Quantcast
Channel: India's beloved learning platform
Viewing all articles
Browse latest Browse all 4363

आँख मेरी और पॉव तुम्हारे | Anubhav Moral Story

$
0
0

Anubhav Moral Story

किसी समय की बात एक गांव में बहुत सारे लोग रहा करते थे। जिनमे से एक व्यक्ति अंधा था वह किसी भी चीज को देख नहीं सकता था। एक लंगड़ा व्यक्ति था जो देख तो सकता था पर चल नहीं सकता था एक दिन गांव में किसी कारण आग लग गई अंधा और लंगड़ा व्यक्ति दोनों मदद के लिए पुकारने लगे…

Anubhav moral story in Hindi आँख मेरी और पॉव तुम्हारे – Anubhav Moral Story

क्योंकि लंगड़ा आदमी देख तो सकता था मगर चाहते हुए भाग नहीं सकता था वही दूसरी तरफ बिल्कुल इसके विपरीत स्थिति थी अंधा आदमी देख नहीं सकता था पर भाग सकता था।

उनकी इसी कमजोरी के चलते वह बहुत चिल्लाये पर सभी लोगो ने उनकी पुकार को अनसुना कर दिया

सभी अपनी-अपनी जान बचाकर एक-दूसरे को रौंदते भाग रहे थे।

दोनों ने बहुत मदद मांगी पर कोई भी व्यक्ति आगे नहीं आया… सारा गांव देखते ही देखते खाली हो गया। यह देख लंगड़ा व्यक्ति अंधे से बोलै – हे मित्र! तुम मुझे अपनी ऊपर कंधे पर बैठा लो.. “आँख मेरी और पॉव तुम्हारे ” मतलब मैं तुम्हारे ऊपर बैठकर तुम्हे रास्ता बताता जाऊंगा इस तरिके से हम दोनों बच जायेगे।

अंधे में लगड़े व्यक्ति की बात मान ली जिससे वह दोनों बच गए…

इस कहानी का बड़ा ही सुन्दर तात्पर्य आज के जीवन से है –

जिस तरह आज के समय बुजुर्ग की आँख मतलब अनुभव और युवा के पाव मतलब मेहनत मिल जाये तो कोई भी काम बिना समय गवाये किया जा सकता है।

क्योंकि बुजुर्ग के पास वह अनुभव है जो युवा को कई वर्षो के बाद आएगा पर समय चला जायेगा और बुजुर्ग के पास अनुभव के आलावा अब कुछ भी नहीं है

परन्तु इस पूरे ब्रम्हांड में अनुभव जैसी कीमती दूसरी कोई भी मूल्यवान ज्ञान नहीं है।

यह बेहतरीन कहानी हमें निलेश जी द्वारा प्राप्त हुयी है। जिनकी HindiHint.com एक बहुत बढ़िया साईट हैं। एक बार जरुर भेंट दे।

Read More Story: 

Note: If you like Anubhav Moral Story, please share it. E-MAIL Subscribes and Receives Hindi Kahani With Moral and more articles and Prernadayak Kahaniya on your email.

The post आँख मेरी और पॉव तुम्हारे | Anubhav Moral Story appeared first on ज्ञानी पण्डित - ज्ञान की अनमोल धारा.


Viewing all articles
Browse latest Browse all 4363

Trending Articles



<script src="https://jsc.adskeeper.com/r/s/rssing.com.1596347.js" async> </script>