुधार करें:

कई लोग इंग्लिश बोलने से इसलिए घबराते हैं कि कहीं वे गलत नहीं बोल जाए, लेकिन घबराने की वजह इसमें सुधार करेंगे तो ये फायदेमंद रहेगा।

ऊपर दिए गए टिप्स के माध्यम से आप इंग्लिश सुधार सकते हैं साथ ही ये टिप्स अंग्रेजी बोलने के लिए आपका आत्मविश्वास बढ़ाने में भी आपकी मद्द करेंगी। इसके साथ ही इंग्लिश सीखने और इसमें सुधार लाने के लिए आप यू-ट्यूब वीडियो अथवा स्पीकिंग कोर्सेस भी ज्वाइन कर सकते हैं।

Read More:

Note: Hope you find this post about ”How to Improve English” useful and inspiring. if you like this articles please share on Facebook & Whatsapp. and for the latest update download : Gyani Pandit free android App.

The post कैसे सीखें अंग्रेजी बोलना 15 ideas | How to Improve English appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

23 जुलाई का इतिहास | 23 July ka Itihas

$
0
0

23 July ka Itihas

23 जुलाई के इतिहास में बहुत सी महत्वपूर्ण घटनाएँ घटी, बहुत से महान लोगोने 23 जुलाई के दिन जन्म लिया और साथ ही बहुत से महान व्यक्ति आज ही दिन इस दुनिया से चले गयें, आज हम उसी घटनाओं पर फिर से एक नजर डालेंगे।

23 जुलाई का इतिहास – 23 July ka Itihas

23 July History

23 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ – Important events of July 23

  • सरहिंद में सिकन्दर सूरी को हराकर मुगल शासक हुमायूं 23 जुलाई 1555 में दिल्ली पहुंचा।
  • नेपोलियन में मिस्र में अलेक्जेंडि्रया पर 23 जुलाई 1798 को कब्जा किया
  • अमेरिका के विलियम ऑस्टिन बर्ट ने 1829 में टाइपोग्राफ का पेटेंट कराया था, जिसने टाइपराइटर की नींव रखी।
  • हवाई में पहली टेलीफोन और टेलीग्राफ लाईन 23 जुलाई 1877 को बिछायी गयी।
  • अंतर्राष्ट्रीय जिम्नास्टिक संघ ने 1881 में खेल परिसंघ की स्थापना की। यह विश्व का सबसे पुराना खेल परिसंघ है।
  • मोटर कंपनी फोर्ड ने 1903 में अपनी पहली कार बेची।
  • चार्ल्स इ मेंसियस द्वारा मलाइबरफ संकु (आइसक्रीम कोण) की खोज 1904 में की गई।
  • आर्क्ड्यूक फ्रांसिस फर्डिनेंड की हत्या के बाद आस्ट्रीया-हंगरी ने 1914 में सर्बिया को अल्टीमेटम दिया। इसी के बाद प्रथम विश्व युद्ध शुरु हो गया।
  • ब्रिटेन के कब्जे वाले पूर्वी अफ्रीका का नामकरण 23 जुलाई 1920 में केन्या किया गया और इसे ब्रिटिश उपनिवेश बना दिया गया।
  • भारत में नियमित रेडियो प्रसारण की शुरुआत 1927 में मुंबई से हुई।
  • इटली में फासीवादी सरकार ने 1929 में विदेशी शब्दों के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया।
  • मिश्र में 1952 को क्रांति हुई। मुहम्मद नाजिर के नेतृत्व में कुछ युवा सैनिकों ने विद्रोह कर बादशाह फारुख-1 का साशन समाप्त कर उसे देश से बाहर निकाल दिया।
  • हिटलर ने 23 जुलाई 1942 में स्टालिनग्राद पर कक्बजा करने का आदेश जारी किया। 1944 अमेरिकी की सेना ने इटली के पीसा पर कब्जा किया। 1999 जापान की
    राजधानी टोक्यों में ए एन एन फलाइट 61 का अपहरण किया गया।
  • अमेरिकी की सेना ने 1944 में इटली के पीसा पर कब्जा किया।
  • ग्रीस का सैन्य शासन 1974 को ख़त्म हो गया और पूर्व प्रधानमंत्री कौन्सटैनटिन कारमनालिस को दोबारा सत्ता संभालने का न्यौता दिया गया।
  • आज ही के दिन 1983 में शुरू हुए तमिल टाइगर्स के नाम से विख्यात एलटीटीई विद्रोहियों और श्रीलंका सरकार के बीच 26 सालों तक चले गृह युद्ध में हजारों जानें गईं।
  • सं.रा. अमेरिका ने 1998 में सात भारतीय वैज्ञानिकों को देश छोड़ने के लिए आदेश दिया।
  • जापान की राजधानी टोक्यों में 1999 को ए एन एन फलाइट 61 का अपहरण किया गया।
  • व्यापक घोषणाओं के साथ नागो में हुए समूह-8 का 26वाँ शिखर सम्मेलन 2000 को सम्पन्न हुआ।
  • मेघावती सुकर्णोपूत्री 2001 में इंडोनेशिया की राष्ट्रपति बनीं।
  • मिस्र के शर्म अल-शेख़ और नामा बे के कुछ होटलों में 2005 को हुए बम विस्फोटों से लगभग 100 लोग मारे गये।
  • नेपाल के प्रधानमंत्री गिरिजा प्रसाद कोइराला ने 2008 में नव निर्वाचित राष्ट्रपति रामबरन यादव को अपना इस्तीफ़ा सौंपा।
  • नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में 2011 को हुए बम विस्फोट और शहर के बाहर स्थित द्वीप युवा शिविर पर गोलीबारी की घटनाओं में 92 लोगों की मौत हो गई।
  • अमेरिका के नेतृत्व वाली नाटो सेना ने 2011 में पूर्वी अफगानिस्तान में एक सैन्य कार्रवाई में 50 घुसपैठियों को मार गिराने का दावा किया।
  • इराक में 23 जुलाई 2012 को सिलसिलेवार हमलों में ।03 लोग मारे गए।

23 जुलाई को जन्मे व्यक्ति – 23 July Famous Birthdays

  • गणितज्ञ, दार्शनिक और उग्र राष्ट्रवादी बाल गंगाधर तिलक का जन्म 23 जुलाई 1856 को हुआ था।
  • ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध बांग्ला साहित्यकार ताराशंकर बंद्योपाध्याय का जन्म 23 जुलाई 1898 को हुआ था।
  • प्रसिद्ध क्रांतिकारी शहीद चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई 1906 को हुआ था।
  • हिंदी फिल्मो निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और गायक हिमेश रेशमिया का जन्म 23 जुलाई 1973 को हुआ था।
  • इथोपियाई सम्राट हेल सलासी-1 का जन्म 1916 में हुआ।
  • अँग्रेज़ क्रिकेट खिलाड़ी ग्रेन ऐलेन गूज का जन्म 1953में हुआ।
  • हंगरीयन महिला शतरंज खिलाड़ी ज्यूरिथ पोलगाँव का जन्म 1976में हुआ।
23 जुलाई को हुए निधन – 23 July Famous Deaths
  • भारतीय अभिनेता और फ़िल्म निर्देशक महमूद का निधन 23 जुलाई 1932 को हुआ था।
  • छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता सेनानियों में से एक लक्ष्मण प्रसाद दुबे का निधन 23 जुलाई 1993 को हुआ था।
  • मोरक्को के शाह हसन का निधन 1999 में हुआ।
  • कॉमेडी के बादशाह महमूद अली का निधन 2004 को हुआ था।
  • अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति मुहम्मद जहीरशाह का निधन 2007 को हुआ था।
  • स्वतंत्रता सेनानी और समाजसेविका लक्ष्मी सहगल का निधन 2012 को हुआ था।
  • प्रसिद्ध चित्रकार एस. एच. रज़ा का निधन 2016 को हुआ था।
23 जुलाई के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव – Important Days of 23 July
  • राष्ट्रीय प्रसारण दिवस
  • क्रांति दिवस: (मिस्र)

Read More:

I hope you find this ” 23 July History in Hindi” useful. if you like this Article please share on Whatsapp & Facebook.

The post 23 जुलाई का इतिहास | 23 July ka Itihas appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

परमेक्कावु भगवती मंदिर | Paramekkavu Bagavathi Temple

$
0
0

हिन्दू धर्म में देवी और देवता समय समय पर अवतार लेते है। एक बार ऐसे ही दुर्गा देवी ने भी सृष्टि के कल्याण के अवतार लिया था। दुर्गा देवी ने वैष्णवी देवी के रूप में केरल जैसे पवित्र धरती पर अवतार लिया। उनके इस अवतार को हमेशा स्मरण रखने के लिए केरल में उनके लिए एक मंदिर भी बनवाया गया और उस मंदिर को परमेक्कावु भगवती मंदिर – Paramekkavu Bagavathi Temple नाम दिया गया। वैष्णवी देवी के इस अवतार की और मंदिर की पूरी जानकारी निचे दी गयी।

Paramekkavu Bagavathi Temple

परमेक्कावु भगवती मंदिर – Paramekkavu Bagavathi Temple

केरल के सबसे बड़े भगवती मंदिरों में से थ्रिसुर जिले के ‘परमेक्कावु मंदिर’ बहुत ही बड़ा और भव्य मंदिर है। यह मंदिर वादाकुमनाथ मंदिर के बाजु में ही बनाया हुआ मंदिर है। यह मंदिर वैष्णवी देवी का मंदिर है और वैष्णवी देवी माता दुर्गा देवी का अवतार माना जाता है।

केरल के देवियों के सबसे बड़े मंदिरों की सूची में इस मंदिर को शामिल किया जाता है साथ ही यह मंदिर थ्रिसुर पूरम त्यौहार में भी हिस्सा लेता है। इस त्यौहार के दौरान परमेक्कावु से वादाक्कुमनाथ मंदिर में पुरे 15 हाथी यात्रा में शामिल किये जाते है। इस त्यौहार के दौरान हजारों भक्त मंदिर में आते है और इस त्यौहार का पूरा लुत्फ़ उठाते है।

परमेक्कावु भगवती मंदिर में मनाये जानेवाले त्यौहार – Paramekkavu Bagavathi Temple Festival

थ्रिसुर पूरम यहाँ का सबसे बड़ा त्यौहार है और लोग बड़े धूमधाम से इसे मनाते है। ऐसा कहा जाता है की इस त्यौहार के दिन वैष्णवी देवी भगवान शिव से मिलने के लिए वादाक्कुनाथ मंदिर में जाती है। इस त्यौहार के मौके पर परमेक्कावु भगवती मंदिर और थिरुवंबदी मंदिर के बिच में मित्रता और भी बढ़ जाती है। इन मंदिरों से एक भव्य यात्रा निकाली जाती जिसमें 15 हाथी शामिल किये जाते है और उन्हें वादाक्कुमनाथ मंदिर में लाया जाता है।

इस त्यौहार में दोनों भी मंदिरों की और से यात्रा में लोग शामिल होते है। दोनों मंदिर यात्रा की रौनक बढ़ाने के लिए रोशनाई करते है, मोर के पंखो का इस्तेमाल करने से यात्रा और भी सुन्दर दिखाई देती है और विशेष रूप से हाथीयो को सजाया जाता है और उनके ऊपर मन को आकर्षित करनेवाले छाते बिठाये जाते है। शिवरात्रि, मकर चोवा और नवरात्री जैसे त्यौहार भी इस मंदिर में मनाये जाते है।

परमेक्कावु भगवती मंदिर तक कैसे पहुचे? – How to Reach Paramekkavu Bagavathi Temple

यह मंदिर थ्रिसुर रेलवे स्टेशन से केवल 2 किमी की दुरी पर स्थित है। इस मंदिर में पहुचने के लिए बस, कार और ऑटोरिक्शा से बड़ी आसानी से पंहुचा जा सकता है। कोचीन हवाईअड्डा थ्रिसुर से केवल 50 किमी की दुरी पर स्थित है। वहा से कुछ ही घंटो में इस मंदिर में पंहुचा जा सकता है। एर्नाकुलम रेलवे जंक्शन थ्रिसुर से केवल 68 किमी की दुरी पर स्थित है।

परमेक्कावु भगवती मंदिर की कुछ खास बाते – Interesting fact about Paramekkavu Bhagavathy Temple
  • यह केरल का एक बहुत ही प्राचीन मंदिर है। ऐसा माना जाता है की यह मंदिर 1000 साल से भी ज्यादा पुराना है।
  • केरल के सबसे बड़े मंदिरों में भगवती मंदिर भी शामिल है।
  • यह मंदिर थ्रिसुर पूरम त्यौहार के लिए सबसे अधिक जाना जाता है।
  • इस मंदिर की पुराणी देवी की मूर्ति पूरी तरह से ख़राब हो गयी थी इसीलिए अब इस मंदिर में लकड़ी से बनाई हुई मूर्ति स्थापित की गयी है और उसकी 8 भुजाये है।
  • जब इस मंदिर में यात्रा का आयोजन किया जाता है तो इसमें पुरे 15 मंदिर हिस्सा लेते है। यात्रा इस मंदिर से शुरू होकर वादाक्कुनाथा मंदिर में जाकर पूरी होती है।
    जब थ्रिसुर पूरम का त्यौहार मनाया जाता है तो यह मंदिर थिरुवंबदी मंदिर के साथ में प्रतियोगिता करता है।
  • इस मंदिर का ट्रस्ट स्कूल भी चलाता है। यह संस्था यह के अन्य शिष्यों के लिए एक और भी स्कूल चलाने का काम करती है। परमेक्कावु विद्या मंदिर इस स्कूल का नाम है।

वैष्णवी देवी के इस मंदिर का इतिहास जानने के बाद हमें यह ज्ञात हो जाता है की यह मंदिर हजारों साल पुराना है। इस मंदिर के पीछे का इतिहास काफी समृद्ध और रोचक है। इस मंदिर में साल भर लोग देवी के दर्शन करने के लिय बड़े दूर दूर से आते है। जब इस मंदिर में त्यौहार का आयोजन किया जाता है तो भक्तों की संख्या कुछ ज्यादा ही बढ़ जाती है।

कभी कभी तो भीड़ इतनी बढ़ जाती है की लोग मंदिर में भी समा नहीं सकते। त्यौहार और यात्रा के दौरान तो दुसरे मंदिर से भी लोग आते है और यात्रा में शामिल हो जाते है। कहा जाता है की 15 अलग अलग मंदिरों से लोग इस मंदिर में आते है और यात्रा की रौनक और भी बढ़ाते है।

More on Temples Information:

Hope you find this post about ”Paramekkavu Bagavathi Temple History” useful. if you like this article please share on Facebook & Whatsapp. and for latest update Download: Gyani Pandit free Android app.

The post परमेक्कावु भगवती मंदिर | Paramekkavu Bagavathi Temple appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.


24 जुलाई का इतिहास | 24 July Today Historical Events

$
0
0

24 July Today Historical Events

दोस्तों, हम जानते हैं की 24 जुलाई के दिन को यानि आज के दिन इतिहास में कई महत्‍वपूर्ण घटनाएं घटी। आज हम यही 24 जुलाई के इतिहास की घटनाओं पर एक बार फिर से नजर डालेंगे।

24 जुलाई का इतिहास – 24 July Today Historical Events

24 July History

24 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ – Important events of July 24

  • अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन 1758 में उत्तरी अमेरिका की पहली असेंबली वर्जीनिया हाउस ऑफ बर्जेसेज में शामिल हुए।
  • फ्रांस ने 1793 में कॉपीराइट कानून बनाया।
  • चिलि में 1830 को दास प्रथा समाप्त कर दी गई।
  • अमेरिका में पहली अंतरदेशीय रेल सेवा की शुरुआत 1870 में हुई।
  • सोराबाजार इंग्लिश फुटबॉल टीम ईस्ट सरे को हराने वाली पहली भारतीय टीम 1890 को बनी।
  • हैरम बेहन द्वारा माया सभ्यता के लुप्त शहर माचुपिच्चु को 1911 में खोज निकाला गया।
  • स्विट्जरलैंड में ग्रीस, बुल्गारिया और प्रथम विश्व युद्ध में शामिल अन्य देशों के बीच हुई इस संधि के द्वारा आधुनिक तुर्की की सीमाओं को 1923 में व्यवस्थित किया गया।
  • रामकृष्ण मिशन सेवा प्रतिष्ठान की स्थापना 1932 में की गई।
  • ब्रिटेन में पहला बधाई टेलीग्राम 1935 को भेजा गया।
  • इंस्टेट कॉफी की खोज 1938 में हुई।
  • उत्तर यूरोपीय देश लिथुनिया में 1941 को सम्पूर्ण यहूदी आबादी की नाजियों ने हत्या की।
  • 300 लड़ाकू विमानों ने 1944 में जर्मनी पर बम गिराए।
  • अपोलो-11 सफलता पूर्वक प्रशांत महासागर में 1969 को उतर गया।
  • चार दिवसीय लिबिया-मिश्र युद्ध 1977 में हुआ।
  • जापान के नागासाकी में 1982 में भारी बारिश से पुल ढहने से 299 लोगों की मौत हुई।
  • भारत में लोकसभा में 73 विपक्षी सदस्यों ने 1989 में बोफर्स तोप के मुद्दे पर सदन से इस्तीफा दे दिया और जिसे स्वीकार कर लिया गया।
  • तत्कालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने 1991 को संसद में बजट पेश किया जिसने भारत के लिए आर्थिक उदारीकरण के रास्ते खोल दिये।
  • असम के बसबारी में 1994 को बोडो उग्रवादियों ने 37 मुस्लिमों की हत्या की।
  • अमेरिकी अंतरिक्ष यान कोलंबिया का सफल प्रक्षेपण 1999 में हुआ।
  • एस. विजयलक्ष्मी 2000 में शतरंज की पहली महिला ग्रैंडमास्टर बनीं।
  • यूरोपियन यूनियन ने 2002 में संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष में 3.20 करोड़ यूरो अतिरिक्त देने का निर्णय लिया।
  • इटली ने 2004 में भारतीय पर्यटकों के लिए सात वीजा काल सेंटर शुरू करने का निर्णय लिया।
  • कोरियाई क्षेत्र को 2005 में परमाणु हथियारों से मुक्त करने हेतु उत्तर और कोरिया के बीच आम सहमति बनी।
  • प्यूर्टो रिको की सुन्दरी जुलेखा रिवेरा मेंडोजा गिस यूनिवर्स 2006 में चुनी गईं।
  • फ़्रांस के ट्रिकेस्टिन परमाणु संयंत्र में 2008 को हुए रिसाव से लगभग 100 व्यक्ति प्रभावित हुए।

24 जुलाई को जन्मे व्यक्ति – Born on 24 July

  • फ्रांसीसी लेखक एलेक्जेन्डर डयूमा का जन्म 1802 में हुआ।
  • भारत के प्रसिद्ध बाँसुरी वादक पन्नालाल घोष का जन्म 24 जुलाई 1911 हुआ था।
  • उर्दू के सुप्रसिद्द शायर व कवि नाजिश प्रतापगढ़ी का जन्म 24 जुलाई 1924 हुआ था।
  • गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का जन्म 24 जुलाई 1928 हुआ था।
  • बारहवीं लोकसभा के सदस्य रामपाल उपाध्याय का जन्म 24 जुलाई 1935 हुआ था।
  • प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता मनोज कुमार का जन्म 24 जुलाई 1937 हुआ था।
  • बंगलोर स्थित ‘विप्रो कॉर्पोरेशन’ के अध्यक्ष अज़ीम प्रेमजी का जन्म 1945 में हुआ जो कम्प्यूटर सॉफ़्टवेयर प्रोग्राम का विकास और उपभोक्ता वस्तुओं का उत्पादन करती है।
  • पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज जहीर अब्बास का जन्म 1947 में हुआ।
  • भारत कुमार के नाम से प्रसिद्ध हिंदी चलचित्र निर्माता, अभिनेता (क्रांति) मनोज कुमार का जन्म 1937 में हुआ।
  • भारतीय उद्योगपति अजिम हाशिम प्रेमजी का जन्म 1945 में हुआ।
  • प्रसिद्ध भारतीय बिलियर्ड्स और स्नूकर खिलाड़ी पंकज आडवाणी का जन्म 24 जुलाई 1985 हुआ था।
24 जुलाई को हुए निधन – Died on 24 July
  • असम के सामाजिक कार्यकर्ता तरुण राम फुकन का निधन 24 जुलाई 1939 को हुआ था।
  • भारतीय सिनेमा में हिन्दी और बांग्ला फ़िल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता उत्तम कुमार का निधन 24 जुलाई 1980 में हुआ था।
  • अमेरिकी हास्य अभिनेता (पींक पैंथर) रिचर्ड हेनरी सेलस का निधन 1980 में हुआ।
  • भारत के मशहूर वैज्ञानिक और शिक्षाविद यशपाल का निधन 2017 में हुआ।
24 जुलाई के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव – Important Days of 24 July
  • आयकर दिवस

Read More:

We know you find this article about “24 July History”. if you like this article please share on Facebook & Whatsapp. We try hard for correctness and accuracy. please tell us if you see something that doesn’t look correct in this article About 24 July Today Historical Events … And if you have more information about History of 24 July then help for the improvements this article. and for latest update Download: Gyani Pandit free Android app.

The post 24 जुलाई का इतिहास | 24 July Today Historical Events appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

10वीं क्लास के बाद क्या करें | Courses After 10th

$
0
0

Courses After 10th

10वीं क्लास के बाद छात्र अपने करियर को लेकर काफी भ्रमित रहते हैं। सफल करियर के लिए सही विषय चुनना छात्रों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है, करियर के लिए, सही योजना बनाने की जरूरत है। क्योंकि 10 वीं के बाद करियर के लिए लिया गया फैसला आपके भविष्य का निर्धारण करता है। ये आर्टिकल उन छात्रों की मदत कर सकता है जो कि10 वीं के बाद करियर प्लानिंग को लेकर उलझन में रहते हैं, क्योंकि यहां हम आपको 10वीं के बाद कोर्सेस की जानकारी दे रहे हैं जो कि इस प्रकार है।

Courses After 10th

10वीं क्लास के बाद क्या करें – Courses After 10th

10वीं के बाद कोर्सेस की लिस्ट

  • 11th and 12th PUC
  • डिप्लोमा इन इनजीनियरिंग कोर्सेस
  • ITI कोर्सेस
  • वोकेशनल कोर्सेस
  • सर्टिफिकेट कोर्सेस

अगर कोई छात्र अपनी 10 वीं तक की पढ़ाई के बाद ही नौकरी की सोच रखता है तो आज कल कुछ डिप्लोमा और पार्ट टाइम कोर्सेस भी हैं जो ऐसे छात्रों को नौकरी दिलवाने में उनकी मदत सकते हैं।

अगर आपकी आर्थिक स्थिति ठीक है और आपको किसी ऐसी समस्या से नहीं जूझ रहे हैं जो आपके आगे की पढ़ाई को प्रभावित करे, तो आपके करियर के लिए बेहतर होगा कि आप 10th के बाद जॉब नहीं करें और आगे की पढ़ाई पर ध्यान दें।

क्योंकि अगर आप 10 वीं के बाद जॉब करने लगते हैं तो आप कम सैलरी तक तक सीमित रह जाते हैं जब तक की आपको सरकारी नौकरी नहीं मिलती ( जैसे की आर्मी, नेवी, रेलवे और पुलिस ) में आप नियुक्त नहीं हो जाते।

10 वीं के बाद ज्यादातर छात्र 12 वीं तक अपनी स्कूल की पढ़ाई जारी रखना पसंद करते हैं वहीं 11वीं 12 वीं की पढ़ाई के लिए छात्रों को तीन मुख्य विषय विज्ञान, कॉमर्स और आर्ट्स में से ही चयन करना पड़ता है।

अगर कोई छात्र अपने करियर के लिए विज्ञान विषय का चयन करता है तो वह PUC में फिर से कॉमर्स और आर्ट्स के क्षेत्र में अपना करियर बना सकता है। विज्ञान वर्ग के छात्रों के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में भी करियर बनाने के लिए कई विकल्प हैं जिन्हें चुनकर वे अपने सुनहरे भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।

छात्र कन्वेशनल कोर्सेस जैसे इंजीनियरिंग, मेडीकल, मैनेजमेंट कोर्सेस कर सकते हैं। अगर आप कॉमर्स स्ट्रीम से PUC करने की सोच रहे हैं तो आप बाद में आर्ट फील्ड्स में भी अपना करियर बना सकते हैं लेकिन आप विज्ञान के क्षेत्र मे नहीं जा सकते हैं।

आजकल ज्यादातर छात्र 10 वीं के बाद डिप्लोमा कोर्स करना पसंद कर रहे हैं। वहीं डिप्लोमा कोर्सेस करने का सबसे बड़ा फायदा है यह है कि छात्र को एक विशेष स्ट्रीम में पूरा ज्ञान मिल जाता है और वे उस स्ट्रीम में अपना करियर बना सकते हैं।

वहीं तेजी से डिप्लोमा कोर्सेस की बढ़ती मांग को देख भारत में कई डिप्लोमा कोर्सेस आ रहे हैं उन छात्रों के लिए जो कि 10वीं क्लास के बाद नौकरी पाने की आशा करते हैं। जबकि डिप्लोमा कोर्सेस का ये भी फायदा है कि छात्र डिप्लोमा प्रोग्राम के बाद छात्र सरकारी नौकरी के लिए भी एप्लाई कर सकते हैं।

10वीं के बाद डिप्लोमा कोर्स की लिस्ट – Diploma Courses After 10th

  • Diploma in Stenography

ये डिप्लोमा कोर्स करने वाले विद्यार्थियों को शॉर्ट-हैंड- डिक्टेशन्स लेने में मद्द मिेलती है साथ ही वे लिपिक कर्तव्यों का भी पालन कर सकते हैं।

समय- 1 साल

जॉब- ये कोर्स करने वाले विद्यार्थी सरकारी अथवा प्राइवेट सेक्टर में स्टेनोग्राफर की जॉब आसानी से पा सकते हैं।

  • Art Teacher Diploma

ये क डिप्लोमा कोर्स के माध्यम से छात्र बेसिक और मौलिक सिद्दान्तों की ट्रेनिंग लेते हैं इसके साथ ही छात्र विजुअल और डिजायनिंग का भी अनुभव ले सकते हैं।

समय अवधि- 2 साल

जॉब- इस डिप्लोमा कोर्स के बाद छात्र आर्ट टीचर बन सकते हैं।

  • Diploma in Agriculture

एग्रीकल्चर डिप्लोमा के माध्यम से छात्र खेती करने के तरीके समेत तमाम तरह मिट्टी की जानकारी एकत्र कर सकते हैं।

समय- 2 साल

जॉब- इस कोर्स के माध्यम से छात्र बीटेक में एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में करियर बना सकते हैं।

  • Commercial Art Diploma

इन डिप्लोमा कोर्स की मदद से छात्र खरीदने-बेचने की अवधारणा को आसानी से समझ सकते हैं। आपको बता दें कि ये कोर्स फाइन आर्ट के कोर्स से एकदम अलग है।

समय- 2 से 3 साल

जॉब- इस कोर्स को करने के बाद छात्र एडवरजाइजिंग कंपनी, आर्ट स्टूडियो, पब्लिशिंग हाउसेस, फैशन हाउसेस में जॉब कर अपना करियर बना सकते हैं।

  • Diploma in 3D Animation

इस एनिमेशन कोर्स का भी स्कोप दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। इस कोर्स की मद्द से छात्र 3D एनिमेशन से जुड़ी स्किल्स से संबंधित ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।

समय- 18 महीने से 2 साल

जॉब- एनिमेशन डिप्लोमा कोर्सेस करने वाले छात्र किसी भी एनिमेशन कंपनी में 3D एनिमेटर की जॉब आसानी से पा सकते हैं।

  • Diploma in Hotel Management and Catering Technology

इस कोर्स का भी स्कोप बहुत तेजी से बढ़ रहा है ज्यादातर बच्चे होटेल मैनेजमेंट में अपना करियर बनाना पसंद कर रहे हैं।

समय – 2 साल

जॉब- इस डिप्लोमा कोर्स की माध्यम से छात्र केटरिंग ऑफिसर, कैटरिंग सुपरवाइजर एंड असिसटेंट, केबिन क्रू की जॉब पा सकते हैं।

  • Diploma in Beauty Care

ये डिप्लोमा कोर्स लड़कियो के बीच काफी लोकप्रिय है, इस डिप्लोमा कोर्स के माध्यम से लड़कियां ब्यूटीशियन के कौशल को निखार सकती हैं।

समय- 4 साल

ये कोर्स करने के बाद लड़किया ब्यूटीशियन बन सकती है और खुद का ब्यूटी पार्लर भी खोल कर सकती हैं।

  • Diploma in Cosmetology

इस कोर्स के माध्यम से छात्र कॉस्मेटिक के विस्तार को गहराई से समझ सकते हैं।

समय – 5 महीने

इस कोर्स को करने के बाद स्टूडेंट्स, ब्यूटीशियन बन सकते हैं या फिर खुद का ब्यूटी पार्लर खोल सकते है। इसके अलावा वे किसी कॉस्मेटिक बनाने वाली कंपनी में सेल्समेन की नौकरी भी कर सकते हैं।

  • Diploma in Cyber Security

इस कोर्स के माध्यम से छात्र ऐथिकल हैकिंग से संबंधित ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
साल 1- साल
जॉब- इस कोर्स के बाद छात्र सरकारी और प्राइवेट एजेंसी में एथिकल हैकर बन सकते हैं साथ ही अलग तरह की मिट्टी ले सकते हैं।

  • Diploma in Commercial Practice

इस कोर्स के माध्यम से छात्र को किसी वस्तु को बेचने का अनुभव होगा साथ ही वस्तु का प्रमोशन भी कर सकेंगे।

समय- 3 साल

जॉब- इस डिप्लोमा की मद्द से छात्र कॉर्मशियल एकाउंट मैनेजर, कॉर्मशियल एक्सीक्यूटिव, बिजनेस जूनियर हेड, ब्रांच जूनियर असिस्टेंट मैनेजर की जॉब पा सकते हैं।

  • Diploma in Dental Mechanics

समय- 2 साल

जॉब- डेंटिस्ट, असिसटेंट डेंटल सर्जन, डेंटल टेक्नीशियन, रिसर्च असिसटेंट

  • Diploma in Plastics Technology

साल- 3 साल

जॉब- प्लास्टिक पार्ट मोल्ड डिजायन इंजीनियर, प्रोजक्ट इंजीनियर, इंडस्ट्रियल इंजीनियर, प्रोडक्ट डिजायन इंजीनियर

  • Diploma in Ceramic Technology

समय- 3 साल

जॉब- इस कोर्स के बाद छात्र या तो सिरेमिक टेक्नोलॉजी में में पार्श्व प्रवेश कर सकते हैं या फिर सिरेमिक इंजीनियर बन सकते हैं।

  • Diploma in Engineering

समय- 3 साल

जॉब- इस कोर्स के बाद बीटेक में प्रवेश ले सकते हैं या फिर इससे संबंधित क्षेत्र में जॉब पा सकते हैं।

  • Diploma in Fire Safety Engineering

समय- 6 महीने

जॉब- फायर सेफ्टी ऑफिसर

  • Diploma in Fashion Technology

समय- 3 साल

जॉब- फैशन डिजायनर, कॉस्ट्यूम डिजायनर, टेक्सटाइल डिजायनर, ब्राइडल वियर डिजायनर, स्टायलिस्ट

  • डिप्लोमा इन इनजीनियरिंग कोर्सेस

10 वीं के बाद छात्र इंजीनियरिंग कोर्सेस में भी डिप्लोमा कर सकते हैं। लेकिन ये डिप्लोमा कोर्स छात्र तभी कर सकते हैं जब उनके पास क्लास 10th में गणित और विज्ञान हो।

वहीं इंजीनियरिंग प्रोग्राम में डिप्लोमा 3 साल का होता है। भारत में कई तरह के डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग कोर्सेस उपलब्ध हैं। जिनमें से कुछ इस तरह हैं।

  • डिप्लोमा इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  • डिप्लोमा इन इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग
  • डिप्लोमा इन ईसी इंजीनियरिंग
  • डिप्लोमा ने आईसी इंजीनियरिंग
  • डिप्लोमा ने माइनिंग इंजीनियरिंग
  • डिप्लोमा इन टैक्सटाइल इंजीनियरिंग

डिप्लोमा कोर्स पूरा होने के बाद, छात्र प्रत्यक्ष रूप से बीटेक और बीई के 2nd ईयर में प्रवेश ले सकते हैं जिसे लेटरल एंट्री भी कहा जाता है।

  • ITI कोर्सेस

आईटीआई जिसका मतलब है, इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इन्सटिट्यूट, इसमें छात्रों को इंडस्ट्रियल लेवल पर काम करने के लिए तैयार किया जाता है ताकि बच्चे अच्छी जॉब पा सकें। वहीं आईटीआई की खासियत यह है कि ये थ्योरी के मुकाबले प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर ज्यादा जोर देता है ताकि बच्चों को अच्छे से समझ में जाए।

आईटीआई प्रोग्राम 1-2 साल के होते हैं, कोर्स की समय अवधि कोर्स के नैचर पर निर्भर करती है , कुछ मुख्य आईटीआई प्रोग्राम इस प्रकार हैं –

  • आईटीआई इलैक्ट्रिशियन कोर्स
  • आईटीआई प्लमबर कोर्स
  • आईटीआई वेल्डर कोर्स
  • आईटीआई टर्नर कोर्स
  • आईटीआई मैकेनिक कोर्स
  • अन्य वोकेशनल कोर्सेस

आईटीआई, पॉलीटेक्निक कॉलेज और दूसरे एजूकेशनल इंस्टीट्यूट, जॉब दिलवाने कोर्सेस नौकरी उन्मुख व्यवसायिक पाठ्यक्रम के लिए जाने जाते हैं। ऐसे प्रोग्राम डिप्लोमा और सर्टिफिकेशन कोर्सेस भी होते हैं। उदाहरण के लिए-

  • डिप्लोमा इन हार्डवेयर एंड नेटवर्किंग
  • पैरामेडिकल कोर्सेस

CERTIFICATE COURSES

ऊपर लिखे गए कोर्सेस के अलावा भी कई सर्टिफिकेशन कोर्सेस उपलब्ध है जिन्हें छात्र 10वीं क्लास के बाद कर सकता है। उदाहरण के लिए-

  • सर्टिफिकेट इन वेब डिजायनिंग
  • सर्टिफिकेट इन एथिकल हैकिंग
  • सर्टिफिकेट इन ग्राफिक डिजाइन
  • सर्टिफिकेट इन एप डेवलपमेंट

तो इस प्रकार छात्र अपनी रूचि का कोई एक कोर्स चुन कर अपने सुनहरे भविष्य का निर्माण कर सकता है।

If you like Self Development in Hindi then more article for you.

  1. 10 Best Motivational books
  2. Success steps and tips
  3. सफलता के लिये ज्ञान की बाते
  4. 5 प्रेरणादायक जीवन मंत्र
  5. लक्ष्य कैसे निश्चित करे

Note: अगर आपको 10वीं क्लास के बाद क्या करें – Courses After 10th अच्छी लगे तो जरुर Share कीजिये।
Note: E-MAIL Subscription करे और पायें More Personality Development Article and Educational Article आपके ईमेल पर।

The post 10वीं क्लास के बाद क्या करें | Courses After 10th appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

25 जुलाई आज का इतिहास | 25 July Today Historical Events

$
0
0

25 July Today Historical Events

दोस्तों आज जानते हैं 25 जुलाई का इतिहास के कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं के बारेंमे, उन लोगों के जन्मदिन के बारेमें जिन्होंने दुनिया में आकर बहुत बड़ा नाम किया साथ ही उन मशहूर लोगों के बारेंमे जो इस दुनिया से चले गए।

25 जुलाई आज का इतिहास – 25 July Today Historical Events

25 July History

25 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ – Important events of July 25

  • एम्सटर्डम ने 25 जुलाई 1585 में 45 रोमन कैथोलिक पर प्रतिबंध लगाया।
  • फ्रांस ने 1689 में इंग्लैंड पर आक्रमण की घोषणा की।
  • कलकत्ता (अब कोलकाता) में पहली नौका दौड़ का आयोजन 1813 में हुआ।
  • नियाग्रा फॉल्स के युद्ध में अमेरिका ने 1814 में ब्रिटेन को हरा दिया।
  • इलेक्ट्रिक टेलिग्राफ के इस्तेमाल का पहली बार सफलता पूर्वक प्रदर्शन 1837 को किया गया।
  • बेनिटो मुसोलिनी गिरफतार 25 जुलाई 1943 में इटली के प्रमुख के पद से बर्खास्त।
  • आस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने 1948 में भारतीय टीम के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा लक्ष्य प्राप्त करने का रिकॉर्ड बनाया।
  • अमेरिका, रूस और ब्रिटेन ने 1963 को परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि पर हस्ताक्षर किए।
  • ज्ञानी जैल सिंह ने 25 जुलाई 1977 में भारत के सातवें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।
  • दुनिया के पहली आइवीएफ शिशु लुइस ब्राउन का जन्म आज ही के दिन 1978 में इंग्लैंड के ओल्डहैम शहर में हुआ था।
  • रंगास्वामी वेंकटरमन 25 जुलाई 1987 में भारत के आठवें राष्ट्रपति बने।
  • एस डी शर्मा 25 जुलाई 1992 में भारत के नाैंवे राष्ट्रपति बने।
  • जॉर्डन और इजरायल के बीच 46वर्षों से चल रहा युद्ध 1994 को समाप्त हुआ।
  • जार्डन के शाह हुसैन और इस्रायल के प्रधानमंत्री यित्जाक रॉबिन ने 1994 में वाशिंगटन में एक ऐतिहासिक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किये, चन्द्रमा पर मानव पदार्पण की रजत जयंती।
  • के आर नारायणन 1997 में भारत के दसवें राष्ट्रपति बने।
  • कंजरवेटिव मुस्लिम नेता हमजाह हज 2001 में इंडोनेशिया के नये उप-राष्ट्रपति बने।
  • पाकिस्तान के परमाणु वैज्ञानिक अब्दुल कादिर ख़ान के तीन सहयोगी 2004 में रिहा हुये।
  • प्रतिभा पाटिल ने 2007 में भारत के 12 वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लिया। वे भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनीं।
  • उत्तर-पूर्व इराक में 2008 को महिला आत्मघाती हमलावर के विस्फोट में एक नागरिक सहित आठ लोग मारे गए।
  • गुजरात में 2017 को बाढ़ आने से 70 से ज्यादा लोग मरे।

25 जुलाई को जन्मे व्यक्ति – Famous Birthdays on 25 July

  • विद्वान् शोधकर्मी समीक्षक परशुराम चतुर्वेदी का जन्म 1894 को हुआ था।
  • अमेरिकी सेक्सोफोनवादक जॉनी हॉजेज का जन्म 1905 में हुआ।
  • भारतीय संगीतकार सुधीर फड़के का जन्म 1919 में हुआ।
  • हिंदी चलचित्र अभिनेत्री और गायिका राकेश्वरी का जन्म 1905 में हुआ।
  • प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का जन्म 1929 को हुआ था।
  • भारत की प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ हरसिमरत कौर बादल का जन्म 1966 को हुआ था।
  • ओल्डहम (ब्रिटेन) में प्रथम परखनली शिशु का जन्म 1978 में हुआ।
25 जुलाई को हुए निधन – Famous Deaths on 25 July
  • सार्वजनिक कार्यकर्ता गणेश वासुदेव जोशी का निधन 25 जुलाई 1880 को हुआ था।
  • उड़ीसा के प्रसिद्ध समाज सुधारक, साहित्यकार और सार्वजनिक कार्यकर्ता गोदावरीश मिश्र का निधन 1956 को हुआ था।
  • प्रसिद्ध फ़िल्म निर्देशक बी. आर. इशारा का निधन 2012 को हुआ था।

Read More:

Hope you have been satisfied with the information given above, if not, then please tell us through please Comment and if you have more information about the history of today, 25 July, then by telling us the comment we will update in this article.

The post 25 जुलाई आज का इतिहास | 25 July Today Historical Events appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

कांचीपुरम का एकाम्बरनाथ मंदिर | Ekambareswarar Temple

$
0
0

दक्षिण भारत में मंदिरों की कोई कमी नहीं। और जहातक इन दक्षिण भारत के मंदिरों बात है उनकी हमेशा से एक विशेषता यह रही है की उनका निर्माण अभी नहीं हुआ बल्की हजारों साल पहले किया गया। इसके साथ ही सभी मंदिरों के अपनी अपनी अलग अलग पहचान होती है। आज हम आपको एक ऐसे ही खास मंदिर के बारे में बताने जा रहे है। यह मंदिर कांचीपुरम में स्थित है और सभी इस मंदिर को एकाम्बरेश्वर मंदिर यानी एकाम्बरनाथ मंदिर – Ekambareswarar Temple के नाम से जानते है।

Ekambareswarar Temple

कांचीपुरम का एकाम्बरनाथ मंदिर – Ekambareswarar Temple

सभी लोग इस मंदिर को स्वयंभू मंदिर मानते है। लेकिन सभी इसे स्वयंभू मंदिर क्यों कहते है इसके पीछे एक रहस्यमयी कहानी छिपी है। हजारों साल पहले भगवान शिव ने क्रोध में आकर देवी पार्वती को पृथ्वी पर जाने के लिए भेज दिया था। देवी पार्वती पृथ्वी पर आने के बाद भगवान शिव की कड़ी तपस्या करने लगी।

लेकिन भगवान शिव ने भी देवी की तपस्या भंग करने की पूरी कोशिश की। उनकी चारो तरफ़ आग लगा दी, उसके बाद उनके शिव लिंग को बहा के ले जाने के लिए गंगा नदी को भेज दिया लेकिन फिर भी देवी पार्वती ने उस शिवलिंग को अपने से अलग नहीं होने दिया और आखिरकार भगवान शिव वहापर प्रकट हुए और देवी को दर्शन दिया। इसी वजह से इस मंदिर को जागृत और स्वयंभू मंदिर कहा जाता है।

एकाम्बरेश्वर मंदिर का इतिहास – Ekambareswarar Temple History

भारत के इस प्राचीन मंदिर का निर्माण करीब सन 600 में पल्लव वंश के शासको ने करवाया था। वेदांत का पालन करनेवाले कचियाप्पर इस मंदिर के एक समय में पुजारी रह चुके है। लेकिन बाद में चोल वंश के शासको ने इस मंदिर को गिराकर फिर से इस मंदिर का नए तरह से निर्माण करवाया।

10 वी सदी के आदी शंकराचार्य ने इस मंदिर की फिर से एक बार संरचना करवाई और इस मंदिर के साथ साथ कामाक्षी अम्मन मंदिर और वरदराज पेरूमल मंदिर की भी रचना की थी।

15 वी सदी में इस मंदिर को बनाने में विजयनगर के राजा ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इस मंदिर को और भी बेहतर बनाने के लिए बाद में वल्लाल पचैयाप्पा मुदालिअर ने विशेष ध्यान दिया था क्यों की वो भगवान के दर्शन करने के लिए चेन्नई से कांचीपुरम हमेशा आते थे। अंग्रेजो के समय में उन्होंने इस मंदिर को बनाने के लिए काफी पैसा खर्च किया था।

इस मंदिर के स्तंभ पर पचैयाप्पा मुदालियर घोड़े पर बैठे हुए दिखाई देते है। कुछ समय गुजरने के बाद पचैयाप्पा मुदालिअर ने कांचीपुरम को आने के समय को बचाने के लिए उन्होंने एकाम्बरेश्वर नाम का एक और मंदिर बनवाया।

एकाम्बरेश्वर मंदिर की कहानी – Ekambareswarar Temple Story

एक प्राचीन कहानी के अनुसार एक बार देवी पार्वती इस मंदिर के बाजु में 3500 साल पुराने आम पेड़ के निचे वगावाठी नदी के किनारे पर तपस्या कर रही थी। देवी पार्वती की परीक्षा लेने के लिए भगवान शिव ने देवी पार्वती के चारो तरफ़ आग लगा दी थी। उस आग से खुद को बचाने के लिए देवी पार्वती ने उनके भाई भगवान विष्णु से मदत मांगी थी।

देवी पार्वती को उस आग से बचाने के लिए भगवान विष्णु ने भगवान शिव के माथे पर से चाँद की मदत से सारे पेड़ और परिसर को पूरी तरह से ठंडा कर दिया था। उन्होंने चाँद के शीतल किरणों की मदत से देवी पार्वती के चारो और लगी आग को बुझा दिया। लेकिन फिर भी देवी पार्वती की तपस्या को भंग करने के लिए भगवान शिव ने गंगा नदी को भेज दिया था।

जब गंगा नदी देवी पार्वती की तपस्या भंग करने आयी तो देवी पार्वती ने उन्हें बताया की वह दोनों बहने है और इसीलिए उन्होंने देवी पार्वती की तपस्या को भंग नहीं करना चाहिए। देवी पार्वती ने समझाने के बाद गंगा नदी उनकी बात मान गयी और उनकी तपस्या को भंग नहीं किया।

इसके बाद देवी पार्वती ने रेत से भगवान शिव का लिंग बनाया और शिव को प्रसन्न किया और उसके बाद ही यहापर एकाम्बरेश्वर मंदिर की स्थापना की। एकाम्बरेश्वर का मतलब होता है की आम पेड़ के देवता।

एकाम्बरेश्वर मंदिर की वास्तुकला – Ekambareswarar Temple Temple Architecture

इस मंदिर में देवी कामाक्षी और शिवलिंग की मूर्ति है। देवी कामाक्षी भगवान शिव के लिंग पकडे हुए दिखाई देती है। भगवान एकाम्बरेश्वर मूर्ति के सामनेवाली बाजु में स्पटीक शिवलिंग और प्रकार में स्पटिक नंदी है। रथ सप्तमी के दिन थाई महीने में सूरज की किरणे भगवान के ऊपर पड़ती है।

पंचभूत स्थलों में यह मंदिर पृथ्वी का माना जाता है। यहाँ के पेड़ की चारो शाखाये चारो वेदों के फलो को दर्शाती है जिसके फ़ल मीठे, खट्टे, तीखे और कडवे है। इस मंदिर की देवता एकाम्बरेश्वर एक अलग से कच से बने हुए रुद्राक्ष मंडप में स्थित है। इस मंडप का छत 5008 रुद्राक्ष से बना हुआ है।

सभी पंडितो कहना है इसके दर्शन लेने के बाद में भक्त को जन्म मृत्यु चक्र से मुक्ति मिल जाती है। स्पटिक लिंग के दर्शन लेने के बाद इन्सान अच्छा बन जाता है और उसके दिमाग से सारे बुरे विचार चले जाते है। ब्रह्महती दोष से मुक्ति पाने के लिए भगवान श्री राम ने भी सहस्रलिंग की पूजा की थी।

इस मंदिर में सहस्रलिंग और अश्तोथरा लिंग भी स्थापित है। लोग इस मंदिर में आने के बाद 108 दिए जलाते है। महान तमिल कवी कचिअप्पा शिवाचार्य (जिन्होंने कंद पुराण लिखा और उसे भगवान मुरुगा मंदिर में प्रस्तुत किया) का जन्म भी कांचीपुरम में ही हुआ था। साधू तिरुनावुक्कारासर भी कांची को अध्ययन का बड़ा केंद्र मानते है। इस केंद्र को कल्वियिल कराइ इलाधा कांची मनागाराम कहते है।

भगवान शिव के पंचभूत स्थलों में इस मंदिर को गिना जाता है और यह मंदिर पृथ्वी को दर्शाता है। थिरुवानैकवल जम्बुकेश्वर मंदिर (जल), चिदंबरम नटराजर मंदिर (आकाश), थिरुवान्नामालाई अरुनाचालेश्वर मंदिर (अग्नि) और कालहस्ती नाथर मंदिर (वायु) यह सभी मंदिर उन पंचभूत स्थलों में से है। यह मंदिर उन 275 पदाल पत्र स्थलों में से है और यहापर चार महान नयमर (शैव साधू) ने इस मंदिर की महानता का वर्णन किया था। इस मंदिर का गोपुरम 59 मीटर उचा है जो की भारत के सबसे उचे गोपुरम में गिना जाता है।

एकाम्बरेश्वर मंदिर में मनाये जानेवाले त्यौहार – Ekambareswarar Temple Festival

इस मंदिर में भगवान शिव की पूजा छह तरीके से की जाती है उन्हें अलग अलग नाम दिए गए है, उनमे उशाद्कलम, कलासंथी, उची कलम, प्रदोषम और सयाराक्शाई, और अर्धजमम कहा जाता है। इस मंदिर में हर साल अनी तिरुमंजनाम (जून-जुलाई), आदि कृतिकई (जुलाई-अगस्त), अवनि मुलम (अगस्त-सितम्बर), नवरात्रि (सितम्बर-अक्तूबर), कार्तिकी दीपम (नवम्बर-दिसम्बर), थाई पूसम (जनवरी-फरवरी), पंगुनी उथिरम (मार्च-अप्रैल), चित्र पौर्णिमा (अप्रैल-मई), और वैकाशी विशाकम (मई-जून) जैसे त्यौहार मनाये जाते है।

इस मंदिर का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार पंगुनी त्यौहार है और यह पुरे 13 दिनों तक चलता है इस त्यौहार के अवसर पर इस मंदिर के भगवान का विवाह किया जाता है। नायनमार की तमिल कविताओ में भी भगवान के विवाह के बारे में बताया गया है।

एकाम्बरेश्वर मंदिर पर भेट देने का सबसे उचित समय – Best time to visit Ekambareswarar Temple

इस मंदिर में पुरे साल भर में अलग अलग त्यौहार मनाये जाते है। इस मन्दिर में 13 दिन चलनेवाला फाल्गुनी त्यौहार भगवान शिव का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार माना जाता है। इस त्यौहार के अवसर पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह रचा जाता है।

एकाम्बरेश्वर मंदिर पर कैसे पंहुचा जाए – How to reach Ekambareswarar Temple

हवाईजहाज से : चेन्नई का हवाईअड्डा कांचीपुरम से केवल 75 किमी की दुरी पर स्थित है।

रेलवे से: कांचीपुरम का रेलवे स्टेशन दक्षिण भारत के सभी शहरों से जुड़ा हुआ है।

रास्ते से: कांचीपुरम पहुचने के लिए सभी सभी राज्य के रास्ते कांचीपुरम से अच्छे तरह से जुड़े है। यहापर आने के लिए चेन्नई से नियमित रूप से बस मिल जाती है। यहापर आने के लिए निजी वाहन भी बड़ी आसानी से मिल जाते है।

इस मंदिर की इतनी सारी जानकारी मिलने के बाद पता चलता है की यह मंदिर काफी अद्भुत और चमत्कारिक मंदिर है। इस मंदिर की और भी सारी विशेषताए है। इसकी एक और खास बात यह है की इस एकाम्बरेश्वर मंदिर में चमत्कारिक आम का पेड़ है। यह पेड़ काफी प्राचीन और अद्भुत है। यह पेड़ लगभग 3500 साल पुराना है। इस पेड़ के निचे ही देवी कामाक्षी यानि देवी पार्वती ने भगवान शिव की कड़ी तपस्या की थी। इस पेड़ की एक और खास बात यह है की इसे अलग अलग तरह के आम के फ़ल लगते है।

More Temple:

Note: We try hard for correctness and accuracy. please tell us If you see something that doesn’t look correct in this article About Ekambareswarar Mandir in Hindi… And if you have more information History of Ekambareswarar Temple then help for the improvements this article.

The post कांचीपुरम का एकाम्बरनाथ मंदिर | Ekambareswarar Temple appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

26 जुलाई का इतिहास | 26 July Today Historical Events

$
0
0

26 July Today Historical Events

आज हम 26 जुलाई की यानि आज के इतिहास के महत्वपूर्ण घटनाओं पर एक बार फिर से नज़र डालेंगे।

26 जुलाई का इतिहास – 26 July Today Historical Events

26 July History

26 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ – Important events of July 26

  • जहाँगीर ने 1614 में मेवाड़ के राणा का स्वागत किया।
  • लिथुआनिया की हिंसा में 1826 को कई यहूदी मरे।
  • कलकत्ता में इंडियन एसोसिएशन की स्थापना 1876 में हुई।
  • विंस्टन चर्चिल ने 1945 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया।
  • नीदरलैंड ने 1951 में जर्मनी के साथ युद्ध खत्म किया।
  • कम्युनिस्ट क्रांतिकारी फ़िडेल कास्त्रो के नेतृत्व में 1953 को क्यूबा की क्रांति शुरू हुई।
  • मिस्र ने 1956 में स्वेज नहर पर कब्ज़ा किया।
  • मालदीव के ब्रिटेन से 1965 में मिली आजादी।
  • फ्रांस ने 1974 में मुरूओरा द्वीप में परमाणु परीक्षण किया।
  • दक्षिण कोरिया में 1993 को बोइंग विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। 66 यात्री मारे गए।
  • तुर्की वायु सेना द्वारा 1994 को कुर्द में की गई बमबारी में 70 लोग मारे गए।
  • श्रीलंका ने 1997 में ‘एशिया कप’ जीता, खमेर रूज के नेता पोलपोट को आजीवन कारावास।
  • महानतम महिला एथलीट जैकी जायानर कर्सी ने 1998 में एथलेटिक्स से सन्न्यास लिया।
  • फिजी में विद्रोही नेता जार्ज स्पीट को 2000 में सेना ने गिरफ्तार किया।
  • इंडोनेशिया की एक अदालत ने 2002 में पूर्व राष्ट्रपति सुहातों के पुत्र को 15 वर्ष के कारावास की सज़ा सुनायी।
  • प्रथम छत्तीसगढ़ राज्य निशानेबाज़ी चैम्पियनशिप 2002 में प्रारम्भ हुई।
  • ईरान के विदेश मंत्री कमल करजई ने 2004 में भारतीय प्रधानमंत्री के साथ गैस पाइप लाइन के प्रस्ताव पर वार्ता की।
  • अर्जेन्टीना को हराकर फ़ुटबाल का कोपा कप 2004 में ब्राजील ने जीता।
  • नासा शटल डिस्कवरी का प्रक्षेपण 2005 में हुआ।
  • लेबनान में इस्रायल हमले में 2006 को चार संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षक मारे गये।
  • पाकिस्तान ने 2007 में परमाणु शक्ति सम्पन्न क्रूज मिसाइल बाबर हत्फ़-7 का सफल परीक्षण किया।
  • यूरोपीय वैज्ञानिकों ने 2008 में सौरमंडल के बाहर एक और नये ग्रह की खोज की।
  • गुजरात के अहमदाबाद शहर में 2008 को 21 धमाके हुए। इस हादसे में 56 लोग मारे गए और 200 से ज्यादा जख्मी हुए।
  • सीरिया की हिंसा में 2012 को एक दिन में करीब 200 लोग मारे गए।
  • उत्तर कोरिया में 2012 को ‘खानून’ तूफान से 88 लोग मारे गए तथा 60 हजार बेघर हुए।
  • सीरिया में २०१२ को शुरु हुई हिंसा में एक दिन में करीब दो सौ लोग मारे गए।
  • पाकिस्तान के पराचिनार में 2013 को हुए बम विस्फोट, 57 मरे।

26 जुलाई को जन्मे व्यक्ति – Born on 26 July

  • भारत के प्रमुख शिक्षाविद् गुरुदास बनर्जी का जन्म 1844 को हुआ था।
  • भारत की प्रसिद्ध कवयित्रियों में से एक विद्यावती ‘कोकिल’ का जन्म 1914 को हुआ था।
  • महाराष्ट्र के प्रसिद्ध समाज सुधारक और दलितों के हितेषी छत्रपति साहू महाराज का जन्म 1874 को हुआ था।
26 जुलाई को हुए निधन – Died on 26 July
  • भारत के प्रसिद्ध विद्वान वासुदेव शरण अग्रवाल का निधन 26 जुलाई 1966 को हुआ था।
26 जुलाई के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव – Important Days of 26 July
  • कारगिल विजय दिवस

Read More:

History of the world Almost all of us have read a lot in school, but there are so many things in history that we do not remember through this post, we have a small effort to remind you of those events, hope you have this today History of i.e. History of July 26 will prove beneficial. If you have to make some changes or to add some more information to this post, then please tell us through a thank you comment, thank you

The post 26 जुलाई का इतिहास | 26 July Today Historical Events appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

गुरु पौर्णिमा क्यू मनायी जाती हैं | Story of Guru Purnima

$
0
0

Story of Guru Purnima

गुरु शब्द का अर्थ काफी बड़ा है। जैसे ही कोई ‘गुरु’ शब्द पुकारता है तो ज्यादातर लोगो को लगता है इसका सम्बन्ध स्कूल के शिक्षक से है। लेकिन असल में ऐसा कुछ भी नहीं। गहराई में जाकर देखे तो हमें पता चलता है की गुरु और शिक्षक अलग होते है। शिक्षक केवल गुरु शब्द का हिस्सा माना जाता है लेकिन इसका मतलब यह बिलकुल नहीं बनता की केवल शिक्षक ही गुरु होते है।

किसी भी व्यक्ति के माता पिता उसके पहले गुरु होते है और जब वही इन्सान स्कूल में पढ़ता है तो वहा उसके शिक्षक उसके गुरु होते है। लेकिन हमारे भारत देश में गुरु पौर्णिमा को कई सारे बातो की वजह से मनाया जाता है। किन किन बातो के लिए इस पवित्र त्यौहार को मनाया जाता है इसकी सारी जानकरी निचे दी गयी।

Story of Guru Purnima

गुरु पौर्णिमा क्यू मनायी जाती हैं – Story of Guru Purnima

गुरुपौर्णिमा को कुछ लोग इस त्यौहार को व्यास पौर्णिमा नाम से भी जानते है। हमारे भारत जैसे देश में शिक्षक, गुरु को भगवान के समान माना गया है। इस दिन को वेद व्यास का जन्म हुआ था और सभी उन्हें पहला गुरु का सम्मान देते है इसीलिए इस दिन के अवसर पर गुरु पौर्णिमा मनाई जाती है। महर्षि वेद व्यास ने चारो वेदों की रचना की थी। इसीलिए भी गुरु पौर्णिमा को व्यास पौर्णिमा और व्यास जयंती कहा जाता है।

आषाढ़ महीने में पौर्णिमा के दिन गुरुपौर्णिमा मनाई जाती है। गुरु वह होता है जो हमारे जीवन से अंधकार रूपी अज्ञान को निकाल देता है। सभी लोग अपने जीवन में गुरु को बहुत सम्मान देते है

गुरु पौर्णिमा के दिन स्कूल और कॉलेज में बड़े बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस दिन सभी छात्र अपने शिक्षको के प्रति कृतज्ञता जताते है। अधिकतर जगह पर इस अवसर पर भाषण प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है।

आगे एक श्लोक दिया गया है उसमे गुरु का महत्व बताया गया है।

“गुरुर ब्रह्मा, गुरुर विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा, गुरु साक्षात् परब्रह्म, तस्मै श्री गुरवे नमः”

Read More:

Hope you find this post about ”Story of Guru Purnima” useful. if you like this Article please share on Facebook & Whatsapp. and for latest update download: Gyani Pandit free Android app.

The post गुरु पौर्णिमा क्यू मनायी जाती हैं | Story of Guru Purnima appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

27 जुलाई का इतिहास | 27 July Today Historical Events

$
0
0

27 July Today Historical Events

दोस्तों आज जानते हैं 27 जुलाई का इतिहास के कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं के बारेंमे, उन लोगों के जन्मदिन के बारेमें जिन्होंने दुनिया में आकर बहुत बड़ा नाम किया साथ ही उन मशहूर लोगों के बारेंमे जो इस दुनिया से चले गए।

27 जुलाई का इतिहास – 27 July Today Historical Events

27 July History

27 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ – Important events of July 27

  • रूस और तुर्की ने 1713 में शांति संधि पर हस्ताक्षर किये।
  • पहली फेडरल एजेंसी द डिपार्टमेंट ऑफ फॉरेन अफेयर्स की स्‍थापना 1789 में हुई थी।
  • दक्षिण आस्ट्रेलिया में एडीलेड की स्थापना 1836 में हुई।
  • अमेरिकी शहर कैंटन में 1862 को हरिकेन तूफान का कहर, 40 हजार लोगों की मौत।
  • फिलिप प्राट ने 1888 में पहला इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल का प्रदर्शन किया।
  • इंडियन नेशनल कांग्रेस की शाखा 1889 में ब्रिटिश इंडिया कमिटी को लंदन में दादाभाई नौरोजी, विलियम वेडरबर्न, डब्ल्यू एस कैन और विलियम डिग्बी के नेतृत्व में खोला गया।
  • बाल गंगाधर तिलक 1897 में पहली बार गिरफ्तार किये गये।
  • प्रेडरिक बैंटिन के नेतृत्व में टोरंटो विश्वविद्यालय के जीव-रसायनज्ञों ने 1921 में इंसुलिन के खोज की घोषणा की।
  • ब्रूसेल्स में अंतर्राष्ट्रीय भौगोलिक संघ का गठन 1922 में हुआ।
  • चीन के यांग जी और होआंग नदी में 1935 को आई बाढ़, दो लाख लोगों की मौत।
  • कार्टून चरित्र बग्स बनी 1940 में पहली बार चलचित्र ए वाइल्ड हेयर में पर्दे पर आया।
  • अफ्रीकी-अमेरिकी नागरिक अधिकारों के संघर्ष के नेता मार्टिन लूथर किंग जूनियर जार्जिया के अल्बानी 1962 को जेल में बंद।
  • चीन के तंगशान में 1976 को हुए विनाशकारी भूकंप में 2,40,000 लोग मारे गए।
  • प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की लगभग 11 साल में पहली अमेरिकी यात्रा 1982 में हुई।
  • आज ही के दिन खोजकर्ताओं ने 1987 में टाइटेनिक का मलबा खोजा था।
  • निशानेबाज जसपाल राणा ने 1994 में विश्व शूटिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
  • उक्रेन में 2002 को एक विमान दुर्घटना में 70 व्यक्ति मारे गये।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका ने 2003 में यमन को स्कड मिसाइल बेचने वाली उत्तर कोरियाई कंपनी पर नये प्रतिबंध लगाये।
  • अमरीका के बहुचर्चित हास्य कलाकार बॉब होप का 27 जुलाई को निधन हो गया। वे 100 साल के थे। वे कुछ दिन से निमोनिया से पीड़ित थे।
  • रूसी प्रक्षेपण यान नेपर 2006 को ज़मीन पर गिरा।
  • ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने 2007 में लगभग 40,000 साल पहले पाये जाने वाले विशालकाय जीव वोमबैट के जवड़े का जीवाश्म मिलने का दावा किया।
  • सीपीएन-यूएमएल नेता सुभाष नेमवांग को 2008 में नेपाली राष्ट्रपति रामबरन यादव ने नवर्निवाचित संविधान सभा के अध्यक्ष पद की शपथ दिलाई।

27 जुलाई को जन्मे व्यक्ति – Born on 27 July

  • आज़ादी के लिए संघर्ष करने वाली महिला क्रांतिकारियों में से एक कल्पना दत्त का 1913 में जन्म हुआ था।
  • भारतीय मूल की प्रसिद्ध लेखिका भारती मुखर्जी का 1940 में जन्म हुआ था।
  • दक्षिण अफ्रीका के पूर्व टेस्‍ट क्रिकेटर और अब तक के सबसे धमाकेदार फील्‍डर जॉन्‍टी रोड्स का 1969 में जन्म हुआ था।
27 जुलाई को हुए निधन – Died on 27 July
  • भारत विद्या से संबंधित विषयों के प्रख्यात विद्वान राजेन्द्रलाल मित्रा का निधन 1891 में हुआ।
  • नौवीं लोकसभा के सदस्य कल्याण सिंह कालवी का निधन 1933 में हुआ।
  • डा.भीमराव अम्बेडकर की पत्नि माता रमाबाई का निधन 1935 में हुआ।
  • हिन्दी के ख्यातिप्राप्त साहित्यकार और विद्वान् आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के सहयोगी पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल का निधन 1944 में हुआ।
  • आधुनिक केरल प्रदेश के प्रमुख नेता पत्तम थानु पिल्लई का निधन 1970 में हुआ।
  • एक भारतीय पक्षी विज्ञानी और प्रकृतिवादी सालिम अली का निधन 1987 में हुआ।
  • प्रसिद्ध अभिनेता फिल्म शोले के गब्बर अमजद ख़ान का निधन 1992में हुआ था।
  • माही क्षेत्र से फ़्राँसीसियों का शासन हटाने वाले प्रमुख व्यक्ति आई. के. कुमारन का निधन 1999 में हुआ।
  • अमरीका के बहुचर्चित हास्य कलाकार बॉब होप का निधन 2003 में हुआ था।
  • जाने-माने कवि शिवदीन राम जोशी का निधन 2006 में हुआ था।
  • पूर्व राष्ट्रपति, मिसाईलमैन डॉ. अब्दुल कलाम का निधन 2015 में हुआ था।
  • भारत के जानेमाने तबला वादक लच्छू महाराज का निधन 2016 में हुआ था।
27 जुलाई के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव – Important Days of 27 July
  • केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल स्थापना दिवस

Read More:

We know you find this article about “27 July History”. if you like this article please share on Facebook & Whatsapp. We try hard for correctness and accuracy. please tell us If you see something that doesn’t look correct in this article About 27 July Today Historical Events … And if you have more information about History of 27 July then help for the improvements this article. and for latest update Download: Gyani Pandit free Android app.

The post 27 जुलाई का इतिहास | 27 July Today Historical Events appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.


गुरुपौर्णिमा पर भाषण | Guru purnima Speech

$
0
0

Guru purnima Speech

“गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः । गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः ॥”

भारत के स्कूल, कॉलेज और विद्यापीठो में गुरु पौर्णिमा जैसा पवित्र त्यौहार बड़े उल्हास के साथ मनाया जाता है। गुरु पौर्णिमा धार्मिक और सामाजिक तौर पर मनाया जानेवाला त्यौहार है। हिन्दू धर्मं में ब्रह्मदेव, विष्णु और भगवान शिव की पूजा की जाती है उसी तरह शिक्षक भी समाज की सेवा करते इसीलिए समाज भी उनके प्रति कृतज्ञ है।

Guru Purnima Speech

गुरुपौर्णिमा पर भाषण – Guru purnima Speech

इसका मतलब यह भी निकलता है की जिस तरह हम भगवान की प्रार्थना करते है, उनकी पूजा करते है ठीक उसी तरह का सम्मान समाज के शिक्षक को दिया जाता है। गुरु पौर्णिमा मौके पर स्कूल और कॉलेज में भाषण दिए जाते है और कई जगहों पर छात्रों के लिए निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है।

इसीलिए यहाँ पर दी गयी गुरु पौर्णिमा की सारी जानकारी और उसका महत्व ध्यान से पढ़िए। क्यों की जब भी आप गुरु पौर्णिमा विषय पर भाषण देने की सोचेंगे तो यहाँ की जानकारी आपको मदत करेगी और आप किसी के भी सामने अच्छेसे भाषण दे पाएंगे।

गुरुपौर्णिमा भारत का एक पारंपरिक और सांस्कृतिक त्यौहार है जिसे हमारे देश में व्यास पौर्णिमा नाम से जाना जाता है। हमारा ऐसा देश है जहा गुरु को भगवान माना जाता है। इसी दिन को सभी शिक्षको के लिए मनाया जाता है और इसी दिन वेद व्यास का जन्म भी हुआ था जिन्होंने चारो वेदों की निर्मिती की थी। इसीलिए भी गुरु पौर्णिमा को व्यास पौर्णिमा और व्यास जयंती भी कहा जाता है।

आषाढ़ महीने के पौर्णिमा के दिन गुरु पौर्णिमा मनाई जाती है और यह त्यौहार हर बार जून जुलाई महीने के बिच में मनाया जाता है। गुरु संस्कृत शब्द है और इसमें का ‘गु’ का मतलब होता है की अँधेरा और ‘रु’का अर्थ होता है दूर करनेवाला। यानि जो इन्सान हमारे जीवन में से अँधेरे को हटा देता है, और उजाला लेकर आता है उसे गुरु कहा जाता है।

मिटटी जब गीली होती है तभी उसे देखकर कोई बता नहीं सकता की उससे क्या बन सकता है। अगर उस मिटटी का सही तरह से इस्तेमाल ना किया जाए तो वह कुछ भी काम की नहीं होती। उसका समाज में कोई महत्व नहीं होता। वह केवल मिटटी ही रह जाती है और केवल लोगो के पैरों के निचे कुचली जाती है।

मगर जब कोई कुम्हार उस मिटटी को गिला करके उसे अपने हातो से कोई आकार देता है तो वही मिटटी एक मटके का रूप लेती है और समय आने पर किसी प्यासे इन्सान की प्यास बुझाने के लिए काम आती है। ठीक उसी तरह का काम हमारे जीवन में गुरु का होता है।

अगर हमारे जीवन में गुरु नहीं तो हमारी जिंदगी कुछ काम की नहीं रहती है। हम अपने जीवन में कुछ भी नहीं बन सकते। लेकिन अगर गुरु मिल जाए तो हमारा जीवन सफल होता है। वह हमें अपने जीवन में हर मोड़पर मार्गदर्शन करता। उसके मार्गदर्शन से हम अपने लक्ष्य तक पहुच सकते है। गुरु ही हमें जिंदगी की हर चुनौती का सामना करना सिखाता है। गुरु की वजह से ही हम एक काबिल इन्सान बन सकते है और समाज के लिए कुछ बेहतर दे सकते है। इसी गुरु की महिमा का वर्णन निचे दिया गया है।

गुरु पौर्णिमा को एक अध्यात्मिक दिवस के रूप में मनाया जाता है। गुरु हमें जीवन में आगे बढ़ने के लिए हमेशा प्रेरित करते है क्यों की जब भी हम निराश हो उस समय हम खुद को चुनौती दे सके और जीवन में आगे बढ़ सके।

कोई भी गुरु अपने शिष्य को उसके उद्देश्य को पुरा करने के लिए मदत नहीं करता लेकिन जो सच्चा गुरु होता है वह हमेशा अपने शिष्य का मार्गदर्शन करता है, उसे उसके उद्देश्य में सफल बनाने के लिए हर तरह की कोशिश करता है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह की वह हमेशा अपने शिष्य का साथ देता है।

गुरु हमें अपने लक्ष्य तक पहुचने के लिए मार्गदर्शन करता है और जबतक हम अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर लेते तब तक वह हमारा मार्गदर्शन करता रहता है। कोई साधू या कोई धार्मिक व्यक्ति या कोई पुजारी हमारा गुरु नहीं हो सकता। सच्चा गुरु वह होता है जो हमें कामयाब होने के लिए अपना समय दे सके हमारी हर हालत में मदत कर सके। हमारे सच्चे गुरु कौन होते है उनकी जानकारी निचे दी गयी है।

हमारे माता पिता हमारे पहले गुरु होते है जो हमें बचपन से ही सिखाना शुरू कर देते है। वह हमें बचपन से प्यार करना सिखाते है। वह हमारे बचपन के गुरु होते है और वही हमारी आखिरी तक सहायता करते रहते है और हमें अपने लक्ष्य तक पहुचाने में हर तरह की कोशिश करते है।

स्कूल में जो शिक्षक हमें पढ़ाते है वह हमारे दुसरे गुरु होते है वह हमें समाज और उसकी संस्कृति के बारे में सभी बाते समझाकर बताते है। गणित, विज्ञान, इतिहास सिखाने का काम केवल शिक्षक ही कर सकते है। समाज में रहने के लिए इन सब बातो का जानना बहुत जरुरी होता है। शिक्षक हम में नैतिकता को विकसित करने में काफी मदत करते है जिसकी वजह से हमें भविष्य में बहुत सारे फायदे होते है।

लेकिन कुछ उम्र गुजरने के बाद माता पिता और शिक्षक हमें प्रभावित नहीं कर सकते वह हमारी सोच को बदल नहीं सकते। लेकिन यह सब हमारा मित्र जरुर कर सकता है। हमारा मित्र चाहे कितना भी बुद्धिमान क्यों ना हो लेकिन वह हमारा दोस्त होने की वजह से वह हमारी मदत करता है और हमें हमेशा अच्छे काम करने के लिए प्रेरित कर सकता है। इसीलिए वह भी एक तरह से हमारा गुरु होता है। युवावस्था के बाद शादी हो जाती है तो उसके बाद पति पत्नी भी एक दुसरे के गुरु बन सकते है।

इसका मतलब यह है की हर किसी के जीवन में कई सारे गुरु होते है और समय के साथ साथ गुरु के रूप बदलते रहते है। कोई भी ऐसा गुरु नहीं की वह जन्म से लेकर मरने तक हमारे साथ रह सके और हमारी मदत कर सके इसीलिए हमने खुद का भी गुरु होना चाहिए।

बहुत पुराने समय से हमारे देश में गुरु शिष्य के रिश्ते को बड़ा उचा स्थान दिया जाता है। वाल्मीकि, वेद व्यास, द्रोणाचार्य जैसे महान गुरु भारत जैसे पवित्र भूमि में जन्म ले चुके है। अर्जुन, एकलव्य जैसे पराक्रमी शिष्य केवल महान गुरु के मार्गदर्शन के कारण ही बन सके। गुरु पौर्णिमा के दिन सभी वेद व्यास जयंती मनाते है क्यों की इसी दिन वेद व्यास का जन्म हुआ था। महाभारत में वेद व्यास का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने ही हिन्दू धर्म के चारो वेदों की निर्मिती की थी।

Read More:

Hope you find this post about ”Guru purnima Speech” useful. if you like this Article please share on Facebook & Whatsapp. and for latest update download: Gyani Pandit free Android app.

The post गुरुपौर्णिमा पर भाषण | Guru purnima Speech appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

28 जुलाई आज का इतिहास | 28 July Today Historical Events

$
0
0

28 July Today Historical Events

देश एवं विदेश के इतिहास में 28 जुलाई की प्रमुख घटनाएं इस प्रकार से हैं।

28 जुलाई आज का इतिहास – 28 July Today Historical Events

28 July History

28 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ- Important events of July 28

  • इंगलैंड से वापस लौटने पर सर थामस हेरिओट ने 1586 में यूरोप को आलू से अवगत कराया।
  • कैप्टन बेरिंग ने 1741 में माउंट सैंट एलियास, अलास्का की खोज की।
  • प्रशिया और ऑस्ट्रिया ने 1742 में शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये।
  • पेरू ने स्पेन से स्वतंत्रता की घोषणा 1821 में की।
  • भारतीय प्रशासनिक सेवा के सर विलियम जेम्स हर्शेल द्वारा पहचान के लिए 1858 में पहली बार फिंगर प्रिंट का इस्तेमाल किया गया
  • अमेरिका में मापने की मीट्रिक प्रणाली को 1866 में वैधानिक मान्यता मिली।
  • अमेरिकी विदेश मंत्री विलियम एच सिवार्ड ने 1868 में पूर्व दासों को नागरिकता देने के लिए संविधान में 14वें संशोधन को मंजूर करने की घोषणा की।
  • आज ही के दिन प्रथम विश्‍व युद्ध की शुरुआत 1914 में हुई थी।
  • विश्‍व हेपेटाइटिस डे 28 जुलाई 1925 को मनाया जाता है।
  • नीदरलैंड के एम्सटर्डम में नौवें ओलंपिक खेल का शुभारंभ 1928 में हुआ।
  • ग्रेट ब्रिटेन में डाक कोड का प्रयोग 1959 में शुरु हुआ।
  • चंद्रमा की तरफ1964 में रेंजर 7 का प्रक्षेपण, 4308 तस्वीरें भेजी।
  • नासा ने 1983 में वाणिज्यिक संचार उपग्रह टेल्सटार-3ए का प्रक्षेपण किया।
  • वियतनाम आसियान का सदस्य 1995 को बना।
  • ग्वाटेमाला बर्न कन्वेंशन कॉपीराइट संधि का सदस्य 1997 में बना।
  • पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री मोहम्मद सिद्दकी ख़ान कंजू की हत्या 2001 में की गई।
  • इराक के बाकूबा शहर में 2004 को एक पुलिस भर्ती केन्द्र में विस्फोट से 68 लोगों की मृत्यु।
  • सौरमंडल के दसवें ग्रह की खोज करने का दावा 2005 में किया।
  • पाकिस्तान सरकार ने 2007 में विवादास्पद लाल मस्जिद को अनिश्चितकाल तक बन्द करने की घोषणा की।
  • निर्गुट देशों की मंत्री स्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए भारत के विदेशमंत्री प्रणब मुखर्जी तेहरान 2008 को रवाना हुए।
  • संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 2014 में इजरायल और हमास के बीच मानवता के आधार पर तत्काल और अनिश्चितकालीन संघर्षविराम के लिए आपात बैठक बुलायी।

28 जुलाई को जन्मे व्यक्ति – 28 July Famous Birthdays

  • अरबी के प्रसिद्ध सूफ़ी कवि, साधक और विचारक इबने अरबी का जन्म 1165 को हुआ था।
  • उंगलियों के निशान को पहचान बनाने वाले ब्रिटिश विलियम जेम्‍स हर्शेल का जन्म 1858 को हुआ था।
  • हेपेटाइटिस का टीका खोजने वाले बारुक ब्‍लमर्ग का जन्‍म 1925 में हुआ था।
  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता और ओडिशा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक तथा मध्य प्रदेश के भूतपूर्व राज्यपाल रामेश्वर ठाकुर का जन्म 1927 को हुआ था।
  • हिन्दी के कवि, लेखक और रूसी तथा अंग्रेज़ी भाषाओं के साहित्य अनुवादक अनिल जनविजय का जन्म 1957 को हुआ था।
  • भारतीय कलाकार, चित्रकार और उद्यमी सुविज्ञ शर्मा का जन्म 1983 को हुआ था।
28 जुलाई को हुए निधन – 28 July Famous Deaths
  • ‘भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी’ के नेता चारू मजूमदार का निधन 1972 को हुआ था।
  • भारत की सामाजिक कार्यकर्ता और लेखिका महाश्वेता देवी का निधन 28 जुलाई 2016 को हुआ था।
  • भारतीय हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध सहायक अभिनेताओं में से एक इंद्र कुमार का निधन 2017 में हुआ।
28 जुलाई के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव – Important Days of 28 July
  • विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस
  • वर महोत्सव दिवस
  • विश्व हेपेटाइटिस दिवस ‎

Read More:

We hope you have been satisfied with the information given above, if not, then please tell us through Please Comment and if you have more information about the history of 28 July today, also tell us through the comments, will do.

The post 28 जुलाई आज का इतिहास | 28 July Today Historical Events appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

वादाक्कुन्नाथान मंदिर का इतिहास | Vadakkunnathan Temple History

$
0
0

हमारे आसपास कई करे मंदिर दिखाई देते है। मंदिरों में हम अधिकतर भगवान शिव के मंदिर ज्यादा देखते है। केरल के थ्रिसुर शहर में भी भगवान शिव का एक मंदिर है। इस मंदिर का नाम वादाक्कुन्नाथान मंदिर – Vadakkunnathan Temple है। इसी अविश्वसनीय मंदिर की सारी जानकारी निचे दी गयी है।

Vadakkunnathan Temple

वादाक्कुन्नाथान मंदिर का इतिहास – Vadakkunnathan Temple History

ऐसा माना जाता है की यह भगवान शिव का पहला मंदिर है जिसे खुद भगवान परशुराम ने बनवाया था। भगवान परशुराम भगवान विष्णु के छटे अवतार थे। इस मंदिर की एक और खास बात यह भी है की इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में भी शामिल किया जा चूका है। इस मंदिर को ठेन्कैलासम मंदिर और वृषभचलम मंदिर नाम से भी जाना जाता है।

श्री वादाक्कुन्नाथान मंदिर (भगवान शिव), भगवान शंकराचार्य मंदिर और भगवान राम मंदिर, इस मंदिर के सबसे महत्वपूर्ण मंदिर है। देवी पार्वती की भी यहापर पूजा की जाती है। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है की यहापर भगवान को कई सालों से घी चढ़ाया जाता है लेकिन यह घी गर्मी के दिनों में भी पिघलता नहीं। ऐसा माना जाता है की अगर शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ घी पिघलना शुरू हो जाता है तो कुछ ना कुछ बड़ी मुसीबत जरुर आती है।

वादाक्कुन्नाथान मंदिर की वास्तुकला – Vadakkunnathan Temple Architecture

इस मंदिर को केरल की पारंपरिक वास्तुकला में बनवाया गया है और यह मंदिर थ्रिसुर शहर के एक पहाड़ी पर स्थित है। 9 एकर की जमीन पर फैला हुआ यह मंदिर किसी को भी बड़ी आसानी से दिख जाता है इसीलिए यहाँ से गुजरनेवाला कोई भी इन्सान इस मंदिर की और अपने आप आकर्षित हो जाता है।

इस मंदिर के चारो दिशा में प्रवेश द्वार बनवाये गए है जिन्हें स्थानीय भाषा में गोपुरम कहा जाता है। इस मंदीर में मुरल शैली में महाभारत के चित्र बनवाये गए है जिनमे वासुकीशयन और न्रिथानाथा दिखाई देते है और उनकी हर रोज पूजा की जाती है।

मुरल के अलावा भी इस मंदिर में एक संग्रहालय है जिसमे बहुत सारी पुराणी पेंटिंग, लकड़ी पर बनाये हुए नक्काशी और बहुत कुछ पुराणी चीजे देखने को मिलती है।

इस मंदिर के परिसर में नाट्य भवन भी है जिसे कूथाम्बलम कहा जाता है और इसमें लकड़ी पर बनाये हुए शब्दचित्र दिखाई देते है। इस नाट्यभवन में केरल की सभी कला का प्रदर्शन किया जाता है और उसमे कूथु, कूदियात्तम और नंग्यर कूथु को भी दिखाया जाता है।

वादाक्कुन्नाथान मंदिर में मनाये जानेवाले त्यौहार – Vadakkunnathan Temple Festival

शिवरात्रि के त्यौहार पर मंदिर में रोशनाई की जाती है इस पर्व पर यहाँ लाखों दिए जलाये जाते है और इसे “लक्षदीपम” कहा जाता है।

यहाँ एक त्यौहार हाथीयो के लिए भी मनाया जाता है और उस दिन हाथियों को भोग लगाया जाता है और इस त्यौहार को अनायुट्टू कहा जाता है। यह मंदिर ‘थ्रिसुर पूरम त्यौहार’ में हिस्सा नहीं लेता लेकिन यह त्यौहार इस मंदिर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।

केरल के थ्रिसुर में बसा यह मंदिर काफी साल पहले बनाया गया था। कहा जाता है की इस मंदिर का निर्माण किसी इन्सान ने नहीं किया था बल्की इसका निर्माण खुद भगवान विष्णु ने कराया था। एक बार भगवान विष्णु ने परशुराम अवतार लिया था। इस अवतार को लेने के बाद भगवान परशुराम ने कई मंदिरों का निर्माण करवाया था।

मगर इस मंदिर की सबसे खास बात यह भी है की जब भगवान परशुराम ने भगवान शिव के मंदिर बनाने शुरू किये तो उन सबमे उन्होंने सबसे पहले इस मंदिर को बनवाया था। उन्होंने सबसे पहले इसी मंदिर को बनाया था और इसके निर्माण के बाद अन्य मंदिर बनाये थे। इसी वजह से भी इस मंदिर को अहम माना जाता है।

More Temple:

Note: We try hard for correctness and accuracy. please tell us If you see something that doesn’t look correct in this article About Vadakkunnathan Mandir in Hindi… And if you have more information History of Vadakkunnathan Temple then help for the improvements this article.

The post वादाक्कुन्नाथान मंदिर का इतिहास | Vadakkunnathan Temple History appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

इतिहास में 29 जुलाई के दिन क्या हुआ था | Historical Events On 29th July

$
0
0

Historical Events On 29th July

देश विदेश के इतिहास में आज के दिन बहुत कुछ हुआ, आइए जानते हैं आज के इतिहास में यानि 29 जुलाई के इतिहास में कौनसी और महत्वपूर्ण घटनाएँ घटीं।

इतिहास में  29 जुलाई के दिन क्या हुआ था – Historical Events On 29th July

29 July History

29 जुलाई की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ – Important events of July 29

  • जेम्स VI को 1567 में स्कॉटलैंड का राजा बनाया गया।
  • र्इस्ट इंडिया कंपनी की सहायता के लिये ब्रिटिश सेना की पहली सैन्य टुकड़ी 1748 में भारत पहुंची।
  • यूनाइटेड स्टेट्स और जापान ने 1858 में हैरिस संधि पर हस्ताक्षर किए।
  • भारत में विज्ञान संगठन की स्थापना 1876 में की गई।
  • न्यूयॉर्क में पहली मोटरसाइकिल रेस का आयोजन 29 जुलाई 1899 में किया गया।
  • मोहन बगान ने 1911 में आर्इएफ शील्ड पहली बार जीता।
  • जर्मनी में एडोल्फ हिटलर नेशनल साेशलिस्ट जर्मन वर्कस पार्टी के नेता 1921 में चुने गये।
  • जापानी सेना ने 1937 में चीन के पेकिंग और टिनट्सीन पर कब्जा किया।
  • द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी के घटक जापान ने 1941 ईसवी को चीन और भारत पर अधिकार करने के लिए अपने सैनिक इस क्षेत्र के दक्षिणी तट पर उतारे।
  • ब्रिटिश ब्राडकॉस्टिंग कार्पोरेशन रेडियो पर 1949 में प्रसारण शुरू हुआ।
  • संयुक्त राष्ट्र ने 1957 में अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) का गठन किया।
  • मॉस्को ओलंपिक में भारत ने 1980 को हॉकी में स्वर्ण पदक हासिल किया।
  • ब्रिटेन के राजकुमार चार्ल्स और राजकुमारी डायना की शादी 1981 में हुई थी।
  • चीन ने 1996 में लोपनोर में अपना 45वां भूमिगत परमाणु परीक्षण किया।
  • सं.रा. अमेरिका द्वारा पैमनसेट-9 नामक संचार उपग्रह उक्रेन के राकेट की सहायता से अंतरिक्ष में 2000 को प्रक्षेपित किया गया।
  • सीमा भदौरिया ने 29 जुलाई 2000 को अपने दांतों से 3390 किलोग्राम के विमान को खींचा।
  • श्रीलंकाई बल्लेबाज माहेला जयवर्धन और कुमार संगाकारा ने 2006 में 624 रनों की भागीदारी का टेस्ट क्रिकेट में विश्व रिकार्ड बनाया।
  • वैज्ञानिकों ने 2007 में एथेंस में प्री हिस्टोरिका पीरियड के हाथी के दांत की खोज की।
  • इस्रायल के प्रधानमंत्री एहुद ओल्मर्ट ने 2008 में सीरिया के साथ चौथे दौर की शान्ति वार्ता के लिए अपने दो प्रतिनिधि तुर्की भेजे।
  • संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने 2010 को 122 देशों के समर्थन से स्वच्छ पानी को मानवाधिकार बनाने का गैरबाध्यकारी प्रस्ताव पारित किया।
  • फ्रांस के कांस के एक होटल से 2013 में 10.3 करोड़ यूरो के हीरे की चोरी।
  • इराक में 29 जुलाई 2013 में एक कार बम हमले में 44 लोगों की मौत हो गई।
  • पाकिस्तान के डेरा इस्माल खान में 29 जुलाई 2013 को तालिबान हमले के बाद 300 कैदी फरार हो गए।

29 जुलाई को जन्मे व्यक्ति – Born on 29 July

  • आधुनिक भारत की बुनियाद रखने वाली औद्योगिक हस्तियों में से एक जे. आर. डी. टाटा का जन्म 1904 में हुआ।
  • संयुक्त राष्ट्र के दूसरे महासचिव रहे डैग हैमरस्क्जोंल्ड का जन्म 1905 को हुआ था।
  • ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित तेलुगु भाषा के प्रख्यात कवि सी. नारायण रेड्डी का जन्म 1931 को हुआ था।
29 जुलाई को हुए निधन – Died on 29 July
  • नीदरलैण्ड के प्रसिद्ध चित्रकारों में से एक विन्सेंट वैन गो का निधन 1890 में हुआ।
  • प्रसिद्ध समाज सुधारक, शिक्षाशास्त्री और स्वाधीनता सेनानी ईश्वर चन्द्र विद्यासागर का निधन 1891 को हुआ था।
  • भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ में योगदान देने वाली प्रमुख महिलाओं में से एक अरुणा आसफ़ अली का निधन 1996 को हुआ था।
  • पौलैण्ड के प्रथम सचिव रहे एडवर्ड गिरेक का निधन 2001 को हुआ था।
  • भारतीय सिनेमा के सुप्रसिद्ध हास्य अभिनेता जॉनी वॉकर का निधन 2003 को हुआ था।
  • जयपुर की महारानी महारानी गायत्री देवी का निधन 2009 को हुआ था।
  • प्रसिद्ध हिन्दी कवयित्री स्नेहमयी चौधरी का निधन 2017 में हुआ
29 जुलाई के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव – Important events and festivities of 29 July
  • विश्व बाघ दिवस

Read More:

आपको आज के इतिहास के बारे में यानि 29 जुलाई के इतिहास के बारेमें जानकारी में कोई कमी महसूस हो तो प्लीज हमें बताएं हम उसे ज़रूर अपडेट करेंगे, धन्यवाद।

The post इतिहास में 29 जुलाई के दिन क्या हुआ था | Historical Events On 29th July appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

जज्बा, जुनून, जैफ बेजोस और जीत | Amazon Founder Jeff Bezos Biography

$
0
0

Jeff Bezos – जैफ बेजोस, एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने ऑनलाइन बिजनेस की शुरुआत कर एक ई-कॉमर्स मार्केट की एक क्रांति की खोज की और ऑनलाइन मार्केटिंग को नई बुलंदियों पर पहुंचाया। जिन्होनें अपने बलभूते पर दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन ( Amazon )को स्थापित किया, और वे आज दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट में शामिल हो चुके हैं।

Amazon Founder Jeff Bezos Biography

जज्बा, जुनून, जैफ बेजोस और जीत – Amazon Founder Jeff Bezos Biography

यहां तक पहुंचना जेफ बेजोस के लिए इतना आसान नहीं था, उनकी जिंदगी का सफर जोखिमों से भरा हुआ है, आज हम इस लेख के ज़रिये उनके इस सफ़र को जानेंगे और जानेंगे की उन्होनें अपने जज्बे और जुनून के साथ कैसे जीत हासिल की।

जेफ बेजोस का जन्म 12 जनवरी को न्यू मैक्सिको के अल्बुकर्क में हुआ था, जेफ बेजोस, नाबालिग मां के बेटे थे, और जिनके पिता महज डेढ़ साल उम्र में ही उनको छोड़कर चल बसे, पिता का साया सिर से उठने के बाद सौतले पिता की साया में जैफ ने अपनी पढ़ाई की इसके बाद जैफ अपनी नानी के यहां चले गए और वहां आगे की पढ़ाई पूरी की।

जैफ को शुरू से ही कम्प्यूटर से बेहद लगाव था उन्होनें बीटेक की पढ़ाई कम्प्यूटर साइंस और इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग में अल्बुकर्क, प्रिंसटन विश्वविद्यालय से की , ग्रेजुएशन के बाद जैफ वॉल स्ट्रीट में काम करने लगे वहीं उनकी दूरगामी सोच के लिए साल 1990 में उन्हें उस कंपनी का सीनियर वाइस प्रेसीडेंट बना दिया गया।

लेकिन जैफ बेजोस नौकरी कर के अपना पेट पालने वालों से नहीं थे इसलिए उन्होनें साल 1994 में अपनी कीमती नौकरी छोड़कर ऑनलाइन बिजनेस में अपनी किस्मत आजमाई और एक छोटे से गैरेज से 3 कम्प्यूटर के साथ जुलाई 1994 में अमेजॉन कंपनी की स्थापना एक ऑनलाइन बुक स्टोर खोलकर की।

जैफ को ऑनलाइन कंपनी खोलने का आइडडिया तब आया जब वे इंटरनेट सर्फिंग कर रहे थे तभी उन्होनें देखा की करीब 20 मिलियन लोग इन्टरनेट पर एक्टिव रहते हैं। तभी से उन्होनें ऑनलाइन बिजनेस की शुरुआत कर दी।

जैफ ने पहले तो इस कंपनी का नाम केडेब्रा डॉट कॉम रखा, लेकिन तीन महीने बाद उन्होंने इसका नाम बदलकर दुनिया की सबसे बड़ी नदी के नाम पर अमेज़ॉन डॉट कॉम (amazon.com) कर दिया।

अमेजॉन कंपनी को शुरुआती दौर में ही अच्छा रिस्पोंस मिलना शुरु हो गया था। कंपनी ने शुरु होने के पहले ही महीने में अमेरिका के 50 स्टेट और 45 दूसरे देशों में बुक बेचना शुरु किया था लेकिन उस वक्त ये इतना आसान नहीं था लेकिन जैफ के जज्बे ने इसे आसान बना दिया और वे सितंबर, 1995 तक उनकी कंपनी हर हफ्ते में करीब 20,000 डॉलर की सेलिंग होने लगी थी।

जैफ बेजोस की दूरगामी सोच ने इंटरनेट की क्रांति की शुरुआती की साथ ही ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन का स्थापना कर इतिहास रच दिया,जहां ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन ने हमारी लाइफस्टाइल को और भी ज्यादा आसान बना दिया है।

घर बैठे ही हम अपनी मनपसंद चीजें चुटिकियों में मंगा लेते हैं, साल 2007 तक अमेज़ॉन डॉट कॉम (amazon.com) ऑनलाइन बिक्री की अच्छी ब्रांड के रूप में स्थापित हो चुकी थी, तभी अमेज़ॉन ने अमेज़न किन्डल नाम ई-बुक रीडर बाजार में उतारा, जिसके माध्यम से किताब को तुरंत डाउनलोड करके पढ़ा जा सकता था।

इससे कम्पनी को काफी लाभ तो हुआ ही लोगों को बुक पढ़ने के लिए अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ता था और मनचाही पुस्तक मिनटों में उनके पास आ जाती थी। जैफ की किस्मत के सितारे बुलन्दियों पर थी इसलिए महज कुछ घंटों में भी किन्डल का सारा स्टॉक बिक गया और इसी की बदौलत अमेज़ॉन ने अमेरिका के 95 प्रतिशत ई-बुक व्यवसाय पर कब्ज़ा कर लिया।जो कि कंपनी के लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ।

Jeff Bezos Net Worth

इस कंपनी की बदौलत जैफ बेजोस दुनिया के सबसे अमीर शख्स भी बन चुके हैं, ब्लूमबुर्ग इनडेक्स के मुताबिक 16 जुलाई, 2018 को अमेजॉन कंपनी के फाउंडर जैफ बेजोस की नेट वर्थ 150 बिलियन डॉलर है जो कि माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के फाउंडर बिल गेट्स की 55 बिलियन डॉलर से ज्यादा है।

दुनिया के सबसे अमीर शख्स जैफ बेजोस ने साबित कर दिया कि अगर कुछ करना दिखाने का जज्बा हो तो जीत आपकी ही होती है।

Read More Inspirational Stories:

Hope you find this post about ”Jeff Bezos Success Story In Hindi” inspiring. if you like this Article please share on Facebook & Whatsapp. and for latest update download: Gyani Pandit free Android app.

The post जज्बा, जुनून, जैफ बेजोस और जीत | Amazon Founder Jeff Bezos Biography appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.

Viewing all 4363 articles
Browse latest View live


<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>