Benjamin Franklin Biography in Hindi
बेंजामिन फ्रेंकलिन एक खोजकर्ता, वैज्ञानिक, मुद्रक, राजनेता, संगतराश और राजनयिक थे। फ्रेंकलिन ने आज़ादी की घोषणा के प्रारूप और यूनाइटेड स्टेट के संविधान को बनाने में बहुत सहायता की है और साथ ही 1783 में उन्होंने पेरिस से संधि कर क्रांतिकारी युद्ध का भी अंत किया था। बेंजामिन फ्रेंकलिन की वैज्ञानिक गतिविधियों में इलेक्ट्रिसिटी, गणित और नक्शा बनाने की खोज शामिल है।
फ्रेंकलिन जैसे लेखक अपनी बुद्धि और ज्ञान के लिए जाने जाते है, जिन्होंने रिचर्ड्स की अल्मनैक को प्रकाशित किया, जिन्होंने बाइफोकल ग्लास की खोज की और पहली सफल अमेरिकन लेंडिंग लाइब्रेरी की स्थापना भी की।
बेंजामिन फ्रेंकलिन का जीवन परिचय – Benjamin Franklin Biography in Hindi
बेंजामिन फ्रेंकलिन के बारेमें – Benjamin Franklin Information in Hindi
पुरा नाम (Name) | बेंजामिन फ्रेंकलिन |
जन्म (Birthday) | १७ जनवरी १७०६ |
जन्मस्थान (Birthplace) | बोस्टन (संयुक्त राज्य अमेरिका) |
पिता का नाम (Father Name) | जोसिया फ्रेंकलीन |
माता का नाम (Mother Name) | अबियाह फोल्गर |
मृत्यू (Death) | १७ एप्रिल १७९० |
बेंजामिन फ्रेंकलिन का जन्म 17 जनवरी 1706 को बोस्टन में हुआ, जहाँ उन्हें मेसाचुसेट्स बे कॉलोनी के नाम से जाना जाता है। बेंजामिन फ्रेंकलिन के पिता जोसीया फ्रेंकलिन साबुन और मोमबत्ती निर्माता थे, जिन्हें अपनी पहली पत्नी ऐनी से 7 बच्चे और दूसरी पत्नी अबिया फोल्गर से 10 बच्चे हुए। बबेंजामिन उनकी 15 वी संतान और छोटे बेटे थे।
बेंजामिन ने शुरुवाती दिनों से ही सीखना शुरू कर दिया और बोस्टन लैटिन स्कूल में सफलता के बावजूद उन्होंने स्कूल छोड़ दी और अल्पायु में ही वे फुल-टाइम कम करने लगे और अपने पिता के व्यवसाय में ही हात बढ़ाने लगे। डिपिंग मोम और विक्स काटने से उस युवा लड़के की कल्पना को जरा भी ठेस नही पहुची।
अल्पायु में 12 साल की उम्र से ही वे अपने भाई की प्रिंट की दूकान पर काम करने लगे थे।हालांकि जेम्स् ने बुरा व्यवहार किया और बार-बार अपने छोटे भाई को पराजित किया, लेकिन इससे बेंजामिन ने अखबार प्रकाशन की बहुत सी बाते सिख ली थी।
लेकिन जब जेम्स ने अपने किसी भी भाई द्वारा लिखे गए लेखो को प्रकाशित करने से इंकार कर दिया तो 16 साल के बेंजामिन ने मिसेस साइलेंस का उपनाम अपना लिया और उनके द्वारा लिखे गये 14 काल्पनिक और विनोदी पत्र पाठको को आकर्षित कर रहे थे और दी न्यू इंग्लैंड कॉउरांट में उनके लेख काफी प्रसिद्ध हो चुके थे। यह सब सुनकर जेम्स उनके काफी क्रोधित हो चुके थे।
अपने भाई के “कठोर और अत्याचारी” स्वभाव से तंग आकर 1723 में बेंजामिन बोस्टन भाग गए, हालांकि अपने मास्टर के साथ किए हुए कॉन्ट्रैक्ट के तीन महीने तब बचे हुए थे। फिर फ़िलेडैल्फ़िया में सेटल होने से पहले वे न्यूयॉर्क के लिए पलायन कर गए और फिर दुसरे मुद्रक के साथ काम करने लगे। इसके बाद फ़िलेडैल्फ़िया को ही उन्होंने अपना निवासस्थान बना लिया।
बेंजामिन फ्रेंकलीन का फिरसे मुद्रण व्यवसाय मे प्रवेश – Benjamin Franklin Had Returned Again Into Printing
साल १७२८ मे बेजामीन फ्रेंकलीन ने फिरसे मुद्रण के क्षेत्र मे प्रवेश किया था, जिसमे ह्युज मेरेडिथ के साथ उन्होने नये अखबार ‘ पेनिसिल्वानिया गैजेट’ की शुरुवात की। इस अखबार मे सामाजिक सुधार की कई बुनियादी तथ्यो पर आधारित जानकारी के साथ, वैचारिक लेख भी बेंजामिन फ्रेंकलीन छापने लगे थे।
उद्योगो के विकास तथा विस्तार पर भी उनके विचार लोगो को अच्छे से पसंद आने लगे, इन चीजो का नतीजा ये हुआ की बेंजामिन की छवी समाज मे एक तत्वज्ञानी व्यक्ती के रूप मे होनी लगी, लोग उन्हे अधिक आदर देने लगे।
इसके बाद साल १७३२ मे फ्रेंकलीन ने जर्मन भाषा मे अमेरिका मे अखबार छापना शुरू किया,हालाकि उनका ये प्रयास उतना सफल नही हुआ, और सालभर मे ये अखबार बंद करना पडा था। इसके बाद उन्होने मोराविअन भाषा मे धार्मिक किताबे छापना शुरू किया, जिसको उस समय खासा पसंद किया गया था।
एक लेखक के तौर पर बेंजामिन फ्रेंकलीन – Benjamin Franklin Book
साल १७३३ से बेंजामिन फ्रेंकलीन ने सालभर की घटनाओ पर आधारित प्रकाशन छापना शुरू किया जिसका नाम ‘पुअर रिचर्ड अल्मानाक’ था, जो के खासा मशहूर हुआ था और लेखक के तौर पर बेंजामिन फ्रेंकलीन ने अच्छी पहचान बना ली।
इसके बाद लेखक के तौर पर बेंजामिन ने ‘द वे ऑफ वेल्थ’ और ‘बेंजामिन फ्रेंकलीन की आत्मकथा’ भी लिखी थी, जिसमे आत्मकथा पुरी होने मे काफी समय लगा था।
बेंजामिन फ्रेंकलीन – एक हरफनमौला व्यक्तित्व (Benjamin Franklin – All Rounder Personality)
बेंजामिन फ्रेंकलीन का कार्य कोई एक क्षेत्र तक सीमित नही था, उन्होने विविध क्षेत्र मे उनका योगदान देने का हर संभव प्रयास किया।इनके विज्ञान के क्षेत्र मे योगदान की बात करे तो इन्होने बिजली की छड, बाइफोकल्स, फ्रेंकलीन स्टोव्ह, गाडी का ओडोमीटर तथा ग्लास अर्मेनिका इत्यादी का संशोधन किया।
इसके साथ जनसंख्या की गणना करने के मक्सद से किये जाने वाले अभ्यास तथा सर्वेक्षण पर भी बेंजामिन फ्रेंकलीन ने अच्छा योगदान दिया, जिसको ‘डेमोग्राफी’ के नाम से जाना जाता है।
अमेरिका के राजनीती मे फ्रेंकलीन ने विभिन्न तौर पर कार्य किया जिसमे वे फ्रांस मे अमेरिका के राजदूत के तौर पर भी कार्यरत थे, इसके अलावा पेनेसिल्वेनिया राज्य के राष्ट्रपती के तौर पर भी उन्होने कार्य किया, जो के आजके अमेरिकी राज्यो के गवर्नर के स्तर का पद हुआ करता था।
फ्रेंकलिन की पत्नी और बच्चे – Benjamin Franklin Family
1723 में बेंजामिन फ्रेंकलिन फ़िलेडैल्फ़िया से बोस्टन चले गए और जॉन रीड के घर में रहने लगे, जहाँ उनकी मुलाकात मकान मालिक की बेटी देबोराह से हुई। 1724 में लंदन जाने के बाद 1726 में फ्रेंकलिन फ़िलेडैल्फ़िया वापिस आ गए। बाद में उन्होंने देबोराह से शादी कर ली।
लेकिन कुछ महीनो बाद उनके रिश्तो में दरार आ चुकी थी।अंततः फिर से देबोराह के साथ प्यार करना शुरू कर दिया और 1730 में उन्होंने फिर से देबोराह को अपनी पत्नी बनाया। उनके पहले बेटे का जन्म 1732 में हुआ, जिसका नाम फ्रांसिस था। लेकिन चेचक की वजह से चार साल बाद ही उनकी मृत्यु हो गयी। युगल की एकमात्र बेटी सारह का जन्म 1743 में हुआ।
1757 में बेंजामिन फ्रेंकलिन लंदन चले गए और 1764 में दोबारा वे लंदन चले गए, लेकिन इस बार वे देबोराह के बिना ही चले गए जो फ़िलेडैल्फ़िया छोड़ने के लिए राजी नही थी। इसी दौरान उन दोनों ने एक-दूजे को अंतिम बार देखा था।1774 में देबोराह की मृत्यु से पहले फ्रेंकलिन कभी वापिस नही लौटे। 66 साल की उम्र में उनकी पत्नी की मृत्यु हो गयी।
1762 में फ्रेंकलिन के बेटे विलियम ने न्यू जर्सी के रॉयल गवर्नर के रूप में कार्यालय संभाला, उनके पिता ने अपने राजनितिक रिश्तो से अपने बेटे को वह पद दिलवाया था, उनके पिता के ब्रिटिश सरकार के साथ अच्छे रिश्ते थे। इसके बाद फ्रेंकलिन देशभक्ति के कार्यो में सहायता करने लगे जिससे उनका वफादार बेटा उनसे अलग हो चूका था।
1776 में जब न्यू जर्सी मिलिशिया ने विलियम फ्रेंकलिन से उनके पद को छिनने और उन्हें जेल भेजने का निर्णय लिया, तब उनके पिता ने अपने बेटे की रक्षा करने से मना कर दिया था।
फ्रेंकलिन बहुत से सामाजिक प्रोजेक्ट में भी शमिल थे, जिनमे मुख्य रूप से अमेरिकन फिलोसोफिकल सोसाइटी शामिल है। यह सोसाइटी एक अकैडमी है जो बाद में पेनसिलवेनिया यूनिवर्सिटी में परिवर्तित हो गयी।
1783 में फ्रांस में अमेरिकन एम्बेसडर के रूप में फ्रेंकलिन ने पेरिस की संधि पर हस्ताक्षर किये और इससे अमरीका की आज़ादी की लढाई का अंत हुआ।
इसके साथ वे फ्रांस में वे काफी प्रसिद्ध थे लेकिन 1785 में वे अमरीका वापिस आ गये, बाद मे वे देश की राजनीती और संविधान से जुड़े हुए थे।
इस विषय पर अधिकतर बार पुछे गये सवाल (FAQ)
१. कौनसे पाच चीजो का आविष्कार बेंजामिन फ्रेंकलीन ने किया है
जवाब: १.लाईटिंग रॉड २.ग्लास हार्मोनिका ३. फ्रांकलीन स्टोव्ह ४. बाइफोकल ग्लास ५. फ्लेक्सीबल युरिनरी कैथेटर।
२. किन चीजो के लिये बेंजामिन फ्रेंकलीन समाज मे प्रतिष्टीत थे?
जवाब: बेंजामिन फ्रेंकलीन अमेरिका के फाउंडिंग फादर, सम्मान प्राप्त संशोधक, प्रकाशक, वैज्ञानिक तथा राजनीतीज्ञ के तौर समाज मे प्रतिष्टीत थे।
३. बेंजामिन फ्रेंकलीन ने कौनसे अखबार की शुरुवात की थी?
जवाब: “पेनिसिल्वानिया गैजेट”।
४. कौनसे खेल के बेंजामिन फ्रेंकलीन शौकीन थे?
जवाब: शतरंज (CHESS)।
5. अमेरिका के राजदूत के तौर पर बेंजामिन फ्रेंकलीन को कौनसे देश मे भेजा गया?
जवाब: फ्रांस।
६. अमेरिका के राजदूत के तौर पर कौनसे संधी पर बेंजामिन फ्रेंकलीन ने हस्ताक्षर किये थे ?
जवाब: पेरीस संधी।
७. सुप्रीम एक्जीक्यूटिव कौन्सिल ऑफ पेनिसिल्वेनिया का छटवा राष्ट्रपती किसे घोषित किया गया?
जवाब: बेंजामिन फ्रेंकलीन।
८. लंदन मे कौनसे अधिनियम का बेंजामिन फ्रेंकलीन ने विरोध किया था?
जवाब: १७६५ स्टाम्प अधिनियम।
९. बेंजामिन फ्रेंकलीन मूलतः कौनसे देश से थे?
जवाब: संयुक्त राज्य अमेरिका।
१०. संयुक्त राज्य अमेरिका के संस्थापक जनक किसे कहा जाता है?
जवाब: बेंजामिन फ्रेंकलीन।
The post बेंजामिन फ्रेंकलिन का जीवन परिचय appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.